क्रोमियम और Google Chrome, दोनों में एक जैसी नीतियां काम करती हैं. कृपया ध्यान रखें कि इस दस्तावेज़ में रिलीज़ नहीं की गई नीतियां शामिल हो सकती हैं (यानी उनकी 'इन पर काम करती हैं' प्रविष्टि का मतलब Google Chrome के किसी ऐसे वर्शन से हो सकता है जिसे अभी तक रिलीज़ नहीं किया गया है) जिन्हें बिना सूचना के बदला या हटाया जा सकता है और जिनके लिए किसी भी तरह की कोई गारंटी नहीं दी जाती है, जिसमें उनकी सुरक्षा और निजता प्रॉपर्टी से जुड़ी कोई गारंटी नहीं देना भी शामिल है.
इन नीतियों का इस्तेमाल सिर्फ़ आपके संगठन के अंदर Google Chrome के इंस्टेंस कॉन्फ़िगर करने के लिए किया जा सकता है. अपने संगठन के बाहर इन नीतियों का इस्तेमाल करना (उदाहरण के लिए, सार्वजनिक रूप से वितरित किए गए किसी प्रोग्राम में) मैलवेयर माना जाता है और हो सकता है कि Google और एंटी-वायरस विक्रेता उसे मैलवेयर के रूप में लेबल कर दें.
इन सेटिंग को मैन्युअल रूप से कॉन्फ़िगर करने की ज़रूरत नहीं होती है! Windows, Mac और Linux के लिए इस्तेमाल में आसान सांचे (टेम्प्लेट) https://www.chromium.org/administrators/policy-templates से डाउनलोड किए जा सकते हैं.
Windows पर GPO के ज़रिए नीति कॉन्फ़िगर करने का सुझाव दिया जाता है, हालांकि रजिस्ट्री के ज़रिए नीति का प्रावधान करना अभी भी Windows के ऐसे इंस्टेंस पर काम करता है जो किसी Microsoft® Active Directory® डोमेन से जुड़े हुए हैं.
नीति का नाम | वर्णन |
Chrome Reporting Extension | |
ReportVersionData | OS और Google Chrome वर्शन जानकारी की रिपोर्ट करती है |
ReportPolicyData | Google Chrome नीति जानकारी की रिपोर्ट करती है |
ReportMachineIDData | मशीन पहचान जानकारी की रिपोर्ट करती है |
ReportUserIDData | उपयोगकर्ता के पहचान की जानकारी की रिपोर्ट करती है |
Google Cast | |
EnableMediaRouter | Google Cast को चालू करती है |
ShowCastIconInToolbar | 'Google Cast टूलबार आइकॉन' दिखाती है |
Google डिस्क विकल्पों को कॉन्फ़िगर करें | |
DriveDisabled | Google Chrome OS फ़ाइल ऐप्लिकेशन में डिस्क को बंद करती है |
DriveDisabledOverCellular | Google Chrome OS फ़ाइल ऐप्लिकेशन में मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन पर 'Google डिस्क' को बंद करती है |
HTTP प्रमाणीकरण के लिए पॉलिसी | |
AuthSchemes | समर्थित प्रमाणीकरण स्कीम |
DisableAuthNegotiateCnameLookup | Kerberos की पुष्टि तय करते समय CNAME लुकअप बंद करें |
EnableAuthNegotiatePort | Kerberos SPN में अमानक पोर्ट शामिल करें |
AuthServerWhitelist | प्रमाणीकरण सर्वर श्वेतसूची |
AuthNegotiateDelegateWhitelist | Kerberos प्रतिनिधि मंडल सर्वर श्वेतसूची |
GSSAPILibraryName | GSSAPI लाइब्रेरी नाम |
AuthAndroidNegotiateAccountType | HTTP Negotiate प्रमाणीकरण के लिए खाता प्रकार |
AllowCrossOriginAuthPrompt | क्रॉस-ओरिजिन HTTP मूल प्रमाणीकरण संकेत |
NtlmV2Enabled | NTLMv2 प्रमाणीकरण चालू है या नहीं. |
एक्सटेंशन | |
ExtensionInstallBlacklist | एक्सटेंशन इंस्टॉलेशन प्रतिबंध कॉन्फ़िगर करें |
ExtensionInstallWhitelist | एक्सटेंशन इंस्टॉलेशन श्वेतसूची कॉन्फ़िगर करें |
ExtensionInstallForcelist | बलपूर्वक-इंस्टॉल किए गए ऐप्स और एक्सटेंशन की सूची कॉन्फ़िगर करें |
ExtensionInstallSources | एक्सटेंशन, ऐप्लिकेशन और उपयोगकर्ता स्क्रिप्ट को इंस्टॉल करने की मंज़ूरी देने वाले स्रोतों को कॉन्फ़िगर करती है |
ExtensionAllowedTypes | अनुमत ऐप्स /एक्सटेंशन प्रकारों को कॉन्फ़िगर करें |
ExtensionSettings | एक्सटेंशन प्रबंधन सेटिंग |
तुरंत अनलॉक करें नीतियां | |
QuickUnlockModeWhitelist | Configure allowed quick unlock modes |
QuickUnlockTimeout | सेट करें कि तुरंत से अनलॉक करने की सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए उपयोगकर्ता को कितने समय में पासवर्ड डालना होगा |
PinUnlockMinimumLength | लॉक स्क्रीन पिन की सबसे कम लंबाई सेट करती है |
PinUnlockMaximumLength | लॉक स्क्रीन पिन की सबसे ज़्यादा लंबाई सेट करती है |
PinUnlockWeakPinsAllowed | उपयोगकर्ताओं को लॉक स्क्रीन पिन के लिए कमज़ोर पिन सेट करने देती है |
दूरस्थ अनुप्रमाणन | |
AttestationEnabledForDevice | डिवाइस के लिए दूरस्थ अनुप्रमाणन सक्षम करें |
AttestationEnabledForUser | उपयोगकर्ता के लिए दूर से प्रमाणित करने की सुविधा चालू करें |
AttestationExtensionWhitelist | वैसे एक्सटेंशन जिन्हें दूर से प्रमाणित करने वाले API का इस्तेमाल करने की अनुमति है |
AttestationForContentProtectionEnabled | डिवाइस के लिए सामग्री सुरक्षा के लिए दूरस्थ अनुप्रमाणन के उपयोग को सक्षम करें |
नया टैब पेज | |
NewTabPageLocation | नया टैब पेज URL कॉन्फ़िगर करें |
नेटवर्क फ़ाइल शेयर करने की सुविधा की सेटिंग | |
NetworkFileSharesAllowed | ChromeOS की उपलब्धता के लिए, नेटवर्क फ़ाइल शेयर करने की सुविधा को नियंत्रित करती है |
NetBiosShareDiscoveryEnabled | नेटवर्क फ़ाइल शेयर खोज को NetBIOS के ज़रिए नियंत्रित करें |
NTLMShareAuthenticationEnabled | एनटीएलएम को एसएमबी माउंट के लिए प्रमाणीकरण प्रोटोकॉल के तौर पर चालू करना नियंत्रित करती है |
NetworkFileSharesPreconfiguredShares | पहले से कॉन्फ़िगर किए गए नेटवर्क फ़ाइल शेयर की सूची. |
पहुंच-योग्यता विकल्प | |
ShowAccessibilityOptionsInSystemTrayMenu | सिस्टम ट्रे मेनू में पहुंच-योग्यता विकल्प दिखाएं |
LargeCursorEnabled | बड़ा कर्सर सक्षम करें |
SpokenFeedbackEnabled | मौखिक फ़ीडबैक सक्षम करें |
HighContrastEnabled | उच्च कंट्रास्ट मोड सक्षम करें |
VirtualKeyboardEnabled | ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड सक्षम करें |
KeyboardDefaultToFunctionKeys | मीडिया कुंजियां डिफ़ॉल्ट रूप से फ़ंक्शन कुंजियों में बदल जाती हैं |
ScreenMagnifierType | स्क्रीन आवर्धक प्रकार सेट करें |
DeviceLoginScreenDefaultLargeCursorEnabled | प्रवेश स्क्रीन पर बड़े कर्सर की डिफ़ॉल्ट स्थिति सेट करें |
DeviceLoginScreenDefaultSpokenFeedbackEnabled | प्रवेश स्क्रीन पर बोले गए फ़ीडबैक की डिफ़ॉल्ट स्थिति सेट करें |
DeviceLoginScreenDefaultHighContrastEnabled | प्रवेश स्क्रीन पर उच्च कंट्रास्ट मोड की डिफ़ॉल्ट स्थिति सेट करें |
DeviceLoginScreenDefaultVirtualKeyboardEnabled | लॉगिन स्क्रीन पर ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड की डिफ़ॉल्ट स्थिति सेट करें |
DeviceLoginScreenDefaultScreenMagnifierType | प्रवेश स्क्रीन पर सक्षम डिफ़ॉल्ट स्क्रीन आवर्धक प्रकार सेट करें |
पावर प्रबंधन | |
ScreenDimDelayAC | AC पावर पर चलते समय स्क्रीन मंद विलंब |
ScreenOffDelayAC | AC पावर पर चलते समय स्क्रीन बंद विलंब |
ScreenLockDelayAC | AC पावर पर चलते समय स्क्रीन लॉक विलंब |
IdleWarningDelayAC | AC पावर पर चलते समय प्रयोग में नहीं चेतवनी विलंब |
IdleDelayAC | AC पावर पर चलते समय प्रयोग में नहीं विलंब |
ScreenDimDelayBattery | बैटरी पावर पर चलते समय स्क्रीन मंद विलंब |
ScreenOffDelayBattery | बैटरी पावर पर चलते समय स्क्रीन बंद विलंब |
ScreenLockDelayBattery | बैटरी पावर पर चलते समय स्क्रीन लॉक विलंब |
IdleWarningDelayBattery | बैटरी पावर पर चलते समय प्रयोग में नहीं चेतावनी विलंब |
IdleDelayBattery | बैटरी पावर पर चलते समय प्रयोग में नहीं विलंब |
IdleAction | प्रयोग में नहीं विलंब तक पहुंच जाने पर की जाने वाली कार्यवाही |
IdleActionAC | AC पावर पर चलते समय प्रयोग में नहीं विलंब तक पहुंच जाने पर की जाने वाली कार्यवाही |
IdleActionBattery | बैटरी पावर पर चलते समय प्रयोग में नहीं विलंब तक पहुंच जाने पर की जाने वाली कार्यवाही |
LidCloseAction | उपयोगकर्ता जब लिड बंद करे तब की जाने वाली कार्रवाई |
PowerManagementUsesAudioActivity | निर्दिष्ट करती है कि क्या ऑडियो गतिविधि पावर प्रबंधन को प्रभावित करती है |
PowerManagementUsesVideoActivity | निर्दिष्ट करें कि वीडियो गतिविधि पावर प्रबंधन को प्रभावित करती है या नहीं |
PresentationScreenDimDelayScale | प्रस्तुतिकरण मोड में मंद स्क्रीन विलंब मापने का प्रतिशत |
AllowWakeLocks | स्क्रीन को जगाने वाले लॉक (सक्रियता लॉक) की अनुमति दें |
AllowScreenWakeLocks | स्क्रीन सक्रिय करने वाले लॉक की अनुमति दें |
UserActivityScreenDimDelayScale | स्क्रीन की रोशनी कम होने के बाद उपयोगकर्ता कोई गतिविधि करता है तो, स्क्रीन की रोशनी कितनी देर में कम हो, इस समय को स्केल करने (घटाने या बढ़ाने) का प्रतिशत. |
WaitForInitialUserActivity | 'उपयोगकर्ता की शुरुआती गतिविधि' का इंतज़ार करें |
PowerManagementIdleSettings | जब उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता तब पावर प्रबंधन संबंधी सेटिंग |
ScreenLockDelays | स्क्रीन लॉक विलंब |
PowerSmartDimEnabled | स्क्रीन की रोशनी कम हो जाने तक, समय बढ़ाने के लिए 'स्मार्ट डिम मॉडल' चालू करें |
ScreenBrightnessPercent | स्क्रीन चमक प्रतिशत |
पासवर्ड प्रबंधक | |
PasswordManagerEnabled | पासवर्ड प्रबंधक में पासवर्ड सहेजना सक्षम करें |
प्रॉक्सी सर्वर | |
ProxyMode | प्रॉक्सी सर्वर सेटिंग निर्दिष्ट करने का तरीका चुनें |
ProxyServerMode | प्रॉक्सी सर्वर सेटिंग निर्दिष्ट करने का तरीका चुनें |
ProxyServer | प्रॉक्सी सर्वर का पता या URL |
ProxyPacUrl | proxy .pac फ़ाइल से URL |
ProxyBypassList | प्रॉक्सी बायपास नियम |
मुख्यपृष्ठ | |
HomepageLocation | होम पेज का यूआरएल कॉन्फ़िगर करें |
HomepageIsNewTabPage | मुख्यपेज के रूप में नया टैब पेज का उपयोग करें |
रिमोट पहुंच विकल्प कॉन्फ़िगर करें | |
RemoteAccessHostClientDomain | दूरस्थ पहुंच क्लाइंट के लिए आवश्यक डोमेन नाम को कॉन्फ़िगर करें |
RemoteAccessHostClientDomainList | Configure the required domain names for remote access clients |
RemoteAccessHostFirewallTraversal | रिमोट पहुंच होस्ट से फ़ायरवॉल ट्रेवर्सल सक्षम करें |
RemoteAccessHostDomain | दूरस्थ पहुंच होस्ट के लिए आवश्यक डोमेन नाम को कॉन्फ़िगर करें |
RemoteAccessHostDomainList | Configure the required domain names for remote access hosts |
RemoteAccessHostTalkGadgetPrefix | दूरस्थ पहुंच होस्ट के लिए TalkGadget का प्रारंभिक भाग कॉन्फ़िगर करें |
RemoteAccessHostRequireCurtain | दूरस्थ पहुंच होस्ट की कर्टेनिंग सक्षम करें |
RemoteAccessHostAllowClientPairing | रिमोट ऐक्सेस वाले होस्ट के लिए 'बिना पिन के पहचान करने की सुविधा' चालू या बंद करें |
RemoteAccessHostAllowGnubbyAuth | दूरस्थ ऐक्सेस होस्ट के लिए gnubby प्रमाणीकरण की अनुमति दें |
RemoteAccessHostAllowRelayedConnection | रिमोट एक्सेस होस्ट द्वारा रिले सर्वर का उपयोग सक्षम करें |
RemoteAccessHostUdpPortRange | रिमोट एक्सेस होस्ट द्वारा उपयोग की गई UDP पोर्ट श्रेणी प्रतिबंधित करें |
RemoteAccessHostMatchUsername | स्थानीय उपयोगकर्ता और दूर से एक्सेस कर रहे होस्ट मालिक के नाम का मिलान करना ज़रूरी बनाती है |
RemoteAccessHostTokenUrl | वह यूआरएल जहां से दूर से एक्सेस करने वाले क्लाइंट को अपनी पहचान करवाने वाला टोकन मिलना चाहिए |
RemoteAccessHostTokenValidationUrl | दूर से एक्सेस करने की अनुमति देने के लिए, क्लाइंट की पहचान करने वाले टोकन की पुष्टि करने वाला यूआरएल |
RemoteAccessHostTokenValidationCertificateIssuer | RemoteAccessHostTokenValidationUrl से कनेक्ट करने के लिए क्लाइंट प्रमाणपत्र |
RemoteAccessHostAllowUiAccessForRemoteAssistance | दूरस्थ उपयोगकर्ताओं को दूरस्थ सहायता सत्रों में एलिवेटेड विंडो से सहभागिता करने की अनुमति देती है |
सामग्री सेटिंग | |
DefaultCookiesSetting | डिफ़ॉल्ट कुकी सेटिंग |
DefaultImagesSetting | सामान्य चित्र सेटिंग |
DefaultJavaScriptSetting | सामान्य JavaScript सेटिंग |
DefaultPluginsSetting | डिफ़ॉल्ट Flash सेटिंग |
DefaultPopupsSetting | सामान्य पॉपअप सेटिंग |
DefaultNotificationsSetting | सामान्य सूचना सेटिंग |
DefaultGeolocationSetting | सामान्य भौगोलिक स्थान सेटिंग |
DefaultMediaStreamSetting | डिफ़ॉल्ट मीडियास्ट्रीम सेटिंग |
DefaultWebBluetoothGuardSetting | वेब ब्लूटूथ API (एपीआई) का इस्तेमाल नियंत्रित करें |
DefaultWebUsbGuardSetting | WebUSB API (एपीआई) का इस्तेमाल नियंत्रित करें |
AutoSelectCertificateForUrls | इन साइटों के लिए स्वचालित रूप से क्लाइंट प्रमाणपत्रों को चुनें |
CookiesAllowedForUrls | इन साइटों पर कुकी की अनुमति दें |
CookiesBlockedForUrls | इन साइटों पर कुकी अवरुद्ध करें |
CookiesSessionOnlyForUrls | मिलान करने वाले यूआरएल की कुकी को मौजूदा सत्र तक सीमित करें |
ImagesAllowedForUrls | इन साइटों पर छवियों की अनुमति दें |
ImagesBlockedForUrls | इन साइटों पर चित्र अवरुद्ध करें |
JavaScriptAllowedForUrls | इन साइटों पर JavaScript की अनुमति दें |
JavaScriptBlockedForUrls | इन साइटों पर JavaScript अवरुद्ध करें |
PluginsAllowedForUrls | इन साइटों पर Flash प्लग इन को अनुमति दें |
PluginsBlockedForUrls | इन साइटों पर Flash प्लग इन ब्लॉक करें |
PopupsAllowedForUrls | इन साइटों पर पॉपअप की अनुमति दें |
RegisteredProtocolHandlers | प्रोटोकॉल प्रबंधकों को पंजीकृत कराएं |
PopupsBlockedForUrls | इन साइटों पर पॉपअप अवरुद्ध करें |
NotificationsAllowedForUrls | इन साइटों पर नोटिफ़िकेशन की अनुमति दें |
NotificationsBlockedForUrls | इन साइटों पर सूचनाएं अवरुद्ध करें |
WebUsbAskForUrls | इन साइटों पर WebUSB की मंज़ूरी दें |
WebUsbBlockedForUrls | इन साइटों पर WebUSB ब्लॉक करें |
सामान्य खोज प्रदाता | |
DefaultSearchProviderEnabled | डिफ़ॉल्ट खोज प्रदाता सक्षम करें |
DefaultSearchProviderName | डिफ़ॉल्ट खोज प्रदाता नाम |
DefaultSearchProviderKeyword | डिफ़ॉल्ट खोज प्रदाता कीवर्ड |
DefaultSearchProviderSearchURL | डिफ़ॉल्ट खोज की सुविधा देने वाला खोज यूआरएल |
DefaultSearchProviderSuggestURL | डिफ़ॉल्ट खोज की सुविधा के लिए सुझाव URL |
DefaultSearchProviderIconURL | 'डिफ़ाल्ट खोज सेवा' आइकॉन |
DefaultSearchProviderEncodings | डिफ़ॉल्ट खोज प्रदाता एन्कोडिंग |
DefaultSearchProviderAlternateURLs | डिफ़ॉल्ट खोज की सुविधा के लिए वैकल्पिक URL की सूची |
DefaultSearchProviderImageURL | डिफ़ॉल्ट खोज प्रदाता के लिए चित्र-द्वारा-खोजें सुविधा प्रदान करने वाला पैरामीटर |
DefaultSearchProviderNewTabURL | डिफ़ॉल्ट खोज प्रदाता नया टैब पेज यूआरएल |
DefaultSearchProviderSearchURLPostParams | POST का इस्तेमाल करने वाले खोज URL के पैरामीटर |
DefaultSearchProviderSuggestURLPostParams | POST का इस्तेमाल करने वाले URL के पैरामीटर |
DefaultSearchProviderImageURLPostParams | POST इस्तेमाल करने वाले इमेज यूआरएल के लिए पैरामीटर |
सुरक्षित ब्राउज़िंग सेटिंग | |
SafeBrowsingEnabled | सुरक्षित ब्राउज़िंग सक्षम करें |
SafeBrowsingExtendedReportingEnabled | सुरक्षित ब्राउज़िंग विस्तारित रिपोर्टिंग चालू करें |
SafeBrowsingExtendedReportingOptInAllowed | उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित ब्राउज़िंग विस्तारित रिपोर्टिंग की अनुमति देना |
SafeBrowsingWhitelistDomains | उन डोमेन की सूची कॉन्फ़िगर करें जिन पर सुरक्षित ब्राउज़िंग चेतावनियां ट्रिगर नहीं करेगी. |
PasswordProtectionWarningTrigger | पासवर्ड सुरक्षा की ओर से चेतावनी का ट्रिगर |
PasswordProtectionLoginURLs | वे एंटरप्राइज़ लॉगिन यूआरएल की सूची कॉन्फ़िगर करें जिनमें पासवर्ड सुरक्षा सेवा को पासवर्ड की फ़िंगरप्रिंट कैप्चर करनी चाहिए. |
PasswordProtectionChangePasswordURL | पासवर्ड बदलने के URL को कॉन्फ़िगर करें. |
स्टार्टअप पेज | |
RestoreOnStartup | स्टार्टअप पर क्रिया |
RestoreOnStartupURLs | स्टार्टअप पर खुलने वाले URL |
स्थानीय संदेश सेवा | |
NativeMessagingBlacklist | स्थानीय संदेश सेवा कालीसूची कॉन्फ़िगर करें |
NativeMessagingWhitelist | स्थानीय संदेश सेवा श्वेतसूची कॉन्फ़िगर करें |
NativeMessagingUserLevelHosts | Allow user-level Native Messaging hosts (installed without admin permissions) |
AbusiveExperienceInterventionEnforce | धोखादायक अनुभव हस्तक्षेप लागू करें |
AdsSettingForIntrusiveAdsSites | तंग करने वाले विज्ञापनों वाली साइटों के लिए विज्ञापन सेटिंग |
AllowDeletingBrowserHistory | ब्राउज़र और डाउनलोड इतिहास हटाना सक्षम करें |
AllowDinosaurEasterEgg | डाइनासोर ईस्टर गेम की अनुमति दें |
AllowFileSelectionDialogs | फ़ाइल चयन संवादों के अनुरोध की अनुमति दें |
AllowKioskAppControlChromeVersion | Google Chrome OS वर्शन को नियंत्रित करने के लिए शून्य विलंब किओस्क ऐप वाले स्वत: लॉन्च को अनुमति दें |
AllowOutdatedPlugins | पुराने प्लग इन चलाने की अनुमति दें |
AllowScreenLock | स्क्रीन लॉक करने की अनुमति |
AllowedDomainsForApps | G Suite एक्सेस करने की अनुमति वाले डोमेन तय करें |
AllowedInputMethods | किसी उपयोगकर्ता सत्र में इनपुट के लिए मंज़ूर किए गए तरीके कॉन्फ़िगर करें |
AllowedLanguages | किसी उपयोगकर्ता सत्र में मंज़ूर की गई भाषाएं कॉन्फ़िगर करें |
AlternateErrorPagesEnabled | वैकल्पिक गड़बड़ी पृष्ठों को सक्षम करें |
AlwaysOpenPdfExternally | PDF फ़ाइलों को हमेशा दूसरे टूल/ऐप्लिकेशन में खोलें |
ApplicationLocaleValue | ऐप्लिकेशन की स्थान-भाषा |
ArcAppInstallEventLoggingEnabled | Android ऐप्लिकेशन इंस्टॉल के इवेंट लॉग करें |
ArcBackupRestoreServiceEnabled | Android बैकअप और बहाली सेवा नियंत्रित करती है |
ArcCertificatesSyncMode | ARC-ऐप्लिकेशन के लिए प्रमाणपत्र उपलब्धता सेट करें |
ArcEnabled | ARC सक्षम करें |
ArcGoogleLocationServicesEnabled | Android Google स्थान सेवाओं को नियंत्रित करती है |
ArcPolicy | ARC कॉन्फ़िगर करें |
AudioCaptureAllowed | ऑडियो कैप्चर की अनुमति देना या अस्वीकार करना |
AudioCaptureAllowedUrls | ऐसे यूआरएल, जिन्हें संकेत किए बिना ऑडियो कैप्चर डिवाइस एक्सेस करने की अनुमति होगी |
AudioOutputAllowed | ऑडियो चलाने दें |
AutoFillEnabled | ऑटोमैटिक भरना सक्षम करें |
AutofillAddressEnabled | पतों के लिए 'अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल)' चालू करें |
AutofillCreditCardEnabled | क्रेडिट कार्ड के लिए ऑटोमैटिक भरना चालू करें |
AutoplayAllowed | मीडिया को अपने आप चलने देती है |
AutoplayWhitelist | यूआरएल पैटर्न की श्वेतसूची पर मौजूद मीडिया को अपने आप चलने देती है |
BackgroundModeEnabled | जब Google Chrome बंद हो पृष्ठभूमि ऐप्लिकेशन चलाना जारी रखें |
BlockThirdPartyCookies | तृतीय पक्ष कुकी अवरुद्ध करें |
BookmarkBarEnabled | बुकमार्क बार सक्षम करें |
BrowserAddPersonEnabled | उपयोगकर्ता प्रबंधक में 'किसी को जोड़ें' चालू करती है |
BrowserGuestModeEnabled | ब्राउज़र में मेहमान मोड सक्षम करना |
BrowserNetworkTimeQueriesEnabled | Google समय सेवा में क्वेरी की अनुमति दें |
BrowserSignin | ब्राउज़र की साइन इन सेटिंग |
BuiltInDnsClientEnabled | अंतर्निहित DNS क्लाइंट का उपयोग करना |
CaptivePortalAuthenticationIgnoresProxy | कैप्टिव पोर्टल प्रमाणीकरण प्रॉक्सी पर ध्यान नहीं देता है |
CertificateTransparencyEnforcementDisabledForCas | subjectPublicKeyInfo हैश की सूची के लिए 'प्रमाणपत्र पारदर्शिता' लागू किया जाना बंद करें |
CertificateTransparencyEnforcementDisabledForLegacyCas | पहचान की पुष्टि करने वाले पुराने प्रमाणपत्रों की सूची के लिए 'प्रमाणपत्र पारदर्शिता' को लागू करना बंद करती है |
CertificateTransparencyEnforcementDisabledForUrls | यूआरएल की एक सूची के लिए 'प्रमाणपत्र पारदर्शिता' को लागू करना बंद करें |
ChromeCleanupEnabled | Windows पर Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा चालू करें |
ChromeCleanupReportingEnabled | यह नियंत्रित करती है कि Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा Google को डेटा की रिपोर्ट कैसे करती है |
ChromeOsLockOnIdleSuspend | डिवाइस के निष्क्रिय या निलंबित होने पर लॉक सक्षम करें |
ChromeOsMultiProfileUserBehavior | 'एक से ज़्यादा प्रोफ़ाइल सत्र' में उपयोगकर्ता के व्यवहार को नियंत्रित करें |
ChromeOsReleaseChannel | चैनल रिलीज़ करें |
ChromeOsReleaseChannelDelegated | उपयोगकर्ता 'रिलीज़ चैनल' कॉन्फ़िगर कर सके, ऐसा होना चाहिए या नहीं |
CloudPrintProxyEnabled | Google Cloud Print प्रॉक्सी सक्षम करें |
CloudPrintSubmitEnabled | Google Cloud Print पर दस्तावेज़ों का सबमिशन सक्षम करती है |
ComponentUpdatesEnabled | Google Chrome में घटक के अपडेट चालू करती है |
ContextualSearchEnabled | 'खोजने के लिए टैप करें' को चालू करें |
ContextualSuggestionsEnabled | मिलते-जुलते वेब पेज के प्रासंगिक सुझावों को चालू करें |
CrostiniAllowed | उपयोगकर्ता Crostini चला सकते हैं |
DataCompressionProxyEnabled | डेटा संपीडन प्रॉक्सी सुविधा सक्षम करें |
DefaultBrowserSettingEnabled | Google Chrome को डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र के रूप में सेट करें |
DefaultDownloadDirectory | डिफ़ॉल्ट डाउनलोड निर्देशिका सेट करें |
DefaultPrinterSelection | डिफ़ॉल्ट प्रिंटर चयन के नियम |
DeveloperToolsAvailability | यह नियंत्रित करती है कि डेवलपर टूल का इस्तेमाल कहां किया जा सकता है |
DeveloperToolsDisabled | डेवलपर टूल बंद करें |
DeviceAllowBluetooth | डिवाइस पर ब्लूटूथ की अनुमति दें |
DeviceAllowNewUsers | नए उपयोगकर्ता खातों को बनाने की अनुमति दें |
DeviceAllowRedeemChromeOsRegistrationOffers | उपयोगकर्ताओं को Chrome OS पंजीकरण के द्वारा ऑफ़र रिडीम करने की अनुमति दें |
DeviceAutoUpdateDisabled | अपने आप होने वाले अपडेट बंद करें |
DeviceAutoUpdateP2PEnabled | स्वतः अपडेट p2p सक्षम |
DeviceAutoUpdateTimeRestrictions | समय की पाबंदियां अपडेट करें |
DeviceBlockDevmode | डेवलपर मोड अवरुद्ध करें |
DeviceDataRoamingEnabled | डेटा रोमिंग सक्षम करें |
DeviceEphemeralUsersEnabled | साइन-आउट करने पर उपयोगकर्ता का डेटा मिटाएं |
DeviceGuestModeEnabled | मेहमान मोड सक्षम करें |
DeviceHostnameTemplate | डिवाइस नेटवर्क होस्टनाम टेम्प्लेट |
DeviceKerberosEncryptionTypes | Kerberos सुरक्षित करने के तरीकों के मंज़ूर किए गए प्रकार |
DeviceLocalAccountAutoLoginBailoutEnabled | स्वत:-प्रवेश के लिए बेलआउट कीबोर्ड शॉर्टकट सक्षम करें |
DeviceLocalAccountAutoLoginDelay | डिवाइस-स्थानीय खाते का अपने आप लॉगिन करने का टाइमर |
DeviceLocalAccountAutoLoginId | अपने आप लॉगिन के लिए डिवाइस-स्थानीय खाता |
DeviceLocalAccountManagedSessionEnabled | डिवाइस पर प्रबंधित सत्र की अनुमति देती है |
DeviceLocalAccountPromptForNetworkWhenOffline | ऑफ़लाइन होने पर नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन संकेत को सक्षम करें |
DeviceLocalAccounts | डिवाइस-स्थानीय खाते |
DeviceLoginScreenAppInstallList | लॉगिन स्क्रीन पर, इंस्टॉल किए गए ऐप्लिकेशन की सूची कॉन्फ़िगर करें |
DeviceLoginScreenAutoSelectCertificateForUrls | साइन-इन स्क्रीन पर इन साइटों के लिए क्लाइंट प्रमाणपत्र अपने आप चुनें |
DeviceLoginScreenDomainAutoComplete | उपयोगकर्ता साइन इन के दौरान डोमेन नाम ऑटो कंप्लीट को सक्षम करें |
DeviceLoginScreenInputMethods | डिवाइस प्रवेश स्क्रीन कीबोर्ड लेआउट |
DeviceLoginScreenIsolateOrigins | साइट आइसोलेशन को खास-खास मूल के लिए चालू करें |
DeviceLoginScreenLocales | डिवाइस की साइन-इन स्क्रीन की स्थान-भाषा |
DeviceLoginScreenPowerManagement | लॉगिन स्क्रीन पर पावर प्रबंधन |
DeviceLoginScreenSitePerProcess | साइट आइसोलेशन को हर साइट के लिए चालू करें |
DeviceMachinePasswordChangeRate | मशीन से पासवर्ड बदलने की दर |
DeviceMetricsReportingEnabled | मेट्रिक रिपोर्ट करना सक्षम करें |
DeviceNativePrinters | डिवाइसों के लिए एंटरप्राइज़ प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन फ़ाइल |
DeviceNativePrintersAccessMode | डिवाइस प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन एक्सेस करने की नीति. |
DeviceNativePrintersBlacklist | एंटरप्राइज़ डिवाइस प्रिंटर बंद |
DeviceNativePrintersWhitelist | एंटरप्राइज़ डिवाइस प्रिंटर चालू |
DeviceOffHours | तय की गई डिवाइस नीतियां रिलीज़ किए जाने पर बंद रहने के समय के अंतराल |
DeviceOpenNetworkConfiguration | डिवाइस-स्तरीय नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन |
DevicePolicyRefreshRate | 'डिवाइस नीति' के लिए रीफ्रेश दर |
DeviceQuirksDownloadEnabled | हार्डवेयर प्रोफ़ाइल के लिए Quirks Server में क्वेरी सक्षम करें |
DeviceRebootOnShutdown | डिवाइस के शटडाउन होने पर स्वचालित रीबूट होना |
DeviceRollbackAllowedMilestones | उपलब्धियों के रोलबैक की मंज़ूर की गई संख्या |
DeviceRollbackToTargetVersion | टार्गेट वर्शन में रोलबैक करें |
DeviceSecondFactorAuthentication | एकीकृत दूसरे-तरीके से भी पुष्टि मोड |
DeviceShowUserNamesOnSignin | प्रवेश स्क्रीन पर उपयोगकर्ता नाम दिखाएं |
DeviceTargetVersionPrefix | स्वत: अपडेट वर्शन को लक्ष्य बनाएं |
DeviceTransferSAMLCookies | प्रवेश के दौरान SAML IdP कुकी ट्रांसफर करें |
DeviceUnaffiliatedCrostiniAllowed | जो उपयोगकर्ता जुड़े नहीं हैं उन्हें Crostini का इस्तेमाल करने दें |
DeviceUpdateAllowedConnectionTypes | अपडेट के लिए अनुमत कनेक्शन प्रकार |
DeviceUpdateHttpDownloadsEnabled | HTTP के द्वारा स्वतः अपडेट डाउनलोड की अनुमति दें |
DeviceUpdateScatterFactor | स्वतः अपडेट स्कैटर कारक |
DeviceUpdateStagingSchedule | नया अपडेट लागू करने के लिए कदम दर कदम शेड्यूल |
DeviceUserPolicyLoopbackProcessingMode | उपयोगकर्ता नीति लूपबैक प्रोसेसिंग मोड |
DeviceUserWhitelist | बिना प्रतिबंध वाले लॉग इन उपयोगकर्ता की सूची |
DeviceWallpaperImage | डिवाइस वॉलपेपर चित्र |
Disable3DAPIs | 3D ग्राफ़िक्स API के लिए समर्थन बंद करें |
DisablePrintPreview | 'प्रिंट की झलक दिखाने की सुविधा' बंद करें |
DisableSafeBrowsingProceedAnyway | 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' के चेतावनी पेज को नज़रअंदाज़ करके आगे बढ़ने की सुविधा बंद करें |
DisableScreenshots | स्क्रीनशॉट लेना बंद करें |
DisabledPlugins | अक्षम प्लग इन की सूची निर्दिष्ट करें |
DisabledPluginsExceptions | वैसे प्लग इन की सूची तय करें जिसे उपयोगकर्ता चालू या बंद कर सकता है |
DisabledSchemes | 'यूआरएल प्रोटोकॉल स्कीम' बंद करें |
DiskCacheDir | डिस्क संचय निर्देशिका सेट करें |
DiskCacheSize | डिस्क संचय आकार को बाइट में सेट करें |
DisplayRotationDefault | डिफ़ॉल्ट प्रदर्शन घूर्णन सेट करें, जिसे प्रत्येक बार पुन: बूट करने पर फिर से लागू किया जाता है |
DownloadDirectory | डाउनलोड निर्देशिका सेट करें |
DownloadRestrictions | डाउनलोड से जुड़े प्रतिबंधों की अनुमति दें |
EasyUnlockAllowed | इस्तेमाल किए जाने वाले Smart Lock को मंज़ूरी देती है |
EcryptfsMigrationStrategy | ecryptfs के लिए माइग्रेशन कार्यनीति |
EditBookmarksEnabled | बुकमार्क में बदलाव करने की सुविधा को चालू या बंद करती है |
EnableDeprecatedWebPlatformFeatures | बहिष्कृत प्लेटफ़ॉर्म सुविधाओं को सीमित समय के लिए सक्षम करें |
EnableOnlineRevocationChecks | क्या ऑनलाइन OCSP/CRL जाँचें निष्पादित की जा रही हैं |
EnableSha1ForLocalAnchors | स्थानीय विश्वास एंकरों द्वारा जारी किए गए SHA-1 हस्ताक्षरित प्रमाणपत्रों की अनुमति है या नहीं |
EnableSymantecLegacyInfrastructure | Symantec Corporation की विरासती PKI बुनियादी संरचना में विश्वास करना चालू करें या नहीं |
EnableSyncConsent | साइन-इन के दौरान 'सिंक सहमति' दिखाना चालू करें |
EnabledPlugins | सक्षम प्लग इन की सूची निर्दिष्ट करें |
EnterpriseHardwarePlatformAPIEnabled | एंटरप्राइज़ हार्डवेयर प्लैटफ़ॉर्म API (एपीआई) का इस्तेमाल करने के लिए प्रबंधित एक्सटेंशन चालू करती है |
ExtensionCacheSize | ऐप्स और एक्सटेंशन संचय आकार सेट करना (बाइट में) |
ExternalStorageDisabled | बाहरी मेमोरी की माउंटिंग बंद करें |
ExternalStorageReadOnly | Treat external storage devices as read-only |
ForceBrowserSignin | Google Chrome के लिए हर हाल में साइन इन करने की शर्त चालू करती है |
ForceEphemeralProfiles | अल्पकालिक प्रोफ़ाइल |
ForceGoogleSafeSearch | Google सुरक्षित खोज लागू करें |
ForceMaximizeOnFirstRun | पहली बार चलाने पर पहली ब्राउज़र विंडो को बड़ा करें |
ForceSafeSearch | बलपूर्वक सुरक्षित खोज |
ForceYouTubeRestrict | न्यूनतम YouTube प्रतिबंधित मोड लागू करें |
ForceYouTubeSafetyMode | बलपूर्वक YouTube सुरक्षित मोड |
FullscreenAllowed | पूर्ण स्क्रीन मोड की अनुमति दें |
HardwareAccelerationModeEnabled | उपलब्ध होने पर 'हार्डवेयर से तेज़ी लाएं' सुविधा का उपयोग करें |
HeartbeatEnabled | ऑनलाइन स्थिति को मॉनीटर करने के लिए प्रबंधन सर्वर को नेटवर्क पैकेट भेजें |
HeartbeatFrequency | नेटवर्क पैकेट मॉनीटर करने की आवृत्ति |
HideWebStoreIcon | वेब स्टोर को नया टैब पेज और ऐप चलाने के साधन से छिपाएं |
Http09OnNonDefaultPortsEnabled | उन पोर्ट पर HTTP/0.9 की सुविधा चालू करती है जो डिफ़ॉल्ट नहीं हैं |
ImportAutofillFormData | पहली बार चलाने पर डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से ऑटोमैटिक भरने वाला फ़ॉर्म डेटा आयात करना |
ImportBookmarks | पहली बार चलाने पर सामान्य ब्राउज़र से बुकमार्क आयात करें |
ImportHistory | पहली बार चलाने पर सामान्य ब्राउज़र से ब्राउज़िंग इतिहास आयात करें |
ImportHomepage | पहली बार चलाने पर डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से मुख्यपृष्ठ का आयात |
ImportSavedPasswords | पहली बार चलाने पर डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से सहेजे गए पासवर्ड आयात करें |
ImportSearchEngine | पहली बार चलाने पर डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से खोज इंजन आयात करें |
IncognitoEnabled | गुप्त मोड सक्षम करें |
IncognitoModeAvailability | गुप्त मोड उपलब्धता |
InstantTetheringAllowed | इंस्टैंट टेदरिंग को मंज़ूरी देती है. |
IsolateOrigins | साइट आइसोलेशन को खास-खास मूल के लिए चालू करें |
IsolateOriginsAndroid | Android डिवाइसों पर बताए गए मूल के लिए साइट आइसोलेशन चालू करें |
JavascriptEnabled | JavaScript सक्षम करें |
KeyPermissions | प्रमुख अनुमतियां |
LogUploadEnabled | प्रबंधन सर्वर को सिस्टम लॉग भेजें |
LoginAuthenticationBehavior | लॉगिन प्रमाणीकरण व्यवहार काॅन्फ़िगर करें |
LoginVideoCaptureAllowedUrls | वैसे URL जिन्हें SAML लॉगिन पेजों पर वीडियो कैप्चर डिवाइस का एक्सेस दिया जाएगा |
MachineLevelUserCloudPolicyEnrollmentToken | डेस्कटॉप पर क्लाउड नीति का नामांकन टोकन |
ManagedBookmarks | प्रबंधित बुकमार्क |
MaxConnectionsPerProxy | प्रॉक्सी सर्वर के समवर्ती कनेक्शन की अधिकतम संख्या |
MaxInvalidationFetchDelay | नीति अमान्यकरण से पहले अधिकतम फ़ेच विलंब |
MediaCacheSize | मीडिया डिस्क संचय को बाइट में सेट करें |
MediaRouterCastAllowAllIPs | Google Cast को सभी आईपी पतों पर कास्ट डिवाइस से कनेक्ट होने देती है. |
MetricsReportingEnabled | उपयोग और क्रैश-संबंधित डेटा की रिपोर्टिंग सक्षम करें |
MinimumRequiredChromeVersion | डिवाइस के लिए कम से कम अनुमत Chrome वर्शन कॉन्फ़िगर करें. |
NTPContentSuggestionsEnabled | नया टैब पेज पर सामग्री के सुझाव दिखाएं |
NativePrinters | स्थानीय प्रिंटिंग |
NativePrintersBulkAccessMode | प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन एक्सेस करने की नीति. |
NativePrintersBulkBlacklist | एंटरप्राइज़ प्रिंटर बंद हैं |
NativePrintersBulkConfiguration | एंटरप्राइज़ प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन फ़ाइल |
NativePrintersBulkWhitelist | एंटरप्राइज़ प्रिंटर चालू हैं |
NetworkPredictionOptions | नेटवर्क पूर्वानुमान सक्षम करें |
NetworkThrottlingEnabled | नेटवर्क बैंडविड्थ थ्रॉटल करना चालू करती है |
NoteTakingAppsLockScreenWhitelist | श्वेतसूची में शामिल नोट लेने वाले ऐप्लिकेशन की Google Chrome OS लॉक स्क्रीन पर अनुमति है |
OpenNetworkConfiguration | उपयोगकर्ता-स्तरीय नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन |
OverrideSecurityRestrictionsOnInsecureOrigin | ऐसे मूल या होस्टनाम पैटर्न जिनके लिए असुरक्षित मूल की पाबंदियां लागू नहीं होनी चाहिए |
PacHttpsUrlStrippingEnabled | PAC URL चालू करें (https:// के लिए) |
PinnedLauncherApps | लॉन्चर में दिखाए जाने वाले पिन किए गए ऐप्स की सूची |
PolicyRefreshRate | 'उपयोगकर्ता नीति' के लिए रीफ्रेश दर |
PrintHeaderFooter | हैडर और फ़ुटर प्रिंट करती है |
PrintPreviewUseSystemDefaultPrinter | डिफ़ॉल्ट के रूप में सिस्टम डिफ़ॉल्ट प्रिंटर का उपयोग करें |
PrintingAllowedColorModes | कलर मोड में प्रिंट करना रोक देती है |
PrintingAllowedDuplexModes | डुप्लेक्स मोड में प्रिंट करना रोक देती है |
PrintingEnabled | प्रिंटिंग सक्षम करें |
PromotionalTabsEnabled | पूरे टैब वाली प्रचार संबंधी सामग्री दिखाना चालू करें |
PromptForDownloadLocation | डाउनलोड करने से पहले प्रत्येक फ़ाइल को सहेजने का स्थान पूछें |
QuicAllowed | QUIC प्रोटोकॉल की मंज़ूरी देती है |
RebootAfterUpdate | अपडेट के बाद स्वचालित रूप से रीबूट करें |
RelaunchNotification | उपयोगकर्ता को सूचित करें कि ब्राउज़र को फिर से लॉन्च करने का सुझाव दिया गया है या ऐसा करना ज़रूरी है |
RelaunchNotificationPeriod | अपडेट सूचनाओं की समयावधि सेट करती है |
ReportArcStatusEnabled | Android की स्थिति के बारे में जानकारी की रिपोर्ट करना |
ReportCrostiniUsageEnabled | Linux ऐप्लिकेशन के इस्तेमाल के बारे में जानकारी की रिपोर्ट करें |
ReportDeviceActivityTimes | डिवाइस गतिविधि समय की रिपोर्ट करें |
ReportDeviceBootMode | डिवाइस बूट मोड की रिपोर्ट करें |
ReportDeviceHardwareStatus | हार्डवेयर स्थिति की रिपोर्ट करना |
ReportDeviceNetworkInterfaces | डिवाइस नेटवर्क इंटरफ़ेस की रिपोर्ट करें |
ReportDeviceSessionStatus | सक्रिय कियोस्क सत्रों के बारे में जानकारी की रिपोर्ट करना |
ReportDeviceUsers | डिवाइस उपयोगकर्ताओं की रिपोर्ट करें |
ReportDeviceVersionInfo | OS और फ़र्मवेयर वर्शन की रिपोर्ट करें |
ReportUploadFrequency | डिवाइस स्थिति रिपोर्ट अपलोड की आवृत्ति |
RequireOnlineRevocationChecksForLocalAnchors | स्थानीय ट्रस्ट एंकर के लिए ऑनलाइन OCSP/CRL जाँच आवश्यक हैं या नहीं |
RestrictAccountsToPatterns | Google Chrome में दिखाई देने वाले खाते प्रतिबंधित करें |
RestrictSigninToPattern | प्रतिबंधित करें कि कौनसे Google खाते Google Chrome में, ब्राउज़र प्राथमिक खातों के रूप में सेट किए जा सकते हैं |
RoamingProfileLocation | रोमिंग प्रोफ़ाइल निर्देशिका सेट करें |
RoamingProfileSupportEnabled | Google Chrome के प्रोफ़ाइल डेटा की रोमिंग कॉपी बनाना सक्षम करें |
RunAllFlashInAllowMode | Flash सामग्री सेटिंग को सभी सामग्री के लिए विस्तृत करें |
SAMLOfflineSigninTimeLimit | उस समय को सीमित करें, जिसमें SAML के ज़रिए प्रमाणित किया गया उपयोगकर्ता ऑफ़लाइन लॉग इन कर सकता है. |
SSLErrorOverrideAllowed | SSL चेतावनी पृष्ठ से जारी रखने की अनुमति देना |
SSLVersionMax | अधिकतम SSL वर्शन सक्षम किया गया |
SSLVersionMin | न्यूनतम SSL वर्शन सक्षम किया गया |
SafeBrowsingForTrustedSourcesEnabled | भरोसेमंद स्रोतों के लिए सुरक्षित ब्राउज़िंग चालू करें |
SafeSitesFilterBehavior | 'सुरक्षित साइट' की वयस्क सामग्री फ़िल्टरिंग को नियंत्रित करें. |
SavingBrowserHistoryDisabled | ब्राउज़र इतिहास को सेव करना बंद करें |
SearchSuggestEnabled | खोज सुझाव सक्षम करें |
SecondaryGoogleAccountSigninAllowed | ब्राउज़र के अंदर एक से ज़्यादा साइन-इन की अनुमति दें |
SecurityKeyPermitAttestation | यूआरएल/डोमेन ने अपने आप सीधे सुरक्षा कुंजी प्रमाणन की अनुमति दी है |
SessionLengthLimit | Limit the length of a user session |
SessionLocales | किसी प्रबंधित सत्र के लिए सुझाई गई भाषाएं सेट करें |
ShelfAutoHideBehavior | अलमारी का स्वत:-छिपाना नियंत्रित करना |
ShowAppsShortcutInBookmarkBar | बुकमार्क बार में ऐप्स शॉर्टकट दिखाएं |
ShowHomeButton | टूलबार पर मुख्यपृष्ठ बटन दिखाएं |
ShowLogoutButtonInTray | सिस्टम ट्रे में एक प्रस्थान करें बटन जोड़ें |
SigninAllowed | Google Chrome में साइन इन करने देती है |
SitePerProcess | साइट आइसोलेशन को हर साइट के लिए चालू करें |
SitePerProcessAndroid | साइट आइसोलेशन को हर साइट के लिए चालू करें |
SmartLockSigninAllowed | Smart Lock साइन इन के इस्तेमाल की मंज़ूरी दें. |
SmsMessagesAllowed | एसएमएस मैसेज को फ़ोन से Chromebook में सिंक करने की अनुमति दें. |
SpellCheckServiceEnabled | वर्तनी जाँच से जुड़ी वेब सेवा को चालू या बंद करें |
SpellcheckEnabled | वर्तनी जांच चालू करें |
SpellcheckLanguage | वर्तनी जांच की भाषाएं बलपूर्वक चालू करें |
SuppressUnsupportedOSWarning | असमर्थित OS चेतावनी को छिपाएं |
SyncDisabled | Google के साथ डेटा का सिंक करना बंद करें |
SystemTimezone | समयक्षेत्र |
SystemTimezoneAutomaticDetection | स्वचालित समयक्षेत्र की पहचान विधि को कॉन्फ़िगर करें |
SystemUse24HourClock | डिफ़ॉल्ट रूप से 24 घंटे वाली घड़ी का उपयोग करें |
TPMFirmwareUpdateSettings | TPM फ़र्मवेयर अपडेट व्यवहार कॉन्फ़िगर करें |
TabLifecyclesEnabled | 'टैब लाइफ़ साइकल' सुविधा को चालू या बंद करती है |
TaskManagerEndProcessEnabled | काम का प्रबंधक में प्रक्रियाएं खत्म होना चालू करती है |
TermsOfServiceURL | डिवाइस-स्थानीय खाते के लिए सेवा की शर्तों सेट करना |
ThirdPartyBlockingEnabled | तीसरे पक्ष का सॉफ़्टवेयर इंजेक्शन ब्लॉकिंग चालू करती है |
TouchVirtualKeyboardEnabled | आभासी कीबोर्ड सक्षम करें |
TranslateEnabled | अनुवाद सक्षम करें |
URLBlacklist | URL की सूची तक एक्सेस रोकें |
URLWhitelist | यूआरएल की सूची एक्सेस करने देती है |
UnaffiliatedArcAllowed | असंबद्ध उपयोगकर्ताओं को ARC का इस्तेमाल करने दें |
UnifiedDesktopEnabledByDefault | Make Unified Desktop available and turn on by default |
UnsafelyTreatInsecureOriginAsSecure | ऐसे मूल या होस्टनाम पैटर्न जिनके लिए असुरक्षित मूल की पाबंदियां लागू नहीं होनी चाहिए |
UptimeLimit | अपने आप रीबूट करके डिवाइस का सक्रिय समय सीमित करें |
UrlKeyedAnonymizedDataCollectionEnabled | 'यूआरएल-की' के साथ पहचान ज़ाहिर न करने वाले डेटा संग्रह को चालू करती है |
UsageTimeLimit | समय सीमा |
UsbDetachableWhitelist | अलग किए जाने वाले USB डिवाइस की श्वेतसूची |
UserAvatarImage | उपयोगकर्ता अवतार चित्र |
UserDataDir | 'उपयोगकर्ता डेटा निर्देशिका' सेट करें |
UserDisplayName | डिवाइस-स्थानीय खातों के लिए प्रदर्शन नाम सेट करें |
VideoCaptureAllowed | वीडियो कैप्चर की अनुमति देना या अस्वीकार करना |
VideoCaptureAllowedUrls | वैसे URL जिन्हें संकेत किए बिना ही वीडियो कैप्चर डिवाइस की एक्सेस दी जाएगी |
VirtualMachinesAllowed | डिवाइस को Chrome OS पर वर्चुअल मशीनें चलाने देती है |
VpnConfigAllowed | उपयोगकर्ता को वीपीएन कनेक्शन प्रबंधित करने दें |
WPADQuickCheckEnabled | WPAD ऑप्टिमाइज़ेशन सक्षम करें |
WallpaperImage | वॉलपेपर चित्र |
WebDriverOverridesIncompatiblePolicies | WebDriver को असंगत नीतियों को बदलने दें |
WebRtcEventLogCollectionAllowed | 'Google सेवाओं' से 'WebRTC इवेंट लॉग' इकट्ठे करने देती है |
WebRtcUdpPortRange | WebRTC द्वारा उपयोग किए जाने वाले स्थानीय UDP पोर्ट की सीमा प्रतिबंधित करें |
WelcomePageOnOSUpgradeEnabled | Enable showing the welcome page on the first browser launch following OS upgrade |
यह नीति इस बात पर नियंत्रण रखती है कि वर्शन की जानकारी दी जाए या नहीं, जैसे कि OS वर्शन, OS प्लैटफ़ॉर्म, की संरचना, Google Chrome वर्शन और Google Chrome चैनल.
जब यह नीति सेट नहीं होती है या 'सही' पर सेट होती है, तो वर्शन की जानकारी इकट्ठा की जाती है. जब यह नीति 'गलत' पर सेट होती है, तो वर्शन की जानकारी इकट्ठा नहीं की जाती है.
यह नीति सिर्फ़ तब लागू होती है जब Chrome Reporting Extension चालू हो और मशीन का नाम MachineLevelUserCloudPolicyEnrollmentToken के ज़रिए दर्ज कराया गया हो.
यह नीति इस बात पर नियंत्रण रखती है कि नीति डेटा और नीति को फ़ेच करने के समय को रिपोर्ट किया जाए या नहीं.
जब यह नीति सेट नहीं होती है या 'सही' पर सेट होती है, तो नीति डेटा और नीति को फ़ेच करने का समय इकट्ठा किया जाता है. जब यह नीति 'गलत' पर सेट की होती है, तो नीति डेटा और नीति को फ़ेच करने का समय इकट्ठा नहीं किया जाता है.
यह नीति सिर्फ़ तब लागू होती है जब Chrome Reporting Extension चालू हो और मशीन का नाम MachineLevelUserCloudPolicyEnrollmentToken के ज़रिए दर्ज कराया गया हो.
यह नीति इस बात पर नियंत्रण रखती है कि ऐसी जानकारी दी जाए या नहीं जिसका उपयोग मशीन को पहचानने के लिए हो सकता है, जैसे मशीन का नाम, और नेटवर्क पते.
जब यह नीति सेट नहीं होती है या 'सही' पर सेट होती है, तो जिस जानकारी से मशीन को पहचाना जा सकता है उसे इकट्ठा किया जाता है. जब यह नीति 'गलत' पर सेट होती है, तो जिस जानकारी से मशीन को पहचाना जा सकता है उसे इकट्ठा नहीं किया जाता है.
यह नीति सिर्फ़ तब लागू होती है जब Chrome Reporting Extension चालू हो और मशीन का नाम MachineLevelUserCloudPolicyEnrollmentToken के ज़रिए दर्ज कराया गया हो.
यह नीति इस बात पर नियंत्रण रखती है कि ऐसी जानकारी दी जाए या नहीं जिससे उपयोगकर्ता को पहचाना जा सकता है, जैसे OS लॉगिन, Google Chrome प्रोफ़ाइल लॉगिन, Google Chrome प्रोफ़ाइल नाम, Google Chrome प्रोफ़ाइल पथ और Google Chrome निष्पादित किए जाने वाले पथ.
जब यह नीति सेट नहीं होती है या 'सही' पर सेट होती है, तो उपयोगकर्ताओं को पहचानने में उपयोग की जा सकने वाली जानकारी इकट्ठा की जाती है. जब यह नीति 'गलत' पर सेट होती है, तो उपयोगकर्ताओं को पहचानने में उपयोग की जा सकने वाली जानकारी इकट्ठा नहीं की जाती है.
यह नीति सिर्फ़ तब लागू होती है जब Chrome Reporting Extension चालू हो और मशीन का नाम MachineLevelUserCloudPolicyEnrollmentToken के ज़रिए दर्ज कराया गया हो.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट की जाती है या इसे सेट नहीं किया जाता है तो, Google Cast को चालू कर दिया जाएगा और उपयोगकर्ता इसे ऐप्लिकेशन मेन्यू, पेज संदर्भ मेन्यू, Cast चालू वेबसाइट पर मीडिया नियंत्रणों और (अगर दिखाया जाता है तो) Cast टूलबार आइकॉन से लॉन्च कर पाएंगे.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट की जाती है तो, Google Cast को बंद कर दिया जाएगा.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट है तो, 'Cast टूलबार आइकॉन' हमेशा टूलबार या ओवरफ़्लो मेन्यू पर दिखाया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे हटा नहीं पाएंगे.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट है या इसे सेट नहीं किया जाता है तो, उपयोगकर्ता इसके 'संदर्भ मेन्यू' के ज़रिए आइकॉन पिन कर पाएंगे या उसे हटा पाएंगे.
अगर "EnableMediaRouter" नीति 'गलत' पर सेट है तो, इस नीति के मान का कोई असर नहीं होगा और टूलबार आइकॉन नहीं दिखाया जाएगा.
सही पर सेट होने पर Google Chrome OS फ़ाइलें ऐप्स में Google डिस्क समन्वयन को अक्षम करती है. उस स्थिति में, Google डिस्क पर कोई डेटा अपलोड नहीं किया जाता.
यदि सेट नहीं की जाती या गलत पर सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता फ़ाइलों को Google डिस्क पर स्थानान्तरित कर सकेंगे.
यह नीति उपयोगकर्ता को 'Android Google डिस्क ऐप्लिकेशन' का उपयोग करने से नहीं रोकती. अगर आप 'Google डिस्क' का एक्सेस रोकना चाहते हैं तो, आपको 'Android Google डिस्क ऐप्लिकेशन' के इंस्टॉलेशन की अनुमति भी नहीं देनी चाहिए.
सही पर सेट होने पर सेल्युलर कनेक्शन का उपयोग करते समय Google Chrome OS फ़ाइलें ऐप्स में Google डिस्क समन्वयन को अक्षम करती है. उस स्थिति में, डेटा डेटा को Google डिस्क में तभी समन्वयित किया जाता है जब WiFi या ईथरनेट से कनेक्ट किया गया हो.
यदि सेट नहीं हो या गलत पर सेट हो, तो उपयोगकर्ता फ़ाइलों को सेल्युलर कनेक्शन के द्वारा Google डिस्क में स्थानान्तरित कर सकेगा.
इस नीति का Android Google डिस्क ऐप्लिकेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. यदि आप मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन पर Google डिस्क का उपयोग रोकना चाहते हैं, तो आपको Android Google डिस्क ऐप्लिकेशन के इंस्टॉलेशन की अनुमति नहीं देनी चाहिए.
यह निर्दिष्ट करती है कि कौन सी HTTP प्रमाणीकरण योजना Google Chrome द्वारा समर्थित है.
संभावित मान 'basic', 'digest', 'ntlm' और 'negotiate' हैं. एकाधिक मानों को अल्पविराम द्वारा अलग करें.
यदि इस पॉलिसी को सेट नहीं किया जाता है, तो चारों योजनाओं का उपयोग किया जाएगा.
यह तय करती है कि जनरेट किया गया Kerberos एसपीएन, प्रामाणिक डीएनएस नाम पर आधारित है या दर्ज किए गए मूल नाम पर.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं तो, CNAME लुकअप को छोड़ दिया जाएगा और दर्ज किए गए सर्वर नाम का उपयोग किया जाएगा.
अगर आप इस सेटिंग को बंद करते हैं या सेट नहीं करते हैं तो, CNAME लुकअप के ज़रिए सर्वर का प्रामाणिक नाम तय किया जाएगा.
यह तय करती है कि जनरेट किए गए Kerberos SPN में बिना मानक वाला पोर्ट शामिल होना चाहिए या नहीं.
अगर आपने यह सेटिंग चालू की है और बिना मानक वाला कोई पोर्ट (इसका मतलब है, 80 या 443 के अलावा कोई पोर्ट) दर्ज किया गया है तो, इसे जनरेट किए गए Kerberos SPN में शामिल किया जाएगा.
अगर आप इस सेटिंग को बंद करते हैं या सेट किए बिना छोड़ देते हैं तो, जनरेट किया गया Kerberos SPN किसी भी स्थिति में पोर्ट को शामिल नहीं करेगा.
एकीकृत प्रमाणीकरण हेतु श्वेत-सूचीबद्ध किए जाने वाले सर्वर निर्दिष्ट करती है. एकीकृत प्रमाणीकरण केवल तभी सक्षम किया जाता है जब Google Chrome को किसी प्रॉक्सी से या अनुमत सूची में शामिल किसी सर्वर से प्रमाणीकरण की चुनौती प्राप्त होती है.
एकाधिक सर्वर नामों को अल्पविराम द्वारा अलग करें. वाइल्डकार्ड (*) की अनुमति है.
यदि आप इस नीति को सेट किए बिना छोड़ देते हैं तो Google Chrome यह पता लगाने का प्रयास करेगा कि क्या सर्वर इंट्रानेट पर है और केवल तभी वह IWA अनुरोधों को प्रतिसाद देगा. यदि कोई सर्वर इंटरनेट के रूप में पता लगाया जाता है तो उसके IWA अनुरोधों को Google Chrome द्वारा अनदेखा कर दिया जाएगा.
वैसे सर्वर जिनका प्रतिनिधि Google Chrome हो सकता है.
कॉमा के ज़रिए कई सर्वर नामों को अलग करती है. वाइल्डकार्ड (*) की अनुमति है.
अगर आप इस नीति को सेट किए बिना छोड़ देते हैं तो, Google Chrome उपयोगकर्ता क्रेडेंशियल नहीं सौंपेगा भले ही सर्वर की पहचान इंट्रानेट के रूप में की गई हो.
निर्दिष्ट करती है कि HTTP प्रमाणीकरण के लिए कौन सी GSSAPI लाइब्रेरी का उपयोग करना है. आप या तो केवल लाइब्रेरी का नाम या पूरा पथ सेट कर सकते हैं.
यदि कोई सेटिंग प्रदान नहीं की जाती है, तो Google Chrome किसी डिफ़ॉल्ट लाइब्रेरी नाम का ही उपयोग करेगा.
यह नीति 'पहचान करने वाले Android ऐप्लिकेशन' के ऐसे खातों का खाता प्रकार तय करती है जिन पर HTTP Negotiate की पहचान करने की सुविधा (जैसे कि Kerberos की पहचान करने की सुविधा) काम करती है. यह जानकारी 'पहचान करने वाले ऐप्लिकेशन' के सप्लायर की तरफ़ से उपलब्ध कराई जानी चाहिए. ज़्यादा जानकारी के लिए https://goo.gl/hajyfN देखें.
अगर कोई भी सेटिंग नहीं की जाती है तो, HTTP Negotiate Android पर पहचान करने की सुविधा को बंद कर दिया जाता है.
यह नियंत्रित करता है कि किसी पेज पर तृतीय-पक्ष उप-सामग्री को कोई HTTP मूल प्रमाणीकरण डॉयलॉग बॉक्स पॉप-अप करने की अनुमति है या नहीं. सामान्यत: यह फ़िशिंग से सुरक्षा के रूप में अक्षम होता है. यदि इस नीति को सेट नहीं किया जाता है, तो, यह अक्षम होती है और तृतीय-पक्ष उप-सामग्री को, HTTP मूल प्रमाणीकरण डॉयलॉग बॉक्स पॉप अप करने की अनुमति नहीं होगी.
यह नियंत्रित करती है कि NTLMv2 चालू है या नहीं.
Samba और Windows सर्वर के हाल के सभी वर्शन NTLMv2 पर काम करते हैं. इसे सिर्फ़ पहले के वर्शन से संगतता के लिए बंद किया जाना चाहिए और इससे प्रमाणीकरण की सुरक्षा कम हो जाती है.
अगर यह नीति सेट नहीं की गई है, तो डिफ़ॉल्ट सही होता है और NTLMv2 चालू होता है.
आपको यह तय करने की सुविधा देती है कि उपयोगकर्ता कौनसे एक्सटेंशन इंस्टॉल नहीं कर सकते हैं. अगर एक्सटेंशन प्रतिबंधित सूची में डाले गए हैं तो पहले से इंस्टॉल किए हुए एक्सटेंशन बंद कर दिए जाएंगे, साथ ही उपयोगकर्ताओं के पास उन्हें चालू करने का कोई तरीका नहीं होगा. प्रतिबंधित सूची में डाले गए किसी एक्सटेंशन को सूची से निकाल दिए जाने पर, वह अपने आप फिर से चालू हो जाएगा.
प्रतिबंधित सूची में '*' मान का मतलब है कि सभी एक्सटेंशन तब तक प्रतिबंधित सूची में रहेंगे जब तक कि उन्हें खास तौर पर प्रतिबंधित सूची से हटा नहीं दिया जाता.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है तो, उपयोगकर्ता Google Chrome में कोई भी एक्सटेंशन इंस्टॉल कर सकता है.
आपको यह तय करने की सुविधा देता है कि कौन से एक्सटेंशन प्रतिबंधित नहीं करने चाहिए.
* के प्रतिबंधित मान का अर्थ यह है कि सभी एक्सटेंशन प्रतिबंधित हैं और उपयोगकर्ता केवल मान्य सूची में दिए गए एक्सटेंशन ही इंस्टॉल कर सकते हैं.
सामान्य तौर पर, सभी एक्सटेंशन मान्य सूची में होते हैं, लेकिन अगर नीति के तहत सभी एक्सटेंशन को प्रतिबंधित किया जाता है, तो नीति को ओवरराइड करने के लिए मान्य सूची का उपयोग किया जा सकता है.
यह नीति ऐसे ऐप्लिकेशन और एक्सटेंशन की सूची तय करती है जिन्हें गुपचुप तरीके से, उपयोगकर्ता के इंटरैक्शन के बिना इंस्टॉल किया गया है और जिन्हें उपयोगकर्ता न तो अनइंस्टॉल कर सकता है, न ही वह उन्हें बंद कर सकता है. ऐप्लिकेशन/एक्सटेंशन की मांगी गई सभी अनुमतियां बगैर ज़्यादा सोचे-समझे, उपयोगकर्ता के इंटरैक्शन के बिना दे दी जाती हैं, जिनमें ऐप्लिकेशन/एक्सटेंशन के आगे आने वाले वर्शन की सभी अनुमतियां भी शामिल होती हैं. यही नहीं, अनुमतियां enterprise.deviceAttributes और enterprise.platformKeys enterprise.deviceAttributes and enterprise.platformKeys extension एक्सटेंशन API (एपीआई) के लिए दी जाती हैं. (ये दो API (एपीआई) उन ऐप्लिकेशन/एक्सटेंशन के लिए उपलब्ध नहीं होते जिन्हें उपयोगकर्ता अपनी मर्ज़ी से इंस्टॉल या अनइंस्टॉल कर सकते हैं.)
इस नीति को इससे बिल्कुल उलट हो सकने वाली ExtensionInstallBlacklist नीति के मुकाबले अहमियत दी जाती है. अगर इस सूची में से किसी ऐसे ऐप्लिकेशन या एक्सटेंशन को हटाया जाता है जिसे पहले जान-बूझकर इंस्टॉल किया गया था, तो उसे Google Chrome अपने आप अनइंस्टॉल कर देता है.
Windows के ऐसे इंस्टेंस के लिए जो किसी Microsoft® Active Directory® डोमेन में शामिल नहीं हैं, जान-बूझकर इंस्टॉल करने की यह सुविधा Chrome Web Store 'Chrome वेब स्टोर' की सूची में शामिल ऐप्लिकेशन और एक्सटेंशन तक सीमित है.
ध्यान रखें कि किसी भी एक्सटेंशन का सोर्स कोड 'डेवलपर टूल' के ज़रिए बदला जा सकता है (एक्सटेंशन को इस तरह से रेंडर करना जो उसे बेकार बना सकता है). अगर ऐसी चिंता हो तो, DeveloperToolsDisabled नीति सेट की जानी चाहिए.
नीति की सूची में शामिल हर आइटम एक ऐसी स्ट्रिंग है जिसमें सेमीकोलन (;) से अलग किया गया एक एक्सटेंशन आईडी और एक "अपडेट" यूआरएल होता है. एक्सटेंशन आईडी 32 अक्षरों वाली स्ट्रिंग होती है जो उदाहरण के लिए, डेवलपर मोड में होने पर chrome://extensions पर मिलती है. अगर बताया गया हो, तो "अपडेट" यूआरएल को https://developer.chrome.com/extensions/autoupdate में बताए अनुसार एक अपडेट मेनिफ़ेस्ट XML दस्तावेज़ पर खुलना चाहिए. डिफ़ॉल्ट रूप से, 'Chrome वेब स्टोर' के अपडेट यूआरएल (जो फ़िलहाल "https://clients2.google.com/service/update2/crx" है) का इस्तेमाल किया जाता है. ध्यान रखें कि इस नीति में सेट किए गए "अपडेट" यूआरएल का इस्तेमाल सिर्फ़ शुरुआती इंस्टॉलेशन के लिए किया जाता है; एक्सटेंशन के बाद के अपडेट, एक्सटेंशन के मेनिफ़ेस्ट में बताए गए अपडेट यूआरएल को लागू करते हैं. यह भी ध्यान रखें कि Google Chrome के वर्शन 67 समेत उस तक के वर्शन में "अपडेट" यूआरएल को साफ़ तौर पर बताना अनिवार्य था.
उदाहरण के लिए, gbchcmhmhahfdphkhkmpfmihenigjmpp;https://clients2.google.com/service/update2/crx सामान्य 'Chrome वेब स्टोर' "अपडेट" यूआरएल से Chrome Remote Desktop ऐप्लिकेशन इंस्टॉल करती है. एक्सटेंशन होस्ट करने के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, यहां देखें: https://developer.chrome.com/extensions/hosting.
अगर यह नीति सेट नहीं होती है, तो कोई भी ऐप्लिकेशन या एक्सटेंशन अपने आप इंस्टॉल नहीं होता और उपयोगकर्ता Google Chrome में किसी भी ऐप्लिकेशन या एक्सटेंशन को अनइंस्टॉल कर सकता है.
ध्यान रखें कि यह नीति 'गुप्त मोड' पर लागू नहीं होती है.
Google Play का उपयोग करके, Google Admin console की सहमति से Android ऐप्लिकेशन बलपूर्वक इंस्टॉल किए जा सकते हैं. वे इस नीति का उपयोग नहीं करते हैं.
Allows you to specify which URLs are allowed to install extensions, apps, and themes.
Starting in Google Chrome 21, it is more difficult to install extensions, apps, and user scripts from outside the Chrome Web Store. Previously, users could click on a link to a *.crx file, and Google Chrome would offer to install the file after a few warnings. After Google Chrome 21, such files must be downloaded and dragged onto the Google Chrome settings page. This setting allows specific URLs to have the old, easier installation flow.
Each item in this list is an extension-style match pattern (see https://developer.chrome.com/extensions/match_patterns). Users will be able to easily install items from any URL that matches an item in this list. Both the location of the *.crx file and the page where the download is started from (i.e. the referrer) must be allowed by these patterns.
ExtensionInstallBlacklist takes precedence over this policy. That is, an extension on the blacklist won't be installed, even if it happens from a site on this list.
यह नियंत्रित करती है कि किस तरह के ऐप्लिकेशन/एक्सटेंशन इंस्टॉल किए जा सकते हैं और रनटाइम एक्सेस को नियंत्रित करती है.
यह सेटिंग एक्सटेंशन/ऐप्लिकेशन के उन अनुमत प्रकारों को श्वेतसूची में डालती है जिन्हें Google Chrome में इंस्टॉल किया जा सकता है और वे कौन-कौन से होस्ट से इंटरैक्ट कर सकते हैं. मान, स्ट्रिंग की ऐसी सूची है, जिनमें से हर एक को: "एक्सटेंशन", "थीम", "user_script", "hosted_app", "legacy_packaged_app", "platform_app" होना चाहिए. इन प्रकारों पर अधिक जानकारी के लिए Google Chrome एक्सटेंशन दस्तावेज़ देखें.
ध्यान रखें कि यह नीति उन एक्सटेंशन और ऐप्लिकेशन को भी प्रभावित करती है जिन्हें ExtensionInstallForcelist के ज़रिए बलपूर्वक इंस्टॉल किया जाना है.
अगर यह सेटिंग कॉन्फ़िगर की गई है, तो जिन एक्सटेंशन/ऐप्लिकेशन का प्रकार सूची में नहीं है उन्हें इंस्टॉल नहीं किया जाएगा.
अगर यह सेटिंग कॉन्फ़िगर किए बिना छोड़ दी जाती है, तो स्वीकार्य एक्सटेंशन/ऐप्लिकेशन प्रकारों पर कोई भी प्रतिबंध लागू नहीं किया जाता.
Google Chrome के लिए एक्सटेंशन प्रबंधन सेटिंग काॅन्फ़िगर करती है.
यह नीति कई सेटिंग को नियंत्रित करती है, जिनमें किसी भी मौजूदा एक्सटेंशन से जुड़ी नीति से नियंत्रित सेटिंग शामिल होती हैं. अगर दोनों सेट हों तो यह नीति पहले से लागू किसी भी नीति को ओवरराइड कर देगी.
यह नीति अपने कॉन्फ़िगरेशन में एक एक्सटेंशन आईडी या एक अपडेट यूआरएल मैप करती है. एक्सटेंशन आईडी के साथ, कॉन्फ़िगरेशन सिर्फ़ तय किए गए एक्सटेंशन पर ही लागू किया जाएगा. विशेष आईडी "*", के लिए एक डिफ़ॉल्ट कॉन्फ़िगरेशन सेट किया जा सकता है, जो उन सभी एक्सटेंशन पर लागू हो जाएगा जिनके लिए इस नीति में कोई कस्टम कॉन्फ़िगरेशन सेट न किया गया हो. किसी अपडेट यूआरएल के साथ, कॉन्फ़िगरेशन सटीक अपडेट यूआरएल वाले सभी एक्सटेंशन पर लागू किया जाएगा जिसका इस एक्सटेंशन के मेनिफ़ेस्ट में उल्लेख किया गया है, जैसा कि https://developer.chrome.com/extensions/autoupdate में बताया गया है.
इस नीति की संभावित सेटिंग और स्ट्रक्चर की पूरी जानकारी के लिए कृपया https://www.chromium.org/administrators/policy-list-3/extension-settings-full पर जाएं
श्वेतसूची नियंत्रक जिसमें झटपट अनलॉक मोड को कॉन्फ़िगर करके उपयोगकर्ता, लॉक स्क्रीन अनलॉक करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.
यह मान कई स्ट्रिंग की एक सूची है; मान्य सूची एंट्रियां हैं: "सभी", "पिन", "फ़िंगरप्रिंट". सूची में "सभी" जोड़ने का मतलब है कि हर एक झटपट अनलॉक मोड उपयोगकर्ता के लिए उपलब्ध है, इसमें आने वाले समय में इस्तेमाल करने वाले भी शामिल हैं. नहीं तो, सूची में मौजूद झटपट अनलॉक मोड ही उपलब्ध होंगे.
उदाहरण के लिए, हर एक झटपट अनलॉक मोड को अनुमति देने के लिए, ["सभी"] का इस्तेमाल करें. सिर्फ़ पिन अनलॉक करने की अनुमति देने के लिए, ["पिन"] का इस्तेमाल करें. पिन और फ़िंगरप्रिंट की अनुमति देने के लिए, ["पिन", "फ़िंगरप्रिंट"] का इस्तेमाल करें. सभी झटपट अनलॉक मोड बंद करने के लिए, [] का इस्तेमाल करें.
डिफ़ॉल्ट रूप से, प्रबंधित डिवाइस के लिए कोई झटपट अनलॉक मोड उपलब्ध नहीं हैं.
यह सेटिंग नियंत्रित करती है कि 'तुरंत अनलॉक करें' सुविधा का उपयोग जारी रखने के लिए, लॉक स्क्रीन कितने समय में पासवर्ड डालने का अनुरोध करेगी. हर बार लॉक स्क्रीन दिखने पर, अगर पिछली बार डाले गए पासवर्ड का समय इस सेटिंग से ज़्यादा था तो, लॉक स्क्रीन पर 'तुरंत अनलॉक करें' सुविधा मौजूद नहीं होगी. अगर यह समय बीत जाने के बाद उपयोगकर्ता लॉक स्क्रीन पर बना रहता है तो, अगली बार गलत कोड डाले जाने पर या लॉक स्क्रीन पर फिर से जाने पर (जो भी पहले हो), पासवर्ड का अनुरोध किया जाएगा.
अगर यह सेटिंग कॉन्फ़िगर की जाती है तो, 'तुरंत अनलॉक करें' सुविधा का उपयोग करने वाले उपयोगकर्ताओं से, इस सेटिंग के आधार पर लॉक स्क्रीन पर अपना पासवर्ड डालने का अनुरोध किया जाएगा.
अगर यह सेटिंग कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है तो, 'तुरंत अनलॉक करें' का उपयोग करने वाले उपयोगकर्ताओं से हर दिन लॉक स्क्रीन पर अपना पासवर्ड डालने का अनुरोध किया जाएगा.
If the policy is set, the configured minimal PIN length is enforced. (The absolute minimum PIN length is 1; values less than 1 are treated as 1.)
If the policy is not set, a minimal PIN length of 6 digits is enforced. This is the recommended minimum.
If the policy is set, the configured maximal PIN length is enforced. A value of 0 or less means no maximum length; in that case the user may set a PIN as long as they want. If this setting is less than PinUnlockMinimumLength but greater than 0, the maximum length is the same as the minimum length.
If the policy is not set, no maximum length is enforced.
अगर यह गलत होता है, तो उपयोगकर्ता ऐसे पिन सेट नहीं कर पाएंगे, जो कमज़ोर होते हैं और जिनका आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है.
कमज़ोर पिन के कुछ उदाहरण: ऐसे पिन जिनमें केवल एक अंक होता है (1111), ऐसे पिन जो 1 से बढ़ते क्रम में होते हैं (1234), ऐसे पिन जो 1 तक घटते क्रम में होते हैं (4321) और ऐसे पिन जिनका सामान्य रूप से उपयोग किया जाता है.
अगर पिन कमज़ोर माना जाता है, तो डिफ़ॉल्ट रूप से उपयोगकर्ताओं को चेतावनी दिखाई देगी, न कि गड़बड़ी.
अगर सही हो तो, डिवाइस के लिए दूर से ही प्रमाणित करने की सुविधा की मंज़ूरी होती है और एक प्रमाणपत्र अपने आप जनरेट हो जाएगा और उसे 'डिवाइस प्रबंधन सर्वर' पर अपलोड कर दिया जाएगा.
अगर यह गलत पर सेट है या अगर सेट नहीं है तो, कोई प्रमाणपत्र जनरेट नहीं किया जाएगा और enterprise.platformKeys एक्सटेंशन API (एपीआई) पर कॉल नहीं किया जा सकेगा.
अगर यह नीति सही पर सेट हो तो, उपयोगकर्ता chrome.enterprise.platformKeys.challengeUserKey() का उपयोग करके Enterprise Platform Keys API के ज़रिए निजता CA में अपनी पहचान दूर से ही प्रमाणित करने के लिए Chrome डिवाइस पर हार्डवेयर का उपयोग कर सकता है.
अगर यह गलत पर सेट हो या सेट नहीं की गई हो तो, एपीआई को कॉल नहीं किए जा सकेंगे और एक गड़बड़ी कोड मिलेगा.
यह नीति उन एक्सटेंशन के बारे में बताती है जिन्हें दूर से ही प्रमाणित करने के लिए Enterprise Platform Keys API के फ़ंक्शन chrome.enterprise.platformKeys.challengeUserKey() का उपयोग करने की मंज़ूरी मिली हुई है. API (एपीआई) का उपयोग करने के लिए एक्सटेंशन इस सूची में ज़रूर जोड़े जाने चाहिए.
अगर कोई एक्सटेंशन सूची में नहीं होता है या सूची सेट नहीं की जाती है तो, API (एपीआई) को कॉल नहीं किया जा सकेगा और एक गड़बड़ी कोड मिलेगा.
Chrome OS डिवाइस, Chrome OS CA द्वारा जारी किया गया प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए दूरस्थ प्रमाणीकरण (सत्यापित एक्सेस) का उपयोग कर सकते हैं जो इस बात पर ज़ोर देता है कि डिवाइस संरक्षित सामग्री चलाने के योग्य है. इस प्रोसेस में Chrome OS CA को हार्डवेयर पृष्ठांकन जानकारी भेजना शामिल है जो डिवाइस की अद्वितीय रूप से पहचान करती है.
यदि यह सेटिंग गलत है, तो डिवाइस सामग्री संरक्षण के लिए दूरस्थ प्रमाणीकरण का उपयोग नहीं करेगा और डिवाइस संरक्षित सामग्री नहीं चला सकता.
यदि यह सेटिंग सही है, या यह सेट नहीं है, तो दूरस्थ सत्यापन का सामग्री संरक्षण के लिए उपयोग किया जा सकता है.
Configures the default New Tab page URL and prevents users from changing it.
The New Tab page is the page opened when new tabs are created (including the one opened in new windows).
This policy does not decide which pages are to be opened on start up. Those are controlled by the RestoreOnStartup policies. Yet this policy does affect the Home Page if that is set to open the New Tab page, as well as the startup page if that is set to open the New Tab page.
If the policy is not set or left empty the default new tab page is used.
This policy is not available on Windows instances that are not joined to a Microsoft® Active Directory® domain.
यह नीति नियंत्रित करती है कि किसी उपयोगकर्ता के लिए Google Chrome OS की नेटवर्क फ़ाइल शेयर करने की सुविधा की अनुमति है या नहीं.
जब यह नीति कॉन्फ़िगर नहीं होती या सही पर सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता नेटवर्क फ़ाइल शेयर करने की सुविधा का इस्तेमाल कर पाएंगे.
जब यह नीति गलत पर सेट होती है, तो उपयोगकर्ता नेटवर्क फ़ाइल शेयर करने की सुविधा का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
यह नीति नियंत्रित करती है कि Google Chrome OS के लिए नेटवर्क फ़ाइल शेयर सुविधा NetBIOS Name Query Request protocol को नेटवर्क पर होने वाले शेयरों को खोजने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं. जब यह नीति सही पर सेट की जाती है, तो शेयर खोज NetBIOS Name Query Request protocol प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करके नेटवर्क पर शेयरों को खोजेगी. जब यह नीति गलत पर सेट की जाती है, तो शेयर खोज NetBIOS Name Query Request protocol प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करके नेटवर्क पर शेयरों को नहीं खोजेगी. अगर नीति को सेट नहीं किया जाता है, तो एंटरप्राइज़-प्रबंधित उपयोगकर्ताओं के लिए डिफ़ॉल्ट बंद हो जाता है और गैर-प्रबंधित उपयोगकर्ताओं के लिए चालू रहता है.
यह नीति नियंत्रित करती है कि किसी एनटीएलएम प्रमाणीकरण के लिए Google Chrome OS की नेटवर्क फ़ाइल शेयर करने की सुविधा की अनुमति है या नहीं.
जब यह नीति 'सही' पर सेट की जाती है, तो ज़रूरत पड़ने पर एसएमबी शेयर के लिए एनटीएलएम प्रमाणीकरण का इस्तेमाल किया जाएगा. जब यह नीति 'गलत' पर सेट की जाती है, तो एसएमबी शेयर के लिए एनटीएलएम प्रमाणीकरण बंद कर दिया जाएगा.
अगर नीति को सेट नहीं किया जाता है, तो एंटरप्राइज़-प्रबंधित उपयोगकर्ताओं के लिए डिफ़ॉल्ट बंद हो जाता है और गैर-प्रबंधित उपयोगकर्ताओं के लिए चालू रहता है.
पहले से कॉन्फ़िगर किए गए नेटवर्क फ़ाइल शेयर की सूची दिखाती है. नीति में मौजूद हर एक सूची आइटम के साथ दो मेंबर हैं: "share_url" और "मोड". "share_url" शेयर का यूआरएल होना चाहिए और "मोड" को एक "drop_down" होना चाहिए जो यह दिखाए कि "share_url" को शेयर डिस्कवरी ड्रॉप डाउन में जोड़ा जाएगा.
If this policy is set to true, Accessibility options always appear in system tray menu.
If this policy is set to false, Accessibility options never appear in system tray menu.
If you set this policy, users cannot change or override it.
If this policy is left unset, Accessibility options will not appear in the system tray menu, but the user can cause the Accessibility options to appear via the Settings page.
'बड़े कर्सर की सुलभता सुविधा' चालू करें.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट है, तो बड़ा कर्सर हमेशा चालू रहेगा.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट है, तो बड़ा कर्सर हमेशा बंद रहेगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकते या ओवरराइड नहीं कर सकते.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो बड़ा कर्सर शुरू में बंद रहेगा लेकिन उपयोगकर्ता इसे कभी भी चालू कर सकता है.
'कंप्यूटर के बोलकर दिए जाने वाले जवाब' की सुलभता सुविधा चालू करें
अगर यह नीति 'सही' पर सेट है तो, 'कंप्यूटर के बोलकर दिए जाने वाले जवाब की सुविधा' हमेशा चालू रहेगी.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट है तो, 'कंप्यूटर के बोलकर दिए जाने वाले जवाब की सुविधा' हमेशा बंद रहेगी.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं तो, उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकते या ओवरराइड नहीं कर सकते.
अगर इस नीति को सेट नहीं किया जाता है तो, 'कंप्यूटर के बोलकर दिए जाने वाले जवाब की सुविधा' शुरू में बंद होती है लेकिन उपयोगकर्ता इसे किसी भी समय चालू कर सकता है.
'हाई कॉन्ट्रास्ट मोड' वाली सुलभता सुविधा चालू करें.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट है, तो 'हाई कॉन्ट्रास्ट मोड' हमेशा चालू रहेगा.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट है, तो 'हाई कॉन्ट्रास्ट मोड' हमेशा बंद रहेगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकते या ओवरराइड नहीं कर सकते.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो 'हाई कॉन्ट्रास्ट मोड' शुरू में बंद होता है लेकिन उपयोगकर्ता इसे किसी भी समय चालू कर सकता है.
'ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड सुलभता सुविधा' चालू करें.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट होती है, तो ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड हमेशा चालू रहेगा.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट होती है, तो ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड हमेशा बंद रहेगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता ना तो इसे बदल सकते हैं और ना ही रद्द कर सकते हैं.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो शुरुआत में ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड बंद रहेगा लेकिन उपयोगकर्ता उसे किसी भी समय चालू कर सकता है.
शीर्ष पंक्ति की कुंजियों का डिफ़ॉल्ट व्यवहार फ़ंक्शन कुंजियों में बदलती है.
यदि यह नीति सही पर सेट है, तो कीबोर्ड की कुंजियों की शीर्ष पंक्ति डिफ़ॉल्ट रूप से फ़ंक्शन कुंजी आदेश बनाएगी. खोज की के व्यवहार को वापस मीडिया कुंजियों में बदलने के लिए उसे दबाना होगा.
यदि यह नीति गलत पर सेट है या सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो कीबोर्ड डिफ़ॉल्ट रूप से मीडिया कुंजी आदेश बनाएगा और खोज की के रोके जाने पर फ़ंक्शन कुंजी आदेश बनाएगा.
If this policy is set, it controls the type of screen magnifier that is enabled. Setting the policy to "None" disables the screen magnifier.
If you set this policy, users cannot change or override it.
If this policy is left unset, the screen magnifier is disabled initially but can be enabled by the user anytime.
लॉग इन स्क्रीन पर बड़े कर्सर की उपलब्धता सुविधा की डिफ़ॉल्ट स्थिति तय करें.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट है, तो लॉग इन स्क्रीन के दिखाई देने पर बड़ा कर्सर चालू हो जाएगा.
अगर नीति 'गलत' पर सेट है, तो लॉग इन स्क्रीन के दिखाई देने पर बड़ा कर्सर बंद हो जाएगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता बड़े कर्सर को चालू या बंद करके इसे अस्थायी रूप से रद्द कर सकते हैं. हालांकि, उपयोगकर्ता की पसंद स्थायी नहीं होती है और लॉग इन स्क्रीन के फिर से दिखाई देने या उपयोगकर्ता जब लॉग इन स्क्रीन पर एक मिनट तक कोई गतिविधि नहीं करता, तो डिफ़ॉल्ट स्थिति लागू हो जाती है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो लॉग इन स्क्रीन के पहली बार दिखाई देने पर बड़ा कर्सर बंद हो जाता है. उपयोगकर्ता जब चाहें बड़े कर्सर को चालू या बंद कर सकते हैं और उपयोगकर्ताओं के बीच लॉग इन स्क्रीन पर इसकी स्थिति स्थायी हो जाती है.
लॉग इन स्क्रीन पर 'कंप्यूटर के बोलकर दिए जाने वाले जवाब' की सुलभता सुविधा को डिफ़ॉल्ट पर सेट करें.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट है, तो लॉग इन स्क्रीन के दिखाई देने पर 'कंप्यूटर के बोलकर दिए जाने वाले जवाब की सुविधा' को चालू कर दिया जाएगा.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट है, तो लॉग इन स्क्रीन के दिखाई देने पर 'कंप्यूटर के बोलकर दिए जाने वाले जवाब की सुविधा' को बंद कर दिया जाएगा.
अगर आप यह नीति सेट करते है, तो उपयोगकर्ता 'कंप्यूटर के बोलकर दिए जाने वाले जवाब की सुविधा' को चालू या बंद करके इसे कुछ समय के लिए रद्द कर सकते हैं. हालांकि, उपयोगकर्ता की पसंद हमेशा एक जैसी नहीं होती और हर बार नई लॉग इन स्क्रीन दिखाई देने पर या उपयोगकर्ता के लॉग इन स्क्रीन पर एक मिनट तक कोई गतिविधि न करने पर डिफ़ॉल्ट स्थिति बहाल हो जाती है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, पहली बार लॉग इन स्क्रीन दिखाई देने पर 'कंप्यूटर के बोलकर दिए जाने वाले जवाब की सुविधा' बंद होती है. उपयोगकर्ता इस सुविधा को किसी भी समय चालू या बंद कर सकते हैं और लॉग इन स्क्रीन पर उपयोगकर्ताओं के लिए यह स्थिति एक जैसी होती है.
लॉग इन स्क्रीन पर ज़्यादा कॉन्ट्रास्ट वाले मोड की उपलब्धता सुविधा की डिफ़ॉल्ट स्थिति तय करें.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट है, तो लॉग इन स्क्रीन के दिखाई देने पर ज़्यादा कॉन्ट्रास्ट वाला मोड चालू हो जाएगा.
अगर नीति 'गलत' पर सेट है, तो लॉग इन स्क्रीन के दिखाई देने पर ज़्यादा कॉन्ट्रास्ट वाला मोड बंद हो जाएगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता ज़्यादा कॉन्ट्रास्ट वाले मोड को चालू या बंद करके इसे अस्थायी रूप से रद्द कर सकते हैं. हालांकि, उपयोगकर्ता की पसंद स्थायी नहीं होती है और लॉग इन स्क्रीन के फिर से दिखाई देने या उपयोगकर्ता जब लॉग इन स्क्रीन पर एक मिनट तक कोई गतिविधि नहीं करता, तो डिफ़ॉल्ट स्थिति लागू हो जाती है.
अगर यह नीति जोड़े बिना छोड़ दी जाती है, तो लॉग इन स्क्रीन के पहली बार दिखाई देने पर ज़्यादा कॉन्ट्रास्ट वाला मोड बंद हो जाता है. उपयोगकर्ता जब चाहें ज़्यादा कॉन्ट्रास्ट वाला मोड चालू या बंद कर सकते हैं और उपयोगकर्ताओं के बीच लॉग इन स्क्रीन पर इसकी स्थिति स्थायी हो जाती है.
लॉग इन स्क्रीन पर 'ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड' की सुलभता सुविधा को डिफ़ॉल्ट पर सेट करें.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट की जाती है, तो लॉग इन स्क्रीन दिखाए जाने पर 'ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड' चालू हो जाएगा.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट की जाती है, तो लॉग इन स्क्रीन दिखाए जाने पर 'ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड' बंद हो जाएगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता 'ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड' को चालू या बंद करके इसे कुछ समय के लिए रद्द कर सकते हैं. हालांकि, उपयोगकर्ता की पसंद हमेशा एक जैसी नहीं होती और हर बार नई लॉग इन स्क्रीन दिखाई देने पर या उपयोगकर्ता के लॉग इन स्क्रीन पर एक मिनट तक कोई गतिविधि न करने पर डिफ़ॉल्ट स्थिति बहाल हो जाती है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, पहली बार लॉग इन स्क्रीन दिखाए जाने पर 'ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड' की सुविधा बंद होती है. उपयोगकर्ता इस सुविधा को किसी भी समय चालू या बंद कर सकते हैं और लॉग इन स्क्रीन पर उपयोगकर्ताओं के लिए यह स्थिति एक जैसी होती है.
स्क्रीन मैग्नफाइअर (स्क्रीन पर किसी चीज़ को बड़ा दिखाने वाला) का वह डिफ़ॉल्ट प्रकार सेट करें जिसे लॉग इन स्क्रीन पर चालू किया गया है.
अगर यह नीति सेट है, तो यह स्क्रीन मैग्नफाइअर के उस प्रकार को नियंत्रित करेगी जो लॉग इन स्क्रीन के दिखाई देने पर चालू होते हैं. अगर इस नीति के लिए "कुछ नहीं" चुना गया है, तो यह स्क्रीन मैग्नफाइअर को बंद करती है.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता स्क्रीन मैग्नफाइअर को चालू या बंद करके इसे अस्थायी रूप से रद्द कर सकते हैं. हालांकि, उपयोगकर्ता की पसंद स्थायी नहीं होती है और लॉग इन स्क्रीन के फिर से दिखाई देने या उपयोगकर्ता जब लॉग इन स्क्रीन पर एक मिनट तक कोई गतिविधि नहीं करता तो डिफ़ॉल्ट स्थिति लागू हो जाती है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो लॉग इन स्क्रीन के पहली बार दिखाई देने पर स्क्रीन मैग्नफाइअर बंद हो जाता है. उपयोगकर्ता जब चाहें स्क्रीन मैग्नफाइअर को चालू या बंद कर सकते हैं और उपयोगकर्ताओं के बीच लॉग इन स्क्रीन पर इसकी स्थिति स्थायी हो जाती है.
एसी पावर पर चलते समय उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता अगर कोई भी इनपुट नहीं देता है तो, उसके बाद स्क्रीन की रोशनी कम हो जाती है.
जब इस नीति को शून्य से ज़्यादा मान पर सेट किया जाता है तो, यह Google Chrome OS की ओर से स्क्रीन की रोशनी कम किए जाने से पहले की उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता.
जब इस नीति को शून्य पर सेट किया जाता है तो, उपयोगकर्ता की ओर से कोई गतिविधि नहीं करने के बावजूद Google Chrome OS स्क्रीन की रोशनी कम नहीं करता.
जब यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, एक डिफ़ॉल्ट समय सीमा का उपयोग किया जाता है.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए. मानों को, स्क्रीन बंद होने में देरी (अगर सेट हो) और कोई गतिविधि नहीं में देरी से कम या उसके बराबर पर रखा जाता है.
एसी पावर पर चलते समय उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता अगर कोई भी इनपुट नहीं देता है तो, उसके बाद स्क्रीन बंद हो जाती है.
जब इस नीति को शून्य से ज़्यादा मान पर सेट किया जाता है तो, यह Google Chrome OS की ओर से स्क्रीन बंद किए जाने से पहले की उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता.
जब इस नीति को शून्य पर सेट किया जाता है तो, उपयोगकर्ता की ओर से कोई गतिविधि नहीं करने के बावजूद Google Chrome OS स्क्रीन को बंद नहीं करता.
जब यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, एक डिफ़ॉल्ट समय सीमा का उपयोग किया जाता है.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए. मानों को, कोई गतिविधि नहीं में देरी से कम या उसके बराबर पर रखा जाता है.
एसी पावर पर चलते समय उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता अगर कोई भी इनपुट नहीं देता है तो, उसके बाद स्क्रीन बंद हो जाती है.
जब इस नीति को शून्य से ज़्यादा मान पर सेट किया जाता है तो, यह Google Chrome OS की ओर से स्क्रीन बंद किए जाने से पहले की उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता.
जब इस नीति को शून्य पर सेट किया जाता है तो, उपयोगकर्ता की ओर से कोई गतिविधि नहीं करने के बावजूद Google Chrome OS स्क्रीन को बंद नहीं करता.
जब यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, एक डिफ़ॉल्ट समय सीमा का उपयोग किया जाता है.
गतिविधि नहीं करने पर स्क्रीन को बंद करने का सुझाया गया तरीका यह है कि निलंबन पर स्क्रीन को बंद किया जाए और गतिविधि नहीं करने में देरी के बाद Google Chrome OS को निलंबित करने दिया जाए. इस नीति का उपयोग सिर्फ़ तभी किया जाना चाहिए जब स्क्रीन को बंद करना, निलंबन से काफ़ी समय पहले सामने आए या गतिविधि नहीं करने पर निलंबित किया जाना बिल्कुल भी ज़रूरी न हो.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए. मानों को, कोई गतिविधि नहीं में देरी से कम या उसके बराबर पर रखा जाता है.
एसी पावर पर चलते समय उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई इनपुट नहीं देता और जिसके बाद चेतावनी वाला संवाद दिखाया जाता है.
जब इस नीति को सेट किया जाता है तो, यह Google Chrome OS की ओर से कोई चेतावनी संवाद दिखाए जाने से पहले की उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता. इस चेतावनी संवाद में उपयोगकर्ता को बताया जाता है कि जल्द ही गतिविधि नहीं करने संबंधी कार्रवाई की जाएगी.
जब यह नीति सेट नहीं होती है तो, चेतावनी संबंधी कोई संवाद नहीं दिखाया जाता.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए. मानों को, कोई गतिविधि नहीं, में देरी से कम या उसके बराबर पर रखा जाता है.
एसी पावर पर चलते समय, यह नीति उस अवधि को तय करती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता के कोई भी इनपुट न देने के बाद 'उपयोग में नहीं' की कार्रवाई की जाती है.
जब नीति सेट की जाती है तो, वह उस अवधि को तय करती है, जिसके बाद Google Chrome OS 'उपयोग में नहीं' की कार्रवाई करता है. इसके लिए ज़रूरी है कि कम से कम इतनी अवधि तक उपयोगकर्ता कुछ भी न करे. इस कार्रवाई को अलग से कॉन्फ़िगर किया जा सकता है.
जब नीति सेट नहीं की जाती तो, एक डिफ़ॉल्ट अवधि का उपयोग किया जाता है.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए.
बैटरी पावर पर चलते समय उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता अगर कोई भी इनपुट नहीं देता है तो, उसके बाद स्क्रीन की रोशनी कम हो जाती है.
जब इस नीति को शून्य से ज़्यादा मान पर सेट किया जाता है तो, यह Google Chrome OS की ओर से स्क्रीन की रोशनी कम किए जाने से पहले की उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता.
जब इस नीति को शून्य पर सेट किया जाता है तो, उपयोगकर्ता की ओर से कोई गतिविधि नहीं करने के बावजूद Google Chrome OS स्क्रीन की रोशनी कम नहीं करता.
जब यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, एक डिफ़ॉल्ट समय सीमा का उपयोग किया जाता है.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए. मानों को, स्क्रीन बंद होने में देरी (अगर सेट हो) और कोई गतिविधि नहीं में देरी से कम या उसके बराबर पर रखा जाता है.
बैटरी पावर पर चलते समय उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता अगर कोई भी इनपुट नहीं देता है तो, उसके बाद स्क्रीन बंद हो जाती है.
जब इस नीति को शून्य से ज़्यादा मान पर सेट किया जाता है तो, यह Google Chrome OS की ओर से स्क्रीन बंद किए जाने से पहले की उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता.
जब इस नीति को शून्य पर सेट किया जाता है तो, उपयोगकर्ता की ओर से कोई गतिविधि नहीं करने के बावजूद Google Chrome OS स्क्रीन को बंद नहीं करता.
जब यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, एक डिफ़ॉल्ट समय सीमा का उपयोग किया जाता है.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए. मानों को, कोई गतिविधि नहीं में देरी से कम या उसके बराबर पर रखा जाता है.
बैटरी पावर पर चलते समय उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता अगर कोई भी इनपुट नहीं देता है तो, उसके बाद स्क्रीन बंद हो जाती है.
जब इस नीति को शून्य से ज़्यादा मान पर सेट किया जाता है तो, यह Google Chrome OS की ओर से स्क्रीन बंद किए जाने से पहले की उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता.
जब इस नीति को शून्य पर सेट किया जाता है तो, उपयोगकर्ता की ओर से कोई गतिविधि नहीं करने के बावजूद Google Chrome OS स्क्रीन को बंद नहीं करता.
जब यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, एक डिफ़ॉल्ट समय सीमा का उपयोग किया जाता है.
गतिविधि नहीं करने पर स्क्रीन को बंद करने का सुझाया गया तरीका यह है कि निलंबन पर स्क्रीन को बंद किया जाए और गतिविधि नहीं करने में देरी के बाद Google Chrome OS को निलंबित करने दिया जाए. इस नीति का उपयोग सिर्फ़ तभी किया जाना चाहिए जब स्क्रीन को बंद करना, निलंबन से काफ़ी समय पहले सामने आए या गतिविधि नहीं करने पर निलंबित किया जाना बिल्कुल भी ज़रूरी न हो.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए. मानों को, कोई गतिविधि नहीं में देरी से कम या उसके बराबर पर रखा जाता है.
बैटरी पावर पर चलते समय उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई इनपुट नहीं देता और जिसके बाद चेतावनी वाला संवाद दिखाया जाता है.
जब इस नीति को सेट किया जाता है तो, यह Google Chrome OS की ओर से कोई चेतावनी संवाद दिखाए जाने से पहले की उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता. इस चेतावनी संवाद में उपयोगकर्ता को बताया जाता है कि जल्द ही गतिविधि नहीं करने संबंधी कार्रवाई की जाएगी.
जब यह नीति सेट नहीं होती है तो, चेतावनी संबंधी कोई संवाद नहीं दिखाया जाता.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए. मानों को, कोई गतिविधि नहीं में देरी से कम या उसके बराबर पर रखा जाता है.
बैटरी पावर पर चलते समय, यह नीति उस अवधि को तय करती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता के कोई भी इनपुट न देने के बाद 'उपयोग में नहीं' की कार्रवाई की जाती है.
जब नीति सेट की जाती है तो, वह उस अवधि को तय करती है, जिसके बाद Google Chrome OS 'उपयोग में नहीं' की कार्रवाई करता है. इसके लिए ज़रूरी है कि कम से कम इतनी अवधि तक उपयोगकर्ता कुछ भी न करे. इस कार्रवाई को अलग से कॉन्फ़िगर किया जा सकता है.
जब नीति सेट नहीं की जाती तो, एक डिफ़ॉल्ट अवधि का उपयोग किया जाता है.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए.
Note that this policy is deprecated and will be removed in the future.
This policy provides a fallback value for the more-specific IdleActionAC and IdleActionBattery policies. If this policy is set, its value gets used if the respective more-specific policy is not set.
When this policy is unset, behavior of the more-specific policies remains unaffected.
When this policy is set, it specifies the action that Google Chrome OS takes when the user remains idle for the length of time given by the idle delay, which can be configured separately.
When this policy is unset, the default action is taken, which is suspend.
If the action is suspend, Google Chrome OS can separately be configured to either lock or not lock the screen before suspending.
When this policy is set, it specifies the action that Google Chrome OS takes when the user remains idle for the length of time given by the idle delay, which can be configured separately.
When this policy is unset, the default action is taken, which is suspend.
If the action is suspend, Google Chrome OS can separately be configured to either lock or not lock the screen before suspending.
When this policy is set, it specifies the action that Google Chrome OS takes when the user closes the device's lid.
When this policy is unset, the default action is taken, which is suspend.
If the action is suspend, Google Chrome OS can separately be configured to either lock or not lock the screen before suspending.
If this policy is set to True or is unset, the user is not considered to be idle while audio is playing. This prevents the idle timeout from being reached and the idle action from being taken. However, screen dimming, screen off and screen lock will be performed after the configured timeouts, irrespective of audio activity.
If this policy is set to False, audio activity does not prevent the user from being considered idle.
If this policy is set to True or is unset, the user is not considered to be idle while video is playing. This prevents the idle delay, screen dim delay, screen off delay and screen lock delay from being reached and the corresponding actions from being taken.
If this policy is set to False, video activity does not prevent the user from being considered idle.
Android ऐप्लिकेशन में वीडियो चलाने पर ध्यान नहीं दिया जाता है, भले ही यह नीति True पर सेट हो.
डिवाइस के प्रस्तुतिकरण मोड में होने पर मंद स्क्रीन विलंब को मापे जाने का प्रतिशत निर्दिष्ट करती है.
यदि यह नीति सेट है, तो डिवाइस के प्रस्तुतिकरण मोड में होने पर मंद स्क्रीन विलंब को मापे जाने का प्रतिशत निर्दिष्ट करती है. जब मंद स्क्रीन विलंब मापा जाता है, तब बंद स्क्रीन, स्क्रीन लॉक और प्रयोग में नहीं विलंब, मंद स्क्रीन विलंब से वही समान दूरी बनाए रखने के लिए एडजस्ट किए जाते हैं जो मूल रूप से कॉन्फ़िगर की गई है.
यदि यह नीति सेट नहीं है, तो डिफ़ॉल्ट मापन कारक का उपयोग किया जाता है.
मापन कारक 100% या अधिक होना चाहिए. प्रस्तुतिकरण मोड में स्क्रीन को मंद विलंब बनाने वाले मान नियमित स्क्रीन मंद विलंब से कम अनुमत नहीं हैं.
साफ़ तौर पर बताया जाता है कि स्क्रीन को जगाने वाले लॉक (सक्रियता लॉक) की अनुमति है या नहीं. स्क्रीन को जगाने वाले लॉक का अनुरोध एक्सटेंशन से किया जा सकता है जो पावर प्रबंधन एक्सटेंशन API (एपीआई) और एआरसी के ज़रिए होता है.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट की जाती है या सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो स्क्रीन को जगाने वाले लॉक पावर प्रबंधन में काम करेंगे.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट की जाती है तो स्क्रीन को जगाने वाले लॉक के अनुरोधों को अनदेखा कर दिया जाएगा.
साफ़ तौर पर बताया जाता है कि स्क्रीन को जगाने वाले लॉक (सक्रियता लॉक) की अनुमति है या नहीं. स्क्रीन को जगाने वाले लॉक का अनुरोध एक्सटेंशन से किया जा सकता है जो पावर प्रबंधन एक्सटेंशन API (एपीआई) और एआरसी के ज़रिए होता है.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट की जाती है या सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो स्क्रीन को जगाने वाले लॉक पावर प्रबंधन में काम करेंगे, जब तक कि आप 'स्क्रीन को जगाने वाले लॉक को मंज़ूरी दें', को गलत पर सेट नहीं करते .
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट की जाती है, तो स्क्रीन को जगाने वाले लॉक अनुरोधों को सिस्टम को जगाने वाले लॉक अनुरोधों में तब्दील कर दिया जाएगा.
स्क्रीन की रोशनी कम होने या स्क्रीन बंद हो जाने के तुरंत बाद उपयोगकर्ता की किसी गतिविधि का पता चलने पर, यह नीति, स्क्रीन की रोशनी कितनी देर में कम हो, इस समय को स्केल करने (घटाने या बढ़ाने) का प्रतिशत तय करती है.
अगर यह नीति सेट हो तो, स्क्रीन की रोशनी कम होने या स्क्रीन बंद हो जाने के तुरंत बाद उपयोगकर्ता की किसी गतिविधि का पता चलने पर, स्क्रीन की रोशनी कितनी देर में कम हो, इस समय को घटाने या बढ़ाने का प्रतिशत तय करती है. जब इस समय को कम या ज़्यादा किया जाता है तो, बंद स्क्रीन, स्क्रीन लॉक और 'उपयोग में नहीं' की स्थिति में पहुंचने में लगने वाले समय को एडजस्ट किया जाता है. इसे ऐसे एडजस्ट किया जाता है कि इस समय और स्क्रीन की रोशनी कम होने में लगने वाले समय के बीच वही समान दूरी बनी रहे जो मूल रूप से कॉन्फ़िगर की गई है.
अगर नीति सेट नहीं हो तो, 'डिफ़ॉल्ट स्केल फ़ैक्टर' का उपयोग किया जाता है.
'स्केल फ़ैक्टर' 100% या ज़्यादा होना चाहिए.
यह तय करती है कि क्या पावर प्रबंधन में देरी और सत्र की समय सीमा, सिर्फ़ किसी सत्र में पहले उपयोगकर्ता की गतिविधि का पता लगाने के बाद ही शुरू हो या नहीं.
अगर यह नीति सही पर सेट की जाती है तो, पावर प्रबंधन में देरी और सत्र की समय सीमा तब तक शुरू नहीं होती जब तक कि किसी सत्र में पहले उपयोगकर्ता की गतिविधि का पता नहीं चल जाता.
अगर यह नीति गलत पर सेट हो या बिना सेट किए हुए छोड़ दी जाए तो, पावर प्रबंधन में देरी और सत्र की समय सीमा, सत्र के शुरू होते ही काम करना चालू कर देती हैं.
This policy controls multiple settings for the power management strategy when the user becomes idle.
There are four types of action: * The screen will be dimmed if the user remains idle for the time specified by |ScreenDim|. * The screen will be turned off if the user remains idle for the time specified by |ScreenOff|. * A warning dialog will be shown if the user remains idle for the time specified by |IdleWarning|, telling the user that the idle action is about to be taken. * The action specified by |IdleAction| will be taken if the user remains idle for the time specified by |Idle|.
For each of above actions, the delay should be specified in milliseconds, and needs to be set to a value greater than zero to trigger the corresponding action. In case the delay is set to zero, Google Chrome OS will not take the corresponding action.
For each of the above delays, when the length of time is unset, a default value will be used.
Note that |ScreenDim| values will be clamped to be less than or equal to |ScreenOff|, |ScreenOff| and |IdleWarning| will be clamped to be less than or equal to |Idle|.
|IdleAction| can be one of four possible actions: * |Suspend| * |Logout| * |Shutdown| * |DoNothing|
When the |IdleAction| is unset, the default action is taken, which is suspend.
There are also separate settings for AC power and battery.
एसी पावर या बैटरी पर चलते समय उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता अगर कोई भी इनपुट नहीं देता है तो, उसके बाद स्क्रीन बंद हो जाती है.
जब इस नीति को शून्य से ज़्यादा मान पर सेट किया जाता है तो, यह Google Chrome OS की ओर से स्क्रीन बंद किए जाने से पहले की उस समय सीमा के बारे में बताती है, जितनी देर तक उपयोगकर्ता कोई गतिविधि नहीं करता.
जब इस नीति को शून्य पर सेट किया जाता है तो, उपयोगकर्ता की ओर से कोई गतिविधि नहीं करने के बावजूद Google Chrome OS स्क्रीन को बंद नहीं करता.
जब यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, एक डिफ़ॉल्ट समय सीमा का उपयोग किया जाता है.
गतिविधि नहीं करने पर स्क्रीन को बंद करने का सुझाया गया तरीका यह है कि निलंबन पर स्क्रीन को बंद किया जाए और गतिविधि नहीं करने में देरी के बाद Google Chrome OS को निलंबित करने दिया जाए. इस नीति का उपयोग सिर्फ़ तभी किया जाना चाहिए जब स्क्रीन को बंद करना, निलंबन से काफ़ी समय पहले सामने आए या गतिविधि नहीं करने पर निलंबित किया जाना बिल्कुल भी ज़रूरी न हो.
नीति का मान मिलीसेकंड में तय किया जाना चाहिए. मानों को, कोई गतिविधि नहीं में देरी से कम या उसके बराबर पर रखा जाता है.
यह बताती है कि 'स्मार्ट डिम मॉडल' को रोशनी कम हो जाने तक समय बढ़ाने की मंज़ूरी है या नहीं.
जब स्क्रीन की रोशनी कम होने ही वाली होती है, तब 'स्मार्ट डिम मॉडल' इस बात का पता लगाता है कि क्या स्क्रीन की रोशनी कम करने को टाला जाना चाहिए. अगर 'स्मार्ट डिम मॉडल' स्क्रीन की रोशनी कम करने को टाल देता है, तो वह स्क्रीन की रोशनी कम होने तक के समय में बढ़ोतरी कर देता है. इस मामले में, स्क्रीन बंद होने, स्क्रीन लॉक होने और स्क्रीन का इस्तेमाल न होने के विलंब एडजस्ट हो जाते हैं, जिससे स्क्रीन की रोशनी कम होने के विलंब का वही अंतर बनाए रखा जा सके जैसा मूल रूप से कॉन्फ़िगर किया गया है. अगर यह नीति सही पर सेट की जाती है या सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो 'स्मार्ट डिम मॉडल' चालू कर दिया जाएगा और उसे स्क्रीन की रोशनी कम होने तक के समय में बढ़ोतरी करने की मंज़ूरी होगी. अगर यह नीति गलत पर सेट की जाती है, तो 'स्मार्ट डिम मॉडल' का स्क्रीन की रोशनी कम होने पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
स्क्रीन चमक प्रतिशत तय करता है. जब यह नीति सेट की जाती है, तो शुरुआत में, स्क्रीन चमक को नीति मान के हिसाब से सिंक किया जाता है, लेकिन इस्तेमाल करने वाला इसे बाद में बदल सकता है. ऑटो-चमक सुविधाएं चालू नहीं हैं. जब यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो उपयोगकर्ता स्क्रीन नियंत्रण और ऑटो-चमक सुविधाओं पर इसका कोई असर नहीं होता. नीति मानों को 0-100 की बीच में ही सेट किया जाना चाहिए.
If this setting is enabled, users can have Google Chrome memorize passwords and provide them automatically the next time they log in to a site.
If this settings is disabled, users cannot save new passwords but they may still use passwords that have been saved previously.
If this policy is enabled or disabled, users cannot change or override it in Google Chrome. If this policy is unset, password saving is allowed (but can be turned off by the user).
इस नीति का Android ऐप्लिकेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
Google Chrome जिस प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करता है, यह नीति उसे तय करने की सुविधा देती और उपयोगकर्ताओं को प्रॉक्सी सेटिंग बदलने से रोकती है.
अगर आप प्रॉक्सी सेटिंग का 'कभी भी उपयोग नहीं करना' और हमेशा सीधे कनेक्ट करना चुनते हैं तो, सभी अन्य विकल्पों को अनदेखा किया जाता है.
अगर आप सिस्टम प्रॉक्सी सेटिंग का उपयोग करना चुनते हैं तो, सभी अन्य विकल्पों को अनदेखा किया जाता है.
अगर आप प्रॉक्सी सर्वर को अपने आप पहचानना चुनते हैं तो, अन्य सभी विकल्पों को अनदेखा किया जाता है.
अगर आप पहले से तय सर्वर प्रॉक्सी मोड चुनते हैं तो, आप 'प्रॉक्सी सर्वर का पता या यूआरएल' और 'प्रॉक्सी को अनदेखा करने के नियमों की कॉमा-सेपरेटेड लिस्ट' में और ज़्यादा विकल्प तय कर सकते हैं. ARC-ऐप्लिकेशन के लिए सिर्फ़ सबसे ज़्यादा प्राथमिकता वाला एचटीटीपी प्रॉक्सी सर्वर उपलब्ध है.
अगर आप .pac प्रॉक्सी स्क्रिप्ट का उपयोग करना चुनते हैं तो, आपको 'प्रॉक्सी .pac फ़ाइल के यूआरएल' में स्क्रिप्ट का यूआरएल तय करना होगा.
ज़्यादा जानकारी वाले उदाहरणों के लिए यहां जाएं: https://www.chromium.org/developers/design-documents/network-settings#TOC-Command-line-options-for-proxy-sett.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं तो, Google Chrome और ARC-ऐप्लिकेशन, कमांड लाइन से तय किए गए प्रॉक्सी से जुड़े सभी विकल्पों को अनदेखा करते हैं.
इन नीतियों सेट नहीं करने से उपयोगकर्ताओं को खुद प्रॉक्सी सेटिंग चुनने की अनुमति मिल जाती है.
आप Android ऐप्लिकेशन को किसी प्रॉक्सी का उपयोग करने के लिए बाध्य नहीं कर सकते हैं. Android ऐप्लिकेशन को प्रॉक्सी सेटिंग का एक सबसेट दिया जाता है, जिसका वे अपनी मर्ज़ी से इस्तेमाल करना चुन सकते हैं:
अगर आप प्रॉक्सी सर्वर का कभी भी उपयोग ना करना चुनते हैं तो, Android ऐप्लिकेशन को इस बात की जानकारी दी जाती है कि कोई प्रॉक्सी कॉन्फ़िगर नहीं किया गया है.
अगर आप सिस्टम प्रॉक्सी सेटिंग का उपयोग करना या निश्चित सर्वर प्रॉक्सी चुनते हैं तो, Android ऐप्लिकेशन को http प्रॉक्सी सर्वर का पता और पोर्ट उपलब्ध कराया जाता है.
अगर आप प्रॉक्सी सर्वर का अपने आप पता लगाना चुनते हैं तो, Android ऐप्लिकेशन को स्क्रिप्ट URL "http://wpad/wpad.dat" उपलब्ध कराया जाता है. प्रॉक्सी को अपने आप पहचानने वाले प्रोटोकॉल के अन्य किसी भी हिस्से का उपयोग नहीं किया जाता है.
अगर आप .pac प्रॉक्सी स्क्रिप्ट का उपयोग करना चुनते हैं तो, Android ऐप्लिकेशन को स्क्रिप्ट URL उपलब्ध कराया जाता है.
यह नीति हटा दी गई है, इसके बजाय ProxyMode का उपयोग करें.
Google Chrome जिसका उपयोग करता है, यह नीति आपको वह प्रॉक्सी सर्वर तय करने देती है और उपयोगकर्ताओं को प्रॉक्सी सेटिंग बदलने से रोकती है.
अगर आप प्रॉक्सी सेटिंग का 'कभी भी उपयोग नहीं करना' और हमेशा सीधे कनेक्ट करना चुनते हैं तो, सभी अन्य विकल्पों को अनदेखा किया जाता है.
अगर आप सिस्टम प्रॉक्सी सेटिंग का उपयोग करना या 'प्रॉक्सी सर्वर का अपने आप पता लगना' चुनते हैं तो, सभी अन्य विकल्पों को अनदेखा किया जाता है.
अगर आप मैन्युअल प्रॉक्सी सेटिंग चालू करते हैं तो, आप 'प्रॉक्सी सर्वर का पता या यूआरएल', 'किसी प्रॉक्सी .pac फ़ाइल का यूआरएल' और 'प्रॉक्सी को अनदेखा करने के नियमों की कॉमा-सेपरेटेड लिस्ट' में आगे के विकल्प तय कर सकते हैं. ARC-ऐप्लिकेशन के लिए सिर्फ़ सर्वोच्च प्राथमिकता वाला एचटीटीपी प्रॉक्सी सर्वर उपलब्ध है.
ज़्यादा जानकारी वाले उदाहरणों के लिए यहां जाएं: https://www.chromium.org/developers/design-documents/network-settings#TOC-Command-line-options-for-proxy-sett.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं तो, Google Chrome और ARC-ऐप्लिकेशन, कमांड लाइन से तय किए गए प्रॉक्सी से जुड़े सभी विकल्पों को अनदेखा करते हैं.
इन नीतियों सेट नहीं करने से उपयोगकर्ताओं को खुद प्रॉक्सी सेटिंग चुनने की अनुमति मिल जाती है.
You cannot force Android apps to use a proxy. A subset of proxy settings is made available to Android apps, which they may voluntarily choose to honor. See the ProxyMode policy for more details.
आप यहां प्रॉक्सी सर्वर का यूआरएल तय कर सकते हैं.
यह नीति सिर्फ़ तब काम करती है जब आपने 'प्रॉक्सी सर्वर की सेटिंग तय करने का तरीका चुनें' में मैन्युअल प्रॉक्सी सेटिंग चुनी हों.
अगर आपने प्रॉक्सी नीतियां सेट करने के लिए किसी अन्य मोड को चुना हो तो, आपको यह नीति सेट किए बिना छोड़ देनी चाहिए.
और विकल्पों और ज़्यादा जानकारी वाले उदारहणों के लिए यहां जाएं: https://www.chromium.org/developers/design-documents/network-settings#TOC-Command-line-options-for-proxy-sett.
You cannot force Android apps to use a proxy. A subset of proxy settings is made available to Android apps, which they may voluntarily choose to honor. See the ProxyMode policy for more details.
आप यहां प्रॉक्सी .pac फ़ाइल का कोई यूआरएल तय कर सकते हैं.
यह नीति सिर्फ़ तब काम करती है जब आपने 'प्रॉक्सी सर्वर की सेटिंग तय करने का तरीका चुनें' में मैन्युअल प्रॉक्सी सेटिंग चुनी हों.
अगर आपने प्रॉक्सी नीतियां सेट करने के लिए किसी अन्य मोड को चुना हो तो, आपको यह नीति सेट किए बिना छोड़ देनी चाहिए.
ज़्यादा जानकारी वाले उदारहणों के लिए यहां जाएं: https://www.chromium.org/developers/design-documents/network-settings#TOC-Command-line-options-for-proxy-sett.
You cannot force Android apps to use a proxy. A subset of proxy settings is made available to Android apps, which they may voluntarily choose to honor. See the ProxyMode policy for more details.
Google Chrome यहां दी गई होस्ट की सूची के किसी भी प्रॉक्सी को अनदेखा कर देगा.
यह नीति सिर्फ़ तब काम करती है जब आपने 'प्रॉक्सी सर्वर की सेटिंग तय करने का तरीका चुनें' में मैन्युअल प्रॉक्सी सेटिंग चुनी हों.
अगर आपने प्रॉक्सी नीतियां सेट करने के लिए किसी अन्य मोड को चुना हो तो, आपको यह नीति सेट किए बिना छोड़ देनी चाहिए.
ज़्यादा जानकारी वाले उदारहणों के लिए यहां जाएं: https://www.chromium.org/developers/design-documents/network-settings#TOC-Command-line-options-for-proxy-sett.
You cannot force Android apps to use a proxy. A subset of proxy settings is made available to Android apps, which they may voluntarily choose to honor. See the ProxyMode policy for more details.
Configures the default home page URL in Google Chrome and prevents users from changing it.
The home page is the page opened by the Home button. The pages that open on startup are controlled by the RestoreOnStartup policies.
The home page type can either be set to a URL you specify here or set to the New Tab Page. If you select the New Tab Page, then this policy does not take effect.
If you enable this setting, users cannot change their home page URL in Google Chrome, but they can still choose the New Tab Page as their home page.
Leaving this policy not set will allow the user to choose their home page on their own if HomepageIsNewTabPage is not set too.
This policy is not available on Windows instances that are not joined to a Microsoft® Active Directory® domain.
Configures the type of the default home page in Google Chrome and prevents users from changing home page preferences. The home page can either be set to a URL you specify or set to the New Tab Page.
If you enable this setting, the New Tab Page is always used for the home page, and the home page URL location is ignored.
If you disable this setting, the user's homepage will never be the New Tab Page, unless its URL is set to 'chrome://newtab'.
If you enable or disable this setting, users cannot change their homepage type in Google Chrome.
Leaving this policy not set will allow the user to choose whether the new tab page is their home page on their own.
This policy is not available on Windows instances that are not joined to a Microsoft® Active Directory® domain.
This policy is deprecated. Please use RemoteAccessHostClientDomainList instead.
Configures the required client domain names that will be imposed on remote access clients and prevents users from changing it.
If this setting is enabled, then only clients from one of the specified domains can connect to the host.
If this setting is disabled or not set, then the default policy for the connection type is applied. For remote assistance, this allows clients from any domain to connect to the host; for anytime remote access, only the host owner can connect.
This setting will override RemoteAccessHostClientDomain, if present.
See also RemoteAccessHostDomainList.
जब रिमोट क्लाइंट इस मशीन से कनेक्शन स्थापित करने का प्रयास कर रहे हों तब STUN सर्वरों का उपयोग सक्षम करती है.
यदि यह सेटिंग सक्षम हो, तो फिर रिमोट क्लाइंट इस मशीन को खोज सकते हैं और इससे कनेक्ट हो सकते हैं भले ही उन्हें किसी फ़ायरवॉल द्वारा अलग किया गया हो.
यदि यह सेटिंग अक्षम हो और फ़ायरवॉल द्वारा आउटगोइंग UDP कनेक्शन फ़िल्टर किए गए हों, तो यह मशीन केवल स्थानीय नेटवर्क के अंदर वाली क्लाइंट मशीनों के कनेक्शन की ही अनुमति देगी.
यदि इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो सेटिंग सक्षम हो जाएगी.
This policy is deprecated. Please use RemoteAccessHostDomainList instead.
Configures the required host domain names that will be imposed on remote access hosts and prevents users from changing it.
If this setting is enabled, then hosts can be shared only using accounts registered on one of the specified domain names.
If this setting is disabled or not set, then hosts can be shared using any account.
This setting will override RemoteAccessHostDomain, if present.
See also RemoteAccessHostClientDomainList.
उस TalkGadget के प्रारंभिक भाग को कॉन्फ़िगर करती है, जिसे दूरस्थ पहुंच होस्ट द्वारा उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ताओं को इसे बदलने से रोकती है.
यदि निर्दिष्ट है, तो इसे प्रारंभिक भाग के आधार TalkGadget नाम में TalkGadget के लिए एक पूर्ण डोमेन नाम बनाने के लिए जोड़ा गया है. आधार TalkGadget डोमेन नाम '.talkgadget.google.com' है.
यदि यह सेटिंग अक्षम है, तो फिर TalkGadget पर पहुंचने के दौरान होस्ट डिफ़ॉल्ट डोमेन नाम के बजाय कस्टम डोमेन नाम का उपयोग किया जाएगा.
यदि यह सेटिंग अक्षम है या सेट नहीं है, तो फिर सभी उपयोगकर्ताओं के लिए डिफ़ॉल्ट TalkGadget डोमेन नाम ('chromoting-host.talkgadget.google.com') का उपयोग किया जाएगा.
दूरस्थ पहुंच क्लाइंट इस नीति सेटिंग द्वारा प्रभावित नहीं हैं. TalkGadget पर पहुंचने के लिए वे हमेशा 'chromoting-client.talkgadget.google.com' का उपयोग करेंगे.
कनेक्शन के चलते रहने पर दूरस्थ पहुंच होस्ट की करटेनिंग सक्षम करता है.
यदि यह सेटिंग सक्षम हो, तो फिर होस्ट के भौतिक इनपुट और आउटपुट डिवाइस अक्षम कर दिए जाते हैं, जबकि एक दूरस्थ कनेक्शन चल रहा होता है.
यदि यह सेटिंग अक्षम हो या सेट नहीं हो, तो फिर स्थानीय और दूरस्थ दोनों उपयोगकर्ता होस्ट के शेयर किए जाते समय उससे सहभागिता कर सकते हैं.
यदि यह सेटिंग सक्षम की गई है या कॉन्फ़िगर नहीं की गई है, तो उपयोगकर्ता प्रत्येक बार PIN डालने की आवश्यकता को समाप्त करते हुए, कनेक्शन के समय क्लाइंट और होस्ट को युग्मित करना चुन सकते हैं.
यदि यह सेटिंग अक्षम की गई हो, तो यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी.
यदि यह सेटिंग सक्षम है, तब gnubby प्रमाणन अनुरोध पूरे दूरस्थ होस्ट कनेक्शन पर प्रॉक्सी किया जाएगा.
यदि यह सेटिंग अक्षम है या कॉन्फ़िगर नहीं है, तो gnubby प्रमाणन अनुरोध प्रॉक्सी नहीं किए जाएंगे.
Enables usage of relay servers when remote clients are trying to establish a connection to this machine.
If this setting is enabled, then remote clients can use relay servers to connect to this machine when a direct connection is not available (e.g. due to firewall restrictions).
Note that if the policy RemoteAccessHostFirewallTraversal is disabled, this policy will be ignored.
If this policy is left not set the setting will be enabled.
Restricts the UDP port range used by the remote access host in this machine.
If this policy is left not set, or if it is set to an empty string, the remote access host will be allowed to use any available port, unless the policy RemoteAccessHostFirewallTraversal is disabled, in which case the remote access host will use UDP ports in the 12400-12409 range.
If this setting is enabled, then the remote access host compares the name of the local user (that the host is associated with) and the name of the Google account registered as the host owner (i.e. "johndoe" if the host is owned by "johndoe@example.com" Google account). The remote access host will not start if the name of the host owner is different from the name of the local user that the host is associated with. RemoteAccessHostMatchUsername policy should be used together with RemoteAccessHostDomain to also enforce that the Google account of the host owner is associated with a specific domain (i.e. "example.com").
If this setting is disabled or not set, then the remote access host can be associated with any local user.
If this policy is set, the remote access host will require authenticating clients to obtain an authentication token from this URL in order to connect. Must be used in conjunction with RemoteAccessHostTokenValidationUrl.
This feature is currently disabled server-side.
If this policy is set, the remote access host will use this URL to validate authentication tokens from remote access clients, in order to accept connections. Must be used in conjunction with RemoteAccessHostTokenUrl.
This feature is currently disabled server-side.
If this policy is set, the host will use a client certificate with the given issuer CN to authenticate to RemoteAccessHostTokenValidationUrl. Set it to "*" to use any available client certificate.
This feature is currently disabled server-side.
अगर यह सेटिंग चालू की जाती है तो, 'रिमोट सहायता होस्ट' uiAccess अनुमतियों वाली प्रक्रिया में चलेगा. इससे रिमोट उपयोगकर्ताओं को स्थानीय उपयोगकर्ता के डेस्कटॉप पर एलिवेटेड (ऊपर दिख रही) विंडो से इंटरैक्ट करने की अनुमति मिल जाएगी.
अगर यह सेटिंग बंद की जाती है या कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है तो, 'रिमोट सहायता होस्ट' उपयोगकर्ता के संदर्भ में चलेगा और रिमोट उपयोगकर्ता डेस्कटॉप पर एलिवेटेड विंडो में इंटरैक्ट नहीं कर सकेंगे.
आपको यह सेट करने की अनुमति देती है कि वेबसाइट को स्थानीय डेटा सेट करने की अनुमति है या नहीं. स्थानीय डेटा सेट करने की अनुमति या तो सभी वेबसाइटों को दी जा सकती है या किसी भी वेबसाइट को नहीं दी जा सकती है.
अगर इस नीति को 'सत्र की समय सीमा तक कुकी रखें' पर सेट किया जाता है तो, सत्र के बंद होने पर कुकी मिटा दी जाएंगी. ध्यान दें कि अगर Google Chrome 'बैकग्राउंड मोड' में चल रहा हो तो, हो सकता है कि अंतिम विंडो बंद होने के बाद सत्र बंद ना हो. इस व्यवहार को कॉन्फ़िगर करने के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए कृपया 'BackgroundModeEnabled' नीति देखें.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है तो, 'AllowCookies' का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे बदल सकेगा.
आपको यह सेट करने देती है कि क्या वेबसाइटें इमेज दिखा सकती हैं. इमेज दिखाने की मंज़ूरी या तो सभी वेबसाइटों को मिलती है या सभी वेबसाइटों के लिए नामंज़ूर की जाती है.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो 'AllowImages' का इस्तेमाल किया जाएगा और उपयोगकर्ता इसे बदल सकेगा.
ध्यान दें कि पहले इस नीति को Android पर गलती से चालू कर दिया गया था लेकिन इस कार्यक्षमता ने कभी भी Android पर पूरी तरह से काम नहीं किया.
यह सेट करने की सुविधा देती है कि वेबसाइटों को JavaScript चलाने की अनुमति है या नहीं. JavaScript चलाने की अनुमति या तो सभी साइटों के लिए दी जा सकती है या फिर सभी साइटों के लिए खारिज की जा सकती है. अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो, 'AllowJavaScript' का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता इसमें बदलाव कर सकेंगे.
यह नीति आपको यह सेट करने देती है कि वेबसाइटों को Flash प्लग इन अपने आप चलाने की अनुमति है या नहीं. Flash प्लग इन को अपने आप चलाने की अनुमति या तो सभी वेबसाइटों को मिलेगी या किसी को नहीं मिलेगी.
'चलाने के लिए क्लिक करने' से Flash प्लग इन को चलाने की अनुमति मिल जाती है लेकिन उसे चालू करने के लिए उपयोगकर्ता को प्लेसहोल्डर पर क्लिक करना होगा.
अपने आप वीडियो चलने की अनुमति सिर्फ़ उन्हीं डोमेन के लिए है जिन्हें PluginsAllowedForUrls नीति में खास तौर पर सूची में शामिल किया गया है. अगर आप सभी साइटों के लिए अपने आप वीडियो चलने की सुविधा चालू करना चाहते हैं तो, इस सूची में http://* और https://* जोड़ें.
अगर यह नीति सेट नहीं है तो, उपयोगकर्ता इस सेटिंग को मैन्युअल तरीके से बदल सकेगा.
यह सेट करने देती है कि वेबसाइटों को पॉप-अप दिखाने की अनुमति है या नहीं. पॉप-अप दिखाए जाने की अनुमति या तो सभी साइटों के लिए दी जा सकती है या फिर सभी साइटों के लिए खारिज की जा सकती है. अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो, 'BlockPopups' का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता इसमें बदलाव कर सकेंगे.
आपको यह सेट करने की सुविधा देती है कि वेबसाइटों को डेस्कटॉप सूचनाएं दिखाने की अनुमति दी जाए या नहीं. डेस्कटॉप सूचनाएं दिखाने की अनुमति डिफ़ॉल्ट रूप से दी जा सकती है, डिफ़ॉल्ट रूप से खारिज की जा सकती है या हर उस समय उपयोगकर्ता से पूछा जा सकता है जब कोई वेबसाइट डेस्कटॉप सूचनाएं दिखाना चाहती हो.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो, 'AskNotifications' का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे बदल सकेगा.
आपको यह सेट करने की सुविधा देती है कि वेबसाइटों को उपयोगकर्ता की वास्तविक 'जगह की जानकारी' का पता लगाने अनुमति दी जाए या नहीं. उपयोगकर्ता की वास्तविक 'जगह की जानकारी' का पता लगाने की अनुमति डिफ़ॉल्ट रूप से दी जा सकती है, डिफ़ॉल्ट रूप से खारिज की जा सकती है या हर उस समय उपयोगकर्ता से पूछा जा सकता है जब कोई वेबसाइट डेस्कटॉप सूचनाएं दिखाना चाहती हो.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो, 'AskGeolocation' का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे बदल सकेगा.
अगर यह नीति BlockGeolocation पर सेट है तो, Android ऐप्लिकेशन 'जगह की जानकारी' एक्सेस नहीं कर सकते. अगर आप यह नीति किसी अन्य मान पर सेट करते हैं या इसे सेट नहीं करते हैं तो, किसी Android ऐप्लिकेशन को 'जगह की जानकारी' के एक्सेस की ज़रूरत होने पर उपयोगकर्ता से सहमति मांगी जाती है.
यह सेट करने की सुविधा देती है कि वेबसाइटों को मीडिया कैप्चर डिवाइस का एक्सेस करने की अनुमति है या नहीं. मीडिया कैप्चर डिवाइस के एक्सेस की अनुमति डिफ़ॉल्ट रूप से दी जा सकती है, या जब भी कोई वेबसाइट मीडिया कैप्चर डिवाइस का एक्सेस पाना चाहेगी तब-तब उपयोगकर्ता से पूछा जा सकता है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है तो, 'PromptOnAccess' का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे बदल सकेगा.
आपको यह सेट करने की सुविधा देती है कि वेबसाइट को आस-पास के ब्लूटूथ डिवाइस का एक्सेस पाने की मंज़ूरी है या नहीं. एक्सेस पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकती है या कोई वेबसाइट आस-पास के ब्लूटूथ डिवाइस का एक्सेस पाना चाहती है तो, हर बार उपयोगकर्ता से पूछा जा सकता है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है तो, '3' का इस्तेमाल किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे बदल सकेगा.
आपको यह सेट करने देती है कि वेबसाइटों को कनेक्ट किए हुए यूएसबी डिवाइसों का एक्सेस पाने की मंज़ूरी है या नहीं. एक्सेस पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकती है या जब भी कोई वेबसाइट कनेक्ट किए हुए यूएसबी डिवाइस का एक्सेस पाना चाहेगी तो, हर बार उपयोगकर्ता से पूछा जा सकता है.
इस नीति को 'WebUsbAskForUrls' और 'WebUsbBlockedForUrls' नीतियों का इस्तेमाल करके खास यूआरएल पैटर्न के लिए रद्द किया जा सकता है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है तो, '3' का इस्तेमाल किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे बदल सकेगा.
अगर साइट किसी प्रमाणपत्र का अनुरोध करती है, तो यह आपको यूआरएल पैटर्न की एक सूची तय करने देती है जो उन साइटों को तय करती है जिसके लिए Google Chrome अपने आप किसी क्लाइंट प्रमाणपत्र को चुनता है.
मान JSON शब्दकोशों वाली स्ट्रिंग की सारिणी होना चाहिए. हर शब्दकोश का फ़ॉर्मैट { "pattern": "$URL_PATTERN", "filter" : $FILTER } होना चाहिए, जहां $URL_PATTERN एक सामग्री सेटिंग पैटर्न है. $FILTER यह प्रतिबंधित करता है कि ब्राउज़र किन क्लाइंट प्रमाणपत्रों से अपने आप चुनेगा. भले ही फ़िल्टर कोई भी हो, सिर्फ़ ऐसे प्रमाणपत्र चुने जाएंगे जिनका मिलान सर्वर के प्रमाणपत्र अनुरोध से होता है. अगर $FILTER का फ़ॉर्मैट { "ISSUER": { "CN": "$ISSUER_CN" } } है, तो अतिरिक्त रूप से सिर्फ़ ऐसे क्लाइंट प्रमाणपत्र चुने जाते हैं जिन्हें CommonName $ISSUER_CN वाले प्रमाणपत्र के ज़रिए जारी किया जाता है. अगर $FILTER खाली शब्दकोश {} है, तो क्लाइंट प्रमाणपत्रों का चुनाव अतिरिक्त रूप से प्रतिबंधित नहीं किया जाता है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो किसी भी साइट के लिए अपने आप चुनाव नहीं किया जाएगा.
आपको ऐसे 'यूआरएल पैटर्न' की सूची सेट करने देती है जो उन साइटों के बारे में बताते हैं जिनके पास कुकी सेट करने की मंज़ूरी होती है.
अगर यह नीति सेट न हो, तो सभी साइटों के लिए 'ग्लोबल डिफ़ॉल्ट मान' का उपयोग किया जाएगा. यह मान, 'DefaultPluginsSetting' नीति सेट होने पर उससे लिया जाएगा वरना उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन से लिया जाएगा.
'CookiesBlockedForUrls' और 'CookiesSessionOnlyForUrls' नीतियां भी देखें. ध्यान रखें कि इन तीन नीतियों के बीच कोई भी टकराव पैदा करने वाला 'यूआरएल पैटर्न' नहीं होना चाहिए - यह नहीं बताया गया है कि ऐसा होने पर किस नीति को प्राथमिकता मिलेगी.
आपको उन साइटों के बारे में बताने वाले 'यूआरएल पैटर्न' की सूची सेट करने देती है जिनके पास कुकी सेट करने की मंज़ूरी नहीं होती है.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल सभी साइटों के लिए 'DefaultCookiesSetting' नीति के सेट होने पर इससे या अगर ऐसा नहीं होता तो उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन से किया जाएगा.
'CookiesAllowedForUrls' और 'CookiesSessionOnlyForUrls' नीतियां भी देखें. ध्यान रखें कि इन तीन नीतियों के बीच कोई भी टकराव पैदा करने वाला 'यूआरएल पैटर्न' नहीं होना चाहिए - यह नहीं बताया गया है कि कौनसी नीति को प्राथमिकता मिलेगी.
इन 'यूआरएल पैटर्न' से मिलान करने वाली कुकी मौजूदा सत्र तक सीमित की जाएंगी, यानी ब्राउज़र से बाहर निकलने पर उन्हें मिटा दिया जाएगा.
यहां बताए गए पैटर्न में शामिल यूआरएल के लिए या नीति के सेट नहीं होने पर सभी यूआरएल के लिए, वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल सभी साइटों के लिए 'DefaultCookiesSetting' नीति के सेट होने पर इससे या अगर ऐसा नहीं होता तो उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन से किया जाएगा.
ध्यान रखें कि अगर Google Chrome 'बैकग्राउंड मोड' में चल रहा हो, तो आखिरी ब्राउज़र विंडो बंद कर देने पर सत्र को बंद नहीं किया जा सकता, बल्कि इसके बजाय वह ब्राउज़र से बाहर निकलने तक चालू रहेगी. कृपया इस बर्ताव को कॉन्फ़िगर करने के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए 'BackgroundModeEnabled' नीति देखें.
'CookiesAllowedForUrls' और 'CookiesSessionOnlyForUrls' नीतियां भी देखें. ध्यान रखें कि इन तीन नीतियों के बीच कोई भी टकराव पैदा करने वाला 'यूआरएल पैटर्न' नहीं होना चाहिए - यह नहीं बताया गया है कि कौनसी नीति को प्राथमिकता मिलेगी.
अगर "RestoreOnStartup" नीति को पिछले सत्रों के यूआरएल बहाल करने के लिए सेट किया गया हो, तो इस नीति को ध्यान में नहीं रखा जाएगा और उन साइटों की कुकी हमेशा के लिए संग्रहित कर ली जाएंगी.
आपको उन साइटों के बारे में बताने वाले यूआरएल पैटर्न की सूची सेट करने देती है जिन्हें इमेज दिखाने की मंज़ूरी है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो सभी साइटों के लिए वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल या तो 'DefaultImagesSetting' नीति के सेट होने पर इससे किया जाएगा या फिर उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन से किया जाएगा.
ध्यान दें कि पहले इस नीति को Android पर गलती से चालू कर दिया गया था लेकिन इस कार्यक्षमता ने कभी भी Android पर पूरी तरह से काम नहीं किया.
आपको उन साइटों के बारे में बताने वाले यूआरएल पैटर्न की सूची सेट करने देती है जिन्हें इमेज दिखाने की मंज़ूरी नहीं है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो सभी साइटों के लिए वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल या तो 'DefaultImagesSetting' नीति के सेट होने पर इससे किया जाएगा या फिर उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन से किया जाएगा.
ध्यान दें कि पहले इस नीति को Android पर गलती से चालू कर दिया गया था लेकिन इस कार्यक्षमता ने कभी भी Android पर पूरी तरह से काम नहीं किया.
वैसी साइट जिनमें JavaScript चलाने की अनुमति है, उनके लिए यूआरएल पैटर्न की सूची सेट करने की सुविधा देती है.
अगर इस नीति को नहीं जोड़ा जाता है तो, सभी साइट के लिए वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल किया जाएगा. अगर 'DefaultPopupsSetting' सेट है तो, यह मान इससे लिया जाएगा नहीं तो फिर उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन का इस्तेमाल किया जाएगा.
वैसी साइट जिनमें JavaScript चलाने की अनुमति नहीं है, उनके लिए यूआरएल पैटर्न की सूची सेट करने की सुविधा देती है.
अगर इस नीति को सेट नहीं किया जाता है तो, सभी साइट के लिए वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल किया जाएगा. अगर 'DefaultJavaScriptSetting' सेट है तो, यह मान इससे लिया जाएगा नहीं तो फिर उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन का इस्तेमाल किया जाएगा.
वैसी साइट जिन्हें Flash प्लग इन चलाने की अनुमति है, उनके लिए यूआरएल पैटर्न की सूची सेट करने की सुविधा देती है.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो, सभी साइट के लिए वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल किया जाएगा. अगर 'DefaultPluginsSetting' नीति सेट है तो, यह मान इससे लिया जाएगा नहीं तो फिर उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन का इस्तेमाल किया जाएगा.
यह नीति आपको उन 'यूआरएल पैटर्न' की सूची सेट करने देती है जो ऐसी साइटें बताते हैं जिन्हें Flash प्लग इन चलाने की अनुमति नहीं है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, सभी साइटों के लिए 'ग्लोबल डिफ़ॉल्ट मान' का उपयोग किया जाएगा. यह मान, 'DefaultPluginsSetting' नीति सेट होने पर उससे लिया जाएगा वरना उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन से लिया जाएगा.
वैसी साइट जिनमें पॉपअप खोलने की अनुमति है, उनके लिए यूआरएल पैटर्न की सूची सेट करने की सुविधा देती है.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो सभी साइट के लिए वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल किया जाएगा. अगर 'DefaultPopupsSetting' सेट है, तो यह मान इससे लिया जाएगा नहीं तो फिर उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन का इस्तेमाल किया जाएगा.
आपको प्रोटोकॉल प्रबंधकों की सूची रजिस्टर करवाने देती है. यह सिर्फ़ एक ऐसी नीति हो सकती है जो सुझाई गई हो. प्रॉपर्टी के |protocol| को सिर्फ़ 'mailto' जैसी स्कीम पर और |url| को स्कीम का प्रबंधन करने वाले ऐप्लिकेशन के यूआरएल पैटर्न पर ही सेट किया जा सकता है. पैटर्न में '%s' शामिल हो सकता है. अगर यह मौजूद होगा तो उसे प्रबंधित यूआरएल से बदल दिया जाएगा.
नीति के तहत रजिस्टर किए गए प्रोटोकॉल प्रबंधक, उपयोगकर्ता के रजिस्टर कराए गए प्रोटोकॉल प्रबंधकों के साथ मिला दिए जाते हैं. उपयोगकर्ता, नए डिफ़ॉल्ट प्रबंधक को इंस्टॉल करके नीति के तहत इंस्टॉल किए गए प्रोटोकॉल प्रबंधकों को रद्द कर सकता है, लेकिन नीति के तहत रजिस्टर कराए गए प्रोटोकॉल प्रबंधक को हटा नहीं सकता.
Android के इंटेंट प्रबंधित करते समय इस नीति द्वारा सेट किए गए प्रोटोकॉल हैंडलर का उपयोग नहीं किया जाता.
वैसी साइट जिनमें पॉपअप खोलने की अनुमति नहीं है, उनके लिए यूआरएल पैटर्न की सूची सेट करने की सुविधा देती है.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो, सभी साइट के लिए वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल किया जाएगा. अगर 'DefaultPopupsSetting' सेट है तो, यह मान इससे लिया जाएगा नहीं तो फिर उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन का इस्तेमाल किया जाएगा.
वैसी साइट जिन्हें सूचनाएं दिखाने की अनुमति है, उनके लिए यूआरएल पैटर्न की सूची सेट करने की सुविधा देती है.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो, सभी साइट के लिए वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल किया जाएगा. अगर 'DefaultNotificationsSetting' नीति सेट है तो, यह मान इससे लिया जाएगा नहीं तो फिर उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन का इस्तेमाल किया जाएगा.
यह नीति आपको उन 'यूआरएल पैटर्न' की सूची सेट करने देती है जो ऐसी साइटें बताते हैं जिनमें सूचनाएं दिखाने की अनुमति है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, सभी साइटों के लिए 'ग्लोबल डिफ़ॉल्ट मान' का उपयोग किया जाएगा. यह मान, 'DefaultPluginsSetting' नीति सेट होने पर उससे लिया जाएगा वरना उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन से लिया जाएगा.
वैसी साइट जिन्हें किसी यूएसबी डिवाइस के एक्सेस के लिए उपयोगकर्ता से मंज़ूरी मांगने की अनुमति दी गई है, उनके लिए यूआरएल पैटर्न की सूची तय करने की सुविधा देती है.
अगर इस नीति को नहीं जोड़ा जाता है तो, सभी साइट के लिए वैश्विक डिफ़ॉल्ट मान का इस्तेमाल किया जाएगा. अगर 'DefaultWebUsbGuardSetting' नीति सेट है तो, यह मान इससे लिया जाएगा नहीं तो फिर उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन का इस्तेमाल किया जाएगा.
इस नीति में दिए गए यूआरएल पैटर्न का टकराव, WebUsbBlockedForUrls के ज़रिए कॉन्फ़िगर किए गए यूआरएल से नहीं होना चाहिए. हालांकि, यह साफ़ नहीं है कि अगर किसी यूआरएल का दोनों नीतियों से मिलान हो जाता है तो किस नीति को प्राथमिकता दी जाएगी.
यह नीति आपको उन 'यूआरएल पैटर्न' की सूची सेट करने देती है जो ऐसी साइटों के बारे में बताते हैं जिन्हें उपयोगकर्ता से किसी यूएसबी डिवाइस के एक्सेस की मंज़ूरी मांगने से रोका गया है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, सभी साइटों के लिए 'ग्लोबल डिफ़ॉल्ट मान' का उपयोग किया जाएगा. यह मान, 'DefaultPluginsSetting' नीति सेट होने पर उससे लिया जाएगा वरना उपयोगकर्ता के निजी कॉन्फ़िगरेशन से लिया जाएगा.
इस नीति में दिया गया 'यूआरएल पैटर्न', WebUsbAskForUrls के ज़रिए कॉन्फ़िगर किए गए यूआरएल जैसा नहीं होना चाहिए. यह नहीं तय किया गया है कि अगर किसी यूआरएल का दोनों नीतियों से मिलान हो जाता है तो किस नीति को प्राथमिकता दी जाएगी.
Enables the use of a default search provider.
If you enable this setting, a default search is performed when the user types text in the omnibox that is not a URL.
You can specify the default search provider to be used by setting the rest of the default search policies. If these are left empty, the user can choose the default provider.
If you disable this setting, no search is performed when the user enters non-URL text in the omnibox.
If you enable or disable this setting, users cannot change or override this setting in Google Chrome.
If this policy is left not set, the default search provider is enabled, and the user will be able to set the search provider list.
This policy is not available on Windows instances that are not joined to a Microsoft® Active Directory® domain.
डिफ़ॉल्ट खोज प्रदाता का नाम बताती है. अगर इसे खाली या सेट किए बिना छोड़ दिया जाए तो, उस होस्ट के नाम का इस्तेमाल किया जाएगा जो सर्च यूआरएल में बताया गया है.
इस नीति पर सिर्फ़ तभी विचार किया जाता है, जब'DefaultSearchProviderEnabled' नीति लागू हो.
कीवर्ड निर्दिष्ट करती है, जो इस प्रदाता के लिए खोज ट्रिगर करने के लिए खोज वाली पट्टी में उपयोग किया गया शॉर्टकट है. यह नीति वैकल्पिक है. यदि यह सेट नहीं है, तो कोई भी कीवर्ड खोज प्रदाता को सक्रिय नहीं कर सकेगा. इस नीति पर केवल तब ही विचार किया जाता है जबकि 'DefaultSearchProviderEnabled' नीति सक्षम है.
यह नीति, डिफ़ॉल्ट खोज करते समय उपयोग किए जाने वाले खोज इंजन का यूआरएल तय करती है. यूआरएल में '{searchTerms}' स्ट्रिंग शामिल होनी चाहिए, जिसे क्वेरी के समय उपयोगकर्ता के खोजे जा रहे शब्द से बदल दिया जाएगा.
Google के 'खोज यूआरएल' को इस रूप में तय किया जा सकता है: '{google:baseURL}search?q={searchTerms}&{google:RLZ}{google:originalQueryForSuggestion}{google:assistedQueryStats}{google:searchFieldtrialParameter}{google:searchClient}{google:sourceId}ie={inputEncoding}'.
जब 'DefaultSearchProviderEnabled' नीति चालू हो तो यह विकल्प सेट होना चाहिए. ऐसा होने पर ही यह विकल्प काम करेगा.
खोज सुझाव देने के लिए इस्तेमाल होने वाले सर्च इंजन का यूआरएल बताती है. यूआरएल में '{searchTerms}', स्ट्रिंग शामिल होनी चाहिए, जो क्वेरी के समय उस लेख से बदल दी जाएगी जो उपयोगकर्ता ने अब तक डाला है.
यह नीति वैकल्पिक है. अगर सेट नहीं की गई हो, तो कोई सुझाया गया यूआरएल इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
Google के खोज यूआरएल को इस रूप में बताया जा सकता है: '{google:baseURL}complete/search?output=chrome&q={searchTerms}'.
इस नीति का सिर्फ़ तभी पालन किया जाता है जब 'DefaultSearchProviderEnabled' नीति चालू हो.
यह नीति 'डिफ़ॉल्ट खोज सेवा' का पसंदीदा आइकॉन यूआरएल तय करती है.
यह नीति वैकल्पिक है. अगर यह सेट नहीं है तो, खोज सेवा के लिए कोई आइकॉन दिखाई नहीं होगा.
'DefaultSearchProviderEnabled' नीति चालू होने पर ही यह नीति लागू होगी.
खोज प्रदाता द्वारा समर्थित वर्ण एन्कोडिंग निर्दिष्ट करती है. एन्कोडिंग UTF-8, GB2312, और ISO-8859-1 जैसे कोड पेज नाम होते हैं. वे प्रदान किए गए क्रम में आज़माए जाते हैं.
यह नीति वैकल्पिक है. यदि सेट न हो, तो डिफ़ॉल्ट का उपयोग किया जाएगा जो कि UTF-8 है.
इस नीति पर तभी विचार किया जाता है जबकि 'DefaultSearchProviderEnabled' नीति सक्षम हो.
वैकल्पिक यूआरएल की उस सूची को निर्दिष्ट करती है जिसका उपयोग सर्च इंजन से सर्च के लिए इस्तेमाल किये गए शब्दों को निकालने के लिए किया जा सकता है. यूआरएल में स्ट्रिंग '{searchTerms}' होनी चाहिए, जिसका उपयोग सर्च के लिए इस्तेमाल किये गए शब्दों को निकालने के लिए किया जाएगा.
यह नीति वैकल्पिक है. अगर सेट नहीं है, तो सर्च के लिए इस्तेमाल किये गए शब्दों को निकालने के लिए वैकल्पिक यूआरएल का उपयोग नहीं किया जाएगा.
यह नीति केवल तभी मान्य होती है अगर 'DefaultSearchProviderEnabled' नीति सक्षम है.
इमेज खोजने के लिए इस्तेमाल होने वाले सर्च इंजन का URL तय करती है. इमेज खोजने के अनुरोध GET प्रणाली के ज़रिए भेजे जाएंगे. अगर DefaultSearchProviderImageURLPostParams नीति जोड़ी गई है तो, इमेज खोजने के अनुरोध के लिए इसके बजाय POST प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा.
यह नीति वैकल्पिक है. अगर इसे जोड़ा नहीं गया है तो, इमेज खोज की सुविधा का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
'DefaultSearchProviderEnabled' नीति चालू होने पर ही इस नीति का पालन किया जाएगा.
वह URL तय करती है जिसका इस्तेमाल कर सर्च इंजन नया टैब पेज देता है.
यह नीति वैकल्पिक है. अगर इसे जोड़ा नहीं गया है तो, कोई भी नया टैब पेज दिखाई नहीं होगा.
'DefaultSearchProviderEnabled' नीति चालू होने पर ही इस नीति का पालन किया जाएगा.
POST के साथ कोई URL खोजते समय उपयोग किए जाने वाले पैरामीटर तय करती है. इसमें अल्पविराम के ज़रिए अलग किए गए नाम/मान जोड़े शामिल होते हैं. अगर कोई मान टेम्पलेट पैरामीटर, जैसे ऊपर दिए गए उदाहरण में {searchTerms} है तो, उसे वास्तविक खोज शब्द डेटा से बदल दिया जाएगा.
यह नीति वैकल्पिक है. अगर इसे जोड़ा नहीं गया है तो, खोज के अनुरोध को GET विधि के ज़रिए भेजा जाएगा.
'DefaultSearchProviderEnabled' नीति चालू होने पर ही इस नीति का पालन किया जाएगा.
POST के साथ कोई सुझाव सर्च करते समय उपयोग किए जाने वाले पैरामीटर तय करती है. इसमें कॉमा के ज़रिए अलग किए गए नाम/मान जोड़े शामिल होते हैं. अगर कोई मान टेम्पलेट पैरामीटर, जैसे ऊपर दिए गए उदाहरण में {searchTerms} है, तो उसे वास्तविक खोज शब्द डेटा से बदल दिया जाएगा.
यह नीति वैकल्पिक है. अगर इसे जोड़ा नहीं गया है, तो सुझाव सर्च के अनुरोध को गेट (GET) विधि के ज़रिए भेजा जाएगा.
'DefaultSearchProviderEnabled' नीति चालू होने पर ही इस नीति का पालन किया जाएगा.
POST के साथ कोई इमेज सर्च करते समय उपयोग किए जाने वाले पैरामीटर तय करती है. इसमें कॉमा के ज़रिए अलग किए गए नाम/मान जोड़े शामिल होते हैं. अगर कोई मान टेम्पलेट पैरामीटर, जैसे ऊपर दिए गए उदाहरण में {imageThumbnail} है, तो उसे वास्तविक खोज शब्द डेटा से बदल दिया जाएगा.
यह नीति वैकल्पिक है. अगर इसे जोड़ा नहीं गया है, तो इमेज सर्च के अनुरोध को गेट (GET) विधि के ज़रिए भेजा जाएगा.
'DefaultSearchProviderEnabled' नीति चालू होने पर ही इस नीति का पालन किया जाएगा.
यह नीति Google Chrome की 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' सुविधा को चालू करती है और उपयोगकर्ताओं को यह सेटिंग बदलने से रोकती है.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं तो, 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' की सुविधा हमेशा काम करती है.
अगर आप यह सेटिंग बंद करते हैं तो, 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' की सुविधा कभी काम नहीं करती.
अगर आप इस सेटिंग को चालू या बंद करते हैं तो, उपयोगकर्ता Google Chrome में "फ़िशिंग और मैलवेयर सुरक्षा चालू करें" सेटिंग को बदल नहीं सकते.
अगर नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो, उसे चालू कर दिया जाएगा लेकिन उपयोगकर्ता उसे बदल सकेगा.
'सुरक्षित ब्राउज़िंग' के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए https://developers.google.com/safe-browsing देखें.
यह नीति उन Windows इंस्टेंस पर उपलब्ध नहीं है जो किसी Microsoft® Active Directory® डोमेन से जुड़े हुए नहीं हैं.
यह नीति Google Chrome की 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' की 'एक्सटेंडेट रिपोर्टिंग' सुविधा चालू करती है और उपयोगकर्ताओं को यह सेटिंग बदलने से रोकती है.
'एक्सटेंडेट रिपोर्टिंग' खतरनाक ऐप्लिकेशन और साइटों का पता लगाने में मदद करने के लिए 'Google सर्वर' को कुछ 'सिस्टम जानकारी' और 'पेज सामग्री' भेजती है.
अगर सेटिंग 'सही' पर सेट है तो, रिपोर्ट बनाई जाएंगी और ज़रूरत होने पर भेजी जाएंगी (यानी जब सुरक्षा में कोई गड़बड़ दिखाई देती है).
अगर सेटिंग 'गलत' पर सेट है तो, रिपोर्ट कभी भी नहीं भेजी जाएंगी.
अगर यह नीति 'सही' या 'गलत' पर सेट है तो, उपयोगकर्ता सेटिंग को बदल नहीं सकेगा.
अगर यह नीति सेट नहीं है तो, उपयोगकर्ता सेटिंग बदल सकेगा और यह तय कर सकेगा कि रिपोर्ट भेजी जाएं या नहीं.
'सुरक्षित ब्राउज़िंग' के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए https://developers.google.com/safe-browsing देखें.
यह सेटिंग रोक दी गई है, इसके बजाय SafeBrowsingExtendedReportingEnabled का इस्तेमाल करें. SafeBrowsingExtendedReportingEnabled को चालू या बंद करना SafeBrowsingExtendedReportingOptInAllowed को गलत पर सेट करने जैसा है.
इस नीति को गलत पर सेट करने से उपयोगकर्ताओं को Google सर्वर पर कुछ सिस्टम जानकारी और पेज सामग्री भेजना चुनने से रोक दिया जाता है. अगर यह सेटिंग सही पर सेट होती है या कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है, तो उपयोगकर्ता सुरक्षित ब्राउज़िंग पर कुछ सिस्टम जानकारी और पेज सामग्री भेज सकेंगे ताकि खतरनाक ऐप्लिकेशन और साइटों का पता लगाने में मदद मिल सके.
सुरक्षित ब्राउज़िंग के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए https://developers.google.com/safe-browsing देखें.
ऐसे डोमेन की सूची कॉन्फ़िगर करें, 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' सुविधा जिन पर भरोसा करेगी. इसका मतलब यह है: अगर खतरनाक संसाधनों (उदाहरण: फ़िशिंग, मैलवेयर या अनचाहे सॉफ़्टवेयर) के यूआरएल इन डोमेन से मेल खाते हैं तो, 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' इन संसाधनों की जाँच नहीं करेगी. 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' की 'डाउनलोड सुरक्षा सेवा' इन डोमेन पर होस्ट किए गए डाउनलोड की जाँच नहीं करेगी. अगर पेज यूआरएल इन डोमेन से मेल खाता है तो, 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' की 'पासवर्ड सुरक्षा सेवा' पासवर्ड दोबारा इस्तेमाल किए जाने की जाँच नहीं करेगी.
अगर यह सेटिंग चालू होती है तो, 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' इन डोमेन पर भरोसा करेगी. अगर यह सेटिंग बंद होती है या सेट नहीं की जाती है तो, सभी संसाधनों पर 'सुरक्षित ब्राउज़िंग' की डिफ़ॉल्ट सुरक्षा लागू होती है.
यह नीति उन Windows इंस्टेंस पर उपलब्ध नहीं है जो किसी Microsoft® Active Directory® डोमेन से जुड़े हुए नहीं हैं.
यह नीति आपको 'पासवर्ड सुरक्षा' की चेतावनी ट्रिगर करने का नियंत्रण देती है. जब उपयोगकर्ता ऐसी साइटों पर अपने सुरक्षित पासवर्ड का दोबारा इस्तेमाल करते हैं जिनसे उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है तब 'पासवर्ड सुरक्षा' उन्हें चेतावनी देती है.
आप सुरक्षित किए जाने वाले पासवर्ड कॉन्फ़िगर करने के लिए 'PasswordProtectionLoginURLs' और 'PasswordProtectionChangePasswordURL' नीतियों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अगर इस नीति को 'PasswordProtectionWarningOff' पर सेट किया जाता है, तो 'पासवर्ड सुरक्षा' की कोई चेतावनी नहीं दिखाई जाएगी. अगर इस नीति को 'PasswordProtectionWarningOnPasswordReuse' पर सेट किया जाता है, तो उपयोगकर्ता की ओर से किसी ऐसी साइट पर अपने सुरक्षित पासवर्ड का दोबारा इस्तेमाल किए जाने पर 'पासवर्ड सुरक्षा' की चेतावनी दिखाई जाएगी जिसे स्वीकृति नहीं दी गई है. अगर इस नीति को 'PasswordProtectionWarningOnPhishingReuse' पर सेट किया जाता है, तो उपयोगकर्ता की ओर से किसी फ़िशिंग साइट पर अपने सुरक्षित पासवर्ड का दोबारा इस्तेमाल किए जाने पर 'पासवर्ड सुरक्षा' की चेतावनी दिखाई जाएगी. अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो 'पासवर्ड सुरक्षा सेवा' सिर्फ़ Google के पासवर्ड सुरक्षित रखेगी, लेकिन उपयोगकर्ता इस सेटिंग को बदल सकेगा.
यह एंटरप्राइज़ लॉगिन यूआरएल (सिर्फ़ एचटीटीपी और एचटीटीपीएस स्कीम) की सूची कॉन्फ़िगर करती है. इन यूआरएल पर पासवर्ड का फ़िंगरप्रिंट को कैप्चर किया जाएगा और यह पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा कि क्या पासवर्ड दोबारा इस्तेमाल किया गया है. Google Chrome पासवर्ड के फ़िंगरप्रिंट सही तरीके से कैप्चर करे, इसके लिए कृपया पक्का करें कि आपके लॉगिन पेज https://www.chromium.org/developers/design-documents/create-amazing-password-forms पर दिए गए दिशानिर्देशों का पालन करते हैं.
अगर यह सेटिंग चालू होगी, तो 'पासवर्ड सुरक्षा सेवा' यह पता लगाने के उद्देश्य से इन यूआरएल पर पासवर्ड का फ़िंगरप्रिंट कैप्चर कर लेगी कि कहीं पासवर्ड का दोबारा इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है. अगर यह सेटिंग बंद होगी या सेट नहीं की गई होगी, तो 'पासवर्ड सुरक्षा सेवा' सिर्फ़ https://accounts.google.com पर पासवर्ड का फ़िंगरप्रिंट कैप्चर करेगी. यह नीति ऐसे Windows इंस्टेंस पर उपलब्ध नहीं है जो किसी Microsoft® Active Directory® डोमेन से जुड़े हुए नहीं हैं.
यह नीति, पासवर्ड बदलने का यूआरएल (सिर्फ़ HTTP और HTTPS योजनाएं) कॉन्फ़िगर करती है. 'पासवर्ड सुरक्षा सेवा' उपयोगकर्ताओं को इस यूआरएल पर भेजेगी ताकि वे ब्राउज़र में चेतावनी देखने के बाद अपने पासवर्ड बदल सकें. पासवर्ड बदलने के इस पेज पर Google Chrome नए पासवर्ड का फ़िंगरप्रिंट सही तरीके से कैप्चर करे, इसके लिए कृपया पक्का करें कि पासवर्ड बदलने का आपका पेज https://www.chromium.org/developers/design-documents/create-amazing-password-forms पर दिए गए दिशानिर्देशों का पालन करता है.
अगर यह सेटिंग चालू होती है, तो 'पासवर्ड सुरक्षा सेवा' उपयोगकर्ताओं को इस यूआरएल पर भेजेगी ताकि वे ब्राउज़र में चेतावनी देखने के बाद अपने पासवर्ड बदल सकें. अगर यह सेटिंग बंद होती है या सेट नहीं की जाती है, तो 'पासवर्ड सुरक्षा सेवा' उपयोगकर्ताओं को अपने पासवर्ड बदलने के लिए https://myaccounts.google.com पर भेजेगी. यह नीति उन Windows इंस्टेंस पर उपलब्ध नहीं है जो किसी Microsoft® Active Directory® डोमेन से जुड़े हुए नहीं हैं.
Allows you to specify the behavior on startup.
If you choose 'Open New Tab Page' the New Tab Page will always be opened when you start Google Chrome.
If you choose 'Restore the last session', the URLs that were open last time Google Chrome was closed will be reopened and the browsing session will be restored as it was left. Choosing this option disables some settings that rely on sessions or that perform actions on exit (such as Clear browsing data on exit or session-only cookies).
If you choose 'Open a list of URLs', the list of 'URLs to open on startup' will be opened when a user starts Google Chrome.
If you enable this setting, users cannot change or override it in Google Chrome.
Disabling this setting is equivalent to leaving it not configured. The user will still be able to change it in Google Chrome.
This policy is not available on Windows instances that are not joined to a Microsoft® Active Directory® domain.
If 'Open a list of URLs' is selected as the startup action, this allows you to specify the list of URLs that are opened. If left not set no URL will be opened on start up.
This policy only works if the 'RestoreOnStartup' policy is set to 'RestoreOnStartupIsURLs'.
This policy is not available on Windows instances that are not joined to a Microsoft® Active Directory® domain.
आपको यह निर्दिष्ट करने देता है कि कौन से स्थानीय संदेश सेवा होस्ट लोड नहीं किए जाने चाहिए.
'*' वाले कालीसूची मान का अर्थ है कि सभी स्थानीय संदेश सेवा होस्ट तब तक कालीसूची में होते हैं जब तक वे श्वेतसूची में स्पष्ट रूप से सूचीबद्ध होते हैं.
यदि नीति सेट नहीं पर छोड़ दी जाती है, तो Google Chrome सभी इंस्टॉल किए गए स्थानीय संदेश सेवा होस्ट को लोड करेगा.
आपको यह तय करने की सुविधा देती है कि कौनसे स्थानीय मैसेजिंग सेवा होस्ट प्रतिबंधित नहीं करने चाहिए.
* के प्रतिबंधित मान का अर्थ यह है कि सभी स्थानीय मैसेजिंग सेवा होस्ट प्रतिबंधित हैं और उपयोगकर्ता केवल मान्य सूची में दिए गए स्थानीय मैसेजिंग सेवा होस्ट ही लोड किए जाएंगे.
सामान्य तौर पर, सभी स्थानीय मैसेजिंग सेवा होस्ट मान्य सूची में होते हैं, लेकिन अगर नीति के तहत सभी स्थानीय मैसेजिंग सेवा होस्ट को प्रतिबंधित किया जाता है, तो नीति को ओवरराइड करने के लिए मान्य सूची का उपयोग किया जा सकता है.
Enables user-level installation of Native Messaging hosts.
If this setting is enabled then Google Chrome allows usage of Native Messaging hosts installed on user level.
If this setting is disabled then Google Chrome will only use Native Messaging hosts installed on system level.
If this setting is left not set Google Chrome will allow usage of user-level Native Messaging hosts.
आपको यह सेट करने की अनुमति देती है कि धोखादायक अनुभवों वाली साइटों को नई विंडो या टैब खोलनेे से रोका जाए या नहीं.
अगर यह नीति सत्य पर सेट है, तो धोखादायक अनुभवों वाली साइटों को नई विंडो या टैब खोलनेे से रोका जाएगा. हालांंकि अगर सुरक्षित ब्राउज़िंग चालू नीति असत्य पर सेट है, तो यह व्यवहार ट्रिगर नहीं होगा. अगर यह नीति असत्य पर सेट है, तो धोखादायक अनुभवों वाली साइटों को नई विंडो या टैब खोलनेे की अनुमति दी जाएगी. अगर यह नीति को सेट नहीं किया गया है, तो सत्य का इस्तेमाल किया जाएगा.
आपको यह सेट करने की अनुमति देती है कि तंग करने वाले विज्ञापनों वाली साइटों पर विज्ञापन ब्लॉक किए जाने चाहिए या नहीं.
अगर यह नीति 2 पर सेट होती है, तो तंग करने वाले विज्ञापनों वाली साइटों पर विज्ञापन ब्लॉक कर दिए जाएंगे. हालांकि अगर SafeBrowsingEnabled नीति गलत पर सेट की जाती है, तो यह व्यवहार ट्रिगर नहीं होगा. अगर यह नीति 1 पर सेट होती है, तो तंग करने वाले विज्ञापनों वाली साइटों पर विज्ञापन ब्लॉक नहीं किए जाएंगे. अगर इस नीति को सेट नहीं किया जाता है, तो 2 का इस्तेमाल किया जाएगा.
Google Chrome में ब्राउज़र इतिहास और डाउनलोड इतिहास को हटाना सक्षम करती है तथा उपयोगकर्ताओं को इस सेटिंग को बदलने से रोकती है.
ध्यान दें कि इस नीति के अक्षम रहते हुए भी, ब्राउज़िंग और डाउनलोड इतिहास के बनाए रखे जाने की गारंटी नहीं दी जाती: उपयोगकर्ता इतिहास डेटाबेस फ़ाइलों को सीधे संपादित कर सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं, और ब्राउज़र किसी भी समय किसी या सभी इतिहास की अवधि स्वयं समाप्त कर सकता है या उसे संगृहीत कर सकता है.
यदि यह नीति सेट होती है या सेट नहीं होती, तो ब्राउज़िंग और डाउनलोड इतिहास हटाया जा सकता है.
यदि यह सेटिंग अक्षम होती है, तो ब्राउज़िंग और डाउनलोड इतिहास हटाया नहीं जा सकता.
डिवाइस के ऑफ़लाइन होने पर उपयोगकर्ताओं को डाइनासोर ईस्टर एग गेम खेलने दें.
यदि इस पॉलिसी को असत्य पर सेट किया गया है, तो डिवाइस के ऑफ़लाइन होने पर उपयोगकर्ता डाइनासोर ईस्टर एग गेम नहीं खेल पाएंगे. यदि इस पॉलिसी को सत्य पर सेट किया गया है, तो उपयोगकर्ता डाइनासोर गेम खेल पाएंगे. यदि इस पॉलिसी को सेट नहीं किया गया है, तो उपयोगकर्ताओं को नामांकित Chrome OS पर डाइनासोर ईस्टर गेम खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन उन्हें अन्य परिस्थितियों में खेलने की अनुमति होगी.
यह नीति, Google Chrome को 'फाइल चुनने का संवाद' दिखाने की अनुमति देकर मशीन पर मौजूद स्थानीय फ़ाइल का एक्सेस देती है.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं तो, उपयोगकर्ता सामान्य रूप से 'फ़ाइल चुनने का संवाद' खोल सकते हैं.
अगर आप यह सेटिंग बंद करते हैं तो, जब भी उपयोगकर्ता कोई ऐसा काम करता है, जिसकी वजह से 'फ़ाइल चुनने का संवाद' सामने आता है (जैसे बुकमार्क लेकर आना, फ़ाइल अपलोड करना, लिंक सेव करना वगैरह) तो इसके बजाय एक मैसेज दिखाई देता है और यह मान लिया जाता है कि उपयोगकर्ता ने 'फ़ाइल चुनने के संवाद' पर 'रद्द करें' क्लिक कर दिया है.
अगर यह सेटिंग सेट नहीं है तो, उपयोगकर्ता सामान्य रूप से 'फ़ाइल चुनने का संवाद' खोल सकते हैं.
Google Chrome OS वर्शन को नियंत्रित करने के लिए शून्य विलंब किओस्क के साथ स्वत: लॉन्च ऐप्लिकेशन की अनुमति दें या नहीं.
यह नीति अपने मेनिफ़ेस्ट में required_platform_version की घोषणा करके और उसका उपयोग लक्ष्य वर्शन को स्वतः अपडेट करें प्रीफ़िक्स के रूप में करके नियंत्रित करती है कि Google Chrome OS वर्शन को नियंत्रित करने के लिए शून्य विलंब किओस्क के साथ स्वत: लॉन्च ऐप्लिकेशन को अनुमति दी जाए या नहीं.
यदि नीति को सही पर सेट किया जाता है, तो शून्य विलंब किओस्क के साथ स्वतः लॉन्च ऐप्लिकेशन की required_platform_version मेनिफेस्ट कुंजी के मान का उपयोग लक्ष्य वर्शन को ऑटो अपडेट करें प्रीफ़िक्स के रूप में किया जाता है.
यदि नीति को कॉन्फ़िगर नहीं किया जाता या गलत पर सेट किया जाता है, तो required_platform_version मेनिफेस्ट कुंजी को अनदेखा कर दिया जाता है और स्वत: अपडेट सामान्य रूप से आगे बढ़ता है.
चेतावनी: यह अनुशंसा नहीं की जाती कि Google Chrome OS वर्शन का नियंत्रण किसी किओस्क ऐप्लिकेशन को सौंपा जाए, क्योंकि इससे डिवाइस को सॉफ़्टवेयर अपडेट और ज़रूरी सुरक्षा समाधान नहीं मिल पाते हैं. Google Chrome OS वर्शन का नियंत्रण सौंपने से उपयोगकर्ता जोखिम में पड़ सकते हैं.
यदि किओस्क ऐप्लिकेशन एक Android ऐप्लिकेशन है, तो उसका Google Chrome OS वर्शन पर कोई नियंत्रण नहीं होगा, भले ही यह नीति True पर सेट हो.
If you enable this setting, outdated plugins are used as normal plugins.
If you disable this setting, outdated plugins will not be used and users will not be asked for permission to run them.
If this setting is not set, users will be asked for permission to run outdated plugins.
If this policy is set to false, users will not be able to lock the screen (only signing out from the user session will be possible). If this setting is set to true or not set, users who authenticated with a password can lock the screen.
G Suite में Google Chrome की प्रतिबंधित लॉग इन सुविधा चालू करती है और उपयोगकर्ताओं को इस सेटिंग को बदलने से रोकती है.
अगर आप इस सेटिंग को परिभाषित करते हैं, तो उपयोगकर्ता सिर्फ़ Google एक्सेस कर पाएगा साफ़ तौर पर बताए डोमेन से खातों का इस्तेमाल करने वाले ऐप्लिकेशन (ध्यान दें कि gmail.com/googlemail.com खातों की अनुमति देने के लिए, आपको "consumer_accounts" जोड़ना चाहिए (उद्धरण के बिना) डोमेन की सूची में).
यह सेटिंग उपयोगकर्ता को उस प्रबंधित डिवाइस पर जिसके लिए Google प्रमाणीकरण की ज़रूरत होती है, लॉग इन करने और सहायक खाता जोड़ने से रोकती है, अगर वह खाता मंज़ूरशुदा डोमेन की ऊपर दी हुई सूची से जुड़ा हुआ नहीं है.
अगर आप इस सेटिंग को खाली छोड़ते हैं/कॉन्फ़िगर नहीं करते हैं, तो उपयोगकर्ता किसी भी खाते के साथ G Suite का इस्तेमाल कर सकता है.
इस नीति की वजह से X-GoogApps-Allowed-Domains शीर्ष लेख को सभी google.com डोमेन के सभी एचटीटीपी और एचटीटीपी अनुरोधों के साथ जोड़ना पड़ता है, जिसके बारे में https://support.google.com/a/answer/1668854 पर बताया गया है.
उपयोगकर्ता इस सेटिंग में कोई बदलाव या तब्दीली नहीं कर सकते हैं.
यह कॉन्फ़िगर करती है कि Google Chrome OS उपयोगकर्ता सत्रों के लिए किन कीबोर्ड लेआउट को मंज़ूरी दी गई है.
अगर यह नीति सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता इस नीति में बताए गए इनपुट के तरीकों में से सिर्फ़ एक को चुन सकेगा. अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है या किसी खाली सूची पर सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता इनपुट के उन सभी तरीकों को चुन सकेगा जो काम करते हैं. अगर इनपुट के मौजूदा तरीके को इस नीति में मंज़ूरी नहीं दी गई है, तो इनपुट का तरीका हार्डवेयर के कीबोर्ड लेआउट (मंज़ूरी होने पर) या इस सूची में मौजूद पहली सही प्रविष्टि पर स्विच हो जाएगा. इस सूची में मौजूद इनपुट के उन सभी तरीकों को अनदेखा कर दिया जाएगा जो गलत हैं या काम नहीं करते हैं.
ऐसी भाषाएं कॉन्फ़िगर करती है जिनका इस्तेमाल Google Chrome OS में पसंदीदा भाषाओं के तौर पर किया जा सकता है.
अगर यह नीति सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता इस नीति में सूची में दी गई भाषाओं में से सिर्फ़ एक भाषा को पसंदीदा भाषाओं की सूची में जोड़ सकता है. अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है या किसी खाली सूची पर सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता किसी भी भाषा को पसंदीदा के रूप में बता सकता है. अगर यह नीति गलत मानों वाली किसी सूची पर सेट की जाती है, तो सभी गलत मानों को अनदेखा कर दिया जाएगा. अगर किसी उपयोगकर्ता ने पसंदीदा भाषाओं की सूची में पहले कुछ ऐसी भाषाएं जोड़ी हैं जिनकी यह नीति मंज़ूरी नहीं देती है तो उन्हें हटा दिया जाएगा. अगर उपयोगकर्ता ने पहले Google Chrome OS को उन भाषाओं में से किसी एक में दिखाने के लिए कॉन्फ़िगर किया है जिनकी यह नीति मंज़ूरी नहीं देती है, तो अगली बार उपयोगकर्ता के साइन इन करने पर डिसप्ले की भाषा इस नीति की मंज़ूरी दी गई यूआई भाषा में बदल जाएगी. नहीं तो, Google Chrome OS को इस नीति के बताए गए पहले सही मान में या इस नीति में सिर्फ़ गलत एंट्री होने पर, किसी फ़ॉलबैक स्थान भाषा या (जो फ़िलहाल en-US है) बदल दिया जाएगा.
यह नीति गड़बड़ी के ऐसे वैकल्पिक पेजों का उपयोग चालू करती है जो Google Chrome में तैयार होते हैं (जैसे 'पेज नहीं मिला') और उपयोगकर्ताओं को इस सेटिंग को बदलने से रोकती है.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं तो, गड़बड़ी के वैकल्पिक पेजों का उपयोग किया जाता है.
अगर आप इस सेटिंग को बंद करते हैं तो, गड़बड़ी के वैकल्पिक पेजों का उपयोग कभी भी नहीं किया जाता.
अगर आप इस सेटिंग को चालू या बंद करते हैं तो, उपयोगकर्ता Google Chrome में इस सेटिंग को बदल या इसे ओवरराइड नहीं कर सकते.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, यह चालू रहेगी लेकिन उपयोगकर्ता इसे बदल सकेगा.
यह नीति Google Chrome में 'इंटरनल PDF व्यूअर' बंद करती है. इसके बजाय यह इसे डाउनलोड के रूप में देखता है और उपयोगकर्ता को डिफ़ॉल्ट ऐप्लिकेशन से PDF फ़ाइलें खोलने की अनुमति देता है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है या बंद होती है तो, PDF फ़ाइलों को खोलने के लिए तब तक 'PDF प्लग इन' का उपयोग किया जाएगा जब तक कि उपयोगकर्ता इसे बंद नहीं कर देता.
Google Chrome में ऐप्लिकेशन की स्थान-भाषा कॉन्फ़िगर करती है और उपयोगकर्ताओं को स्थान-भाषा बदलने से रोकती है.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं, तो Google Chrome तय की गई स्थान-भाषा का उपयोग करता है. अगर कॉन्फ़िगर की गई स्थान-भाषा काम नहीं करती है, तो इसके बजाय 'en-US' का उपयोग किया जाता है.
अगर यह सेटिंग बंद है या कॉन्फ़िगर नहीं है, तो Google Chrome उपयोगकर्ता की सेट की गई पसंदीदा स्थान-भाषा (अगर कॉन्फ़िगर है), सिस्टम की स्थान-भाषा या फ़ॉलबैक स्थान-भाषा 'en-US' का उपयोग करता है.
Android ऐप्लिकेशन इंस्टॉल करते समय होने वाले खास इवेंट के बारे में Google को रिपोर्ट करती है. सिर्फ़ उन्हीं ऐप्लिकेशन के इवेंट कैप्चर किए जाते हैं जिनके इंस्टॉलेशन को नीति के ज़रिए शुरू हुआ था.
अगर नीति सही पर सेट हो, तो इवेंट लॉग किए जाएंगे. अगर नीति गलत पर सेट हो या सेट नहीं की गई हो, तो इवेंट लॉग नहीं किए जाएंगे.
यह नीति 'Android बैकअप और बहाली' की उपलब्धता को नियंत्रित करती है.
जब यह नीति कॉन्फ़िगर नहीं की गई हो या BackupAndRestoreDisabled पर सेट की गई हो, तो 'Android बैकअप और बहाली' को बंद कर दिया जाता है और उपयोगकर्ता उसे चालू नहीं कर सकता.
जब यह नीति BackupAndRestoreUnderUserControl पर सेट हो, तो उपयोगकर्ता से यह चुनने के लिए कहा जाता है कि 'Android बैकअप और बहाली' का इस्तेमाल करना है या नहीं. अगर उपयोगकर्ता बैकअप और बहाली को चालू करता है, तो 'Android ऐप्लिकेशन डेटा' को 'Android बैकअप सर्वरों' पर अपलोड किया जाता है और इनके साथ काम करने वाले ऐप्लिकेशन फिर से इंस्टॉल करने पर यह डेटा बहाल हो जाता है.
यदि SyncDisabled पर सेट की गई हो या कॉन्फ़िगर नहीं की गई हो, तो Google Chrome OS प्रमाणपत्र ARC-ऐप्लिकेशन के लिए उपलब्ध नहीं होते.
यदि CopyCaCerts पर सेट की गई हो, तो सभी ONC-इंस्टॉल किए गए Web TrustBit युक्त CA प्रमाणपत्र ARC-ऐप्लिकेशन के लिए उपलब्ध होते हैं.
जब यह नीति सही पर सेट होती है तो, उपयोगकर्ता के लिए एआरसी को चालू कर दिया जाएगा (नीति संबंधी सेटिंग की और ज़्यादा जाँच का विषय - एआरसी तब भी उपलब्ध नहीं रहेगा अगर मौजूदा उपयोगकर्ता सत्र में अल्पकालिक मोड या एक से ज़्यादा साइन इन को चालू किया गया हो).
अगर यह सेटिंग बंद है या कॉन्फ़िगर नहीं है तो, एंटरप्राइज़ उपयोगकर्ता एआरसी का उपयोग नहीं कर सकेंगे.
यह नीति Google स्थान सेवाओं की उपलब्धता को नियंत्रित करती है.
जब यह नीति कॉन्फ़िगर नहीं हो या GoogleLocationServicesDisabled पर सेट हो, तो Google स्थान सेवाएं बंद कर दी जाती हैं और उपयोगकर्ता उन्हें चालू नहीं कर सकता.
जब यह नीति GoogleLocationServicesUnderUserControl पर सेट हो, तो उपयोगकर्ता से पूछा जाता है कि Google स्थान सेवाओं का इस्तेमाल करना है या नहीं. इससे Android ऐप्लिकेशन डिवाइस स्थान की क्वेरी करने के लिए सेवाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे और इससे Google को अनाम स्थान डेटा सबमिट करने की सुविधा भी चालू हो जाएगी.
ध्यान रखें कि जब DefaultGeolocationSetting नीति BlockGeolocation पर सेट हो, तो इस नीति को अनदेखा किया जाता है और Google स्थान सेवाओं को हमेशा बंद रखा जाता है.
यह नीति ऐसी नीतियों के सेट के बारे में बताती है जिन्हें 'एआरसी रनटाइम' को सौंप दिया जाएगा. मान कोई मान्य जेसन (JSON) होना चाहिए.
इस नीति का इस्तेमाल यह कॉन्फ़िगर करने के लिए किया जा सकता है कि डिवाइस पर कौनसे ऐप्लिकेशन अपने आप इंस्टॉल हुए हैं:
{ "type": "object", "properties": { "applications": { "type": "array", "items": { "type": "object", "properties": { "packageName": { "ब्यौरा": "Android ऐप की पहचान करने वाला, उदाहरण के लिए, Gmail के लिए "com.google.android.gm", "type": "string" }, "installType": { "ब्यौरा": "बताता है कि कोई ऐप्लिकेशन कैसे इंस्टॉल किया जाता है. OPTIONAL: ऐप्लिकेशन अपने आप इंस्टॉल नहीं होता है लेकिन उपयोगकर्ता इसे इंस्टॉल कर सकता है. अगर यह नीति तय नहीं गई है तो, ऐसा डिफ़ॉल्ट रूप से होता है. PRELOAD: ऐप्लिकेशन अपने आप इंस्टॉल हो जाता है लेकिन उपयोगकर्ता उसे अनइंस्टॉल कर सकता है. FORCE_INSTALLED: ऐप्लिकेशन अपने आप इंस्टॉल हो जाता है और उपयोगकर्ता उसे अनइंस्टॉल नहीं कर सकता है. BLOCKED: ऐप्लिकेशन ब्लॉक है और उसे इंस्टॉल नहीं किया जा सकता. अगर ऐप्लिकेशन को किसी पुरानी नीति के अंदर इंस्टॉल किया गया था तो, उसे अनइंस्टॉल कर दिया जाएगा.", "type": "string", "enum": [ "OPTIONAL", "PRELOAD", "FORCE_INSTALLED", "BLOCKED" ] }, "defaultPermissionPolicy": { "ब्यौरा": "ऐप्लिकेशन को अनुमति देने के अनुरोधों के लिए नीति. PERMISSION_POLICY_UNSPECIFIED: नीति तय नहीं गई है. अगर किसी अनुमति के लिए किसी भी स्तर पर कोई नीति तय नहीं गई है तो, डिफ़ॉल्ट रूप से `PROMPT` व्यवहार का इस्तेमाल किया जाता है. PROMPT: अनुमति देने के लिए उपयोगकर्ता को सूचना दें. GRANT: अपने आप कोई अनुमति मिलने दें. DENY: अपने आप कोई अनुमति नामंज़ूर होने दें.", "type": "string", "enum": [ "PERMISSION_POLICY_UNSPECIFIED", "PROMPT", "GRANT", "DENY" ] }, "managedConfiguration": { "ब्यौरा": "की और उसके मान के जोड़ों के सेट के साथ ऐप्लिकेशन के मुताबिक जेसन कॉन्फ़िगरेशन ऑब्जेक्ट, उदाहरण के लिए. '"managedConfiguration": { "key1": value1, "key2": value2 }'. की, ऐप्लिकेशन मेनिफ़ेस्ट में तय होती हैं.", "type": "object" } } } } } }
ऐप्लिकेशन को लॉन्चर में पिन करने के लिए, PinnedLauncherApps देखें.
If enabled or not configured (default), the user will be prompted for audio capture access except for URLs configured in the AudioCaptureAllowedUrls list which will be granted access without prompting.
When this policy is disabled, the user will never be prompted and audio capture only be available to URLs configured in AudioCaptureAllowedUrls.
This policy affects all types of audio inputs and not only the built-in microphone.
Android ऐप्लिकेशन के लिए, यह नीति केवल माइक्रोफ़ोन को प्रभावित करती है. जब यह नीति सही पर सेट होती है, तो माइक्रोफ़ोन को बिना किसी अपवाद के, सभी Android ऐप्लिकेशन के लिए म्यूट कर दिया जाता है.
इस सूची के पैटर्न का मिलान अनुरोध करने वाले यूआरएल के सुरक्षा मूल से किया जाता है. अगर मिलान हो जाता है, तो ऑडियो कैप्चर डिवाइस संकेत दिए बिना ही प्रदान कर दिए जाएंगे.
ध्यान दें: वर्शन 45 तक, इस पॉलिसी का समर्थन कियोस्क मोड में ही किया जाता था.
When this policy is set to false, audio output will not be available on the device while the user is logged in.
This policy affects all types of audio output and not only the built-in speakers. Audio accessibility features are also inhibited by this policy. Do not enable this policy if a screen reader is required for the user.
If this setting is set to true or not configured then users can use all supported audio outputs on their device.
यह नीति M70 में हटा ली गई है, कृपया इसके बजाय AutofillAddressEnabled और AutofillCreditCardEnabled का इस्तेमाल करें.
Google Chrome की अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल) चालू करती है और उपयोगकर्ताओं को पहले से संग्रह की गई जानकारी, जैसे कि पता या क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करके वेब फ़ॉर्म अपने आप पूरा करने देती है.
अगर आप इस सेटिंग को बंद करते हैं, तो उपयोगकर्ता अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल) का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं या कोई मान सेट नहीं करते हैं, तो अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल) उपयोगकर्ता के नियंत्रण में ही रहेगी. इससे वे अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल) प्रोफ़ाइल कॉन्फ़िगर कर पाएंगे और अपनी इच्छा से अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल) को चालू या बंद कर पाएंगे.
यह नीति Google Chrome की 'अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल)' चालू करती है. इसके ज़रिए उपयोगकर्ताओं को पहले से संग्रहित जानकारी की मदद से वेब फ़ॉर्म में पते की जानकारी अपने आप भरने की सुविधा मिलती है.
अगर यह सेटिंग बंद होती है, तो 'अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल)' न तो कभी कोई सुझाव देगी, न ही पते की जानकारी भरेगी. साथ ही यह पते की ऐसी और ज़्यादा जानकारी सेव नहीं करेगी जिसे उपयोगकर्ता ने शायद वेब ब्राउज़ करते समय सबमिट किया होगा.
अगर यह सेटिंग चालू होती है या इसका कोई मान न दिया गया हो, तो उपयोगकर्ता यूज़र इंटरफ़ेस (यूआई) में पते की जानकारी के लिए 'अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल)' को नियंत्रित कर पाएगा.
यह नीति, Google Chrome की 'अपने आप भरने की सुविधा (ऑटो फ़िल)' चालू करती है. इसके ज़रिए उपयोगकर्ताओं को क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी जैसी पहले से संग्रहित जानकारी की मदद से वेब फ़ॉर्म अपने आप भरने की सुविधा मिलती है.
अगर यह सेटिंग बंद होती है, तो 'अपने आप भरने की सुविधा' कभी कोई सुझाव नहीं देगी या क्रेडिट कार्ड की जानकारी अपने आप नहीं भरेगी. साथ ही यह, क्रेडिट कार्ड की ऐसी कोई भी दूसरी जानकारी जानकारी सेव नहीं करेगी जिसे उपयोगकर्ता ने शायद वेब ब्राउज़ करते समय सबमिट किया हो.
अगर यह सेटिंग चालू होती है या कोई मान नहीं दिया जाता है, तो उपयोगकर्ता यूज़र इंटरफ़ेस (यूआई) में क्रेडिट कार्ड के लिए 'अपने आप भरने की सुविधा' को नियंत्रित कर पाएगा.
यह नीति आपको यह नियंत्रित करने देती है कि Google Chrome में, ऑडियो सामग्री होने पर वीडियो अपने आप (उपयोगकर्ता की सहमति के बिना) चल सकते हैं या नहीं.
अगर नीति को 'सही' पर सेट किया गया है, तो Google Chrome को मीडिया अपने आप चलने की अनुमति है. अगर नीति को 'गलत' पर सेट किया गया है, तो Google Chrome को मीडिया अपने आप चलने की अनुमति नहीं है. कुछ 'यूआरएल पैटर्न' के मामले में इसे ओवरराइड करने के लिए AutoplayWhitelist नीति का इस्तेमाल किया जा सकता है. डिफ़ॉल्ट रूप से, Google Chrome को अपने आप मीडिया चलाने की अनुमति नहीं है. कुछ 'यूआरएल पैटर्न' के मामले में इसे ओवरराइड के लिए AutoplayWhitelist नीति का इस्तेमाल किया जा सकता है.
ध्यान रखें कि अगर Google Chrome चल रहा है और यह नीति बदल जाती है, तो यह सिर्फ़ नए खोले गए टैब पर लागू होगी. इस वजह से कुछ टैब अब भी पुराने तरीके से काम कर सकते हैं.
यूआरएल पैटर्न की उस सूची को नियंत्रित करती है जिसे मंज़ूरी मिली हुई है और जिससे अपने आप चलने की सुविधा हमेशा चालू रहेगी.
अगर अपने आप चलने की सुविधा चालू रहती है तो, Google Chrome में ऑडियो सामग्री के साथ वीडियो अपने आप चल सकते हैं (उपयोगकर्ता की मंज़ूरी के बिना).
https://www.chromium.org/administrators/url-blacklist-filter-format के मुताबिक एक यूआरएल पैटर्न बनाना होगा.
अगर AutoplayAllowed नीति सही पर सेट की गई है तो, इस नीति का कोई असर नहीं होगा.
अगर AutoplayAllowed नीति गलत पर सेट की गई है तो, इस नीति में सेट सभी यूआरएल पैटर्न को चलाने की अनुमति होगी.
ध्यान रखें कि अगर Google Chrome चल रहा है और यह नीति बदल जाती है तो, यह सिर्फ़ खोले गए नए टैब पर लागू होगी. इसलिए हो सकता है कि कुछ टैब अभी भी पुराने तरीके के अनुसार काम करें.
यह नीति तय करती है कि क्या OS लॉगिन पर कोई Google Chrome प्रक्रिया शुरू हुई है और क्या वह पिछले ब्राउज़र के बंद हो जाने पर चलती रहती है, जिससे बैकग्राउंड ऐप्लिकेशन और मौजूदा ब्राउज़िंग सेशन चालू रहें. इसमें कोई भी सेशन कुकी शामिल है. बैकग्राउंड प्रक्रिया 'सिस्टम ट्रे' में एक आइकॉन दिखाती है और उसे वहीं से कभी भी बंद किया जा सकता है.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट होती है तो, बैकग्राउंड मोड चालू हो जाता है और उपयोगकर्ता उसे ब्राउज़र सेटिंग में नियंत्रित नहीं कर सकता.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट की जाती है तो, बैकग्राउंड मोड बंद हो जाता है और उपयोगकर्ता उसे ब्राउज़र सेटिंग में नियंत्रित नहीं कर सकता.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, बैकग्राउंड मोड शुरू में बंद रहता है और उपयोगकर्ता उसे ब्राउज़र सेटिंग में नियंत्रित कर सकता है.
Enabling this setting prevents cookies from being set by web page elements that are not from the domain that is in the browser's address bar.
Disabling this setting allows cookies to be set by web page elements that are not from the domain that is in the browser's address bar and prevents users from changing this setting.
If this policy is left not set, third party cookies will be enabled but the user will be able to change that.
If you enable this setting, Google Chrome will show a bookmark bar.
If you disable this setting, users will never see the bookmark bar.
If you enable or disable this setting, users cannot change or override it in Google Chrome.
If this setting is left not set the user can decide to use this function or not.
अगर यह नीति 'सही' या 'कॉन्फ़िगर' नहीं की गई पर सेट है तो, Google Chrome 'उपयोगकर्ता प्रबंधक' से 'व्यक्ति जोड़ें' की अनुमति देगा.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट की जाती है तो, Google Chrome 'उपयोगकर्ता प्रबंधक' से नई प्रोफ़ाइल बनाने की अनुमति नहीं देगा.
यदि यह नीति सत्य पर सेट है या कॉन्फ़िगर नहीं है, तो Google Chrome के द्वारा मेहमान प्रवेश को सक्षम किया जाएगा. मेहमान प्रवेश वे Google Chrome प्रोफ़ाइल हैं जहां सभी विंडो गुप्त मोड में होती हैं.
यदि यह नीति असत्य पर सेट है, तो Google Chrome मेहमान प्रोफ़ाइल को प्रारंभ करने की अनुमति नहीं देगा.
इस नीति को गलत पर सेट करने से Google Chrome एक सटीक टाइमस्टैम्प पाने के लिए Google के सर्वर को समय-समय पर क्वेरीज़ भेजना बंद कर देता है. अगर यह नीति सही पर सेट की जाती है या सेट नहीं की जाती है तो इन क्वेरी को सक्षम कर दिया जाएगा.
यह नीति ब्राउज़र के साइन इन बर्ताव को नियंत्रित करती है. यह नीति आपको यह तय करने देती है कि उपयोगकर्ता अपने खाते से Google Chrome में साइन कर सकते हैं और खाते से जुड़ी सेवाएं जैसे 'Chrome सिंक' का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अगर यह नीति "ब्राउज़र में साइन इन बंद करें" पर सेट की हुई है, तो उपयोगकर्ता ब्राउज़र में साइन इन नहीं कर सकते हैं और खाता आधारित सेवाओं का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. इस मामले में ब्राउज़र लेवल की सुविधाओं जैसे 'Chrome सिंक' का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है और ये मौजूद नहीं रहेंगी. अगर उपयोगकर्ता ने साइन इन किया हुआ है और नीति "बंद" पर सेट है, तो अगली बार जब उपयोगकर्ता Chrome चलाएगा तो उसे साइन आउट कर दिया जाएगा लेकिन उसका स्थानीय प्रोफ़ाइल डेटा जैसे बुकमार्क, पासवर्ड वगैरह वैसे ही बने रहेंगे. उपयोगकर्ता अब भी Google वेब सेवाओं, जैसे Gmail में साइन इन कर सकेगा और उनका इस्तेमाल कर सकेगा.
अगर नीति "ब्राउज़र में साइन इन चालू करें" पर सेट की हुई है, तो उपयोगकर्ता को ब्राउज़र में साइन इन करने की अनुमति रहती है और Google वेब सेवाओं जैसे Gmail में साइन इन होने पर उसे ब्राउज़र में अपने आप साइन इन कर दिया जाता है. ब्राउज़र में साइन इन होने का मतलब यह है कि उपयोगकर्ता की खाता जानकारी ब्राउज़र के पास रहेगी. हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि 'Chrome सिंक' डिफ़ॉल्ट रूप से चालू रहेगा; उपयोगकर्ता को इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए उसे अलग से चुनना होगा. इस नीति के चालू होने पर उपयोगकर्ता को उस सेटिंग को बंद करने से रोका जाएगा जो ब्राउज़र में साइन इन करने देती है. 'Chrome सिंक' की मौजूदगी को नियंत्रित करने के लिए, "SyncDisabled" नीति का इस्तेमाल करें.
अगर नीति "ब्राउज़र में साइन इन करना ज़रूरी है" पर सेट की हुई है, तो उपयोगकर्ता को खाता चुनने का विकल्प दिखाई देगा और ब्राउज़र का इस्तेमाल करने के लिए उसे एक खाता चुनकर साइन इन करना होगा. इससे यह पक्का किया जाता है कि प्रबंधित खातों के लिए खाते से जुड़ी नीतियां लागू करके चालू कर दी गई हैं. इससे जिन मामलों में डोमेन एडमिन या "SyncDisabled" नीति की ओर से सिंक बंद हो उन्हें छोड़कर, खाते के लिए 'Chrome सिंक' डिफ़ॉल्ट रूप से चालू हो जाता है. BrowserGuestModeEnabled का डिफ़ॉल्ट मान 'गलत' पर सेट कर दिया जाएगा. ध्यान दें कि इस नीति को चालू करने के बाद, साइन इन नहीं की गईं मौजूदा प्रोफ़ाइल लॉक कर दी जाएंगी और एक्सेस नहीं की जा सकेंगी. ज़्यादा जानकारी के लिए, 'सहायता केंद्र लेख' देखें: https://support.google.com/chrome/a/answer/7572556.
अगर यह नीति सेट नहीं है तो उपयोगकर्ता तय कर सकता है कि वह ब्राउज़र में साइन इन करने का विकल्प चालू करे या नहीं और ठीक लगने पर इस्तेमाल करे या नहीं.
यह नीति नियंत्रित करती है कि पहले से मौजूद DNS क्लाइंट का उपयोग Google Chrome में किया जाए या नहीं.
अगर नीति 'सही' पर सेट हो तो, उपलब्ध होने पर, पहले से मौजूद DNS क्लाइंट का उपयोग किया जाएगा.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट हो तो, पहले से मौजूद DNS क्लाइंट का उपयोग कभी नहीं किया जाएगा.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, उपयोगकर्ता यह बदल पाएंगे कि क्या पहले से मौजूद DNS क्लाइंट का उपयोग chrome://flags में बदलाव करके किया जाता है या एक कमांड-लाइन फ़्लैग को तय करके.
This policy allows Google Chrome OS to bypass any proxy for captive portal authentication.
This policy only takes effect if a proxy is configured (for example through policy, by the user in chrome://settings, or by extensions).
If you enable this setting, any captive portal authentication pages (i.e. all web pages starting from captive portal signin page until Google Chrome detects successful internet connection) will be displayed in a separate window ignoring all policy settings and restrictions for the current user.
If you disable this setting or leave it unset, any captive portal authentication pages will be shown in a (regular) new browser tab, using the current user's proxy settings.
subjectPublicKeyInfo हैश की सूची के लिए प्रमाणपत्र पारदर्शिता से जुड़ी ज़रूरतें लागू करना बंद करती है.
यह नीति उन प्रमाणपत्र श्रृंखलाओं के लिए प्रमाणपत्र पारदर्शिता प्रकट करने की ज़रूरतें बंद करने देती है जिनमें बताए गए subjectPublicKeyInfo हैश में से किसी एक हैश वाले प्रमाणपत्र मौजूद होते हैं. यह एंटरप्राइज़ होस्ट के लिए उन प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल किया जाना जारी रखने देती है, जो किसी दूसरी वजह से अविश्वसनीय होते हैं, क्योंकि वे सही तरीके से सार्वजनिक तौर पर प्रकट नहीं किए गए थे.
इस नीति के सेट किए हुए होने पर प्रमाणपत्र पारदर्शिता लागू करने को बंद किए जाने के लिए, आगे बताई गई कोई एक शर्त पूरी होनी चाहिए: 1. हैश, सर्वर प्रमाणपत्र की subjectPublicKeyInfo की सूची में मौजूद है. 2. हैश, प्रमाणपत्र श्रृंखला में किसी CA प्रमाणपत्र में दिखाई देने वाली subjectPublicKeyInfo की सूची में मौजूद है, वह CA प्रमाणपत्र X.509v3 nameConstraints एक्सटेंशन के ज़रिए सीमित होता है, permittedSubtrees में एक या उससे ज़्यादा directoryName nameConstraints मौजूद होते हैं और directoryName में organizationName विशेषता होती है. 3. हैश, प्रमाणपत्र श्रृंखला में किसी CA प्रमाणपत्र में दिखाई देने वाली subjectPublicKeyInfo की सूची में मौजूद है, प्रमाणपत्र के विषय में CA प्रमाणपत्र में एक या उससे ज़्यादा organizationName विशेषताएं होती हैं और सर्वर के प्रमाणपत्र में organizationName विशेषताओं वाला ही नंबर उसी क्रम में मौजूद होता है और उसके मान बाइट-दर-बाइट समान होते हैं.
subjectPublicKeyInfo हैश को "/" वर्ण से जुड़े हुए हैश एल्गोरिद्म नाम के ज़रिए बताया जाता है और उस हैश एल्गोरिद्म का Base64 कोड में बदलने का तरीका बताए गए प्रमाणपत्र के DER कोड में बदले गए subjectPublicKeyInfo हैश पर लागू होता है. इस Base64 को कोड में बदलने का तरीके का फ़ॉर्मैट किसी SPKI फ़िंगरप्रिंट के समान होता है, जैसा कि RFC 7469, सेक्शन 2.4 में बताया गया है. अपरिचित हैश एल्गोरिद्म नज़रअंदाज़ कर दिए जाते हैं. फ़िलहाल सिर्फ़ "sha256" हैश एल्गोरिद्म ही काम करता है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो प्रमाणपत्र पारदर्शिता नीति के मुताबिक प्रकट नहीं किए जाने पर उन सभी प्रमाणपत्रों को अविश्वसनीय माना जाएगा जिन्हें प्रमाणपत्र पारदर्शिता के ज़रिए प्रकट करना ज़रूरी है.
विरासती प्रमाणपत्र अनुमतियों की सूची के लिए प्रमाणपत्र पारदर्शिता से जुड़ी ज़रूरतें लागू करना बंद करती है.
यह नीति उन प्रमाणपत्र श्रृंखलाओं के लिए प्रमाणपत्र पारदर्शिता प्रकट करने की ज़रूरतें बंद करने देती है जिनमें बताए गए subjectPublicKeyInfo हैश में से किसी एक हैश वाले प्रमाणपत्र मौजूद होते हैं. यह एंटरप्राइज़ होस्ट के लिए उन प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल किया जाना जारी रखने देती है, जो किसी दूसरी वजह से अविश्वसनीय होते हैं, क्योंकि वे सही तरीके से सार्वजनिक तौर पर प्रकट नहीं किए गए थे.
इस नीति के सेट किए हुए होने पर प्रमाणपत्र पारदर्शिता लागू करने को बंद किए जाने के लिए, विरासती प्रमाणपत्र अनुमति (CA) के रूप में पहचाने गए CA प्रमाणपत्र में subjectPublicKeyInfo में दिखाई देने वाला हैश मौजूद होना चाहिए. विरासती CA वह CA होती है जो Google Chrome पर काम करने वाले एक या उससे ज़्यादा ऑपरेटिंग सिस्टम पर डिफ़ॉल्ट रूप से सार्वजनिक तौर पर विश्वसनीय होती है, लेकिन यह Android ओपन सोर्स प्रोजेक्ट या Google Chrome OS की ओर से विश्वसनीय नहीं होती है.
subjectPublicKeyInfo हैश को "/" वर्ण से जुड़े हुए हैश एल्गोरिद्म नाम के ज़रिए बताया जाता है और उस हैश एल्गोरिद्म का Base64 कोड में बदलने का तरीका बताए गए प्रमाणपत्र के DER कोड में बदले गए subjectPublicKeyInfo हैश पर लागू होता है. इस Base64 को कोड में बदलने का तरीके का फ़ॉर्मैट किसी SPKI फ़िंगरप्रिंट के समान होता है, जैसा कि RFC 7469, सेक्शन 2.4 में बताया गया है. अपरिचित हैश एल्गोरिद्म नज़रअंदाज़ कर दिए जाते हैं. फ़िलहाल सिर्फ़ "sha256" हैश एल्गोरिद्म ही काम करता है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो प्रमाणपत्र पारदर्शिता नीति के मुताबिक प्रकट नहीं किए जाने पर उन सभी प्रमाणपत्रों को अविश्वसनीय माना जाएगा जिन्हें प्रमाणपत्र पारदर्शिता के ज़रिए प्रकट करना ज़रूरी है.
सूची में शामिल किए गए URL के लिए 'प्रमाणपत्र पारदर्शिता' की ज़रूरत को लागू करना बंद करती है.
यह नीति तय किए गए किसी खास URL में होस्टनाम के प्रमाणपत्रों को 'प्रमाणपत्र पारदर्शिता' के ज़रिए ज़ाहिर नहीं करती है. यह उन प्रमाणपत्रों का उपयोग किया जाना जारी रखने की अनुमति देती है, जो भरोसे के लायक नहीं होते क्योंकि वे ठीक तरह से सार्वजनिक तौर पर ज़ाहिर नहीं किए गए थे. हालांकि, यह उन होस्ट के लिए गलत तरीके से जारी किए गए प्रमाणपत्रों का पता लगाना ज़्यादा मुश्किल बना देती है.
https://www.chromium.org/administrators/url-blacklist-filter-format के अनुसार किसी URL पैटर्न को फ़ॉर्मैट किया जाता है. हालांकि, प्रमाणपत्र किसी खास होस्टनाम के लिए ही मान्य होते हैं जो स्कीम, पोर्ट या पाथ से स्वतंत्र होता है, फिर भी URL के सिर्फ़ होस्टनाम हिस्से को ही स्वीकार किया जाता है. वाइल्डकार्ड होस्ट समर्थित नहीं होते हैं.
अगर इस नीति को जोड़ा नहीं गया है तो, 'प्रमाणपत्र पारदर्शिता' नीति के अनुसार ज़ाहिर नहीं किए जाने पर उन सभी प्रमाणपत्रों को अविश्वसनीय के रूप में देखा जाएगा जिन्हें 'प्रमाणपत्र पारदर्शिता' के ज़रिए ज़ाहिर किया जाना ज़रूरी है.
अगर यह नीति बंद हो तो, वह Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा को सिस्टम में अनचाहा सॉफ़्टवेयर स्कैन करने और उसे हटाने से रोकती है. Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा को chrome://settings/cleanup से मैन्युअल रूप से शुरू करने की सुविधा बंद है.
अगर यह नीति चालू हो या सेट नहीं हो तो, Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा समय-समय पर सिस्टम में अनचाहे सॉफ़्टवेयर स्कैन करती है और अगर ऐसा कोई सॉफ़्टवेयर मिलता है, तो उपयोगकर्ता से पूछती है कि क्या वे इसे हटाना चाहते हैं. Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा को chrome://settings से मैन्युअल रूप से शुरू करने की सुविधा चालू है.
यह नीति Windows के ऐसे इंस्टेंस पर मौजूद नहीं है जो किसी Microsoft® Active Directory® डोमेन में शामिल नहीं हैं.
अगर यह नीति सेट नहीं हो तो, Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा के ज़रिए अनचाहा सॉफ़्टवेयर मिलने पर, वह SafeBrowsingExtendedReportingEnabled के ज़रिए सेट की गई नीति के मुताबिक, स्कैन के मेटाडेटा की रिपोर्ट Google को कर सकती है. इसके बाद Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा उपयोगकर्ता से पूछेगी कि क्या वे अनचाहा सॉफ़्टवेयर हटाना चाहते हैं. उपयोगकर्ता हटाए जाने के नतीजों को Google से शेयर कर सकते हैं ताकि आगे अनचाहे सॉफ़्टवेयर की पहचान करने में मदद मिल सके. इन नतीजों में फ़ाइल मेटाडेटा, अपने आप इंस्टॉल होने वाले एक्सटेंशन और रजिस्ट्री कुंजी होती हैं जिनके बारे में Chrome के उस दस्तावेज में बताया गया है जिसमें, निजता की जानकारी दी गई है.
अगर यह नीति बंद हो तो, Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा के ज़रिए अनचाहा सॉफ़्टवेयर मिलने पर, वह SafeBrowsingExtendedReportingEnabled के ज़रिए सेट की गई किसी भी नीति को रद्द करते हुए Google को स्कैन के मेटाडेटा के बारे में नहीं बताएगी. Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा उपयोगकर्ता से पूछेगी कि क्या वे अनचाहा सॉफ़्टवेयर हटाना चाहते हैं. सॉफ़्टवेयर हटाए जाने के नतीजों की रिपोर्ट Google को नहीं की जाएगी और उपयोगकर्ता के पास ऐसा करने का विकल्प नहीं होगा.
अगर यह नीति चालू हो तो, Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा के ज़रिए अनचाहा सॉफ़्टवेयर मिलने पर, वह SafeBrowsingExtendedReportingEnabled के ज़रिए सेट की गई नीति के मुताबिक, स्कैन के मेटाडेटा की रिपोर्ट Google को कर सकती है. Chrome से हानिकारक सॉफ़्टवेयर हटाने की सुविधा उपयोगकर्ता से पूछेगी कि क्या वे अनचाहा सॉफ़्टवेयर हटाना चाहते हैं. सॉफ़्टवेयर हटाए जाने के नतीजों की रिपोर्ट Google को की जाएगी और उपयोगकर्ता के पास उससे बचने का विकल्प नहीं होगा.
यह नीति Windows के ऐसे इंस्टेंस पर मौजूद नहीं है जो किसी Microsoft® Active Directory® डोमेन में शामिल नहीं हैं.
Google Chrome OS डिवाइस निष्क्रिय या निलंबित हो जाने पर लॉक सक्षम करें.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं, तो उपयोगकर्ताओं से डिवाइस को निष्क्रिय से अनलॉक करने के लिए एक पासवर्ड मांगा जाएगा.
अगर आप इस सेटिंग को बंद करते हैं, तो उपयोगकर्ताओं से डिवाइस को निष्क्रिय से अनलॉक करने के लिए पासवर्ड नहीं मांगा जाएगा.
अगर आप इस सेटिंग को चालू या बंद करते हैं, तो उपयोगकर्ता उसे बदल नहीं सकते या उसे ओवरराइड नहीं कर सकते हैं.
अगर पॉलिसी को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो उपयोगकर्ता चुन सकता है कि उससे डिवाइस को अनलॉक करने के लिए पासवर्ड मांगा जाए या नहीं.
यह नीति Google Chrome OS डिवाइसों पर 'एक से ज़्यादा प्रोफ़ाइल सत्र' में उपयोगकर्ता के व्यवहार को नियंत्रित करती है.
अगर यह नीति 'MultiProfileUserBehaviorUnrestricted' पर सेट है, तो उपयोगकर्ता 'एक से ज़्यादा प्रोफ़ाइल सत्र' में या तो प्राथमिक या कोई दूसरा उपयोगकर्ता हो सकता है.
अगर यह नीति 'MultiProfileUserBehaviorMustBePrimary' पर सेट है, तो उपयोगकर्ता 'एक से ज़्यादा प्रोफ़ाइल सत्र' में सिर्फ़ प्राथमिक उपयोगकर्ता हो सकता है.
अगर यह नीति 'MultiProfileUserBehaviorNotAllowed' पर सेट है, तो उपयोगकर्ता 'एक से ज़्यादा प्रोफ़ाइल सत्र' का हिस्सा नहीं हो सकता.
अगर आप इस सेटिंग को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकते या ओवरराइड नहीं कर सकते.
अगर सेटिंग को उपयोगकर्ता के 'एक से ज़्यादा प्रोफ़ाइल सत्र' में साइन इन रहने के दौरान बदला जाता है, तो सत्र के सभी उपयोगकर्ताओं की उनकी-उनकी सेटिंग के हिसाब से जाँच की जाएगी. अगर उपयोगकर्ताओं में से किसी एक को सत्र में रहने की अनुमति नहीं दी जाती तो सत्र बंद कर दिया जाएगा.
अगर नीति सेट नहीं की जाती है, तो एंटरप्राइज़-प्रबंधित उपयोगकर्ताओं के लिए डिफ़ॉल्ट मान 'MultiProfileUserBehaviorMustBePrimary' लागू होगा और गैर-प्रबंधित उपयोगकर्ताओं के लिए 'MultiProfileUserBehaviorUnrestricted' का उपयोग किया जाएगा.
जब एक से ज़्यादा उपयोगकर्ताओं ने साइन इन किया हुआ हो तो, सिर्फ़ प्राथमिक उपयोगकर्ता ही Android ऐप्लिकेशन का उपयोग कर सकता है.
उस रिलीज़ चैनल को निर्दिष्ट करती है, जिससे यह डिवाइस लॉक किया जाना चाहिए.
अगर यह नीति सही पर सेट है और ChromeOsReleaseChannel नीति की जानकारी नहीं दी गई है, तो फिर नामांकन डोमेन के उपयोगकर्ताओं को डिवाइस के रिलीज़ चैनल को बदलने की अनुमति मिल जाएगी. अगर यह नीति गलत पर सेट है, तो डिवाइस जिस भी चैनल में अंतिम बार सेट होगा उसमें लॉक हो जाएगा.
उपयोगकर्ता के चुने गए चैनल को ChromeOsReleaseChannel नीति से ओवरराइड कर दिया जाएगा, लेकिन अगर नीति चैनल, डिवाइस पर इंस्टॉल किए हुए से ज़्यादा स्थिर होता है, फिर वह चैनल, डिवाइस पर इंस्टॉल किए हुए की अपेक्षा ज़्यादा स्थिर चैनल के किसी उच्च वर्शन संख्या पर पहुंच जाने के बाद ही स्विच करेगा.
Google Chrome को Google Cloud Print और मशीन से कनेक्ट किए गए लीगेसी प्रिंटर के बीच प्रॉक्सी की तरह कार्य करने में सक्षम बनाती है.
यदि यह सेटिंग सक्षम है या कॉन्फ़िगर नहीं है, तो उपयोगकर्ता अपने Google खाते के साथ प्रमाणीकरण द्वारा मेघ मुद्रण प्रॉक्सी सक्षम कर सकते हैं.
यदि यह सेटिंग अक्षम है, तो उपयोगकर्ता प्रॉक्सी को सक्षम नहीं कर सकते, और मशीन को Google Cloud Print के साथ प्रिंटर शेयर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
प्रिंट के लिए Google Cloud Print में दस्तावेज़ सबमिट करने के लिए Google Chrome को सक्षम करता है. ध्यान दें: यह केवल Google Chrome में Google Cloud Print समर्थन को प्रभावित करता है. यह उपयोगकर्ताओं को वेबसाइटों पर प्रिंट कार्य सबमिट करने से नहीं रोकता है.
यदि सेटिंग सक्षम है या कॉन्फ़िगर नहीं की गई है, तो उपयोगकर्ता Google Chrome प्रिंट डॉयलॉग से Google Cloud Print में प्रिंट कर सकता है.
यदि सेटिंग अक्षम है, तो उपयोगकर्ता Google Chrome प्रिंट डॉयलॉग से Google Cloud Print में प्रिंट नहीं कर सकता
सेट नहीं होने या सही पर सेट होने पर Google Chrome में सभी घटकों के लिए घटक के अपडेट चालू करती है.
अगर गलत पर सेट किया जाता है, तो घटकों के अपडेट बंद हो जाते हैं. हालांकि, कुछ घटकों पर यह नीति लागू नहीं होती है: ऐसे किसी भी घटक के अपडेट बंद नहीं किए जाते हैं जिसमें एक्ज़ीक्यूटेबल कोड नहीं है या जो ब्राउज़र के व्यवहार में अहम बदलाव नहीं करता है या जो उसकी सुरक्षा के लिए बहुत ज़रूरी है. ऐसे घटकों के उदाहरणों में प्रमाणपत्र निरस्त करने की सूचियां और सुरक्षित ब्राउज़िंग डेटा शामिल हैं. सुरक्षित ब्राउज़िंग के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए https://developers.google.com/safe-browsing देखें.
यह नीति Google Chrome के 'सामग्री व्यू' में 'खोजने के लिए टैप करें' सुविधा को चालू करती है.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं तो, 'खोजने के लिए टैप करें' सुविधा उपयोगकर्ता के लिए उपलब्ध होगी और वह इसे चालू या बंद कर सकता है.
अगर आप यह सेटिंग बंद करते हैं तो, 'खोजने के लिए टैप करें' सुविधा पूरी तरह बंद कर दी जाएगी.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है तो, यह इस सुविधा को चालू करने जैसा होगा, ऊपर दी गई जानकारी देखें.
अगर इसे सही पर सेट किया जाता है या सेट नहीं किया जाता है, तो Google Chrome मौजूदा पेज से जुड़े पेज का सुझाव देगा. इन सुझावों को Google के सर्वर से दूर से ही फ़ेच किया जाएगा.
अगर इस सेटिंग को गलत पर सेट किया जाता है, तो सुझावों को न तो फ़ेच किया जाएगा, न ही उन्हें दिखाया जाएगा.
इस उपयोगकर्ता को Crostini को चलाने दें.
अगर नीति 'गलत' पर सेट होती है, तो Crostini को उपयोगकर्ता के लिए चालू नहीं किया गया है. अगर नीति 'सही' पर सेट होती है या सेट नहीं होती है, तो उपयोगकर्ता के लिए Crostini तब तक चालू रहता है जब तक कि दूसरी सेटिंग भी उसे अनुमति देती हैं. तीनों नीतियों, VirtualMachinesAllowed, CrostiniAllowed और DeviceUnaffiliatedCrostiniAllowed का उस समय 'सही' होना ज़रूरी है जब उन्हें Crostini को चलाने देने के लिए लागू किया जाता है. जब यह नीति 'गलत' में बदली जाती है, तो यह नए Crostini कंटेनर शुरू करने पर लागू हो जाती है लेकिन यह ऐसे कंटेनर को बंद नहीं करती है जो पहले से चल रहे हैं.
डेटा का आकार कम करने संबंधी प्रॉक्सी को चालू या बंद करें और उपयोगकर्ताओं को यह सेटिंग बदलने से रोकें.
अगर आप इस सेटिंग को चालू या बंद करते हैं, तो उपयोगकर्ता इस सेटिंग को बदल या इसे रद्द नहीं कर सकते.
अगर इस नीति को जोड़ा नहीं जाता है, तो उपयोगकर्ता डेटा का आकार कम करने संबंधी प्रॉक्सी सुविधा का फ़ायदा उठा सकेंगे और इसका उपयोग करने या न करने को चुन सकेंगे.
Google Chrome में डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र जाँच कॉन्फ़िगर करती है और उपयोगकर्ताओं को उन्हें बदलने से रोकती है.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं, तो Google Chrome स्टार्टअप के समय हमेशा जाँच करेगा कि यह डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र है या नहीं और मुमकिन होने पर खुद को अपने आप रजिस्टर कर लेगा.
अगर यह सेटिंग बंद की जाती है, तो Google Chrome कभी भी जाँच नहीं करेगा कि यह डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र है या नहीं और उपयोगकर्ता नियंत्रणों को यह विकल्प सेट नहीं करने देगा.
अगर यह सेटिंग सेट नहीं की जाती है, तो Google Chrome उपयोगकर्ता को यह नियंत्रित करने देगा कि यह डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र है या नहीं और ऐसा नहीं होने पर उपयोगकर्ता सूचनाएं दिखाई जानी चाहिए या नहीं.
Microsoft® Windows के एडमिन के लिए नोट: यह सेटिंग चालू करने की सुविधा सिर्फ़ Windows 7 पर चल रही मशीनों पर काम करेगी. Windows 8 से शुरू होने वाले Windows के वर्शन के लिए, आपको ऐसी "डिफ़ॉल्ट ऐप्लिकेशन एसोसिएशन" फ़ाइल लागू करनी होगी जो Google Chrome को https और http प्रोटोकॉल (और विकल्प के तौर पर, ftp प्रोटोकॉल और फ़ाइल फ़ॉर्मैट जैसे कि .html, .htm, .pdf, .svg, .webp, वगैरह...) का हैंडलर बना देगी. ज़्यादा जानकारी के लिए https://support.google.com/chrome?p=make_chrome_default_win देखें.
उस डिफ़ॉल्ट निर्देशिका को कॉन्फ़िगर करती है, जिसका उपयोग Google Chrome फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए करेगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं तो, यह उस डिफ़ॉल्ट निर्देशिका को बदल देगी जिसमें Google Chrome फ़ाइल डाउनलोड करता है. इस नीति का पालन करना ज़रूरी नहीं है, इसलिए उपयोगकर्ता निर्देशिका में बदलाव कर सकेगा.
अगर आप इस नीति को सेट नहीं करते हैं, तो Google Chrome उसकी सामान्य डिफ़ॉल्ट निर्देशिका (प्लैटफ़ॉर्म-आधारित) का इस्तेमाल करेगा.
इस्तेमाल किए जा सकने वाले वैरिएबल की सूची के लिए https://www.chromium.org/administrators/policy-list-3/user-data-directory-variables देखें.
Google Chrome डिफ़ॉल्ट प्रिंटर चुनने के नियमों को ओवरराइड करती है.
यह नीति Google Chrome में डिफ़ॉल्ट प्रिंटर चुनने के नियम तय करती है. चुनने की यह प्रक्रिया 'प्रिंट फ़ंक्शन' को पहली बार किसी प्रोफ़ाइल के साथ इस्तेमाल करने पर सामने आती है.
इस नीति को सेट किए जाने पर Google Chrome सभी तय की गई विशेषताओं से मिलान करने वाला प्रिंटर ढूंढने की कोशिश करेगा और उसे डिफ़ॉल्ट प्रिंटर के रूप में चुनेगा. नीति से मिलान करने वाला जो पहला प्रिंटर मिलता है, उसे चुना जाता है. अगर पूरी तरह से मिलान करने वाला कोई प्रिंटर ना मिले, तो खोज के दौरान पहले सामने आने वाले क्रम में प्रिंटर चुने जाते हैं.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है या समय खत्म होने से पहले मिलान करने वाला प्रिंटर नहीं मिलता है, तो पहले से मौजूद पीडीएफ़ प्रिंटर को डिफ़ॉल्ट प्रिंटर के रूप में चुन लिया जाता है. अगर पीडीएफ़ प्रिंटर उपलब्ध नहीं होता है, तो कोई प्रिंटर नहीं चुना जाता है.
नीचे दिए गए स्कीमा की पुष्टि करते हुए, मान को JSON ऑब्जेक्ट के रूप में पार्स किया जाता है: { "type": "object", "properties": { "kind": { "description": "मिलान करने वाले प्रिंटर की खोज को प्रिंटर के खास सेट तक सीमित करना है या नहीं.", "type": "string", "enum": [ "local", "cloud" ] }, "idPattern": { "description": "प्रिंटर आईडी से मिलान करने के लिए रेगुलर एक्सप्रेशन.", "type": "string" }, "namePattern": { "description": "प्रिंटर के दिखाई देने वाले नाम से मिलान करने के लिए रेगुलर एक्सप्रेशन.", "type": "string" } } }
Google Cloud Print से कनेक्ट किए गए प्रिंटर "cloud" माने जाते हैं, बाकी प्रिंटर "local" की श्रेणी में रखे जाते हैं. किसी फ़ील्ड को हटाने का मतलब है सभी मानों का मिलान करना, उदाहरण के लिए, कनेक्टिविटी तय नहीं करने से 'प्रिंट की झलक' सभी तरह के प्रिंटर, स्थानीय और क्लाउड प्रिंटर की खोज शुरू कर देगी. रेगुलर एक्सप्रेशन पैटर्न को JavaScript RegExp सिंटैक्स फ़ॉलो करना होगा और मिलान केस संवेदी होते हैं.
इस नीति का Android ऐप्लिकेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
आपको यह नियंत्रित करने देती है कि डेवलपर टूल कहां इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
अगर यह नीति 'DeveloperToolsDisallowedForForceInstalledExtensions' (मान 0, जो डिफ़ॉल्ट मान है) पर सेट की जाती है, तो डेवलपर टूल और 'JavaScript कंसोल' सामान्य तौर पर एक्सेस किए जा सकते हैं, लेकिन उन्हें एंटरप्राइज़ नीति के ज़रिए इंस्टॉल किए गए एक्सटेंशन के संदर्भ में एक्सेस नहीं किया जा सकता. अगर यह नीति 'DeveloperToolsAllowed' (मान 1) पर सेट की जाती है, तो डेवलपर टूल और 'JavaScript कंसोल' सभी संदर्भों में एक्सेस और इस्तेमाल किए जा सकते हैं, जिनमें एंटरप्राइज़ नीति के ज़रिए इंस्टॉल किए गए एक्सटेंशन का संदर्भ भी शामिल है. अगर यह नीति 'DeveloperToolsDisallowed' (मान 2) पर सेट की जाती है, तो डेवलपर टूल एक्सेस नहीं किए जा सकते हैं और अब वेबसाइट के तत्वों की जांच नहीं की जा सकती. डेवलपर टूल या 'JavaScript कंसोल' को खोलने वाले सभी कीबोर्ड शॉर्टकट और सभी मेन्यू या संदर्भ मेन्यू बंद हो जाएंगे.
यह नीति Android डेवलपर के लिए सेटिंग और टूल का एक्सेस भी नियंत्रित करती है. अगर आप इस नीति को 'DeveloperToolsDisallowed' (मान 2) पर सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता डेवलपर के लिए सेटिंग और टूल एक्सेस नहीं कर सकते. अगर आप इस नीति को किसी दूसरे मान पर सेट करते हैं या इसे सेट किए बिना छोड़ देते हैं, तो उपयोगकर्ता Android सेटिंग ऐप्लिकेशन में बिल्ड नंबर पर सात बार टैप करके डेवलपर के लिए सेटिंग और टूल एक्सेस कर सकते हैं.
यह नीति M68 में खत्म कर दी गई है, कृपया इसके बजाय DeveloperToolsAvailability का इस्तेमाल करें.
डेवलपर टूल और JavaScript कंसोल को बंद करती है.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं, तो डेवलपर टूल एक्सेस नहीं किए जा सकते हैं और अब वेब-साइट के तत्वों की जाँच नहीं की जा सकती. डेवलपर टूल या JavaScript कंसोल को खोलने वाले सभी कीबोर्ड शॉर्टकट और सभी मेन्यू या संदर्भ मेन्यू बंद कर दिए जाएंगे.
इस विकल्प को बंद पर सेट करने या इसे सेट किए बिना छोड़ देने से उपयोगकर्ता को डेवलपर टूल और JavaScript कंसोल का इस्तेमाल करने की मंज़ूरी मिल जाएगी.
अगर DeveloperToolsAvailability नीति सेट हो, तो DeveloperToolsDisabled नीति को अनदेखा कर दिया जाता है.
यह नीति Android डेवलपर विकल्प का एक्सेस भी नियंत्रित करती है. यदि आप इस नीति को सही पर सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता डेवलपर विकल्प का एक्सेस नियंत्रित नहीं कर सकते. यदि आप इस नीति को गलत पर सेट करते हैं या सेट किए बिना छोड़ देते हैं, तो उपयोगकर्ता Android सेटिंग ऐप्लिकेशन में बिल्ड संख्या पर सात बार टैप करके डेवलपर विकल्प एक्सेस कर सकते हैं.
अगर यह नीति गलत पर सेट की जाती है तो, Google Chrome OS ब्लूटूथ को बंद कर देगा और उपयोगकर्ता उसे वापस चालू नहीं कर पाएगा.
अगर यह नीति सही पर सेट की जाती है या उसे सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो उपयोगकर्ता अपनी मर्ज़ी से ब्लूटूथ को चालू या बंद कर सकेगा.
अगर यह नीति सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता उसे न ही बदल सकता है और न ही रद्द कर सकता है.
ब्लूटूथ चालू करने के बाद, बदलावों को लागू करने के लिए उपयोगकर्ता को पहले लॉग आउट करके फिर से लॉग इन करना होगा (ब्लूटूथ बंद करते समय ऐसा करने की ज़रूरत नहीं है).
Controls whether Google Chrome OS allows new user accounts to be created. If this policy is set to false, users that do not have an account already will not be able to login.
If this policy is set to true or not configured, new user accounts will be allowed to be created provided that DeviceUserWhitelist does not prevent the user from logging in.
This policy controls whether new users can be added to Google Chrome OS. It does not prevent users from signing in to additional Google accounts within Android. If you want to prevent this, configure the Android-specific accountTypesWithManagementDisabled policy as part of ArcPolicy.
एंटरप्राइज़ डिवाइस के आईटी ए़डमिन इस फ़्लैग का उपयोग यह नियंत्रित करने के लिए कर सकते हैं कि उपयोगकर्ताओं को 'Chrome OS रजिस्ट्रेशन' के ज़रिए ऑफ़र रिडीम कराने की अनुमति दी जाए या नहीं.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट है या सेट नहीं की जाती है तो, उपयोगकर्ता 'Chrome OS रजिस्ट्रेशन' के ज़रिए ऑफ़र रिडीम करा सकेंगे.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट है तो, उपयोगकर्ता ऑफ़र रिडीम नहीं करा सकेंगे.
सही पर सेट होने पर स्वत: अपडेट अक्षम करती है.
इस सेटिंग के कॉन्फ़िगर नहीं होने या गलत पर सेट होने पर Google Chrome OS डिवाइस अपने आप अपडेट की जाँच करते हैं.
चेतावनी: स्वत: अपडेट सक्षम रहने देने की अनुशंसा की जाती है, ताकि उपयोगकर्ताओं को सॉफ़्टवेयर अपडेट और ज़रूरी सुरक्षा समाधान मिलें. स्वत: अपडेट बंद करने से उपयोगकर्ता जोखिम में पड़ सकते हैं.
निर्दिष्ट करता है कि p2p का OS अपडेट पेलोड के लिए उपयोग करना है या नहीं. यदि सही पर सेट है, तो डिवाइस संभावित रूप से इंटरनेट बैंड्विड्थ उपयोग और कंजेशन को कम करते हुए शेयर करेंगे और LAN पर मौजूद अपडेट पेलोड का उपयोग करने का प्रयास करेंगे. यदि अपडेट पेलोड LAN पर उपलब्ध नहीं है, तो डिवाइस अपडेट सर्वर से डाउनलोड करना प्रारंभ कर देगा. यदि गलत पर सेट है या कॉन्फ़िगर नहीं है, तो p2p का उपयोग नहीं किया जाएगा.
यह नीति ऐसी समय-सीमाएं नियंत्रित करती है जिनके दौरान Google Chrome OS डिवाइस अपने आप अपडेट की जांच नहीं कर सकता है. जब यह नीति समय अंतरालों की किसी भरी हुई सूची पर सेट हो तो: डिवाइस, बताए गए समय अंतरालों के दौरान अपने आप अपडेट की जांच नहीं कर सकेंगे. जिन डिवाइस में रोलबैक की ज़रूरत है या जिनमें Google Chrome OS के कम से कम ज़रूरी वर्शन से पहले का वर्शन है, उन पर सुरक्षा में आ सकने वाली समस्याओं की वजह से इस नीति का कोई असर नहीं पड़ेगा. इसके अलावा, यह नीति उपयोगकर्ताओं या एडमिन की ओर से अनुरोध की गई अपडेट की जांचों को ब्लॉक नहीं करेगी. जब यह नीति सेट नहीं हो या इसमें कोई समय अंतराल नहीं हो तो: यह नीति अपने आप होने वाली अपडेट की किसी भी जांच को ब्लॉक नहीं करेगी, लेकिन उन्हें दूसरी नीतियां ब्लॉक कर सकती हैं.
डेवलपर मोड अवरुद्ध करें.
यदि यह नीति सही पर सेट की जाती है, तो Google Chrome OS डिवाइस को डेवलपर मोड में बूट होने से रोकेगा. डेवलपर स्विच चालू होने पर सिस्टम बूट होने से मना कर देगा और एक गड़बड़ी स्क्रीन दिखाएगा.
यदि यह नीति सेट नहीं की जाती या गलत पर सेट की जाती है, तो डेवलपर मोड डिवाइस के लिए उपलब्ध रहेगा.
This policy controls Google Chrome OS developer mode only. If you want to prevent access to Android Developer Options, you need to set the DeveloperToolsDisabled policy.
निर्धारित करता है कि क्या डिवाइस के लिए डेटा रोमिंग सक्षम किया जाना चाहिए. अगर सही पर सेट हो, तो डेटा रोमिंग की अनुमति है. बिना कॉन्फ़गर किए या गलत पर सेट हो तो, डेटा रोमिंग उपलब्ध नहीं होगी.
यह तय करती है कि Google Chrome OS लॉग आउट के बाद स्थानीय खाता डेटा रखे या नहीं. अगर यह सही पर सेट होती है तो, Google Chrome OS कोई निरंतर खाता नहीं रखता और लॉग आउट के बाद उपयोगकर्ता सत्र से सभी डेटा हटा दिए जाएंगे. अगर यह नीति गलत पर सेट हो या कॉन्फ़िगर नहीं की गई हो तो, डिवाइस (सुरक्षित किया गया) स्थानीय उपयोगकर्ता डेटा रख सकता है.
अगर यह नीति सही पर सेट है या कॉन्फ़िगर नहीं है तो, Google Chrome OS मेहमान लॉग इन मोड को चालू करेगा. मेहमान लॉग इन मोड बिना नाम वाले उपयोगकर्ता सत्र हैं और इनके लिए पासवर्ड की ज़रूरत नहीं होती है.
अगर यह नीति गलत पर सेट है तो, Google Chrome OS मेहमान लॉग इन सत्रों को शुरू नहीं होने देगा.
डीएचसीपी अनुरोधों में इस्तेमाल किए जाने वाले डिवाइस का होस्टनाम तय करती है.
अगर यह नीति किसी ऐसी स्ट्रिंग पर सेट की जाती है जो खाली नहीं है तो, डीएचसीपी अनुरोध के दौरान उस स्ट्रिंग का इस्तेमाल डिवाइस होस्टनाम की तरह किया जाएगा.
इस स्ट्रिंग में ऐसे वैरिएबल ${ASSET_ID}, ${SERIAL_NUM}, ${MAC_ADDR}, ${MACHINE_NAME} हैं, जिन्हें होस्टनाम के तौर पर इस्तेमाल किए जाने से पहले डिवाइस पर मौजूद मानों से बदल दिया जाएगा. इसके नतीजे के ज़रिए होने वाला बदलाव एक मान्य होस्टनाम होना चाहिए (जैसा कि RFC 1035, सेक्शन 3.1 में बताया गया है).
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती या बदलाव के बाद मिला मान एक मान्य होस्टनाम नहीं है तो, डीएचसीपी अनुरोध में कोई भी होस्टनाम सेट नहीं किया जाएगा.
यह वे सुरक्षा प्रकार सेट करती है जिनकी अनुमति किसी Microsoft® Active Directory® सर्वर से केर्बेरोस टिकट का अनुरोध करने पर मिल जाती है.
अगर नीति 'सभी' पर सेट होती है तो, 'aes256-cts-hmac-sha1-96' और 'aes128-cts-hmac-sha1-96' दोनों AES सुरक्षा प्रकार और साथ ही RC4 सुरक्षा प्रकार 'rc4-hmac' की अनुमति होती है. अगर सर्वर पर दोनों प्रकार काम करते हैं तो, AES सुरक्षा प्रकार को प्राथमिकता दी जाती है. ध्यान दें कि RC4 असुरक्षित होता है और अगर सर्वर पर AES सुरक्षा काम कर सकती है तो, सर्वर को इसके लिए फिर से कॉन्फ़िगर करना चाहिए.
अगर नीति 'मज़बूत' पर सेट होती है या वह सेट नहीं होती है तो, सिर्फ़ AES सुरक्षा प्रकारों की अनुमति होती है.
अगर नीति 'विरासती' पर सेट होती है तो, सिर्फ़ RC4 सुरक्षा प्रकार की अनुमति होती है. यह विकल्प असुरक्षित होता है और इसकी सिर्फ़ बहुत ही खास परिस्थितियों में ज़रूरत होनी चाहिए.
https://wiki.samba.org/index.php/Samba_4.6_Features_added/changed#Kerberos_client_encryption_types भी देखें.
स्वत:-प्रवेश के लिए बेलआउट कीबोर्ड शॉर्टकट सक्षम करें.
यदि यह नीति सेट नहीं की जाती या सही पर सेट की जाती है और किसी डिवाइस-स्थानीय खाते को शून्य-विलंब स्वत:-प्रवेश के लिए कॉन्फ़िगर किया जाता है, तो Google Chrome OS स्वत:-प्रवेश को बायपास करने तथा प्रवेश स्क्रीन को दिखाने के लिए Ctrl+Alt+S शॉर्टकट का सम्मान करेगा.
यदि यह नीति गलत पर सेट की जाती है, तो शून्य-विलंब स्वत:-प्रवेश (कॉन्फ़िगर होने पर) बायपास नहीं किया जा सकता.
डिवाइस-स्थानीय खाते के अपने आप लॉगिन में देरी.
अगर |DeviceLocalAccountAutoLoginId| नीति सेट नहीं होती है, तो इस नीति का कोई असर नहीं पड़ेगा. नहीं तो:
अगर यह नीति सेट होती है, तो यह उपयोगकर्ता गतिविधि के बिना उस समयावधि को तय करेगी जिसे |DeviceLocalAccountAutoLoginId| नीति के बताए हुए डिवाइस-स्थानीय खाते में लॉग इन करने से पहले अपने आप बीत जाना चाहिए.
अगर यह नीति सेट नहीं होती है, तो टाइम आउट के तौर पर 0 मिलीसेकंड का इस्तेमाल किया जाएगा.
नीति को मिलीसेकंड में बताया जाता है.
देरी के बाद अपने आप लॉगिन करने के लिए एक डिवाइस-स्थानीय खाता.
अगर यह नीति सेट होती है, तो बिना उपयोगकर्ता इंटरैक्शन वाली लॉगिन स्क्रीन पर बीत चुकी समयावधि के बाद बताया गया सत्र अपने आप लॉग इन हो जाएगा. डिवाइस-स्थानीय खाता पहले से ही कॉन्फ़िगर होना चाहिए (|DeviceLocalAccounts| देखें).
अगर यह नीति सेट नहीं होती है, तो कोई भी लॉगिन अपने आप नहीं होगा.
अगर नीति गलत पर सेट की जाती है, तो 'प्रबंधित मेहमान सत्र' https://support.google.com/chrome/a/answer/3017014 - मानक "सार्वजनिक सत्र" में बताए गए तरीके से बर्ताव करेगा.
अगर यह नीति सही पर सेट की जाती है या सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो 'प्रबंधित मेहमान सत्र' का सामना "प्रबंधित सत्र" के बर्ताव से होगा जिसके चलते नियमित "सार्वजनिक सत्र" के लिए लागू कई पाबंदियां हट जाएंगी.
अगर यह नीति सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता न तो इसे बदल सकता है न ही ओवरराइड कर सकता है.
ऑफ़लाइन होने पर नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन संकेत को सक्षम करें.
यदि यह नीति सेट नहीं है या सही पर सेट की गई है और शून्य-विलंब स्वत: प्रवेश के लिए डिवाइस-स्थानीय खाता कॉन्फ़िगर किया गया है तथा डिवाइस में इंटरनेट की एक्सेस नहीं है, तो Google Chrome OS नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन संकेत दिखाएगा.
यदि यह नीति गलत पर सेट है, तो नेटवर्क कॉन्फ़िगरेश संकेत के बजाय एक गड़बड़ी संदेश दिखाई देगा.
प्रवेश स्क्रीन पर दिखाए जाने वाले डिवाइस-स्थानीय खातों की सूची निर्दिष्ट करता है.
प्रत्येक सूची प्रविष्टि किसी पहचानकर्ता को निर्दिष्ट करती है, जिसका उपयोग आंतरिक रूप से भिन्न डिवाइस-स्थानीय खातों को अलग-अलग बताने के लिए किया जाता है.
Specifies a list of apps that are installed silently on the login screen, without user interaction, and which cannot be uninstalled. All permissions requested by the apps are granted implicitly, without user interaction, including any additional permissions requested by future versions of the app.
Note that, for security and privacy reasons, extensions are not allowed to be installed using this policy. Moreover, the devices on the Stable channel will only install the apps that belong to the whitelist bundled into Google Chrome. Any items that don't conform to these conditions will be ignored.
If an app that previously had been force-installed is removed from this list, it is automatically uninstalled by Google Chrome.
Each list item of the policy is a string that contains an extension ID and an "update" URL separated by a semicolon (;). The extension ID is the 32-letter string found e.g. on chrome://extensions when in developer mode. The "update" URL should point to an Update Manifest XML document as described at https://developer.chrome.com/extensions/autoupdate. Note that the "update" URL set in this policy is only used for the initial installation; subsequent updates of the extension employ the update URL indicated in the extension's manifest.
For example, gbchcmhmhahfdphkhkmpfmihenigjmpp;https://clients2.google.com/service/update2/crx installs the Chrome Remote Desktop app from the standard Chrome Web Store "update" URL. For more information about hosting extensions, see: https://developer.chrome.com/extensions/hosting.
अगर साइट कोई प्रमाणपत्र मांगती है, तो यह आपको ऐसे यूआरएल पैटर्न की सूची तय करने देती है जिसमें ऐसी साइटें होती हैं जिनके लिए SAML फ़्लो होस्ट करने वाली फ़्रेम में साइन-इन स्क्रीन पर क्लाइंट प्रमाणपत्र अपने आप चुना जाता है. SAML IdP को प्रस्तुत किया जाने वाला डिवाइस-व्यापी प्रमाणपत्र कॉन्फ़िगर करना इसके इस्तेमाल का एक उदाहरण है.
मान JSON शब्दकोशों वाली स्ट्रिंग की सारिणी होना चाहिए. हर शब्दकोश का फ़ॉर्मैट { "pattern": "$URL_PATTERN", "filter" : $FILTER } होना चाहिए, जहां $URL_PATTERN एक सामग्री सेटिंग पैटर्न है. $FILTER यह प्रतिबंधित करता है कि ब्राउज़र किन क्लाइंट प्रमाणपत्रों से अपने आप चुनेगा. भले ही फ़िल्टर कोई भी हो, सिर्फ़ ऐसे प्रमाणपत्र चुने जाएंगे जिनका मिलान सर्वर के प्रमाणपत्र अनुरोध से होता है. अगर $FILTER का फ़ॉर्मैट { "ISSUER": { "CN": "$ISSUER_CN" } } है, तो अतिरिक्त रूप से सिर्फ़ ऐसे क्लाइंट प्रमाणपत्र चुने जाते हैं जिन्हें CommonName $ISSUER_CN वाले प्रमाणपत्र के ज़रिए जारी किया जाता है. अगर $FILTER खाली शब्दकोश {} है, तो क्लाइंट प्रमाणपत्रों का चुनाव अतिरिक्त रूप से प्रतिबंधित नहीं किया जाता है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो किसी भी साइट के लिए अपने आप चुनाव नहीं किया जाएगा.
अगर इस नीति को किसी खाली स्ट्रिंग पर सेट किया जाता है या कॉन्फ़िगर नहीं किया जाता है तो, उपयोगकर्ता के साइन इन के दौरान Google Chrome OS अपने आप पूरा होने वाला कोई विकल्प नहीं दिखाएगा. अगर इस नीति को डोमेन नाम के बारे में बताने वाले किसी स्ट्रिंग पर सेट किया जाता है तो, उपयोगकर्ता के साइन इन करने पर Google Chrome OS अपने आप पूरा होने वाला विकल्प दिखाएगा. इसकी मदद से उपयोगकर्ता डोमेन नाम एक्सेटेंशन के बिना सिर्फ़ अपना नाम लिख सकेगा. उपयोगकर्ता इस डोमेन नाम एक्सटेंशन को बदल सकेगा.
यह कॉन्फ़िगर करती है कि Google Chrome OS साइन-इन स्क्रीन पर किस-किस कीबोर्ड लेआउट की अनुमति है.
अगर यह नीति इनपुट के तरीके की पहचान के लिए इस्तेमाल होने वाली जानकारी की किसी सूची पर सेट की जाती है, तो इनपुट के दिए गए तरीके साइन-इन स्क्रीन पर उपलब्ध होंगे. इनपुट का पहले से दिया गया तरीका पहले से चुना हुआ होगा. साइन-इन स्क्रीन पर कोई उपयोगकर्ता पॉड फ़ोकस होने पर, इस नीति के दिए गए इनपुट के तरीकों के अलावा उपयोगकर्ता का पिछला उपयोग किया गया इनपुट का तरीका भी उपलब्ध होगा. अगर यह नीति सेट नहीं की जाती, तो साइन-इन स्क्रीन पर मौजूद इनपुट के तरीके उस स्थान-भाषा से लिए जाएंगे, जिसमें साइन-इन स्क्रीन दिखाई गई है. जो मान, इनपुट के तरीके की पहचान करने वाली मान्य जानकारी नहीं हैं, उन्हें अनदेखा कर दिया जाएगा.
यह नीति 'साइन-इन स्क्रीन' पर लागू होती है. कृपया IsolateOrigins नीति भी देखें जो 'उपयोगकर्ता सत्र' पर लागू होती है. दोनों नीतियों को एक जैसे मान पर सेट करने का सुझाव दिया जाता है. अगर मान अलग-अलग होंगे तो, 'उपयोगकर्ता नीति' में बताया गया मान लागू करने के दौरान 'उपयोगकर्ता सत्र' शुरू करने में देरी हो सकती है. अगर नीति चालू हो, तो 'कॉमा-सेपरेटेड लिस्ट' में बताया गया हर मूल अपनी खुद की प्रक्रिया में चलेगा. इससे उप डोमेन के वे मूल भी आइसोलेट हो जाएंगे जिनके नाम दिए गए हैं; जैसे कि https://example.com/ बताने से https://foo.example.com/ भी https://example.com/ साइट के हिस्से के तौर पर आइसोलेट हो जाएगा. अगर नीति बंद हो, तो अलग से कोई 'साइट आइसोलेशन' नहीं होगा, साथ ही IsolateOrigins और SitePerProcess के फ़ील्ड ट्रायल बंद कर दिए जाएंगे. उपयोगकर्ता अभी भी मैन्युअल रूप से IsolateOrigins को चालू कर पाएंगे. अगर नीति कॉन्फ़िगर नहीं हो, तो 'साइन-इन स्क्रीन' के लिए प्लैटफ़ॉर्म की डिफ़ॉल्ट 'साइट आइसोलेशन' सेटिंग का इस्तेमाल किया जाएगा.
वह स्थान-भाषा कॉन्फ़िगर करती है, जिसे Google Chrome OS साइन-इन स्क्रीन पर लागू किया जाता है.
अगर यह नीति सेट की गई है, तो साइन-इन स्क्रीन हमेशा उस स्थान-भाषा में दिखाई देगी, जो इस नीति के पहले मान ने दी है (नीति को, बाद में काम करने लायक सुविधाओं की सूची के रूप में परिभाषित जाता है). अगर यह नीति सेट नहीं की गई है या किसी खाली सूची पर सेट की गई है, तो साइन-इन स्क्रीन पिछले उपयोगकर्ता सत्र की स्थान-भाषा में दिखाई जाएगी. अगर यह नीति ऐसे मान पर सेट की गई है, जो कि मान्य स्थान-भाषा नहीं है, तो साइन-इन स्क्रीन किसी फ़ॉलबैक स्थान-भाषा (इस समय en-US है) में दिखाई जाएगी.
Google Chrome OS में लॉग इन स्क्रीन पर पावर प्रबंधन को कॉन्फ़िगर करें.
यह नीति आपको यह कॉन्फ़िगर करने की सुविधा देती है कि लॉग इन स्क्रीन के दिखाई देने पर कुछ समय तक अगर किसी भी तरह की उपयोगकर्ता गतिविधि नहीं हो तो, Google Chrome OS का व्यवहार कैसा होगा. यह नीति एक साथ कई सेटिंग नियंत्रित करती है. अलग-अलग तौर पर इन सेटिंग का मतलब जानने और मान श्रेणियों के लिए, उन संबंधित नीतियों को देखें जो किसी सत्र में पावर प्रबंधन को नियंत्रित करती हैं. इन नीतियों में ये अंतर हैं: * कोई गतिविधि नहीं होने या लिड बंद होने पर की जाने वाली कार्रवाइयां सत्र को खत्म नहीं कर सकतीं. * AC पावर पर चलते समय, कोई गतिविधि नहीं होने पर की जाने वाली डिफ़ॉल्ट कार्रवाई शट डाउन करना है.
अगर कोई सेटिंग तय किए बिना छोड़ दी जाती है तो, डिफ़ॉल्ट मान का उपयोग किया जाता है.
अगर यह नीति सेट नहीं होती है तो, सभी सेटिंग के लिए डिफ़ॉल्ट का उपयोग किया जाता है.
यह नीति 'साइन-इन स्क्रीन' पर लागू होती है. कृपया SitePerProcess नीति भी देखें जो 'उपयोगकर्ता सत्र' पर लागू होती है. दोनों नीतियों को समान मान पर सेट करने का सुझाव दिया जाता है. अगर दोनों मान का मिलान नहीं होता है, तो उपयोगकर्ता नीति में बताया गया मान लागू किए जाने के दौरान 'उपयोगकर्ता सत्र' शुरू करते समय देरी हो सकती है. हो सकता है कि आप IsolateOrigins नीति की सेटिंग पर नज़र डालना चाहें, ताकि जिन साइटों को आप आइसोलेट करना चाहते हैं, उनकी सूची वाली IsolateOrigins का इस्तेमाल करके आइसोलेशन और उपयोगकर्ताओं के लिए सीमित प्रभाव, इन दोनों उपायों का सबसे अच्छा इस्तेमाल कर सकें. यह SitePerProcess सेटिंग सभी साइटों को आइसोलेट करती है. अगर नीति चालू हो, तो हर साइट उसकी अपनी प्रक्रिया में चलेगी. अगर नीति बंद हो, तो साफ़ तौर पर कोई साइट आइसोलेशन नहीं किया जाएगा, साथ ही IsolateOrigins और SitePerProcess के फ़ील्ड परीक्षण बंद कर दिए जाएंगे. उपयोगकर्ता अभी भी SitePerProcess को मैन्युअल रूप से चालू कर पाएंगे. अगर नीति कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है, तो उपयोगकर्ता इस सेटिंग को बदल सकेगा.
यह नीति वह दर (दिनों में) तय करती है जिस दर से क्लाइंट मशीन से जनरेट किया गया अपना 'खाता पासवर्ड' बदलता है. क्लाइंट जो पासवर्ड जनरेट करता है, वह रैंडम (किसी तय क्रम या तरीके के बिना) होता है और वह उपयोगकर्ता को दिखाई नहीं देता.
'उपयोगकर्ता पासवर्ड' की तरह ही, मशीन से जनरेट पासवर्ड भी नियमित रूप से बदले जाने चाहिए. इस नीति को बंद करने या ज़्यादा दिन के लिए सेट करने से सुरक्षा पर गलत असर पड़ सकता है क्योंकि इससे उन लोगों को मशीन से जनरेट 'खाता पासवर्ड' ढूंढने और उसका इस्तेमाल करने के लिए ज़्यादा समय मिल जाता है जो आपके खाते पर हमला कर सकते हैं.
अगर नीति सेट नहीं है तो, मशीन से जनरेट 'खाता पासवर्ड' हर 30 दिन में बदल जाता है.
अगर नीति को 0 पर सेट किया जाता है तो, मशीन से जनरेट 'खाता पासवर्ड' को बदलने की सुविधा बंद हो जाती है.
ध्यान दें कि अगर क्लाइंट लंबे समय से ऑफ़लाइन है तो, पासवर्ड तय किए गए दिनों की संख्या से ज़्यादा पुराने हो सकते हैं.
यह नियंत्रित करती है कि इस्तेमाल के मेट्रिक और निदान का डेटा, जिसमें खराबी रिपोर्ट शामिल हैं, वापस Google को रिपोर्ट किए जाते हैं या नहीं.
अगर सही पर सेट होती है, तो Google Chrome OS इस्तेमाल के मेट्रिक और निदान के डेटा की रिपोर्ट करेगा.
अगर गलत पर सेट होती है, तो मेट्रिक और निदान के डेटा की रिपोर्ट करने की सुविधा बंद होगी.
अगर कॉन्फ़िगर नहीं की हुई होती है, तो प्रबंधित नहीं किए गए डिवाइस पर मेट्रिक और निदान डेटा रिपोर्ट करने की सुविधा बंद होगी और प्रबंधित डिवाइस पर चालू होगी.
यह नीति Android उपयोग और गड़बड़ी संबंधी डेटा को इकट्ठा करना भी नियंत्रित करती है.
डिवाइस से जुड़े एंटरप्राइज़ प्रिंटर के लिए कॉन्फ़िगरेशन उपलब्ध कराती है.
यह नीति आपको Google Chrome OS डिवाइसों के लिए प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन उपलब्ध कराने देती है. इसका फ़ॉर्मैट NativePrinters शब्दकोश की तरह ही होता है, जिसमें श्वेतसूची में डालने या काली सूची में डालने के लिए हर प्रिंटर के लिए "id" या "guid" फ़ील्ड की अलग से ज़रूरत होती है. फ़ाइल 5 एमबी से ज़्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए और उसे JSON कोड में बदला जाना चाहिए. ऐसा अनुमान है कि करीब 21,000 प्रिंटर वाली फ़ाइल 5MB वाली फ़ाइल के रूप में कोड में बदल जाएगी. डाउनलोड सही और पूरी तरह से हुआ है या नहीं इसकी पुष्टि करने के लिए क्रिप्टोग्राफ़िक हैश का इस्तेमाल किया जाता है.
फ़ाइल को डाउनलोड करके कैश मेमोरी में रखा जाता है. यूआरएल या हैश में बदलाव होने पर उसे फिर से डाउनलोड किया जाएगा.
अगर यह नीति सेट की जाती है, तो Google Chrome OS प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन के लिए फ़ाइल डाउनलोड करेगा और DeviceNativePrintersAccessMode, DeviceNativePrintersWhitelist और DeviceNativePrintersBlacklist के मुताबिक प्रिंटर उपलब्ध कराएगा.
यह नीति इस पर कोई असर नहीं डालती कि उपयोगकर्ता अलग-अलग डिवाइस पर प्रिंटर कॉन्फ़िगर कर सकते हैं या नहीं. इसे अलग-अलग उपयोगकर्ताओं के प्रिंटर के कॉन्फ़िगरेशन का पूरक होने के लिए बनाया गया है.
यह नीति NativePrintersBulkConfiguration के आगे का भाग है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो कोई डिवाइस प्रिंटर उपलब्ध नहीं होगा और दूसरी DeviceNativePrinter* नीतियां नज़रअंदाज़ कर दी जाएंगी.
यह नियंत्रित करती है कि DeviceNativePrinters से कौन-कौनसे प्रिंटर उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध हैं.
बल्क प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक्सेस नीति के बारे में बताती है. अगर AllowAll को चुना जाता है, तो सभी प्रिंटर दिखाए जाते हैं. अगर BlacklistRestriction को चुना जाता है, तो तय किए गए प्रिंटर के एक्सेस सीमित करने के लिए DeviceNativePrintersBlacklist का इस्तेमाल किया जाता है. अगर WhitelistPrintersOnly को चुना जाता है, तो DeviceNativePrintersWhitelist सिर्फ़ चुने जा सकने वाले प्रिंटर के बारे में बताती है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो AllowAll की स्थिति मानी जाती है.
यह नीति उन प्रिंटर के बारे में बताती है जिनका इस्तेमाल उपयोगकर्ता नहीं कर सकता है.
इस नीति का इस्तेमाल तभी किया जा सकता है जब DeviceNativePrintersAccessMode के लिए BlacklistRestriction को चुना गया हो.
अगर इस नीति का इस्तेमाल किया जाता है तो, उपयोगकर्ता को इस नीति की सूची में शामिल आईडी को छोड़कर बाकी सभी प्रिंटर उपलब्ध कराए जाते हैं. आईडी, DeviceNativePrinters में बताई गई फ़ाइल के "id" या "guid" फ़ील्ड के मुताबिक होने चाहिए.
उन प्रिंटर के बारे में बताती है जिनका इस्तेमाल कोई उपयोगकर्ता कर सकता है.
इस नीति का इस्तेमाल तभी किया जाता है जब DeviceNativePrintersAccessMode के लिए WhitelistPrintersOnly को चुना गया हो
अगर इस नीति का इस्तेमाल किया जाता है तो, सिर्फ़ ऐसे प्रिंटर उपयोगकर्ता को उपलब्ध कराए जाते हैं जिनके आईडी इस नीति में दिए गए मान से मेल खाते हैं. आईडी DeviceNativePrinters में बताई गई फ़ाइल के "id" या "guid" फ़ील्ड के मुताबिक होने चाहिए.
अगर "OffHours" नीति सेट की जाती है तो, बताए गए समय अंतरालों के दौरान तय डिवाइस नीतियां (इन नीतियों की डिफ़ॉल्ट सेटिंग का इस्तेमाल करना) अनदेखी कर दी जाती हैं. जब "OffHours" समय सीमा शुरू या खत्म होती है तो, Chrome हर इवेंट पर डिवाइस नीतियां फिर से लागू करता है. "OffHours" समय खत्म होने पर उपयोगकर्ता को बताया जाएगा और उसे अपने आप साइन आउट कर दिया जाएगा और डिवाइस नीति की सेटिंग बदल दी जाएंगी (उदाहरण के लिए, जब उपयोगकर्ता ने किसी ऐसे खाते से लॉग इन किया हो जिसे मंज़ूरी नहीं मिली है).
किसी Google Chrome OS डिवाइस के सभी उपयोगकर्ताओं पर लागू होने के लिए नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन को पुश करने की अनुमति देती है. नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन, https://sites.google.com/a/chromium.org/dev/chromium-os/chromiumos-design-docs/open-network-configuration में वर्णित ओपन नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन प्रारूप द्वारा परिभाषित JSON-प्रारूपण स्ट्रिंग होता है
Android ऐप्लिकेशन इस नीति द्वारा सेट किए गए नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन और CA प्रमाणपत्रों का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन उनके पास कुछ कॉन्फ़िगरेशन विकल्पों का एक्सेस नहीं होता.
यह नीति 'डिवाइस नीति की जानकारी' के लिए क्वेरी की गई 'डिवाइस प्रबंधन सेवा' की अवधि को मिलीसेकंड में तय करती है.
यह नीति सेट करने से 3 घंटो का डिफ़ॉल्ट मान ओवरराइड हो जाता है. इस नीति के मान्य मान 1800000 (30 मिनट) से 86400000 (1 दिन) तक हैं. इस रेंज में न आने वाला कोई भी मान उसकी करीबी सीमा पर रख दिया जाएगा.
नीति सेट नहीं की जाती है तो, Google Chrome OS 3 घंटों के डिफ़ॉल्ट मान का उपयोग करेगा.
ध्यान दें कि अगर प्लैटफ़ॉर्म पर 'नीति के उल्लंघन की सूचनाओं' की सुविधा काम करती है तो, 'एक से दूसरे रीफ्रेश के बीच की देरी' को 24 घंटों (सभी डिफ़ॉल्ट और इस नीति के मान को अनदेखा करते हुए) पर सेट कर दिया जाएगा क्योंकि यह माना जाता है कि नीति में बदलाव होने पर 'नीति के उल्लंघन की सूचनाएं' अपने आप एक रीफ्रेश करेंगी. इस वजह से और जल्दी-जल्दी रीफ्रेश करने की ज़रूरत नहीं रह जाएगी.
The Quirks Server provides hardware-specific configuration files, like ICC display profiles to adjust monitor calibration.
When this policy is set to false, the device will not attempt to contact the Quirks Server to download configuration files.
If this policy is true or not configured then Google Chrome OS will automatically contact the Quirks Server and download configuration files, if available, and store them on the device. Such files might, for example, be used to improve display quality of attached monitors.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट है या कॉन्फ़िगर नहीं है तो, Google Chrome OS उपयोगकर्ता को डिवाइस बंद करने देगा. अगर यह नीति 'सही' पर सेट है तो, Google Chrome OS उपयोगकर्ता के डिवाइस को बंद करने पर उसे फिर से चालू (रीबूट) कर देगा. Google Chrome OS यूज़र इंटरफ़ेस (यूआई) में हर बार 'शटडाउन बटन' को 'रीबूट बटन' से बदल देता है. अगर उपयोगकर्ता 'पावर बटन' से डिवाइस को बंद कर देता है तो, वह अपने आप चालू नहीं होगा, भले ही नीति चालू हो.
यह Google Chrome OS उपलब्धियों की ऐसी कम से कम संख्या तय करती है जिसके लिए किसी भी समय स्थिर वर्शन से रोलबैक शुरू करने की मंज़ूरी दी जानी चाहिए.
डिफ़ॉल्ट, उपभोक्ता के लिए 0 है, एंटरप्राइज़ के नाम दर्ज किए हुए डिवाइस के लिए 4 (लगभग एक साल में आधे) है.
इस नीति को सेट करने से रोलबैक सुरक्षा कम से कम इतनी उपलब्धियों के लिए लागू होने से रोक दी जाती है.
इस नीति को किसी निचले मान पर सेट करने का प्रभाव हमेशा के लिए होता है: हो सकता है कि नीति को किसी बड़े मान पर रीसेट करन देने के बाद भी डिवाइस पहले वाले वर्शन पर रोल बैक न कर पाए.
वास्तविक रोलबैक की संभावनाएं बोर्ड और जटिल जोखिम पैच पर भी निर्भर हो सकती हैं.
यह बताती है कि क्या डिवाइस को DeviceTargetVersionPrefix के ज़रिए सेट किए गए वर्शन में रोल बैक करना चाहिए जबकि डिवाइस पहले से ही उसके बाद के वर्शन का इस्तेमाल कर रहा है.
RollbackDisabled डिफ़ॉल्ट है.
यह नीति बताती है कि अगर मौजूदा सुरक्षा तत्व हार्डवेयर, दो तरीके से पहचान की पुष्टि की सुविधा के साथ काम कर सकता है तो, किस तरह उसका इस्तेमाल कर इस सुविधा का फ़ायदा उठाया जा सकता है. उपयोगकर्ता की मौजूदगी का पता लगाने के लिए मशीन के पावर बटन का उपयोग किया जाता है.
अगर 'बंद' को चुना जाता है तो, कोई दूसरा तरीका उपलब्ध नहीं कराया जाता.
अगर 'U2F' को चुना जाता है तो, इससे जुड़ा दूसरा तरीका FIDO U2F निर्देश के अनुसार व्यवहार करेगा.
अगर 'U2F_EXTENDED' को चुना जाता है तो, इससे जुड़ा दूसरा तरीका U2F फ़ंक्शन के साथ-साथ व्यक्तिगत तौर पर पहचान की पुष्टि के लिए कुछ एक्सटेंशन उपलब्ध कराएगा.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट होती है या कॉन्फ़िगर नहीं होती है, तो Google Chrome OS लॉगिन स्क्रीन पर मौजूदा उपयोगकर्ता दिखाएगा और उनमें से एक को चुनने देगा.
अगर यह नीति गलत पर सेट होती है, तो Google Chrome OS लॉगिन स्क्रीन पर मौजूदा उपयोगकर्ता नहीं दिखाएगा. प्रबंधित सत्र के कॉन्फ़िगर नहीं हो जाने तक सामान्य साइन-इन स्क्रीन (जो उपयोगकर्ता के ईमेल और पासवर्ड या फ़ोन के लिए संकेत करती है) या बीच-बीच में विज्ञापन दिखाने वाली SAML स्क्रीन (अगर इसे LoginAuthenticationBehavior नीति के ज़रिए चालू किया गया हो) दिखाई जाएगी. जब 'प्रबंधित सत्र' कॉन्फ़िगर होता है, तो सिर्फ़ 'प्रबंधित सत्र' खाते ही दिखाए जाएंगे, जो इनमें से एक को चुनने देगा.
ध्यान रखें कि इस नीति का इस बात पर कोई असर नहीं पड़ता कि डिवाइस स्थानीय डेटा को बनाए रखता है या उसे खारिज कर देता है.
यह नीति अपने आप अपडेट होने के लिए टारगेट वर्शन सेट करती है.
यह एक टारगेट वर्शन का वह शुरुआती हिस्सा तय करती है जिसमें Google Chrome OS को अपडेट करना चाहिए. अगर डिवाइस ऐसे वर्शन का इस्तेमाल कर रहा है जो बताए हुए शुरुआती हिस्से से पुराना है तो, वह दिए गए शुरुआती हिस्से के साथ सबसे नए वर्शन में अपडेट हो जाएगा. अगर डिवाइस पहले से सबसे नए वर्शन का इस्तेमाल कर रहा है तो, असर DeviceRollbackToTargetVersion के मान के मुताबिक होते हैं. इस शुरुआती हिस्से का फ़ॉर्मैट, वर्शन के अलग-अलग हिस्से के मुताबिक काम करता है, जैसा कि नीचे दिए गए उदाहरण में दिखाया गया है:
"" (या कॉन्फ़िगर नहीं किया गया): उपलब्ध सबसे नए वर्शन में अपडेट करें. "1412.": 1412 के किसी भी छोटे वर्शन में अपडेट करें (जैसे कि 1412.24.34 या 1412.60.2) "1412.2.": 1412.2 के किसी भी छोटे वर्शन में अपडेट करें (जैसे कि 1412.2.34 या 1412.2.2) "1412.24.34": सिर्फ़ इस खास वर्शन में अपडेट करें
चेतावनी: वर्शन प्रतिबंधों को कॉन्फ़िगर करने का सुझाव नहीं दिया जाता है क्योंकि वे उपयोगकर्ताओं को सॉफ़्टवेयर अपडेट और महत्वपूर्ण सुरक्षा सुधार पाने से रोक सकते हैं. अपडेट को किसी खास वर्शन के शुरुआती हिस्से तक सीमित करने से उपयोगकर्ता खतरे में पड़ सकता है.
यह बताती है कि SAML IdP के ज़रिए लॉग इन के दौरान सेट की गई पहचान की पुष्टि करने वाली कुकी, उपयोगकर्ता की प्रोफ़ाइल में भेजी जानी चाहिए या नहीं.
जब कोई उपयोगकर्ता लॉग इन के दौरान किसी SAML IdP के ज़रिए पहचान साबित करता है तो, IdP के ज़रिए सेट की गई कुकी पहले किसी अस्थायी प्रोफ़ाइल में लिखी जाती हैं. पहचान की पुष्टि संंबंधी स्थिति को आगे बढ़ाने के लिए इन कुकी को उपयोगकर्ता की प्रोफ़ाइल में भेजा जा सकता है.
जब इस नीति को सही पर सेट किया जाता है तो, IdP के ज़रिए सेट की गई कुकी तब-तब उपयोगकर्ता की प्रोफ़ाइल में भेजी जाती हैं, जब-जब वे लॉग इन के दौरान SAML IdP से अलग पहचान साबित करते हैं.
जब इस नीति को गलत पर सेट किया जाता है या सेट नहीं किया जाता है तो, IdP के ज़रिए सेट की गई कुकी सिर्फ़ उस समय उपयोगकर्ता की प्रोफ़ाइल में भेजी जाती हैं, जब वे किसी डिवाइस पर पहली बार लॉग इन करते हैं.
यह नीति सिर्फ़ ऐसे उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करती है जिनका डोमेन, डिवाइस के नाम दर्ज़ करने वाले डोमेन से मिलता-जुलता है. बाकी सभी उपयोगकर्ताओं के लिए, IdP के ज़रिए सेट की गई कुकी सिर्फ़ उस समय उनकी प्रोफ़ाइल में भेजी जाती हैं, जब वे किसी डिवाइस पर पहली बार लॉग इन करते हैं.
उपयोगकर्ता की प्रोफ़ाइल में ट्रांसफ़र की गईं कुकी, Android ऐप्लिकेशन से एक्सेस नहीं की जा सकतीं.
अगर नीति 'गलत' पर सेट होती है, तो असंबद्ध उपयोगकर्ताओं को Crostini का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा.
अगर नीति सेट नहीं होती है या 'सही' पर सेट होती है, तो सभी उपयोगकर्ताओं को तब तक Crostini चलाने की अनुमति होती है जब तक कि दूसरी सेटिंग इसकी अनुमति देती हैं. तीनों नीतियों, VirtualMachinesAllowed, CrostiniAllowed और DeviceUnaffiliatedCrostiniAllowed का उस समय 'सही' होना ज़रूरी है जब उन्हें Crostini को चलाने देने के लिए लागू किया जाता है. जब यह नीति 'गलत' में बदली जाती है, तो यह नए When this policy is changed to false, it applies to starting new Crostini कंटेनर शुरू करने पर लागू होती है लेकिन यह ऐसे कंटेनर को बंद नहीं करती है जो पहले से चल रहे हैं.
OS अपडेट के लिए अनुमति प्राप्त कनेक्शन के प्रकार. OS अपडेट अपने आकार के कारण संभावित रूप से कनेक्शन पर अत्यधिक भार डालते हैं और इसके कारण अतिरिक्त शुल्क लग सकते हैं. इसीलिए, उन्हें महंगे माने जाने वाले कनेक्शन प्रकारों जैसे WiMax, Bluetooth और कभी-कभी सेल्युलर के लिए डिफ़ॉल्ट रूप से सक्षम नहीं किया जाता है.
मान्यता प्राप्त कनेक्शन प्रकार पहचानकर्ता हैं "इथरनेट", "wifi", "wimax", "bluetooth" और "सेल्युलर".
Google Chrome OS पर स्वत: अपडेट पेलोड HTTPS के बजाय HTTP के द्वारा डाउनलोड किए जा सकते हैं. इससे HTTP डाउनलोड का पारदर्शी HTTPS संचय हो पाता है.
यदि यह नीति सही पर सेट है, तो Google Chrome OS HTTP के द्वारा स्वत: अपडेट डाउनलोड करने का प्रयास करेगा. यदि नीति को गलत पर सेट है या सेट नहीं है, तो स्वत: अपडेट पेलोड को डाउनलोड करने के लिए HTTPS का उपयोग किया जाएगा.
किसी अपडेट के पहली बार सर्वर पर पुश किए जाने से लेकर किसी डिवाइस द्वारा उसके डाउनलोड में बार-बार किए जाने वाले विलंब की अवधि निर्दिष्ट करता है. डिवाइस दीवार-घड़ी के समय के संबंध में और बाकी के भाग की अपडेट जाँच की संख्या के संबंध में कुछ समय तक प्रतीक्षा कर सकता है. किसी भी स्थिति में, स्कैटर समय के साथ ऊपरी रूप पर परिबद्ध होता है ताकि डिवाइस हमेशा के लिए कभी भी किसी अपडेट के डाउनलोड होने की प्रतीक्षा में अटक न जाए.
यह नीति ऐसे प्रतिशतों की सूची तय करती है जिनसे OU में अपडेट मिलने के पहले दिन से, हर दिन अपडेट होने वाले Google Chrome OS डिवाइसों का हिस्सा तय होगा. अपडेट मिलने का समय, अपडेट प्रकाशित होने के समय के बाद का होगा क्योंकि डिवाइस पर अपडेट के लिए देखे जाने से पहले, अपडेट को प्रकाशित हुए कुछ समय बीत चुका होगा.
हर (दिन, प्रतिशत) की जोड़ी में समूह का वह प्रतिशत शामिल होगा जिसे अपडेट मिलने के बाद बताए गए दिनों में अपडेट किया जाना है. उदाहरण के लिए, अगर हमारे पास [(4, 40), (10, 70), (15, 100)] की जोड़ियां हैं, तो फिर समूह के 40% डिवाइस अपडेट दिखाई देने के 4 दिनों के बाद अपडेट किए जाने चाहिए. 70% डिवाइस 10 दिनों के बाद अपडेट किए जाने चाहिए और उसके बाद यह इसी तरीके से आगे बढ़ता जाएगा.
अगर इस नीति के लिए कोई मान तय किया गया हो, तो अपडेट DeviceUpdateScatterFactor नीति को अनदेखा करेंगे और उसके बजाय इस नीति के मुताबिक होंगे.
अगर यह सूची खाली हो, तो स्टेजिंग की कोई प्रक्रिया नहीं होगी और अपडेट दूसरी डिवाइस नीतियों के मुताबिक लागू किए जाएंगे.
यह नीति चैनल स्विच के लिए लागू नहीं होती.
यह नीति बताती है कि कंप्यूटर जीपीओ के ज़रिए उपयोगकर्ता नीति को प्रोसेस करना है या नहीं और अगर करना है तो, कैसे करना है.
अगर नीति 'डिफ़ॉल्ट' पर सेट की जाती है या सेट नहीं की जाती है तो, उपयोगकर्ता नीति सिर्फ़ उपयोगकर्ता जीपीओ से पढ़ी जाती है (कंप्यूटर जीपीओ को अनदेखा किया जाता है).
अगर नीति 'साथ मिलाएं' पर सेट की जाती है तो, उपयोगकर्ता जीपीओ में मौजूद उपयोगकर्ता नीति को कंप्यूटर जीपीओ की उपयोगकर्ता नीति के साथ मिला दिया जाता है (कंप्यूटर जीपीओ को प्राथमिकता मिलती है).
अगर नीति 'बदलें' पर सेट की जाती है तो, उपयोगकर्ता जीपीओ में मौजूद उपयोगकर्ता नीति को कंप्यूटर जीपीओ की उपयोगकर्ता नीति से बदल दिया जाता है (उपयोगकर्ता जीपीओ को अनदेखा किया जाता है).
Defines the list of users that are allowed to login to the device. Entries are of the form user@domain, such as madmax@managedchrome.com. To allow arbitrary users on a domain, use entries of the form *@domain.
If this policy is not configured, there are no restrictions on which users are allowed to sign in. Note that creating new users still requires the DeviceAllowNewUsers policy to be configured appropriately.
This policy controls who may start a Google Chrome OS session. It does not prevent users from signing in to additional Google accounts within Android. If you want to prevent this, configure the Android-specific accountTypesWithManagementDisabled policy as part of ArcPolicy.
अगर किसी भी उपयोगकर्ता ने अभी तक डिवाइस में साइन इन नहीं किया है तो, लॉगिन स्क्रीन पर दिखाई गई डिवाइस-लेवल वॉलपेपर इमेज को कॉन्फ़िगर करें. नीति को वह यूआरएल तय करके सेट किया जाता है, जिससे 'Chrome OS डिवाइस' वॉलपेपर इमेज डाउनलोड कर सकता है. डाउनलोड पूरा और सही तरह से हुआ है इसकी पुष्टि करने के लिए क्रिप्टोग्राफ़िक हैश का इस्तेमाल किया जाता है. इमेज जेपीईजी फ़ॉर्मैट में होनी चाहिए, उसकी फ़ाइल का आकार 16MB से ज़्यादा नहीं होना चाहिए. 'पहचान करने की किसी प्रक्रिया' के बिना यूआरएल का एक्सेस होना चाहिए. वॉलपेपर इमेज को डाउनलोड करके कैश के तौर पर सेव किया जाता है. कभी भी यूआरएल या हैश के बदले जाने पर, इसे फिर से डाउलनोड किया जा सकेगा.
नीति को एक ऐसी स्ट्रिंग के रूप में तय करना चाहिए, जो यूआरएल और हैश को जेएसओएन (जेसन) फ़ॉर्मैट, उदाहरण के लिए, { "url": "https://example.com/device_wallpaper.jpg", "hash": "examplewallpaperhash" } में दिखाती हो.
अगर डिवाइस वॉलपेपर नीति सेट हो और डिवाइस में किसी भी उपयोगकर्ता ने साइन इन न किया हो तो, 'Chrome OS डिवाइस' वॉलपेपर इमेज को डाउनलोड करके लॉग इन स्क्रीन पर उसका उपयोग करेगा. उपयोगकर्ता के साइन इन करने के बाद, उपयोगकर्ता की वॉलपेपर नीति लागू हो जाती है.
अगर डिवाइस वॉलपेपर नीति सेट न हो और उपयोगकर्ता की वॉलपेपर नीति सेट हो तो, क्या दिखाया जाए, यह उपयोगकर्ता की वॉलपेपर नीति से तय किया जाता है.
Enabling this setting prevents web pages from accessing the graphics processing unit (GPU). Specifically, web pages can not access the WebGL API and plugins can not use the Pepper 3D API.
Disabling this setting or leaving it not set potentially allows web pages to use the WebGL API and plugins to use the Pepper 3D API. The default settings of the browser may still require command line arguments to be passed in order to use these APIs.
If HardwareAccelerationModeEnabled is set to false, Disable3DAPIs is ignored and it is equivalent to Disable3DAPIs being set to true.
प्रिंट की झलक के बजाय सिस्टम प्रिंट संवाद दिखाती है.
जब यह सेटिंग चालू होती है और कोई उपयोगकर्ता पेज को प्रिंट किए जाने का अनुरोध करता है तो, Google Chrome पहले से मौजूद प्रिंट की झलक के बजाय सिस्टम प्रिंट संवाद खोलेगा.
अगर यह नीति सेट नहीं की गई हो या गलत पर सेट की गई हो तो, प्रिंट के लिए दिया गया निर्देश प्रिंट की झलक स्क्रीन को शुरू कर देता है.
जब उपयोगकर्ता ऐसी साइटों पर नेविगेट करते हैं जिन्हें दुर्भावनापूर्ण हो सकने वाली साइट के रूप में फ़्लैग किया गया है, तो सुरक्षित ब्राउज़िंग सेवा एक चेतावनी पेज दिखाती है. इस सेटिंग को चालू करना उपयोगकर्ताओं को किसी भी तरह से चेतावनी पेज से दुर्भावनापूर्ण साइट पर जाने से रोकता है.
अगर यह सेटिंग बंद की जाती है या कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है तो उपयोगकर्ता चेतावनी दिखाए जाने के बाद फ़्लैग की गई साइट पर जाना चुन सकते हैं.
सुरक्षित ब्राउज़िंग के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए https://developers.google.com/safe-browsing देखें.
If enabled, screenshots cannot be taken using keyboard shortcuts or extension APIs.
If disabled or not specified, taking screenshots is allowed.
This policy is deprecated. Please use the DefaultPluginsSetting to control the avalability of the Flash plugin and AlwaysOpenPdfExternally to control whether the integrated PDF viewer should be used for opening PDF files.
Specifies a list of plugins that are disabled in Google Chrome and prevents users from changing this setting.
The wildcard characters '*' and '?' can be used to match sequences of arbitrary characters. '*' matches an arbitrary number of characters while '?' specifies an optional single character, i.e. matches zero or one characters. The escape character is '\', so to match actual '*', '?', or '\' characters, you can put a '\' in front of them.
If you enable this setting, the specified list of plugins is never used in Google Chrome. The plugins are marked as disabled in 'about:plugins' and users cannot enable them.
Note that this policy can be overridden by EnabledPlugins and DisabledPluginsExceptions.
If this policy is left not set the user can use any plugin installed on the system except for hard-coded incompatible, outdated or dangerous plugins.
This policy is deprecated. Please use the DefaultPluginsSetting to control the avalability of the Flash plugin and AlwaysOpenPdfExternally to control whether the integrated PDF viewer should be used for opening PDF files.
Specifies a list of plugins that user can enable or disable in Google Chrome.
The wildcard characters '*' and '?' can be used to match sequences of arbitrary characters. '*' matches an arbitrary number of characters while '?' specifies an optional single character, i.e. matches zero or one characters. The escape character is '\', so to match actual '*', '?', or '\' characters, you can put a '\' in front of them.
If you enable this setting, the specified list of plugins can be used in Google Chrome. Users can enable or disable them in 'about:plugins', even if the plugin also matches a pattern in DisabledPlugins. Users can also enable and disable plugins that don't match any patterns in DisabledPlugins, DisabledPluginsExceptions and EnabledPlugins.
This policy is meant to allow for strict plugin blacklisting where the 'DisabledPlugins' list contains wildcarded entries like disable all plugins '*' or disable all Java plugins '*Java*' but the administrator wishes to enable some particular version like 'IcedTea Java 2.3'. This particular versions can be specified in this policy.
Note that both the plugin name and the plugin's group name have to be exempted. Each plugin group is shown in a separate section in about:plugins; each section may have one or more plugins. For example, the "Shockwave Flash" plugin belongs to the "Adobe Flash Player" group, and both names have to have a match in the exceptions list if that plugin is to be exempted from the blacklist.
If this policy is left not set any plugin that matches the patterns in the 'DisabledPlugins' will be locked disabled and the user won't be able to enable them.
इस नीति का अब इस्तेमाल नहीं होता. इसके बजाय कृपया URLBlacklist का उपयोग करें.
Google Chrome में शामिल प्रोटोकॉल स्कीम को बंद कर देता है.
इस सूची की किसी स्कीम का उपयोग करने वाले URL लोड नहीं होंगे और न ही वे नेविगेट किए जा सकेंगे.
अगर इस नीति को सेट नहीं किया जाता है या सूची खाली है तो, सभी स्कीम को Google Chrome में एक्सेस किया जा सकेगा.
यह नीति वह निर्देशिका कॉन्फ़िगर करती है, Google Chrome जिसका उपयोग डिस्क पर कैश फ़ाइलें सेव करने के लिए करेगा.
अगर आप यह नीति सेट करते हैं, तो Google Chrome इस निर्देशिका का उपयोग करेगा, भले ही उपयोगकर्ता ने '--disk-cache-dir' फ़्लैग तय किया हो या न तय किया हो. डेटा खोने या दूसरी गड़बड़ियों से बचने के लिए इस नीति को किसी वॉल्यूम की मूल निर्देशिका पर या दूसरे कामों के लिए उपयोग की जाने वाली निर्देशिका पर सेट नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि Google Chrome उसकी सामग्री प्रबंधित करता है.
उपयोग किए जा सकने वाले वैरिएबल की सूची देखने के लिए https://www.chromium.org/administrators/policy-list-3/user-data-directory-variables पर जाएं.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो 'डिफ़ॉल्ट कैश निर्देशिका' का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे '--disk-cache-dir' कमांड लाइन फ़्लैग से रद्द कर सकेगा.
यह नीति उस कैश मेमोरी के आकार को कॉन्फ़िगर करती है, जिसका उपयोग Google Chrome डिस्क में कैश फ़ाइलों को जमा करने के लिए करेगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो इस बात पर ध्यान दिए बिना कि उपयोगकर्ता ने '--disk-cache-size' फ़्लैग के बारे में बताया है या नहीं, Google Chrome मुहैया कराए गए कैश मेमोरी के आकार का उपयोग करेगा. इस नीति में बताया गया मान, कोई पत्थर की लकीर नहीं है बल्कि वह कैश मेमोरी के बारे में एक सुझाव है. कुछ मेगाबाइट से कम आकार का कोई भी मान बहुत छोटा होता है और उसे किसी सबसे कम संतुलित मान तक बढ़ा दिया जाएगा.
अगर इस नीति का मान 0 है, तो कैश मेमोरी के डिफ़ॉल्ट आकार का उपयोग किया जाएगा लेकिन उपयोगकर्ता उसे बदल नहीं सकेगा.
अगर यह नीति सेट नहीं है, तो डिफ़ॉल्ट आकार का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे --disk-cache-size फ़्लैग से बदल सकेगा.
अगर यह नीति सेट की जाती है तो, हर बार फिर से चालू करने और नीति मान बदलने के बाद उसके पहली बार कनेक्ट होने पर, हर डिसप्ले को स्क्रीन की तय की गई दिशा में घुमाया जाता है. उपयोगकर्ता, लॉग इन करने के बाद सेटिंग पेज के ज़रिए डिसप्ले को घुमा सकते हैं लेकिन अगली बार फिर से चालू करने पर नीति मान उनकी सेटिंग ओवरराइड कर देगा.
यह पॉलिसी, प्राथमिक और बाकी सभी तरह के डिसप्ले पर लागू होती है.
अगर नीति सेट नहीं की जाती है तो, डिफ़ॉल्ट मान 0 डिग्री होता है और उपयोगकर्ता चाहे तो उसे बदल सकता है. ऐसा होता है तो, दोबारा शुरू करने पर डिफ़ॉल्ट मान को फिर से लागू नहीं किया जाता.
यह नीति उस निर्देशिका को कॉन्फ़िगर करती है, Google Chrome जिसका उपयोग फ़ाइलें डाउनलोड करने के लिए करेगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं तो, Google Chrome उपलब्ध निर्देशिका का उपयोग करेगा, भले ही उपयोगकर्ता ने कोई निर्देशिका तय की हो या नहीं या हर बार डाउनलोड करने पर जगह दिखाने वाला फ़्लैग चालू किया हो या नहीं.
उपयोग किए जा सकने वाले वैरिएबल की सूची के लिए https://www.chromium.org/administrators/policy-list-3/user-data-directory-variables देखें.
अगर यह नीति सेट नहीं है तो डिफ़ॉल्ट निर्देशिका का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे बदल सकेगा.
इस नीति का Android ऐप्लिकेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. Android ऐप्लिकेशन हमेशा डिफ़ॉल्ट डाउनलोड निर्देशिका का उपयोग करते हैं और वे Google Chrome OS द्वारा डाउनलोड की गईं फ़ाइलें किसी गैर-डिफ़ॉल्ट डाउनलोड निर्देशिका में एक्सेस नहीं कर सकते हैं.
ऐसे डाउनलोड कॉन्फ़िगर करती है जिन्हें Google Chrome उपयोगकर्ताओं को सुरक्षा से जुड़े नतीजे में बदलाव करने की मंज़ूरी दिए बगैर पूरी तरह से ब्लॉक कर देगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो Google Chrome कुछ खास तरह के डाउनलोड रोक देगा और उपयोगकर्ता को सुरक्षा चेतावनियां नज़रअंदाज़ नहीं करने देगा.
जब 'खतरनाक डाउनलोड ब्लॉक करें' विकल्प चुना जाता है, तो सुरक्षित ब्राउज़िंग की चेतावनियों वाले डाउनलोड के अलावा सभी डाउनलोड को मंज़ूरी दी जाती है.
जब 'संभावित रूप से खतरनाक डाउनलोड ब्लॉक करें' विकल्प चुना जाता है, तो सुरक्षित ब्राउज़िंग की संभावित रूप से खतरनाक डाउनलोड की चेतावनियों वाले डाउनलोड के अलावा सभी डाउनलोड को मंज़ूरी दी जाती है.
'सभी डाउनलोड ब्लॉक करें' विकल्प चुने जाने पर, सभी डाउनलोड ब्लॉक होते हैं.
इस नीति को सेट नहीं करने (या 'कोई खास प्रतिबंध नहीं' विकल्प चुनने) पर सुरक्षित ब्राउज़िंग के विश्लेषण नतीजों के मुताबिक सामान्य सुरक्षा प्रतिबंधों को ध्यान में रखकर डाउनलोड किए जाएंगे.
नोट करें कि ये प्रतिबंध वेब पेज सामग्री के साथ ही 'डाउनलोड लिंक...' संदर्भ मेन्यू विकल्प से भी ट्रिगर किए गए डाउनलोड पर लागू होते हैं. ये प्रतिबंध इस समय दिखाए जा रहे पेज को सेव/डाउनलोड करने पर लागू नहीं होते हैं, न ही यह प्रिंटिंग विकल्प से पीडीएफ़ की तरह सेव करने पर लागू होता है.
सुरक्षित ब्राउज़िंग के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए https://developers.google.com/safe-browsing देखें.
If you enable this setting, users will be allowed to use Smart Lock if the requirements for the feature are satisfied.
If you disable this setting, users will not be allowed to use Smart Lock.
If this policy is left not set, the default is not allowed for enterprise-managed users and allowed for non-managed users.
Specifies the action that should be taken when the user's home directory was created with ecryptfs encryption and needs to transition to ext4 encryption.
If you set this policy to 'DisallowArc', Android apps will be disabled for the user and no migration from ecryptfs to ext4 encryption will be performed. Android apps will not be prevented from running when the home directory is already ext4-encrypted.
If you set this policy to 'Migrate', ecryptfs-encrypted home directories will be automatically migrated to ext4 encryption on sign-in without asking for user consent.
If you set this policy to 'Wipe', ecryptfs-encrypted home directories will be deleted on sign-in and new ext4-encrypted home directories will be created instead. Warning: This removes the user's local data.
If you set this policy to 'AskUser', users with ecryptfs-encrypted home directories will be offered to migrate.
This policy does not apply to kiosk users. If this policy is left not set, the device will behave as if 'DisallowArc' was chosen.
If you enable this setting, bookmarks can be added, removed or modified. This is the default also when this policy is not set.
If you disable this setting, bookmarks can not be added, removed or modified. Existing bookmarks are still available.
अस्थायी रूप से पुन: सक्षम किए जाने के लिए बहिष्कृत वेब प्लेटफ़ॉर्म सुविधाओं की सूची निर्दिष्ट करें.
यह नीति व्यवस्थापकों को बहिष्कृत वेब प्लेटफ़ॉर्म सुविधाओं को सीमित समय के लिए पुन: सक्षम करने की क्षमता प्रदान करती है. सुविधाओं की पहचान एक स्ट्रिंग टैग के द्वारा की जाती है और इस नीति के द्वारा निर्दिष्ट सूची में शामिल टैग से संबंधित सुविधाओं को पुन: सक्षम किया जाएगा.
यदि नीति सेट नहीं की जाती है या सूची खाली हो या उसका मिलान किसी एक समर्थित स्ट्रिंग टैग से नहीं होता हो, तो सभी बहिष्कृत वेब प्लैटफ़ॉर्म अक्षम बने रहेंगे.
यद्यपि उपरोक्त प्लैटफ़ॉर्म पर नीति स्वयं समर्थित है, लेकिन वह जिस सुविधा को सक्षम कर रही है वह संभवत: कुछ ही प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध होगी. सभी बहिष्कृत वेब प्लैटफ़ॉर्म सुविधाओं को पुन: सक्षम नहीं किया जा सकता है. केवल नीचे स्पष्ट रूप से सूचीबद्ध सुविधाओं को ही सीमित समय के लिए पुन: सक्षम किया जा सकता है, जो कि हर सुविधा के लिए भिन्न है. स्ट्रिंग टैग का सामान्य प्रारूप [DeprecatedFeatureName]_EffectiveUntil[yyyymmdd] होगा. संदर्भ के रूप में, आपको वेब प्लैटफ़ॉर्म सुविधा में होने वाले बदलावों का उद्देश्य https://bit.ly/blinkintents पर मिल जाएगा.
इस तथ्य को देखते हुए कि सॉफ़्ट-फ़ेल और ऑनलाइन निरस्तीकरण परीक्षणों से कोई असरदार सुरक्षा फ़ायदा नहीं मिलता, उन्हें Google Chrome वर्शन 19 और बाद के वर्शन में डिफ़ॉल्ट रूप से बंद कर दिया गया है. इस नीति को 'सही' पर सेट करके, काम करने का पिछला तरीका रीस्टोर कर दिया गया है और अब ऑनलाइन OCSP/CRL परीक्षण किए जाएंगे.
अगर इस नीति को सेट नहीं किया जाता या 'गलत' पर सेट किया जाता है, तो Google Chrome, Google Chrome 19 और बाद के वर्शन में ऑनलाइन निरस्तीकरण परीक्षण नहीं करेगा.
जब यह सेटिंग सक्षम होती है, तो Google Chrome SHA-1 हस्ताक्षरित प्रमाणपत्रों की तब तक अनुमति देता है जब तक कि वे किसी स्थानीय रूप से इंस्टॉल किए गए CA प्रमाणपत्रों को सफलतापूर्वक मान्य करते हैं और उससे जुड़ते हैं.
ध्यान रखें कि यह नीति SHA-1 हस्ताक्षरों को अनुमति देने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम प्रमाणपत्र सत्यापन स्टैक पर निर्भर करती है. यदि कोई OS अपडेट SHA-1 प्रमाणपत्रों के OS प्रबंधन में बदलाव करता है, तो हो सकता है कि यह नीति प्रभावी ना रहे. इसी के साथ, यह नीति एक अस्थायी वर्कअराउंड के रूप में लक्षित है ताकि उद्यमों को SHA-1 से दूर जाने के लिए अधिक समय दिया जा सके. यह नीति 1 जनवरी 2019 को या उसके आसपास कभी भी निकाल दिया जाएगा.
यदि यह नीति सेट नहीं है या यदि इसे गलत पर सेट किया गया है, तो फिर Google Chrome सार्वजनिक रूप से घोषित SHA-1 बहिष्करण शेड्यूल का पालन करेगा.
इस सेटिंग के चालू होने पर, Google Chrome Symantec Corporation के Legacy PKI संचालनों की ओर से जारी किए गए प्रमाणपत्रों को तब अनुमति देता है अगर वे अन्यथा किसी पहचाने हुए CA प्रमाणपत्र को सफलता से मान्य करते हैं और उससे जुड़ते हैं.
ध्यान रखें कि यह नीति उस ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भर करती है जो अभी भी Symantec की विरासती बुनियादी संरचना के प्रमाणपत्रों को पहचानता है. अगर किसी OS अपडेट से ऐसे प्रमाणपत्रों की OS हैंडलिंग में बदलाव होता है, तो इस नीति का कोई प्रभाव नहीं होगा. इसी के साथ, यह नीति एक अस्थायी वर्कअराउंड के रूप में लक्षित है ताकि उद्यमों को विरासती Symantec प्रमाणपत्रों से दूर जाने के लिए अधिक समय दिया जा सके. यह नीति 1 जनवरी 2019 को या उसके आस-पास कभी भी निकाल दी जाएगी.
अगर यह नीति सेट नहीं है या इसे गलत पर सेट किया गया है, तो फिर Google Chrome सार्वजनिक रूप से घोषित बहिष्करण शेड्यूल का पालन करेगा.
इस बहिष्करण पर अधिक जानकारी के लिए https://g.co/chrome/symantecpkicerts देखें.
यह नीति नियंत्रित करती है कि क्या सिंक सहमति उपयोगकर्ता को पहले साइन-इन में दिखाई जा सकती है. अगर उपयोगकर्ता के लिए सिंक सहमति की कभी ज़रूरत नहीं है, तो उसे गलत पर सेट किया जाना चाहिए. गलत पर सेट किया गया होने पर, सिंक सहमति नहीं दिखाई जाएगी. सही पर सेट होने पर या सेट नहीं की गई होने पर, सिंक सहमति दिखाई जाएगी.
This policy is deprecated. Please use the DefaultPluginsSetting to control the avalability of the Flash plugin and AlwaysOpenPdfExternally to control whether the integrated PDF viewer should be used for opening PDF files.
Specifies a list of plugins that are enabled in Google Chrome and prevents users from changing this setting.
The wildcard characters '*' and '?' can be used to match sequences of arbitrary characters. '*' matches an arbitrary number of characters while '?' specifies an optional single character, i.e. matches zero or one characters. The escape character is '\', so to match actual '*', '?', or '\' characters, you can put a '\' in front of them.
The specified list of plugins is always used in Google Chrome if they are installed. The plugins are marked as enabled in 'about:plugins' and users cannot disable them.
Note that this policy overrides both DisabledPlugins and DisabledPluginsExceptions.
If this policy is left not set the user can disable any plugin installed on the system.
जब इस नीति को चालू पर सेट किया जाता है, तो एंटरप्राइज़ नीति के ज़रिए इंस्टॉल किए गए एक्सटेंशन, 'एंटरप्राइज़ हार्डवेयर प्लैटफ़ॉर्म API (एपीआई)' का इस्तेमाल कर सकते हैं. जब इस नीति को बंद पर सेट किया जाता है या सेट नहीं किया जाता है, तो कोई एक्सटेंशन, 'एंटरप्राइज़ हार्डवेयर प्लैटफ़ॉर्म API (एपीआई)' का इस्तेमाल नहीं कर सकता है. 'Hangout सेवा' एक्सटेंशन जैसे घटक एक्सटेंशन पर भी यह नीति लागू होती है.
Google Chrome OS ऐप्लिकेशन और एक्सटेंशन को कैश मेमोरी में सेव करता है ताकि किसी एक डिवाइस पर एक से ज़्यादा उपयोगकर्ताओं को उन ऐप्लिकेशन और एक्सटेंशन को बार-बार डाउनलोड करने की ज़रूरत न पड़े. अगर यह नीति कॉन्फ़िगर नहीं है या मान एक एमबी से कम है तो, Google Chrome OS कैश के डिफ़ॉल्ट आकार का उपयोग करेगा.
कैश मेमोरी का उपयोग Android ऐप्लिकेशन के लिए नहीं किया जाता है. अगर एक से ज़्यादा उपयोगकर्ता एक ही Android ऐप्लिकेशन इंस्टॉल करते हैं, तो उसे हर एक उपयोगकर्ता के लिए नए सिरे से डाउनलोड किया जाएगा.
जब यह नीति सही पर सेट की जाती है, तो फ़ाइल ब्राउज़र में बाहरी स्टोरेज उपलब्ध नहीं होगा.
इस नीति से सभी प्रकार के संग्रहण मीडिया प्रभावित होते हैं. उदाहरण के लिए: USB फ़्लैश डिस्क, बाहरी हार्ड डिस्क, SD और अन्य मेमोरी कार्ड, ऑप्टिकल मेमोरी आदि. आंतरिक जगह प्रभावित नहीं होती है, इसलिए डाउनलोड फ़ोल्डर में सहेजी गईं फ़ाइलें अभी भी एक्सेस की जा सकती हैं. यह नीति Google डिस्क को भी प्रभावित नहीं करती है.
यदि यह सेटिंग अक्षम होती है या कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है, तो उपयोगकर्ता अपने डिवाइस पर बाहरी जगह के सभी समर्थित प्रकारों का उपयोग कर सकते हैं.
जब यह नीति सही पर सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता बाहरी स्टोरेज डिवाइस पर पर कुछ भी नहीं लिख सकते हैं.
यदि यह सेटिंग गलत पर सेट की जाती है या कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है, तो फिर उपयोगकर्ता ऐसे बाहरी स्टोरेज डिवाइस पर फ़ाइलें बना सकते हैं और उनमें बदलाव कर सकते हैं, जो भौतिक रूप से लिखने योग्य होते हैं.
ExternalStorageDisabled नीति को इस नीति पर प्राथमिकता मिलती है - यदि ExternalStorageDisabled को सही पर सेट किया जाता है, तो फिर बाहरी स्टोरेज का समस्त एक्सेस अक्षम हो जाता है और इसके फलस्वरूप इस नीति को अनदेखा कर दिया जाता है.
इस नीति का डायनामिक रीफ़्रेश M56 और उसके बाद के वर्शन में समर्थित है.
यह नीति लागू नहीं है, इसकी जगह BrowserSignin का इस्तेमाल किया जा सकता है.
अगर यह नीति 'सही' पर सेट की हुई है, तो उपयोगकर्ता को ब्राउज़र का इस्तेमाल करने से पहले अपनी प्रोफ़ाइल के ज़रिए Google Chrome में साइन इन करना होगा. BrowserGuestModeEnabled का डिफ़ॉल्ट मान 'गलत' पर सेट कर दिया जाएगा. ध्यान दें कि इस नीति को चालू करने के बाद, साइन नहीं की गईं मौजूदा प्रोफ़ाइल लॉक कर दी जाएंगी और एक्सेस नहीं की जा सकेंगी. ज़्यादा जानकारी के लिए, 'सहायता केंद्र लेख' देखें.
अगर यह नीति 'गलत' पर सेट की हुई है या कॉन्फ़िगर नहीं की हुई है, तो उपयोगकर्ता Google Chrome में साइन इन किए बिना ब्राउज़र का इस्तेमाल कर सकता है.
अगर चालू रहने के लिए सेट की जाती है तो, इस नीति की वजह से प्रोफ़ाइल 'अल्पकालिक मोड' में बदल जाती है. अगर इस नीति को किसी 'OS नीति' (जैसे कि Windows पर जीपीओ) के रूप में तय किया जाता है तो यह सिस्टम पर मौजूद हर प्रोफ़ाइल पर लागू होगी; अगर नीति को 'क्लाउड नीति' के रूप में सेट किया जाता है तो यह सिर्फ़ किसी प्रबंधित खाते से साइन इन की गई प्रोफ़ाइल पर लागू होगी.
इस मोड में प्रोफ़ाइल डेटा को सिर्फ़ 'उपयोगकर्ता सत्र' की अवधि तक डिस्क पर बनाए रखा जाता है. सुविधाएं, जैसे कि ब्राउज़र इतिहास, एक्सटेंशन और उनका डेटा, वेब डेटा, जैसे कि कुकी और वेब डेटाबेस, ब्राउज़र बंद होने के बाद सेव नहीं रखे जाते हैं. हालांकि इससे उपयोगकर्ता को किसी भी डेटा को डिस्क पर मैन्युअल रूप से डाउनलोड करने, पेज सेव करने या उन्हें प्रिंट करने से नहीं रोका जाता.
अगर उपयोगकर्ता ने 'सिंक की सुविधा' चालू की है तो यह सारा डेटा नियमित प्रोफ़ाइल की तरह ही उसकी सिंक की गई प्रोफ़ाइल में सेव रखा जाता है. अगर खास तौर से नीति ने बंद नहीं किया है तो, 'गुप्त मोड' भी उपलब्ध होता है.
अगर नीति बंद रहने के लिए सेट की जाती है या सेट नहीं की जाती है तो साइन इन करने से नियमित प्रोफ़ाइल खुल जाती हैं.
यह नीति, 'Google वेब सर्च' में क्वेरी को 'सुरक्षित खोज' की मदद से अंजाम देने की सुविधा लागू करती है. साथ ही उपयोगकर्ताओं को यह सेटिंग बदलने से रोकती है.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं तो, 'Google सर्च' में 'सुरक्षित खोज' हमेशा चालू रहती है.
अगर आप यह सेटिंग बंद करते हैं या कोई मान सेट नहीं करते हैं तो, 'Google सर्च' में 'सुरक्षित खोज' को लागू नहीं किया जाता.
If this policy is set to true, Google Chrome will unconditionally maximize the first window shown on first run. If this policy is set to false or not configured, the decision whether to maximize the first window shown will be based on the screen size.
This policy is deprecated, please use ForceGoogleSafeSearch and ForceYouTubeRestrict instead. This policy is ignored if either the ForceGoogleSafeSearch, the ForceYouTubeRestrict or the (deprecated) ForceYouTubeSafetyMode policies are set.
Forces queries in Google Web Search to be done with SafeSearch set to active and prevents users from changing this setting. This setting also forces Moderate Restricted Mode on YouTube.
If you enable this setting, SafeSearch in Google Search and Moderate Restricted Mode YouTube is always active.
If you disable this setting or do not set a value, SafeSearch in Google Search and Restricted Mode in YouTube is not enforced.
YouTube पर सबसे कम पाबंदी वाला मोड लागू करती है और उपयोगकर्ताओं को कम पाबंदी वाला मोड चुनने से रोकती है.
अगर यह सेटिंग 'सख्त' पर सेट की जाती है तो, YouTube पर सख्त पाबंदी वाला मोड हमेशा काम करता रहता है.
अगर यह सेटिंग 'थोड़ा नरम' पर सेट की जाती है तो, उपयोगकर्ता YouTube पर सिर्फ़ 'थोड़ा नरम पाबंदी वाला मोड' और 'सख्त पाबंदी वाला मोड' में से किसी एक को चुन सकता है लेकिन वह पाबंदी मोड को बंद नहीं कर सकता.
अगर यह सेटिंग बंद कर दी जाती है या कोई मान सेट नहीं किया जाता है तो, Google Chrome YouTube पर पाबंदी वाला मोड लागू नहीं करता. हालांकि, YouTube की नीतियों जैसी बाहरी नीतियां अभी भी पाबंदी वाला मोड लागू कर सकती हैं.
इस नीति का Android YouTube ऐप्लिकेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. यदि YouTube पर सुरक्षा मोड लागू किया जाना चाहिए, तो Android YouTube ऐप्लिकेशन के इंस्टॉलेशन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.
This policy is deprecated. Consider using ForceYouTubeRestrict, which overrides this policy and allows more fine-grained tuning.
Forces YouTube Moderate Restricted Mode and prevents users from changing this setting.
If this setting is enabled, Restricted Mode on YouTube is always enforced to be at least Moderate.
If this setting is disabled or no value is set, Restricted Mode on YouTube is not enforced by Google Chrome. External policies such as YouTube policies might still enforce Restricted Mode, though.
इस नीति का Android YouTube ऐप्लिकेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. यदि YouTube पर सुरक्षा मोड लागू किया जाना चाहिए, तो Android YouTube ऐप्लिकेशन के इंस्टॉलेशन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.
इस नीति के तहत 'फ़ुलस्क्रीन मोड' आता है जिसमें Google Chrome का यूज़र इंटरफ़ेस (यूआई) छिप जाता है और सिर्फ़ वेब पर मौजूद सामग्री ही दिखाई देती है.
अगर आप यह सामग्री 'कॉनफ़िगर नहीं की गई' की जगह 'चालू' पर सेट करते हैं तो, ऐसे इस्तेमाल करने वाले, ऐप्लिकेशन और एक्सटेंशन फ़ुलस्क्रीन मोड में जा सकते हैं जिन्हें ज़रूरी मंज़ूरियां मिली हुई हैं.
अगर यह नीति 'बंद' पर सेट है तो, कोई इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति, ऐप्लिकेशन या एक्स्टेंशन फ़ुलस्क्रीन मोड में नहीं जा सकेंगे.
Google Chrome OS के अलावा सभी प्लैटफ़ॉर्म पर, 'फ़ुलस्क्रीन मोड' बंद होने की स्थिति में किओस्क मोड भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.
इस नीति का Android ऐप्लिकेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. यदि इस नीति को False पर सेट किया गया हो, तब भी वे पूर्णस्क्रीन मोड में प्रवेश कर सकेंगे.
If this policy is set to true or left unset, hardware acceleration will be enabled unless a certain GPU feature is blacklisted.
If this policy is set to false, hardware acceleration will be disabled.
ऑनलाइन स्थिति को मॉनीटर करने के लिए प्रबंधन सर्वर को नेटवर्क पैकेट भेजें, ताकि सर्वर यह पता लगा सके कि डिवाइस ऑफ़लाइन है या नहीं.
यदि यह पॉलिसी सत्य पर सेट की जाती है, तो मॉनीटर किए जा रहे नेटवर्क पैकेट (तथाकथित heartbeats) भेजे जाएंगे. यदि पॉलिसी असत्य पर सेट है या सेट नहीं की गई है, तो कोई पैकेट नहीं भेजा जाएगा.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
निगरानी करने वाले नेटवर्क पैकेट कितने मिलीसेकंड में भेजे जाते हैं.
अगर यह नीति सेट नहीं की गई है, तो डिफ़ॉल्ट अंतराल 3 मिनट का होता है. कम से कम अंतराल 30 सेकंड का है और ज़्यादा से ज़्यादा अंतराल 24 घंटों का है - इस सीमा से बाहर के मानों को इस सीमा में जोड़ दिया जाएगा.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
Chrome वेब स्टोर ऐप्स और पादलेख लिंक को नए टैब पेज और Google Chrome OS में ऐप चलाने के साधन से छिपाएं.
जब इस नीति को सही पर सेट किया गया हो, तो आइकन छिपे रहते हैं.
जब इस नीति को गलत पर सेट किया गया हो या कॉन्फ़िगर न किया गया हो, तो आइकन दिखाई देते हैं.
यह नीति पोर्ट पर HTTP के लिए 80 और HTTPS के लिए 443 के अलावा HTTP/0.9 को सक्षम करती है.
यह नीति डिफ़ॉल्ट रूप से अक्षम होती है और सक्षम किए जाने पर, यह उपयोगकर्ताओं को सुरक्षा समस्या https://crbug.com/600352 के प्रति जोखिम में डालती है.
इस नीति का उद्देश्य उद्यमों को HTTP/0.9 के मौजूदा सर्वर से बाहर माइग्रेट करने का अवसर देना है और इसे भविष्य में निकाल दिया जाएगा.
यदि यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो HTTP/0.9 को गैर-डिफ़ॉल्ट पोर्ट पर अक्षम कर दिया जाएगा.
अगर यह नीति चालू हो तो, यह ऑटोमैटिक भरने वाले फ़ॉर्म डेटा को पिछले डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से आयात किए जाने के लिए बाध्य करती है.
अगर बंद हो तो, ऑटोमैटिक भरने वाले फ़ॉर्म डेटा का आयात नहीं किया जाता.
अगर इसे सेट नहीं किया गया हो तो, उपयोगकर्ता से आयात करने के लिए पूछा जा सकता है या अपने आप आयात किया जा सकता है.
अगर यह नीति चालू हो तो, बुकमार्क को मौजूदा डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से लाने के लिए बाध्य करती है. चालू होने पर यह नीति, बुकमार्क लाने के लिए किए जाने वाले संवाद पर भी असर डालती है.
अगर बंद हो तो, बुकमार्क को लाया नहीं किया जाता.
अगर इसे सेट नहीं किया गया हो तो, उपयोगकर्ता से बुकमार्क लाने के लिए पूछा जा सकता है या अपने आप लाया जा सकता है.
अगर यह नीति चालू हो तो, यह ब्राउज़िंग इतिहास को वर्तमान डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से आयात करने के लिए बाध्य करती है. चालू होने पर यह नीति, आयात संबंधी संवाद पर भी असर डालती है.
अगर बंद हो तो, ब्राउज़िंग इतिहास को आयात नहीं किया जाता.
अगर इसे सेट नहीं किया गया हो तो, उपयोगकर्ता से आयात करने के लिए पूछा जा सकता है या अपने आप आयात किया जा सकता है.
अगर यह नीति चालू हो तो, यह होम पेज को वर्तमान डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से आयात करने के लिए बाध्य करती है.
अगर बंद हो तो, होम पेज को आयात नहीं किया जाता.
अगर इसे सेट नहीं किया गया हो तो, उपयोगकर्ता से आयात करने के लिए पूछा जा सकता है या अपने आप आयात किया जा सकता है.
अगर यह नीति चालू हो तो, यह सेव किए गए पासवर्ड को पिछले डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से आयात करने के लिए बाध्य करती है. चालू होने पर यह नीति, आयात संबंधी संवाद पर भी असर डालती है.
अगर बंद हो तो, सेव किए गए पासवर्ड को आयात नहीं किया जाता.
अगर इसे सेट नहीं किया गया हो तो, उपयोगकर्ता से आयात करने के लिए पूछा जा सकता है या अपने आप आयात किया जा सकता है.
अगर यह नीति चालू हो तो, यह सर्च इंजन को वर्तमान डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र से आयात करने के लिए बाध्य करती है. चालू होने पर यह नीति, आयात संबंधी संवाद पर भी असर डालती है.
अगर बंद हो तो, डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन को आयात नहीं किया जाता.
अगर इसे सेट नहीं किया गया हो तो, उपयोगकर्ता से आयात करने के लिए पूछा जा सकता है या अपने आप आयात किया जा सकता है.
यह नीति अनुचित है. कृपया, इसके बजाय IncognitoModeAvailability का उपयोग करें. Google Chrome में गुप्त मोड सक्षम करता है. यदि यह सेटिंग सक्षम की जाती है या कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है, तो उपयोगकर्ता गुप्त मोड में वेब पेज खोल सकते हैं. यदि यह सेटिंग अक्षम होती है, तो उपयोगकर्ता गुप्त मोड में वेब पेज नहीं खोल सकते. यदि इस नीति को बिना सेट किए छोड़ दिया जाता है, तो यह सक्षम हो जाएगी और उपयोगकर्ता गुप्त मोड का उपयोग कर सकेंगे.
यह नीति तय करती है कि क्या उपयोगकर्ता Google Chrome में पेजों को 'गुप्त मोड' में खोल सकता है.
अगर 'चालू' चुना गया है या नीति सेट नहीं की गई हो तो, हो सकता है कि पेज 'गुप्त मोड' में खुलें.
अगर 'बंद' चुना गया है तो, हो सकता है कि पेज 'गुप्त मोड' में न खुलें.
अगर 'फ़ोर्स्ड (ज़बरदस्ती)' चुना गया हो तो, हो सकता है कि पेज सिर्फ़ 'गुप्त मोड' में खुलें.
If this setting is enabled, users will be allowed to use Instant Tethering, which allows their Google phone to share its mobile data with their device.
If this setting is disabled, users will not be allowed to use Instant Tethering.
If this policy is left not set, the default is not allowed for enterprise-managed users and allowed for non-managed users.
अगर यह नीति चालू हो तो, कॉमा-सेपरेटेड लिस्ट में मौजूद ऐसा हर मूल जिसका नाम बताया गया है, अपनी खुद की प्रक्रिया में चलेगा. इससे उप डोमेन के वे मूल भी आइसोलेट हो जाएंगे जिनके नाम दिए गए हैं; जैसे कि https://example.com/ बताने से https://example.com/ साइट के हिस्से के तौर पर https://foo.example.com/ आइसोलेट हो जाएगा. अगर नीति बंद हो तो, अलग से कोई भी साइट आइसोलेशन नहीं होगा और IsolateOrigins और SitePerProcess के फ़ील्ड ट्रायल बंद कर दिए जाएंगे. उपयोगकर्ता अब भी मैन्युअल रूप से IsolateOrigins को चालू कर सकेंगे. अगर नीति कॉन्फ़िगर नहीं की गई हो तो, उपयोगकर्ता इस सेटिंग को बदल सकेंगे. Google Chrome OS पर, यह सुझाव दिया जाता है कि DeviceLoginScreenIsolateOrigins डिवाइस नीति को भी उसी मान पर सेट कर दिया जाए. अगर दो नीतियों के बताए हुए मान एक-दूसरे से न मिलते हों तो, उपयोगकर्ता नीति का बताया हुआ मान लागू करने के दौरान कोई उपयोगकर्ता सत्र शुरू करने में देरी हो सकती है.
नोट: यह नीति Android पर लागू नहीं होती है. IsolateOrigins को Android पर चालू करने के लिए, IsolateOriginsAndroid नीति सेटिंग का इस्तेमाल करें.
अगर यह नीति चालू हो, तो कॉमा-सेपरेटेड लिस्ट में हर ऐसा मूल जिसका नाम बताया गया है अपनी खुद की प्रक्रिया में चलेगा. इससे उप डोमेन के वे मूल भी आइसोलेट हो जाएंगे जिनका नाम दिया गया है; जैसे कि https://example.com/ बताने से https://example.com/ साइट के हिस्से के रूप में https://foo.example.com/ आइसोलेट हो जाएगा. अगर नीति बंद हो, तो अलग से कोई साइट आइसोलेशन नहीं होगी और IsolateOriginsAndroid और SitePerProcessAndroid के फ़ील्ड ट्रायल बंद कर दिए जाएंगे. उपयोगकर्ता अब भी मैन्युअल रूप से IsolateOrigins को चालू कर सकेंगे. अगर नीति कॉन्फ़िगर नहीं की गई हो, तो उपयोगकर्ता इस सेटिंग को बदल सकेंगे.
नोट: Android पर, साइट आइसोलेशन प्रयोग के लिए है. समय के साथ सहायता बेहतर होती जाएगी, लेकिन फ़िलहाल इससे परफ़ॉर्मेंस से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं.
नोट: यह नीति सिर्फ़ 1 जीबी से ज़्यादा RAM वाले डिवाइस पर चल रहे Android पर Chrome पर लागू होती है. नीति को गैर-Android प्लैटफ़ॉर्म पर लागू करने के लिए, IsolateOrigins का इस्तेमाल करें.
यह नीति इस्तेमाल में नहीं है, कृपया इसके बजाय DefaultJavaScriptSetting का उपयोग करें.
Google Chrome में JavaScript बंद करने लिए उपयोग की जा सकती है.
अगर यह सेटिंग के बंद है तो, वेब पेज JavaScript का उपयोग नहीं कर सकते और उपयोगकर्ता उस सेटिंग को बदल नहीं सकता.
अगर यह सेटिंग चालू है या सेट नहीं है तो, वेब पेज JavaScript का उपयोग कर सकते हैं लेकिन उपयोगकर्ता उस सेटिंग को बदल सकता है.
यह नीति एक्सटेंशन को कॉर्पोरेट कुंजियों का एक्सेस देती है.
कुंजियों को कॉर्पोरेट उपयोग के लिए तब तय किया जाता है जब उन्हें किसी प्रबंधित खाते पर chrome.enterprise.platformKeys API (एपीआई) का उपयोग करके जनरेट किया गया हो. किसी अन्य तरीके से लाई गईं या जनरेट की गईं कुंजियों को कॉर्पोरेट उपयोग के लिए तय नहीं किया जाता.
कॉर्पोरेट उपयोग के लिए तय की गई कुंजियों की एक्सेस सिर्फ़ इस नीति से नियंत्रित की जाती है. उपयोगकर्ता न तो एक्सटेंशन को कॉर्पोरेट कुंंजियों का एक्सेस दे सकता है न ही उन्हें वापस ले सकता है.
डिफ़ॉल्ट रूप से कोई एक्सटेंशन कॉर्पोरेट उपयोग के लिए तय की गई ऐसी कुंजी का उपयोग नहीं कर सकता, जो allowCorporateKeyUsage को उस एक्सटेंशन के लिए 'गलत' पर सेट करने जैसा हो.
अगर किसी एक्सटेंशन के लिए allowCorporateKeyUsage को 'सही' पर सेट किया जाता है, सिर्फ़ तभी वह कॉर्पोरेट उपयोग के लिए बताई गई किसी भी प्लैटफ़ॉर्म कुंजी का उपयोग आर्बिट्रेरी डेटा पर हस्ताक्षर करने के लिए कर सकती है. यह अनुमति तभी दी जानी चाहिए जब एक्सटेंशन, हमलावरों के ख़िलाफ़ कुंजी पर सुरक्षित एक्सेस के लिए भरोसेमंद हो.
Android ऐप्लिकेशन कॉर्पोरेट कुंजियों का एक्सेस नहीं पा सकते हैं. इस नीति का उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
व्यवस्थापकों को सिस्टम लॉग की निगरानी करने देने के लिए, प्रबंधन सर्वर को सिस्टम लॉग भेजें.
यदि इस पॉलिसी को सत्य पर सेट किया जाता है, तो सिस्टम लॉग भेजे जाएंगे. यदि असत्य सेट किया जाता है या सेट नहीं किया जाता है, तो फिर कोई भी सिस्टम लॉग नहीं भेजा जाएगा.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
जब यह नीति सेट की जाती है तो, सेटिंग के मान के आधार पर 'लॉगिन की पहचान से जुड़ी प्रक्रिया' इनमें से एक होगी:
अगर इसे GAIA में सेट किया जाता है तो, लॉगिन 'सामान्य GAIA पहचान प्रक्रिया' से होगा.
अगर इसे SAML_INTERSTITIAL मेंं सेट किया जाता है तो, लॉगिन एक ऐसी स्क्रीन दिखाएगा जिसमें या तो उपयोगकर्ता को डिवाइस के 'नाम दर्ज करने वाले डोमेन' के SAML IdP के ज़रिए पहचान साबित करके आगे बढ़ने का ऑफ़र दिया जाएगा या फिर 'सामान्य GAIA लॉगिन प्रक्रिया' में वापस जाने का ऑफ़र दिया जाएगा.
इस सूची के पैटर्न का मिलान अनुरोध करने वाले यूआरएल के सुरक्षा मूल से किया जाएगा. अगर मिलान हो जाता है, तो SAML लॉगिन पृष्ठों पर वीडियो कैप्चर डिवाइस का एक्सेस प्रदान कर दिया जाएगा. अगर कोई मिलान नहीं होता है, तो एक्सेस अपने आप अस्वीकृत हो जाएगा. वाइल्डकार्ड पैटर्न स्वीकार्य नहीं हैं.
अगर यह नीति सेट की जाती है, तो Google Chrome खुद को रजिस्टर करने और सभी प्रोफ़ाइल के लिए संबद्ध क्लाउड नीति लागू करने की कोशिश करेगा.
इस नीति का मान ऐसा नामांकन टोकन होता है जो Google Admin console के ज़रिए फिर से पाया जा सकता है.
Configures a list of managed bookmarks.
The policy consists of a list of bookmarks whereas each bookmark is a dictionary containing the keys "name" and "url" which hold the bookmark's name and its target. A subfolder may be configured by defining a bookmark without an "url" key but with an additional "children" key which itself contains a list of bookmarks as defined above (some of which may be folders again). Google Chrome amends incomplete URLs as if they were submitted via the Omnibox, for example "google.com" becomes "https://google.com/".
These bookmarks are placed in a folder that can't be modified by the user (but the user can choose to hide it from the bookmark bar). By default the folder name is "Managed bookmarks" but it can be customized by adding to the list of bookmarks a dictionary containing the key "toplevel_name" with the desired folder name as the value.
Managed bookmarks are not synced to the user account and can't be modified by extensions.
प्रॉक्सी सर्वर के लिए निरंतर कनेक्शन की अधिकतम संख्या निर्दिष्ट करती है.
कुछ प्रॉक्सी कनेक्शन प्रति क्लाइंट समवर्ती कनेक्शन की उच्च संख्या का प्रबंधन नहीं कर सकते हैं और इसका समाधान इस नीति को किसी कम मान पर सेट करके किया जा सकता है.
इस नीति का मान 100 से कम और 6 से अधिक होना चाहिए और डिफ़ॉल्ट मान 32 होता है.
कुछ वेब ऐप्स GET को हैंग करने के साथ ही कई कनेक्शन का उपयोग करने के लिए जाने जाते हैं, अत: ऐसे बहुत अधिक वेब ऐप्स के खुले होने पर 32 से नीचे कम करना ब्राउज़र नेटवर्किंग के हैंग होने का कारण बन सकता है. डिफ़ॉल्ट से कम अपने जोखिम पर करें.
यदि यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो डिफ़ॉल्ट मान 32 का उपयोग किया जाएगा.
नीति अमान्यकरण प्राप्त करने तथा डिवाइस प्रबंधन सेवा से नई नीति फ़ेच करने के बीच के अधिकतम विलंब को मिलीसेकंड में निर्दिष्ट करती है.
इस नीति को सेट करने से 5000 मिलीसेकंड का डिफ़ॉल्ट मान ओवरराइड हो जाता है. इस नीति के मान्य मान 1000 (1 सेकंड) से 300000 (5 मिनट) तक की सीमा में होते हैं. इस सीमा में नहीं होने वाला कोई भी मान संबंधित सीमा में क्लैम्प कर दिया जाएगा.
इस नीति को सेट किए बिना छोड़ देने से Google Chrome 5000 मिलीसेकंड के डिफ़ॉल्ट मान का उपयोग करेगा.
यह नीति कैश मेमोरी का आकार कॉन्फ़िगर करती है, जिसका उपयोग Google Chrome, डिस्क पर मौजूद कैश मीडिया फ़ाइलें सेव करने के लिए करेगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो Google Chrome कैश मेमोरी के दिए गए आकार का उपयोग करेगा, भले ही उपयोगकर्ता ने '--media-cache-size' फ़्लैग तय किया हो या न किया हो. इस नीति में तय किया गया मान आगे-पीछे हो सकता है. यह 'कैशिंग सिस्टम' के लिए बस एक सुझाव है, कुछ मेगाबाइट से कम आकार का कोई भी मान बहुत छोटा होता है और उसे 'न्यूनतम संतुलित मान' तक बढ़ा दिया जाएगा.
अगर इस नीति का मान 0 है, तो कैश मेमोरी के डिफ़ॉल्ट आकार का उपयोग किया जाएगा लेकिन उपयोगकर्ता उसे बदल नहीं सकेगा.
अगर यह नीति सेट नहीं है, तो डिफ़ॉल्ट आकार का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे --media-cache-size फ़्लैग से ओवरराइड कर सकेगा.
अगर यह नीति सही पर सेट की जाती है, तो Google Cast सिर्फ़ RFC1918/RFC4193 निजी पतों पर ही नहीं बल्कि सभी आईपी पतों पर कास्ट डिवाइस से कनेक्ट करेगा.
अगर यह नीति गलत पर सेट की जाती है, तो Google Cast सिर्फ़ RFC1918/RFC4193 निजी पतों पर ही कास्ट डिवाइस से कनेक्ट करेगा.
अगर इस नीति को सेट नहीं किया जाता है, तो CastAllowAllIPs विशेषता के चालू रहने तक ही Google Cast सिर्फ़ RFC1918/RFC4193 निजी पतों पर कास्ट डिवाइस से कनेक्ट करेगा.
अगर "EnableMediaRouter" नीति गलत पर सेट की जाती है, तो इस नीति के मान का कोई प्रभाव नहीं होगा.
Enables anonymous reporting of usage and crash-related data about Google Chrome to Google and prevents users from changing this setting.
If this setting is enabled, anonymous reporting of usage and crash-related data is sent to Google. If it is disabled, this information is not sent to Google. In both cases, users cannot change or override the setting. If this policy is left not set, the setting will be what the user chose upon installation / first run.
This policy is not available on Windows instances that are not joined to a Microsoft® Active Directory® domain. (For Chrome OS, see DeviceMetricsReportingEnabled.)
Google Chrome के कम से कम अनुमत वर्शन की ज़रूरतें कॉन्फ़िगर करती है. नीचे दिए गए वर्शन पुराने माने जाते हैं और डिवाइस उपयोगकर्ता को OS अपडेट किए जाने से पहले साइन इन नहीं करने देगा. अगर उपयोगकर्ता सत्र के दौरान मौजूदा सत्र पुराना हो जाता है, तो उपयोगकर्ता को बलपूर्वक साइन आउट कर दिया जाएगा.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो कोई प्रतिबंध लागू नहीं किया जाएगा और उपयोगकर्ता Google Chrome वर्शन पर ध्यान दिए बिना साइन इन कर सकता है.
यहां, "वर्शन" '61.0.3163.120' जैसा कोई सटीक वर्शन या '61.0' जैसा कोई वर्शन प्रीफ़िक्स हो सकता है
अगर यह 'सही' पर सेट है या सेट नहीं की गई है तो, 'नया टैब' पेज उपयोगकर्ता के ब्राउज़िंग इतिहास, रुचियों या जगह के आधार पर सामग्री के सुझाव दिखा सकता है.
अगर यह 'गलत' पर सेट है तो, अपने आप जनरेट होने वाले सामग्री सुझाव, 'नया टैब' पेज पर दिखाए नहीं देते.
प्रिंटरों की एक सूची कॉन्फ़िगर करती है.
यह नीति एडमिन को उनके उपयोगकर्ताओं के लिए प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन मुहैया कराने देती है.
display_name और description ऐसी फ़्री-फ़ॉर्म स्ट्रिंग हैं जिन्हें हर चुने गए प्रिंटर के लिए मनमुताबिक बनाया जा सकता है. manufacturer और model की मदद से आखिरी उपयोगकर्ता प्रिंटर की आसानी से पहचान कर पाते हैं. वे प्रिंटर के निर्माता और मॉडल के बारे में बताते हैं. uri एक ऐसा पता होना चाहिए जिस पर किसी क्लाइंट कंप्यूटर से पहुंचा जा सके, जिसमें scheme, port और queue शामिल हैं. uuid वैकल्पिक है. अगर बताया गया हो, तो इसका इस्तेमाल zeroconf प्रिंटर की कॉपी हटाने में किया जाता है.
effective_model का मिलान उस स्ट्रिंग से होना चाहिए जो काम करने वाले किसी Google Chrome OS के बारे में बताती है. स्ट्रिंग का इस्तेमाल प्रिंटर के लिए सही पीपीडी की पहचान करने और उसे इंस्टॉल करने के लिए किया जाएगा. ज़्यादा जानकारी https://support.google.com/chrome?p=noncloudprint पर मिल सकती है.
प्रिंटर का पहली बार इस्तेमाल करने पर प्रिंटर सेटअप पूरा हो जाता है. जब तक प्रिंटर का इस्तेमाल नहीं किया जाता है तब तक पीपीडी डाउनलोड नहीं किए जाते हैं. उस समय के बाद, अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले पीपीडी कैश कर लिए जाते हैं.
इस नीति का इस पर कोई असर नहीं पड़ता कि उपयोगकर्ता अलग-अलग डिवाइस पर प्रिंटर कॉन्फ़िगर कर सकता है या नहीं. इसे अलग-अलग उपयोगकर्ताओं के प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन का पूरक होने के लिए बनाया गया है.
'चालू निर्देशिका' से प्रबंधित होने वाले डिवाइस के लिए यह नीति ${MACHINE_NAME[,pos[,count]]} को 'चालू निर्देशिका' मशीन नाम या उसकी किसी सबस्ट्रिंग में विस्तारित करने की मंज़ूरी देती है. उदाहरण के लिए, अगर मशीन नाम CHROMEBOOK है, तो ${MACHINE_NAME,6,4} को छठी जगह के बाद शुरू होने वाले चार वर्णों, यानी BOOK से बदल दिया जाएगा. ध्यान रखें कि जगह शून्य पर आधारित होती है. M71 में ${machine_name} (लोअरकेस) का इस्तेमाल कम किया गया है और M72 में उसे हटा दिया जाएगा.
यह नियंत्रित करती है कि NativePrintersBulkConfiguration से कौन-कौन से प्रिंटर उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध हैं.
बल्क प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक्सेस नीति के बारे में बताती है. अगर AllowAll को चुना जाता है, तो सभी प्रिंटर दिखाए जाते हैं. अगर BlacklistRestriction को चुना जाता है, तो तय किए गए प्रिंटर के एक्सेस सीमित करने के लिए NativePrintersBulkBlacklist का इस्तेमाल किया जाता है. अगर WhitelistPrintersOnly को चुना जाता है, तो NativePrintersBulkWhitelist सिर्फ़ चुने जा सकने वाले प्रिंटर के बारे में बताती है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो AllowAll की स्थिति मानी जाती है.
उन प्रिंटर के बारे में बताती है जिनका इस्तेमाल उपयोगकर्ता नहीं कर सकता है.
इस नीति का इस्तेमाल तभी किया जाता है अगर NativePrintersBulkAccessMode के लिए BlacklistRestriction को चुना गया हो.
अगर इस नीति का इस्तेमाल किया जाता है, तो उपयोगकर्ता को इस नीति की सूची में शामिल आईडी को छोड़कर सभी प्रिंटर उपलब्ध कराए जाते हैं. आईडी, NativePrintersBulkConfiguration में बताई गई फ़ाइल के "id" या "guid" फ़ील्ड के मुताबिक होने चाहिए.
एंटरप्राइज़ प्रिंटर के लिए कॉन्फ़िगरेशन उपलब्ध कराती है.
यह नीति आपको Google Chrome OS डिवाइसों के लिए प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन उपलब्ध कराने की मंज़ूरी देती है. इसका फ़ॉर्मैट NativePrinters शब्दकोश की तरह ही होता है. इसमें अलग से एक "id" या "guid" फ़ील्ड दिया जाता है, जिसे भरना प्रिंटर को मंज़ूरी दिलवाने वाली सूची या रोक लगाने वाली सूची के लिए ज़रूरी होता है.
फ़ाइल पाँच एमबी से ज़्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए और उसे जेएसओएन (JSON) कोड में बदला जाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि करीब 21,000 प्रिंटर वाली फ़ाइल पाँच एमबी वाली फ़ाइल के रूप में कोड की जाएगी. क्रिप्टोग्राफ़िक हैश का इस्तेमाल करके यह पक्का किया जाता है कि डाउनलोड पूरा हो गया है और सही तरह से हो गया है.
फ़ाइल को डाउनलोड करके कैश मेमोरी में रखा जाता है. अगर यूआरएल या हैश में कोई बदलाव होगा तो उसे फिर से डाउनलोड किया जाएगा.
अगर यह नीति सेट की जाती है, तो Google Chrome OS प्रिंटर कॉन्फ़िगरेशन के लिए फ़ाइल डाउनलोड करेगा और NativePrintersBulkAccessMode, NativePrintersBulkWhitelist, और NativePrintersBulkBlacklist के मुताबिक प्रिंटर उपलब्ध कराएगा.
अगर आप यह नीति सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकते या इसे ओवरराइड नहीं कर सकते.
इस नीति का इस पर कोई असर नहीं होता कि उपयोगकर्ता अलग-अलग डिवाइस पर प्रिंटर कॉन्फ़िगर कर पाते हैं या नहीं. यह नीति अलग-अलग उपयोगकर्ताओं के प्रिंटर को कॉन्फ़िगर करने के तरीके की पूरक है.
उन प्रिंटर के बारे में बताती है जिनका इस्तेमाल कोई उपयोगकर्ता कर सकता है. इस नीति का इस्तेमाल तभी किया जाता है जब NativePrintersBulkAccessMode के लिए WhitelistPrintersOnly को चुना गया हो.
अगर इस नीति का इस्तेमाल किया जाता है तो, सिर्फ़ ऐसे प्रिंटर उपयोगकर्ता को उपलब्ध कराए जाते हैं जिनके आईडी इस नीति में दिए गए मान से मेल खाते हैं. आईडी NativePrintersBulkConfiguration में बताई गई फ़ाइल के "id" या "guid" फ़ील्ड के मुताबिक होने चाहिए.
यह नीति, Google Chrome में 'नेटवर्क का पूर्वानुमान' सुविधा चालू करती है और उपयोगकर्ताओं को यह सेटिंग बदलने से रोकती है.
यह वेब पेजों की 'डीएनएस प्रीफ़ेचिंग', 'टीसीपी' और 'एसएसएल प्री-कनेक्शन' और प्रीरेंडरिंग को नियंत्रित करती है.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता Google Chrome में इस सेटिंग को बदल नहीं सकेंगे या इसे ओवरराइड नहीं कर सकेंगे.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो 'नेटवर्क का पूर्वानुमान' सुविधा चालू हो जाएगी लेकिन उपयोगकर्ता उसे बदल सकेगा.
नेटवर्क को धीमा या तेज़ करने की प्रक्रिया (नेटवर्क थ्रॉटलिंग) को चालू या बंद करने की अनुमति देती है. यह सभी उपयोगकर्ताओं और डिवाइस पर सभी इंटरफ़ेस पर लागू होता है. एक बार सेट कर दिए जाने पर, थ्रॉटलिंग की प्रक्रिया तब तक जारी रहती है जब तक कि इसे बंद करने के लिए नीति में बदलाव नहीं किया जाता.
अगर इसे गलत पर सेट किया जाता है तो, थ्रॉटलिंग नहीं होती. अगर सही पर सेट किया जाता है तो, सिस्टम को दी जाने वाली अपलोड और डाउनलोड दरें (kbits/s में) पाने के लिए थ्रॉटलिंग होती है.
यह नीति उन ऐप्लिकेशन की सूची तय करती है जिन्हें Google Chrome OS की लॉक स्क्रीन पर 'नोट लेने वाले ऐप्लिकेशन' के रूप में चालू किया जा सकता है.
अगर लॉक स्क्रीन पर 'नोट लेने वाला पसंदीदा ऐप्लिकेशन' चालू है तो, 'नोट लेने वाला पसंदीदा ऐप्लिकेशन' लॉन्च करने के लिए लॉक स्क्रीन में यूज़र इंटरफ़ेस (यूआई) शामिल होगा. लॉन्च करने पर, ऐप्लिकेशन लॉक स्क्रीन पर सबसे ऊपर एक ऐप्लिकेशन विंडो बना सकेगा और लॉक स्क्रीन के मुताबिक 'डेटा आइटम (नोट)' बना सकेगा. तैयार किए गए नोट को ऐप्लिकेशन, प्राथमिक उपयोगकर्ता सेशन पर ला सकेगा. ऐसा सेशन के अनलॉक होने पर होगा. फ़िलहाल, Chrome के 'नोट लेने वाले ऐप्लिकेशन' लॉक स्क्रीन पर काम करते हैं.
अगर नीति सेट की जाती है तो, उपयोगकर्ता को लॉक स्क्रीन पर कोई ऐप्लिकेशन चालू करने की अनुमति तभी दी जाएगी जब 'नीति सूची मान' में ऐप्लिकेशन का 'एक्सटेंशन आईडी' शामिल हो. इसका नतीजा यह होगा कि इस नीति को किसी खाली सूची पर सेट करने से लॉक स्क्रीन पर नोट लेना पूरी तरह से बंद हो जाएगा. ध्यान रखें कि ऐप्लिकेशन आईडी वाली नीति का मतलब यह नहीं है कि उपयोगकर्ता लॉक स्क्रीन पर ऐप्लिकेशन को 'नोट लेने वाले ऐप्लिकेशन' के रूप में चालू कर सकेगा - उदाहरण के लिए, Chrome 61 पर, प्लैटफ़ॉर्म ने उपलब्ध ऐप्लिकेशन के समूह पर पाबंदी लगाई हुई है.
अगर नीति सेट नहीं की जाती है तो, उपयोगकर्ता लॉक स्क्रीन पर कौन-कौनसे ऐप्लिकेशन चालू कर सकता है, इस पर नीति की कोई पाबंदी नहीं होगी.
यह नीति, हर उपयोगकर्ता पर Google Chrome OS डिवाइस लागू करने के लिए नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन पुश करने देती है. नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन, जेएसओएन के फ़ॉर्मैट की स्ट्रिंग है जिसे 'ओपन नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन' ने तय किया है जो https://sites.google.com/a/chromium.org/dev/chromium-os/chromiumos-design-docs/open-network-configuration पर बताया गया है.
Android ऐप्लिकेशन इस नीति द्वारा सेट किए गए नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन और CA प्रमाणपत्रों का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन उनके पास कुछ कॉन्फ़िगरेशन विकल्पों का एक्सेस नहीं होता.
नीति ऐसे मूल की सूची (यूआरएल) या होस्टनाम पैटर्न (जैसे कि "*.example.com") के बारे में बताती है जिनके लिए असुरक्षित मूल पर सुरक्षा पाबंदियां लागू नहीं होंगी.
इसका इंटेंट संगठनों को लीगेसी ऐप्लिकेशन के लिए ऐसे स्वीकृत मूल सेट करने की मंज़ूरी देना है, जो TLS परिनियोजित नहीं कर सकते हैं. साथ ही, इसका इंटेंट आंतरिक वेब डेवलपमेंट के लिए एक स्टेजिंग सर्वर सेट अप करना है ताकि उनके डेवलपर स्टेजिंग सर्वर पर TLS परिनियोजित करने की ज़रूरत के बिना सुरक्षा प्रसंगों की ज़रूरत वाली सुविधाओं का परीक्षण कर सकें. यह नीति मूल को ऑम्निबॉक्स में "सुरक्षित नहीं" के रूप में लेबल होने से भी रोकेगी.
इस नीति में यूआरएल की सूची सेट करने का असर वही होगा जैसा कमांड-लाइन फ़्लैग '--unsafely-treat-insecure-origin-as-secure' को समान यूआरएल वाली किसी कॉमा सेपरेटेड लिस्ट पर सेट करने का होता है. अगर नीति सेट की जाती है, तो वह कमांड-लाइन फ़्लैग को ओवरराइड कर देगी.
अगर UnsafelyTreatInsecureOriginAsSecure मौजूद है, तो यह नीति उसे ओवरराइड कर देगी.
सुरक्षा प्रसंगों पर ज़्यादा जानकारी के लिए, https://www.w3.org/TR/secure-contexts/ देखें.
https:// URL को पीएसी स्क्रिप्ट (प्रॉक्सी ऑटो कॉन्फ़िगरेशन) पर भेजने से पहले उसकी निजता और सुरक्षा के प्रति संवेदनशील हिस्सों को स्ट्रिप करती है, जिनका इस्तेमाल Google Chrome प्रॉक्सी रिज़ॉल्यूशन के दौरान करता है.
जब 'सही' पर सेट होती है, तो सुरक्षा सुविधा चालू हो जाती है, और पीएसी स्क्रिप्ट पर सबमिट किए जाने से पहले https:// URL स्ट्रिप कर दिए जाते हैं. इस तरीके से, पीएसी स्क्रिप्ट वैसा डेटा नहीं देख सकती जिसे किसी सुरक्षित किए गए चैनल (जैसे कि यूआरएल का पाथ और क्वेरी) के ज़रिए सामान्य तौर पर सुरक्षित किया जाता है.
जब 'गलत' पर सेट होती है, तो सुरक्षा सुविधा बंद हो जाती है, और पीएसी स्क्रिप्ट साफ़ तौर पर किसी https:// URL के सभी हिस्सों को देख सकती है. किसी पीएसी स्क्रिप्ट का स्रोत क्या है, इस पर ध्यान दिए बिना यह सभी पर लागू होती है (इनमें वे यूआरएल भी शामिल हैं जिन्हें असुरक्षित रूप से ले जाते के दौरान फ़ेच किया गया है या डब्ल्यूपीएडी (WPAD) के ज़रिए असुरक्षित रूप से खोजा गया है).
यह डिफ़ॉल्ट रूप से 'सही' पर सेट रहती है (सुरक्षा सुविधा चालू रहती है).
इसे 'सही' पर सेट रखने का सुझाव दिया जाता है. इसे 'गलत' पर सेट करने का एकमात्र कारण यह है कि इस वजह से मौजूदा पीएसी स्क्रिप्ट में तालमेल संबंधी दिक्कत होती है.
M75 में यह नीति हटा दी जाएगी.
उन ऐप्लिकेशन पहचानकर्ताओं को सूची में लिखता है जिन्हें Google Chrome OSGoogle Chrome OS, लॉन्चर बार में पिन किए गए ऐप्लिकेशन के तौर पर दिखाता है.
अगर यह नीति कॉन्फ़िगर की गई है, तो ऐप्लिकेशन का सेट स्थायी हो जाता है और उसे उपयोगकर्ता बदल नहीं सकता.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो उपयोगकर्ता लॉन्चर में पिन किए गए ऐप्लिकेशन की सूची बदल सकता है.
Android ऐप पिन करने के लिए भी इस नीति का इस्तेमाल किया जा सकता है.
यह नीति 'डिवाइस नीति की जानकारी' के लिए क्वेरी की गई 'डिवाइस प्रबंधन सेवा' की अवधि को मिलीसेकंड में तय करती है.
यह नीति सेट करने से 3 घंटो का डिफ़ॉल्ट मान ओवरराइड हो जाता है. इस नीति के मान्य मान 1800000 (30 मिनट) से 86400000 (1 दिन) तक हैं. इस रेंज में न आने वाला कोई भी मान उसकी करीबी सीमा पर रख दिया जाएगा.
नीति सेट नहीं की जाती है तो, Google Chrome 3 घंटों के डिफ़ॉल्ट मान का उपयोग करेगा.
ध्यान दें कि अगर प्लैटफ़ॉर्म पर 'नीति के उल्लंघन की सूचनाओं' की सुविधा काम करती है तो, 'एक से दूसरे रीफ्रेश के बीच की देरी' को 24 घंटों (सभी डिफ़ॉल्ट और इस नीति के मान को अनदेखा करते हुए) पर सेट कर दिया जाएगा क्योंकि यह माना जाता है कि नीति में बदलाव होने पर 'नीति के उल्लंघन की सूचनाएं' अपने आप एक रीफ्रेश करेंगी. इस वजह से और जल्दी-जल्दी रीफ्रेश करने की ज़रूरत नहीं रह जाएगी.
प्रिंटिंग संवाद में 'हैडर और फ़ुटर' को जबर्दस्ती चालू या बंद करें.
अगर नीति सेट न की गई हो, तो उपयोगकर्ता यह तय कर सकता है कि हैडर और फ़ुटर प्रिंट करने हैं या नहीं.
अगर नीति 'गलत' पर सेट है, तो प्रिंट की झलक वाले संवाद में 'हैडर और फ़ुटर' नहीं चुना गया होता है और उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकता है.
अगर नीति 'सही' पर सेट है, तो प्रिंट की झलक वाले संवाद में 'हैडर और फ़ुटर' चुना गया होता है और उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकता है.
इसके कारण Google Chrome, 'प्रिंट की झलक' में डिफ़ॉल्ट पसंद के तौर पर, सबसे हाल में उपयोग किए गए प्रिंटर के बजाय सिस्टम डिफ़ॉल्ट प्रिंटर का इस्तेमाल करता है.
अगर आप इस सेटिंग को बंद कर देते हैं या कोई मान तय नहीं करते हैं तो, 'प्रिंट की झलक' डिफ़ॉल्ट पसंद के तौर पर सबसे हाल में उपयोग किए गए प्रिंटर का इस्तेमाल करेगा.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं तो, 'प्रिंट की झलक' डिफ़ॉल्ट पसंद के तौर पर OS सिस्टम डिफ़ॉल्ट प्रिंटर का उपयोग करेगा.
प्रिंटिंग को सिर्फ़ कलर, सिर्फ़ मोनोक्रोम पर या कोई कलर मोड प्रतिबंध नहीं पर सेट करती है. कोई नीति सेट न की गई हो, तो माना जाता है कि कोई प्रतिबंध नहीं है.
डुप्लेक्स मोड में प्रिंट करना रोक देती है. सेट न की गई और खाली छोड़ दी गई नीति पर कोई रोक नहीं होती है.
Google Chrome में प्रिंटिंग सक्षम करता है और उपयोगकर्ताओं को यह सेटिंग बदलने से रोकता है.
यदि यह सेटिंग सक्षम है या कॉन्फ़िगर नहीं की गई है, तो उपयोगकर्ता प्रिंट कर सकते हैं.
यदि यह सेटिंग अक्षम है, तो उपयोगकर्ता Google Chrome से प्रिंट कर सकते हैं. पाना मेनू, एक्सटेंशन, JavaScript ऐप्स , इत्यादि में प्रिंटिंग अक्षम है. प्रिंट करते समय Google Chrome को बायपास करने वाले प्लग इन से प्रिंट करना अभी भी संभव है. उदाहरण के लिए, कुछ Flash ऐप्स के संदर्भ मेनू में प्रिंट विकल्प होता है, जिसे इस नीति द्वारा कवर नहीं किया जाता है.
इस नीति का Android ऐप्लिकेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
आपको Google Chrome में पूरे टैब वाली प्रचार संबंधी और/या शैक्षणिक सामग्री का प्रस्तुतिकरण नियंत्रित करने देती है.
अगर कॉन्फ़िगर नहीं की हुई होती है या चालू (सही पर सेट) होती है, तो Google Chrome उत्पाद की जानकारी देने के लिए उपयोगकर्ताओं को पूरे टैब वाली सामग्री दिखा सकेगा.
अगर बंद (गलत पर सेट) होती है, तो Google Chrome उत्पाद की जानकारी देने के लिए उपयोगकर्ताओं को पूरे टैब वाली सामग्री नहीं दिखा सकेगा.
यह सेटिंग स्वागत पेज का प्रस्तुतिकरण नियंत्रित करती है जो उपयोगकर्ताओं को Google Chrome में साइन इन करने, उसे अपने डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र के रूप में चुनने में मदद करता है या उन्हें उत्पाद की सुविधाओं के बारे दूसरी तरह से जानकारी देता है.
अगर नीति चालू है तो, हर फ़ाइल डाउनलोड करने से पहले उपयोगकर्ता से फ़ाइल सेव करने की जगह के बारे में पूछा जाएगा. अगर नीति बंद है तो, डाउनलोड तुरंत शुरू हो जाएंगे और उपयोगकर्ता से फ़ाइल सेव करने की जगह के बारे में नहीं पूछा जाएगा. अगर नीति कॉन्फ़िगर नहीं की गई है तो, उपयोगकर्ता इस सेटिंग को बदल सकेगा.
यदि यह नीति सत्य पर सेट की जाती है या सेट नहीं की जाती है तो Google Chrome में QUIC प्रोटोकॉल के उपयोग की अनुमति होती है. यदि यह नीति असत्य पर सेट की जाती है तो QUIC प्रोटोकॉल के उपयोग की अनुमति नहीं है.
किसी Google Chrome OS अपडेट के लागू होने के बाद अपने आप होने वाला एक रीबूट शेड्यूल करें.
जब इस नीति को 'सही' पर सेट किया जाता है, तो किसी Google Chrome OS अपडेट के लागू होने पर और अपडेट की प्रक्रिया पूरी होने के लिए रीबूट ज़रूरी होने पर अपने आप होने वाला रीबूट शेड्यूल किया जाता है. रीबूट को तुरंत शेड्यूल किया जाता है लेकिन अगर उपयोगकर्ता फ़िलहाल डिवाइस का उपयोग कर रहा है तो डिवाइस पर रीबूट में 24 घंटे तक की देरी हो सकती है.
जब इस नीति को 'गलत' पर सेट किया जाता है, तो Google Chrome OS अपडेट लागू करने के बाद अपने आप होने वाला कोई रीबूट शेड्यूल नहीं किया जाता. उपयोगकर्ता के अगली बार डिवाइस रीबूट करने पर अपडेट की प्रक्रिया पूरी हो जाती है.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकते या ओवरराइड नहीं कर सकते.
ध्यान दें: फ़िलहाल, अपने आप होने वाले रीबूट सिर्फ़ तब चालू होते हैं जब लॉगिन स्क्रीन दिख रही हो या किओस्क ऐप्लिकेशन का सत्र चल रहा हो. आने वाले दिनों में यह बदल दिया जाएगा और नीति हमेशा लागू होगी, भले ही कोई खास प्रकार का सत्र चल रहा हो या न चल रहा हो.
उपयोगकर्ताओं को सूचित करें कि Google Chrome को फिर से लॉन्च किया जाना चाहिए या Google Chrome OS को फिर से शुरू करना होगा ताकि उन अपडेट को लागू किया जा सके जिन्हें मंज़ूरी नहीं मिली है. इस नीति सेटिंग से उपयोगकर्ता को सूचित किया जा सकता है कि ब्राउज़र को फिर से लॉन्च करने का सुझाव दिया गया है या ऐसा करना ज़रूरी है. अगर सेट नहीं किया गया तो, Google Chrome उपयोगकर्ता को सूचित करती है कि मेन्यू में कुछ मामूली बदलावों के ज़रिए फिर से लॉन्च करना ज़रूरी है, जबकि Google Chrome OS, ऐसा सिस्टम ट्रे में नोटिफ़िकेशन के ज़रिए करता है. अगर 'सुझाव' पर सेट किया है, तो फिर से लॉन्च करने के लिए बार-बार चेतावनी दिखाई जाएगी. उपयोगकर्ता 'फिर से लॉन्च' करने की इस चेतावनी को खारिज कर सकता है. उपयोगकर्ता 'फिर से लॉन्च' करने की इस चेतावनी को रद्द कर सकता है. अगर 'ज़रूरी' पर सेट किया गया है, तो उपयोगकर्ता को बार-बार चेतावनी दिखाई देगी कि नोटिफ़िकेशन की समय सीमा खत्म होते ही ब्राउज़र को खुद ही फिर से लॉन्च कर दिया जाएगा. Google Chrome के लिए डिफ़ॉल्ट समय सीमा सात दिन है और Google Chrome OS के लिए चार दिन और हो सकता है इसे RelaunchNotificationPeriod नीति सेटिंग के ज़रिए कॉन्फ़िगर किया जाए.
उपयोगकर्ता का सेशन फिर से लॉन्च/शुरू होने के बाद बहाल हो जाता है.
आपको मिलीसेकंड में समय सीमा तय करने की अनुमति देती है, जिसमें उपयोगकर्ताओं को सूचित किया जाता है कि Google Chrome को फिर से लॉन्च किया जाना चाहिए या Google Chrome OS को फिर से शुरू करना होगा ताकि उन अपडेट को लागू किया जा सके जिन्हें मंज़ूरी नहीं मिली है.
इस समय सीमा के दौरान, उपयोगकर्ता को बार-बार अपडेट की ज़रूरत के बारे में सूचित किया जाएगा. Google Chrome OS डिवाइस के लिए, अपग्रेड की ज़रूरत होने पर सिस्टम ट्रे में फिर से शुरू करने का नोटिफ़िकेशन देगा. Google Chrome ब्राउज़र के लिए, ऐप्लिकेशन मेन्यू में हुए बदलाव से तब यह पता चलता है कि फिर से लॉन्च की ज़रूरत है, जब एक तिहाई नोटिफ़िकेशन की समय सीमा गुज़र जाती है. नोटिफ़िकेशन का रंग एक बार दो तिहाई समय सीमा गुज़रने पर बदलता है और फिर से तब बदलता है जब पूरी समय सीमा खत्म हो जाती है. RelaunchNotification नीति के ज़रिए लागू अतिरिक्त नोटिफ़िकेशन इस शेड्यूल का पालन करती हैं.
अगर सेट नहीं किया गया है, तो Google Chrome डिवाइस के लिए 345600000 मिलीसेकंड (चार दिन) की डिफ़ॉल्ट समय सीमा और Google Chrome OS डिवाइस के लिए 604800000 मिलीसेकंड (एक हफ़्ता) की समय सीमा इस्तेमाल की जाती है.
Android की स्थिति की जानकारी सर्वर को वापस भेज दी जाती है.
अगर नीति गलत पर सेट की जाती है या उसे सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो स्थिति की जानकारी की कोई रिपोर्ट नहीं की जाती. अगर सही पर सेट की जाती है, तो स्थिति की जानकारी की रिपोर्ट की जाती है.
यह नीति तभी लागू होती है अगर Android ऐप्लिकेशन सक्षम किए गए हों.
Linux ऐप्लिकेशन के इस्तेमाल के बारे में जानकारी सर्वर को वापस भेजी जाती है.
अगर नीति गलत पर सेट की जाती है या उसे सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो इस्तेमाल की जानकारी की कोई रिपोर्ट नहीं की जाती. अगर नीति सही पर सेट की जाती है, तो इस्तेमाल की जानकारी की रिपोर्ट की जाती है.
यह नीति तभी लागू होती है अगर Linux ऐप्लिकेशन सहायता चालू की गई हो.
डिवाइस की गतिविधि से जुड़े समय के बारे में बताएं.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है या सही पर सेट की जाती है तो, वैसे डिवाइस जिनका नाम दर्ज है, वे डिवाइस पर उपयोगकर्ता के सक्रिय होने पर उसकी समय सीमा के बारे में बताएंगे. अगर यह नीति गलत पर सेट की जाती है तो, डिवाइस की गतिविधि से जुड़े समय को न तो रिकॉर्ड किया जाएगा और न ही इसके बारे में बताया जाएगा.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
बूट के समय डिवाइस के डेवलपर स्विच की स्थिति की रिपोर्ट करें.
यदि यह नीति सेट नहीं की जाती है, या गलत पर सेट की जाती है, तो डेवलपर स्विच की स्थिति की रिपोर्ट नहीं की जाएगी.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
CPU/RAM उपयोग जैसे हार्डवेयर के आंकड़ों की रिपोर्ट करें.
यदि नीति को असत्य पर सेट किया जाता है, तो आंकड़ों की रिपोर्ट नहीं की जाएगी. यदि सत्य पर सेट किया जाता है या सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो आंकड़ों की रिपोर्ट की जाएगी.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
नेटवर्क इंटरफ़ेस के प्रकारों और हार्डवेयर पतों सहित उनकी सूची सर्वर को रिपोर्ट करें.
यदि नीति गलत पर सेट की गई हो, तो इंटरफ़ेस की रिपोर्ट नहीं की जाएगी.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
ऐप्लिकेशन आईडी और वर्शन जैसे सक्रिय किओस्क सत्र के बारे में जानकारी की रिपोर्ट करें.
यदि नीति गलत पर सेट है, तो किओस्क सत्र की जानकारी की रिपोर्ट नहीं की जाएगी. यदि सही पर सेट है या सेट किए बिना छोड़ दी गई है, तो किओस्क सत्र की जानकारी की रिपोर्ट की जाएगी.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
उन डिवाइस उपयोगकर्ताओं की सूची की रिपोर्ट करें जिन्होंने हाल ही में प्रवेश किया है.
यदि नीति को गलत पर सेट किया जाता है, तो उपयोगकर्ताओं की रिपोर्ट नहीं की जाएगी.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
नामांकित डिवाइस के OS और फ़र्मवेयर वर्शन की रिपोर्ट करें.
यदि यह सेटिंग सेट नहीं की जाती है या सही पर सेट की जाती है, तो नामांकित डिवाइस समय-समय- पर OS और फ़र्मवेयर वर्शन की रिपोर्ट करेंगे. यदि यह सेटिंग गलत पर सेट की जाती है, तो वर्शन जानकारी की रिपोर्ट नहीं की जाएगी.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
डिवाइस स्थिति अपलोड भेजना कितने मिलीसेकंड में दोहराया जाता है.
यदि पॉलिसी सेट नहीं की गई हो, तो डिफ़ॉल्ट आवृत्ति 3 घंटे की होती है. न्यूनतम 60 सेकंड की आवृत्ति की अनुमति है.
इस नीति का Android द्वारा किए गए प्रवेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
इस सेटिंग के सक्षम होने पर, Google Chrome हमेशा ही ऐसे सर्वर प्रमाणपत्रों के लिए निरस्तीकरण जाँच निष्पादित करेगा जो स्थानीय रूप से स्थापित CA प्रमाणपत्रों द्वारा सफलतापूर्वक मान्य हैं और साइन इन किए गए हैं.
यदि Google Chrome निरस्तीकरण स्थिति की जानकारी प्राप्त करने में असमर्थ हो, तो ऐसे प्रमाणपत्रों को निरस्त ('hard-fail') माना जाएगा.
यदि यह नीति सेट नहीं की जाती, या गलत पर सेट की जाती हैगई हो, तो Google Chrome मौजूदा ऑनलाइन निरस्तीकरण जाँच सेटिंग का उपयोग करेगा.
इसमें ऐसे पैटर्न की सूची होती है जो Google Chrome में खातों का दिखाई देना नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं.
Google Chrome में खाता दिखाई देने की स्थिति तय करने के लिए डिवाइस पर मौजूद हर Google खाते की तुलना इस नीति में संग्रहित पैटर्न से की जाएगी. अगर खाते के नाम का मिलान सूची के किसी भी पैटर्न से हो जाता है, तो वह दिखाई देगा. मिलान नहीं होने पर खाता छिपा हुआ रहेगा.
शून्य या ज़्यादा मनचाहे वर्णों का मिलान करने के लिए वाइल्डकार्ड वर्ण '*' का इस्तेमाल किया जाता है. '\' अपवाद वर्ण है, इसलिए वास्तविक '*' या '\' वर्णों का मिलान करने के लिए उनके आगे एक '\' रखा जाता है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो डिवाइस पर मौजूद सभी Google खाते Google Chrome में दिखाई देंगे.
इस नीति में एक रेगुलर एक्सप्रेशन शामिल होता है, जिसका इस्तेमाल यह तय करने के लिए किया जाता है कि कौनसे Google खाते (जैसे वह खाता जो सिंक ऑप्ट-इन फ़्लो के दौरान चुना गया है) Google Chrome में, ब्राउज़र प्राथमिक खतों के तौर पर सेट किए जा सकते हैं.
अगर कोई उपयोगकर्ता ऐसे 'उपयोगकर्ता नाम' से लॉग इन करने की कोशिश करता है, जो इस पैटर्न से मेल नहीं खाता है, तो उसी हिसाब से एक गड़बड़ी दिख जाती है.
अगर इस नीति को सेट नहीं किया जाता या खाली छोड़ दिया जाता है, तो उपयोगकर्ता Google Chrome में किसी भी Google खाते को ब्राउज़र प्राथमिक खाते के तौर पर सेट कर सकता है.
Configures the directory that Google Chrome will use for storing the roaming copy of the profiles.
If you set this policy, Google Chrome will use the provided directory to store the roaming copy of the profiles if the Google Chrome policy has been enabled. If the Google Chrome policy is disabled or left unset the value stored in this policy is not used.
See https://www.chromium.org/administrators/policy-list-3/user-data-directory-variables for a list of variables that can be used.
If this policy is left not set the default roaming profile path will be used.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं तो, Google Chrome प्रोफ़ाइल में बुकमार्क, अपने आप भरने वाला डेटा और पासवर्ड जैसे इकट्ठा किए गए सेटिंग भी, रोमिंग उपयोगकर्ता प्रोफ़ाइल फ़ोल्डर में जमा किसी फ़ाइल में या Google Chrome नीति के ज़रिए एडमिन की ओर से तय किसी जगह में लिख दी जाएंगी. अगर यह नीति चालू की जाती है तो क्लाउड सिंक बंद हो जाता है.
अगर यह नीति बंद है या सेट किए बिना छोड़ दी गई है तो, सिर्फ़ नियमित स्थानीय प्रोफ़ाइल का उपयोग किया जाएगा.
SyncDisabled नीति RoamingProfileSupportEnabled को रद्द करके सभी डेटा सिंक्र प्रक्रिया को बंद करती है.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं तो, वेबसाइट पर एम्बेड की गई सारी Flash सामग्री चलेगी, जिसे या तो उपयोगकर्ता ने या एंटरप्राइज़ नीति ने सामग्री सेटिंग में Flash की अनुमति देने के लिए सेट किया है. इसमें अन्य जगहों से आई सामग्री या छोटी सामग्री शामिल होगी.
यह नियंत्रित करने के लिए कि किन वेबसाइट को Flash चलाने की अनुमति है, "DefaultPluginsSetting", "PluginsAllowedForUrls" और "PluginsBlockedForUrls" नीतियां देखें.
अगर यह सेटिंग बंद होती है या सेट नहीं की जाती है तो, अन्य जगहों से आई Flash सामग्री या छोटी सामग्री ब्लॉक की जा सकती है.
During login, Google Chrome OS can authenticate against a server (online) or using a cached password (offline).
When this policy is set to a value of -1, the user can authenticate offline indefinitely. When this policy is set to any other value, it specifies the length of time since the last online authentication after which the user must use online authentication again.
Leaving this policy not set will make Google Chrome OS use a default time limit of 14 days after which the user must use online authentication again.
This policy affects only users who authenticated using SAML.
The policy value should be specified in seconds.
जब उपयोगकर्ता SSL त्रुटियों वाली साइटों पर नेविगेट करते हैं, तो Chrome एक चेतावनी पेज दिखाता है. डिफ़ॉल्ट रूप से या जब इस पॉलिसी को सत्य पर सेट किया जाता है, तब उपयोगकर्ताओं को इन चेतावनी पेजों के द्वारा क्लिक करने की अनुमति होती है. इस पॉलिसी को असत्य पर सेट करने से उपयोगकर्ताओं को किसी भी चेतावनी पेज के द्वारा क्लिक करने की अनुमति नहीं दी जाती है.
चेतावनी: वर्शन 75 के आने पर (करीब जून 2019 में) ज़्यादातर टीएलएस वर्शन नीति को Google Chrome से पूरी तरह हटा दिया जाएगा.
अगर यह नीति कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है तो Google Chrome डिफ़ॉल्ट अधिकतम वर्शन का इस्तेमाल करता है.
नहीं तो, इसे आगे दिए गए में से किसी एक मान पर सेट किया जा सकता है: "tls1.2" या "tls1.3". सेट होने पर, Google Chrome बताए गए वर्शन के बाद वाले एसएसएल/टीएलएस वर्शन का इस्तेमाल नहीं करेगा. किसी अनजान मान को अनदेखा कर दिया जाएगा.
अगर यह नीति कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है तो फिर Google Chrome डिफ़ॉल्ट न्यूनतम वर्शन का इस्तेमाल करता है, जो कि TLS 1.0 है.
अन्यथा उसे आगे दिए गए किसी एक मान पर सेट किया जा सकता है: "tls1", "tls1.1" या "tls1.2". सेट होने पर, Google Chrome बताए गए SSL/TLS वर्शन से नीचे वाले वर्शन का इस्तेमाल नहीं करेगा. नहीं पहचाने गए किसी मान को अनदेखा कर दिया जाएगा.
Identify if Google Chrome can allow download without Safe Browsing checks when it's from a trusted source.
When False, downloaded files will not be sent to be analyzed by Safe Browsing when it's from a trusted source.
When not set (or set to True), downloaded files are sent to be analyzed by Safe Browsing, even when it's from a trusted source.
Note that these restrictions apply to downloads triggered from web page content, as well as the 'download link...' context menu option. These restrictions do not apply to the save / download of the currently displayed page, nor does it apply to saving as PDF from the printing options.
This policy is not available on Windows instances that are not joined to a Microsoft® Active Directory® domain.
यह नीति सुरक्षित साइट के यूआरएल फ़िल्टर का तरीका नियंत्रित करती है. यह फ़िल्टर 'Google सुरक्षित खोज API (एपीआई)' का इस्तेमाल करके वर्गीकृत करता है कि यूआरएल अश्लील (पोर्नोग्राफ़िक) हैं या नहीं.
जब यह नीति कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है या "वयस्क सामग्री के लिए साइटें फ़िल्टर न करें" पर सेट की जाती है, तो साइटें फ़िल्टर नहीं की जाएंगी.
जब यह नीति "वयस्क सामग्री के लिए टॉप लेवल की साइटें फ़िल्टर करें" पर सेट की जाती है, तो अश्लील (पोर्नोग्राफ़िक) के रूप में वर्गीकृत साइटें फ़िल्टर की जाएंगी.
Google Chrome में ब्राउज़र इतिहास सहेजना सक्षम करती है और उपयोगकर्ताओं को यह सेटिंग बदलने से रोकती है.
यदि यह सेटिंग सक्षम हती है, तो ब्राउज़िंग इतिहास सहेजा नहीं जाता. यह सेटिंग टैब समन्वयन को भी अक्षम कर देती है.
यदि यह सेटिंग अक्षम हो या सेट नहीं की गई हो, तो ब्राउज़िंग का इतिहास सहेजा जाता है.
यह नीति Google Chrome के ऑम्निबॉक्स में खोज सुझावों को चालू करती है और उपयोगकर्ता को इस सेटिंग को बदलने से रोकती है.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं, तो खोज सुझावों का उपयोग किया जाता है.
अगर आप इस सेटिंग को बंद करते हैं, तो खोज सुझावों का कभी भी उपयोग नहीं किया जाता.
अगर आप इस सेटिंग को चालू या बंद करते हैं, तो उपयोगकर्ता Google Chrome में इस सेटिंग को बदल नहीं सकते या ओवरराइड नहीं कर सकते.
अगर इस नीति को सेट नहीं किया जाता है, तो इसे चालू किया जाएगा लेकिन उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकेगा.
यह सेटिंग उपयोगकर्ताओं को अपने Google Chrome OS डिवाइस पर साइन इन करने के बाद अपनी ब्राउज़र विंडो के सामग्री क्षेत्र में Google खातों के बीच स्विच करने देती है.
अगर यह नीति गलत पर सेट की जाती है, तो गैर-गुप्त ब्राउज़र के सामग्री क्षेत्र से किसी दूसरे खाते में साइन इन नहीं करने दिया जाएगा.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है या सही पर सेट की जाती है, तो डिफ़ॉल्ट व्यवहार का इस्तेमाल किया जाएगा: ब्राउज़र के सामग्री क्षेत्र से किसी दूसरे खाते में साइन इन करने दिया जाएगा, इसमें बच्चों के ऐसे खाते शामिल नहीं होंगे जहां उसे गैर-गुप्त सामग्री क्षेत्र के लिए ब्लॉक किया जाएगा.
अगर गुप्त मोड के ज़रिए किसी दूसरे खाते में साइन इन करने की अनुमति नहीं दी जाती है, तो IncognitoModeAvailability नीति का इस्तेमाल करके उस मोड को ब्लॉक करने पर विचार करें.
ध्यान दें कि उपयोगकर्ता अपनी कुकी ब्लॉक करके अप्रमाणित स्थिति में Google की सभी सेवाएं एक्सेस कर सकेंगे.
ऐसे यूआरएल और डोमेन के बारे में बताती है जिनके लिए सुरक्षा कुंजियों से प्रमाणित किए जाने के प्रमाणपत्रों का अनुरोध करते समय कोई भी संकेत नहीं दिखाया जाएगा. इसके अलावा, सुरक्षा कुंजी को यह बताने वाला एक संकेत भेजा जाएगा कि व्यक्तिगत तौर पर प्रमाणित किए जाने की सुविधा का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके बिना, उपयोगकर्ताओं को Chrome 65+ में तब संकेत किया जाएगा जब साइटें सुरक्षा कुंजियों को प्रमाणित करने का अनुरोध करेंगी.
यूआरएल (जैसे कि https://example.com/some/path) का मिलान सिर्फ़ U2F appID की तरह होगा. डोमेन (जैसे कि example.com) का मिलान सिर्फ़ webauthn RP ID की तरह होगा इसलिए किसी साइट के लिए U2F और webauthn API (एपीआई), दोनों को कवर करने के लिए, appID यूआरएल और डोमेन को रजिस्टर करने की ज़रूरत होगी.
When this policy is set, it specifies the length of time after which a user is automatically logged out, terminating the session. The user is informed about the remaining time by a countdown timer shown in the system tray.
When this policy is not set, the session length is not limited.
If you set this policy, users cannot change or override it.
The policy value should be specified in milliseconds. Values are clamped to a range of 30 seconds to 24 hours.
किसी सार्वजनिक सत्र के लिए एक या इससे ज़्यादा सुझाई गई भाषाएं सेट करती है, जिससे उपयोगकर्ता इनमें से कोई एक भाषा आसानी से चुन सकते हैं.
उपयोगकर्ता प्रबंधित सत्र को शुरू करने से पहले कोई भाषा और एक कीबोर्ड लेआउट चुन सकता है. डिफ़ॉल्ट रूप से, Google Chrome OS में काम करने वाली सभी भाषाएं वर्णानुक्रम में सूचीबद्ध की जाती हैं. आप इस नीति का इस्तेमाल सुझाई गई भाषाओं के सेट को सूची में सबसे ऊपर ले जाने के लिए कर सकते हैं.
अगर यह नीति सेट नहीं होती है, तो मौजूदा यूज़र इंटरफ़ेस की भषा पहले से चुनी हुई होगी.
अगर यह नीति सेट होती है, तो सुझाई गई भाषाओं को सूची में सबसे ऊपर ले जाया जाएगा और उन्हें दूसरी सभी भाषाओं से विज़ुअल रूप से अलग किया जाएगा. सुझाई गई भाषाओं को उसी क्रम में सूची में लगाया जाएगा जिसमें वे नीति में दिखाई देती हैं. सुझाई गई सबसे पहली भाषा पहले से चुनी हुई होगी.
अगर एक से ज़्यादा सुझाई गई भाषाएं उपलब्ध हों, तो यह माना जाता है कि उपयोगकर्ता इन भाषाओं में से चुनना चाहेंगे. कोई प्रबंधित सत्र शुरू करते समय भाषा और कीबोर्ड लेआउट को चुनना प्रमुखता से ऑफ़र किया जाएगा. नहीं तो, ऐसा माना जाता है कि ज़्यादातर उपयोगकर्ता पहले से चुनी हुई भाषा का इस्तेमाल करना चाहेंगे. कोई प्रबंधित सत्र शुरू करते समय भाषा और कीबोर्ड लेआउट को चुनना कम प्रमुखता से ऑफ़र किया जाएगा.
जब यह नीति सेट होती है और अपने आप लॉगिन की सुविधा चालू होती है (|DeviceLocalAccountAutoLoginId| और |DeviceLocalAccountAutoLoginDelay| नीतियां देखें), तब अपने आप शुरू होने वाला प्रबंधित सत्र सबसे पहले सुझाई गई भाषा और इस भाषा से मिलान करने वाले सबसे ज़्यादा लोकप्रिय कीबोर्ड का इस्तेमाल करेगा.
पहले से चुना हुआ कीबोर्ड लेआउट, हमेशा ही पहले से चुनी हुई भाषा से मिलान करने वाला सबसे ज़्यादा लोकप्रिय लेआउट होगा.
यह नीति सिर्फ़ सुझाव के रूप में ही सेट की जा सकती है. आप इस नीति का इस्तेमाल सुझाई गई भाषाओं के सेट को सबसे ऊपर ले जाने के लिए कर सकते हैं लेकिन उपयोगकर्ताओं को अपने सत्र के लिए हमेशा ही Google Chrome OS में काम करने वाली किसी भी भाषा का इस्तेमाल करने की अनुमति होती है.
Google Chrome OS शेल्फ़ की अपने आप छिपने की सुविधा नियंत्रित करना.
अगर यह नीति 'AlwaysAutoHideShelf' पर सेट हो, तो शेल्फ़ हमेशा ही अपने आप छिपाया जाएगा.
अगर यह नीति 'NeverAutoHideShelf' पर सेट हो, तो शेल्फ़ कभी भी अपने आप नहीं छिपाया जाता.
अगर आप यह नीति सेट करते हैं, तो उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकते या ओवरराइड नहीं कर सकते.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है, तो उपयोगकर्ता चुन सकते हैं कि क्या शेल्फ़ को अपछिपाया जाना चाहिए.
'बुकमार्क बार' में 'ऐप्लिकेशन शॉर्टकट' को चालू या बंद करती है.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती तो, उपयोगकर्ता 'बुकमार्क बार संदर्भ मेन्यू' से 'ऐप्लिकेशन शॉर्टकट' दिखाना या छिपाना चुन सकता है.
अगर यह नीति कॉन्फ़िगर की जाती है तो, उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकता और 'ऐप्लिकेशन शॉर्टकट' हमेशा दिखाया जाता है या कभी नहीं दिखाया जाता.
Google Chrome के टूलबार पर होम पेज बटन दिखाती है.
अगर आप यह सेटिंग चालू करते हैं तो, होम पेज बटन हमेशा दिखाई देता है.
अगर आप यह सेटिंग बंद करते हैं तो, होम पेज बटन कभी दिखाई नहीं देता है.
अगर आप यह सेटिंग चालू या बंद करते हैं तो, Google Chrome में उपयोगकर्ता यह सेटिंग बदल नहीं सकते या इसे रद्द नहीं कर सकते.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है तो, उपयोगकर्ता को यह चुनने कि सुविधा होगी कि होम पेज बटन दिखाया जाए या नहीं.
If enabled, a big, red logout button is shown in the system tray while a session is active and the screen is not locked.
If disabled or not specified, no big, red logout button is shown in the system tray.
यह नीति लागू नहीं है, इसकी जगह BrowserSignin का इस्तेमाल कर सकते हैं.
उपयोगकर्ता को Google Chrome में साइन इन करने की अनुमति देती है.
अगर आपने यह नीति सेट की हुई है, तो आप यह कॉन्फ़िगर कर सकते हैं कि किसी उपयोगकर्ता को Google Chrome में साइन इन करने की अनुमति है या नहीं. इस नीति को 'गलत' पर सेट करने से उन ऐप्लिकेशन और एक्सटेंशन को काम करने से रोक दिया जाएगा जो chrome.identity API (एपीआई) का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए आप उसके बजाय SyncDisabled का इस्तेमाल कर सकते हैं.
आइसोलेशन और उपयोगकर्ताओं के लिए सीमित प्रभाव, इन दोनों का पूरा फ़ायदा उठाने के लिए, हो सकता है कि आप उन साइटों की सूची के ज़रिए IsolateOrigins का इस्तेमाल करके IsolateOrigins नीति सेटिंग पर नज़र डालना चाहें, जिन्हें आप आइसोलेट करना चाहते हैं. यह सेटिंग, SitePerProcess, सभी साइटों को आइसोलेट करती है. अगर नीति चालू हो, तो हर साइट अपनी खुद की प्रक्रिया में चलेगी. अगर नीति बंद हो, तो अलग से कोई साइट आइसोलेशन नहीं होगा और IsolateOrigins और SitePerProcess के फ़ील्ड ट्रायल बंद कर दिए जाएंगे. उपयोगकर्ता अब भी मैन्युअल रूप से SitePerProcess को चालू कर सकेंगे. अगर नीति कॉन्फ़िगर नहीं की गई हो, तो उपयोगकर्ता इस सेटिंग को बदल सकेंगे. Google Chrome OS पर, यह सुझाव दिया जाता है कि DeviceLoginScreenSitePerProcess की डिवाइस नीति को भी उसी मान पर सेट किया जाए. अगर दो नीतियों के बताए हुए मान एक दूसरे से न मिलते हों तो, उपयोगकर्ता नीति का बताया हुआ मान लागू करने के दौरान कोई 'उपयोगकर्ता सत्र' में शुरू करने में देरी हो सकती है.
नोट: यह नीति Android पर लागू नहीं होती. SitePerProcess को Android पर चालू करने के लिए, SitePerProcessAndroid नीति सेटिंग का इस्तेमाल करें.
आइसोलेशन और उपयोगकर्ताओं के लिए सीमित प्रभाव, इन दोनों का पूरा फ़ायदा उठाने के लिए, हो सकता है कि आप उन साइटों की सूची के ज़रिए IsolateOriginsAndroid का इस्तेमाल करके IsolateOriginsAndroid नीति सेटिंग पर नज़र डालना चाहें, जिन्हें आप आइसोलेट करना चाहते हैं. SitePerProcessAndroid की यह सेटिंग सभी साइटों को आइसोलेट करती हैं. अगर नीति चालू हो, तो हर साइट अपनी खुद की प्रक्रिया में चलेगी. अगर नीति बंद हो, तो अलग से कोई साइट आइसोलेशन नहीं होगी और IsolateOriginsAndroid और SitePerProcessAndroid के फ़ील्ड ट्रायल बंद कर दिए जाएंगे. उपयोगकर्ता अब भी मैन्युअल रूप से SitePerProcess को चालू कर सकेंगे. अगर नीति कॉन्फ़िगर नहीं हो, तो उपयोगकर्ता इस सेटिंग को बदल सकेंगे.
नोट: Android पर, साइट आइसोलेशन प्रयोग के लिए है. समय के साथ सहायता बेहतर होती जाएगी, लेकिन फ़िलहाल इससे परफ़ॉर्मेंस से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं.
नोट: यह नीति सिर्फ़ Android पर Chrome के लिए लागू होती है जो उन्हीं डिवाइस पर चल रहा हो जिनमें 1GB से ज़्यादा RAM है. नीति को दूसरे प्लैटफ़ॉर्म पर लागू करने के लिए, SitePerProcess का इस्तेमाल करें.
अगर यह सेटिंग चालू है, तो उपयोगकर्ता Smart Lock के ज़रिए अपने खाते में साइन इन कर सकते हैं. यह सामान्य Smart Lock से ज़्यादा रिआयती है जो, सिर्फ़ इस्तेमाल करने वालों को ही स्क्रीन अनलॉक करने की मंज़ूरी देता है. अगर सेटिंग चालू नहीं है, तो उपयोगकर्ताओं को Smart Lock साइन इन इस्तेमाल करने की मंज़ूरी नहीं दी जाएगी.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो एंटरप्राइज़-प्रबंधित उपयोगकर्ताओं के लिए डिफ़ॉल्ट की मंज़ूरी नहीं है और गैर-प्रबंधित उपयोगकर्ताओं के लिए मंज़ूरी है.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं, तो सुविधा के लिए ज़रूरी शर्तों को पूरा करने पर उपयोगकर्ताओं को उनके फ़ोन और Chromebook के बीच एसएमएस मैसेज सिंक करने की अनुमति दी जाएगी. ध्यान रहे कि अगर इस नीति को मंज़ूरी मिलती है, तो उपयोगकर्ता को सेट अप फ़्लो पूरा करके साफ़ तौर पर इस सुविधा को चुनना पड़ेगा. एक बार सेट अप फ़्लो पूरा होने पर, उपयोगकर्ता अपने Chromebook पर एसएमएस मैसेज भेज और पा सकते हैं.
अगर इस सुविधा को बंद कर दिया जाता है, तो उपयोगकर्ता को एसएमएस सिंक करने की अनुमति नहीं मिलेगी.
अगर इस पॉलिसी को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो प्रबंधित उपयोगकर्ता डिफ़ॉल्ट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे और गैर-प्रबंधित उपयोगकर्ता इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
Google Chrome वर्तनी की त्रुटियां सुधारने में सहायता करने के लिए किसी Google वेब सेवा का उपयोग कर सकता है. यदि यह सेटिंग सक्षम है, तो फिर यह सेवा हमेशा उपयोग की जाती है. यदि यह सेटिंग अक्षम है, तो फिर सेवा कभी उपयोग नहीं की जाती.
वर्तनी परीक्षण को अब भी किसी डाउनलोड की गई शब्दकोश का उपयोग करके निष्पादित किया जा सकता है; यह नीति केवल ऑनलाइन सेवा के उपयोग को नियंत्रित करती है.
यदि यह सेटिंग कॉन्फ़िगर न है, तो फिर उपयोगकर्ता चुन सकते हैं कि वर्तनी परीक्षण सेवा का उपयोग किया जाना चाहिए या नहीं.
अगर इस नीति को सेट नहीं किया गया है या यह चालू नहीं है तो, उपयोगकर्ता को वर्तनी जांच का इस्तेमाल करने की अनुमति होती है.
अगर यह नीति बंद हो तो, उपयोगकर्ता को वर्तनी जांच का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं होती है. इस नीति के बंद होने पर, SpellcheckLanguage नीति को भी अनदेखा किया जाएगा.
वर्तनी जाँच भाषाओं को ज़बरन चालू करती है. इस सूची में शामिल जिन भाषाओं की पहचान नहीं हुई है उन्हें अनदेखा किया जाएगा.
अगर आप इस नीति को चालू करते हैं, तो उपयोगकर्ता ने जिन भाषाओं के लिए वर्तनी जाँच चालू किया है उनके अलावा, तय की गई भाषाओं के लिए वर्तनी जाँच चालू कर दिया जाएगा.
अगर आप यह नीति सेट नहीं करते हैं या इसे बंद कर देते हैं, तो उपयोगकर्ता की वर्तनी जाँच प्राथमिकताओं में कोई बदलाव नहीं होगा.
अगर SpellcheckEnabled नीति को बंद पर सेट किया गया है, तो इस नीति का कोई प्रभाव नहीं होगा.
इस समय काम करने वाली भाषाएं इस प्रकार हैं: af, bg, ca, cs, da, de, el, en-AU, en-CA, en-GB, en-US, es, es-419, es-AR, es-ES, es-MX, es-US, et, fa, fo, fr, he, hi, hr, hu, id, it, ko, lt, lv, nb, nl, pl, pt-BR, pt-PT, ro, ru, sh, sk, sl, sq, sr, sv, ta, tg, tr, uk, vi.
जब Google Chrome ऐसे कंप्यूटर या ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलाया जा रहा है जो अब समर्थित नहीं है, तो उस समय दिखाई देने वाली चेतावनी को छिपाती है.
यह नीति Google की ओर से होस्ट की जाने वाली सिंक सेवाओं का उपयोग करके Google Chrome में डेटा सिंक को बंद करती है और उपयोगकर्ताओं को यह सेटिंग बदलने से रोकती है.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं, तो उपयोगकर्ता Google Chrome में इस सेटिंग को बदल नहीं सकते या ओवरराइड नहीं कर सकते.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो उपयोगकर्ता को इसका इस्तेमाल करने या नहीं करने का विकल्प देने के लिए 'Google सिंक' सेवा उपलब्ध होगी.
'Google सिंक' को पूरी तरह से बंद करने के लिए, यह सुझाव दिया जाता है कि आप 'Google एडमिन कंसोल' में 'Google सिंक' सेवा को बंद करें.
जब RoamingProfileSupportEnabled नीति 'चालू' पर सेट होती है, तो इस नीति को चालू नहीं करना चाहिए क्योंकि वह सुविधा वही क्लाइंट साइड फ़ंक्शन शेयर करती है. ऐसे मामलों में Google की ओर से होस्ट किया जाने वाला सिंक पूरी तरह से बंद रहता है.
Google सिंक को अक्षम करने से Android बैकअप और पुनर्स्थापना ठीक से काम नहीं करेंगे.
डिवाइस के लिए उपयोग किए जाने वाले समय क्षेत्र के बारे में बताती है. उपयोगकर्ता मौजूदा सत्र के लिए बताए गए समय क्षेत्र को रद्द कर सकते हैं. हालांकि, लॉग आउट करने पर वह वापस बताए गए समय क्षेत्र पर सेट हो जाता है. अगर गलत मान दिया जाता है, तो नीति इसके बजाय "जीएमटी (ग्रीनविच मानक समय)" के उपयोग से फिर भी सक्रिय रहेगी. अगर कोई खाली स्ट्रिंग दी जाती है, तो नीति को अनदेखा कर दिया जाता है.
अगर इस नीति का उपयोग नहीं किया जाता है, तो फ़िलहाल सक्रिय समय क्षेत्र इस्तेमाल में बने रहेंगे. हालांकि, उपयोगकर्ता समय क्षेत्र को बदल सकते हैं और यह बदलाव लगातार होता रहता है. इसलिए किसी एक उपयोगकर्ता की तरफ़ से किया गया बदलाव, लॉग इन स्क्रीन और सभी अन्य उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करता है.
नए डिवाइस "यूएस/प्रशांत" में सेट समय क्षेत्र के साथ शुरू होते हैं.
मान का फ़ॉर्मैट "आईएएनए समय क्षेत्र डेटाबेस" ("https://en.wikipedia.org/wiki/Tz_database" देखें) में दिए गए समय क्षेत्रों के नामों का पालन करता है. खास तौर पर, ज़्यादातर समय क्षेत्र "continent/large_city" या "ocean/large_city" से जुड़े हो सकते हैं.
इस नीति को सेट करने से, डिवाइस के 'जगह की जानकारी' के ज़रिए अपने आप समय क्षेत्र को ठीक करने की प्रक्रिया पूरी तरह बंद हो जाती है. यह SystemTimezoneAutomaticDetection नीति को भी रद्द कर सकती है.
इस नीति को सेट किए जाने पर, अपने आप होने वाली 'समय-क्षेत्र पहचान प्रक्रिया' इनमें से एक तरीके से होगी और यह तरीका सेटिंग के मान पर आधारित होगा:
अगर TimezoneAutomaticDetectionUsersDecide पर सेट किया जाता है तो, उपयोगकर्ता chrome://settings में दिए गए सामान्य नियंत्रणों का उपयोग करके अपने आप होने वाली समय-क्षेत्र पहचान की प्रक्रिया को नियंत्रित कर सकेंगे.
अगर TimezoneAutomaticDetectionDisabled पर सेट किया जाता है तो, chrome://settings में दिए गए अपने आप होने वाले समय-क्षेत्र नियंत्रणों को बंद कर दिया जाएगा. अपने आप होने वाली 'समय-क्षेत्र पहचान प्रक्रिया' हमेशा बंद रहेगी.
अगर TimezoneAutomaticDetectionIPOnly पर सेट किया जाता है तो, chrome://settings में दिए गए समय-क्षेत्र नियंत्रणों को बंद कर दिया जाएगा. अपने आप होने वाली 'समय-क्षेत्र पहचान प्रक्रिया' हमेशा चालू रहेगी. जगह की सही जानकारी के लिए, 'समय-क्षेत्र पहचान प्रक्रिया' 'सिर्फ़-IP' तरीके का उपयोग करेगी.
अगर imezoneAutomaticDetectionSendWiFiAccessPoints पर सेट किया जाता है तो, chrome://settings में दिए गए समय-क्षेत्र नियंत्रणों को बंद कर दिया जाएगा. अपने आप होने वाली 'समय-क्षेत्र पहचान प्रक्रिया' हमेशा चालू रहेगी. दिखाई देने वाले वाई-फ़ाई एक्सेस-पॉइंट की सूची बिल्कुल सही समय-क्षेत्र की पहचान करने के लिए 'जियोलोकेशन API (एपीआई)' सर्वर को हमेशा भेजी जाएगी.
अगर TimezoneAutomaticDetectionSendAllLocationInfo पर सेट किया जाता है तो, chrome://settings में दिए गए समय-क्षेत्र नियंत्रणों को बंद कर दिया जाएगा. अपने आप होने वाली 'समय-क्षेत्र पहचान प्रक्रिया' हमेशा चालू रहेगी. जगह की जानकारी (जैसे कि वाई-फ़ाई एक्सेस-प्वाइंट, कनेक्ट हो सकने वाले मोबाइल टॉवर, GPS) समय-क्षेत्र की बिल्कुल सही पहचान के लिए किसी सर्वर पर भेजे जाएंगे.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती तो, माना जाएगा कि TimezoneAutomaticDetectionUsersDecide सेट है.
अगर SystemTimezone नीति सेट की जाती है तो, वह इस नीति को ओवरराइड कर लेती है. ऐसे में अपने आप होने वाली 'समय-क्षेत्र पहचान प्रक्रिया' पूरी तरह से बंद कर दी जाती है.
डिवाइस के लिए उपयोग किया जाने वाला घड़ी का फ़ॉर्मैट तय करती है.
यह नीति लॉगिन स्क्रीन पर और 'उपयोगकर्ता सत्रों' के लिए डिफ़ॉल्ट के रूप में उपयोग किए जाने वाले घड़ी के फ़ॉर्मैट को कॉन्फ़िगर करती है. उपयोगकर्ता अब भी अपने खाते के लिए घड़ी के फ़ॉर्मैट को ओवरराइड कर सकते हैं.
अगर नीति को 'सही' पर सेट किया जाता है, तो डिवाइस 24 घंटे वाली घड़ी के फ़ॉर्मैट का उपयोग करेगा. अगर नीति को 'गलत' पर सेट किया जाता है, तो डिवाइस 12 घंटे वाली घड़ी के फ़ॉर्मैट का उपयोग करेगा.
अगर इस नीति को सेट नहीं किया जाता है, तो डिवाइस 24 घंटे वाली घड़ी के फ़ॉर्मैट का उपयोग करेगा.
TPM फ़र्मवेयर अपडेट की काम करने की क्षमता की मौजूदगी और व्यवहार को कॉन्फ़िगर करती है.
जेएसओएन प्रॉपर्टी में अलग-अलग सेटिंग तय की जा सकती हैं:
allow-user-initiated-powerwash: अगर true पर सेट की जाती है तो, उपयोगकर्ता TPM फ़र्मवेयर अपडेट इंस्टॉल करने के लिए पावरवॉश फ़्लो का शुरू कर सकेंगे.
allow-user-initiated-preserve-device-state: अगर true पर सेट की जाती है तो, उपयोगकर्ता TPM वे फ़र्मवेयर अपडेट फ़्लो शुरू कर पाएंगे जो सभी डिवाइस की स्थिति (एंटरप्राइज़ में नाम दर्ज कराना सहित) सुरक्षित रखता है, लेकिन उपयोगकर्ता का डेटा खो देता है. यह अपडेट फ़्लो, 68 और उसके बाद के वर्शन पर उपलब्ध है.
अगर नीति सेट नहीं की जाती है तो, TPM फ़र्मवेयर अपडेट की काम करने की क्षमता उपलब्ध नहीं होगी.
'टैब लाइफ़ साइकल' सुविधा सीपीयू (CPU) पर और आखिरकार चल रहे टैब से जुड़ी ऐसी मेमोरी वापस ले लेती है जो काफ़ी समय से इस्तेमाल नहीं की गई है. इसके लिए वह सबसे पहले उन टैब को धीमा करती है, फिर उन्हें फ़्रीज़ करती है और आखिर में उन्हें निकाल देती है.
अगर नीति को गलत पर सेट किया जाता है, तो 'टैब लाइफ़ साइकल' सुविधा बंद हो जाती है और सभी टैब सामान्य रूप से चलते रहेंगे.
अगर नीति सही पर सेट की जाती है या तय किए बिना छोड़ दी जाती है, तो 'टैब लाइफ़ साइकल' सुविधा चालू हो जाती है.
If set to false, the 'End process' button is disabled in the Task Manager.
If set to true or not configured, the user can end processes in the Task Manager.
सेवा की उन शर्तों को सेट करती है, जिन्हें उपयोगकर्ता को डिवाइस-स्थानीय खाता सत्र शुरू करने से पहले स्वीकार करना होता है.
अगर यह नीति जोड़ी जाती है तो, Google Chrome OS सेवा की शर्तों को डाउनलोड करेगा और डिवाइस-स्थानीय खाता सत्र शुरू होने पर उन्हें उपयोगकर्ता को पेश करेगा. सेवा की शर्तों को स्वीकार करने के बाद ही उपयोगकर्ता को सत्र में जाने की अनुमति मिलेगी.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती तो, सेवा की शर्तें नहीं दिखाई जातीं.
नीति को किसी ऐसे यूआरएल से जोड़ा जाना चाहिए जिससे Google Chrome OS सेवा की शर्तें डाउनलोड कर सके. सेवा की शर्तें सामान्य लेख में होनी चाहिए जिसे एमआईएमई किस्म के लेख/सामान्य के रूप में दिया गया हो. किसी मार्कअप की अनुमति नहीं है.
अगर नीति गलत पर सेट की जाती है तो तीसरे पक्ष के सॉफ़्टवेयर को Chrome की प्रक्रियाओं में निष्पादन-योग्य कोड इंजेक्ट करने की अनुमति होगी. अगर नीति सेट नहीं की जाती या सही पर सेट की जाती है तो तीसरे पक्ष के सॉफ़्टवेयर को Chrome की प्रक्रियाओं में निष्पादन-योग्य कोड इंजेक्ट करने से रोका जाएगा.
यह नीति 'वर्चुअल कीबोर्ड' को ChromeOS पर इनपुट डिवाइस के रूप में चालू करना कॉन्फ़िगर करती है.
अगर नीति को सही पर सेट किया जाता है तो, ऑन-स्क्रीन 'वर्चुअल कीबोर्ड' हमेशा चालू रहेगा.
अगर नीति को गलत पर सेट किया जाता है तो, ऑन-स्क्रीन 'वर्चुअल कीबोर्ड' हमेशा बंद रहेगा.
अगर आप इस नीति को सेट करते हैं तो, उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकते या इसे रद्द नहीं कर सकते. हालांकि, उपयोगकर्ता अभी भी 'ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड' के एक्सेस को चालू/बंद कर सकेंगे जिसे इस नीति से नियंत्रित किए जाने वाले 'वर्चुअल कीबोर्ड' पर प्राथमिकता मिलती है. 'ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड' के एक्सेस को नियंत्रित करने वाली |VirtualKeyboardEnabled| नीति देखें.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है तो, 'ऑन-स्क्रीन कीबोर्ड' शुरुआत में बंद रहता है लेकिन उपयोगकर्ता इसे कभी भी चालू कर सकता है. कीबोर्ड कब दिखाना है, इसका फ़ैसला डिवाइस उपयोगकर्ता की पिछली गतिविधियों के आधार पर खुद कर सकता है.
Google Chrome पर एकीकृत 'Google अनुवाद सेवा' चालू करती है.
अगर आप इस सेटिंग को चालू करते हैं, तो Google Chrome उपयोगकर्ता को एक एकीकृत अनुवाद टूलबार (उचित होने पर) और राइट-क्लिक वाले संदर्भ मेन्यू पर अनुवाद विकल्प दिखाते हुए, अनुवाद के काम से जुड़ी सुविधा देगा.
अगर आप इस सेटिंग को बंद करते हैं, तो पहले से मौजूद सभी अनुवाद सुविधाएं बंद हो जाएंगी.
अगर आप इस सेटिंग को चालू या बंद करते हैं, तो उपयोगकर्ता Google Chrome में इस सेटिंग में बदलाव या इसे रद्द नहीं कर सकते हैं.
अगर इस सेटिंग को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो उपयोगकर्ता यह तय कर सकता है कि उसे इस सुविधा का इस्तेमाल करना है या नहीं.
This policy prevents the user from loading web pages from blacklisted URLs. The blacklist provides a list of URL patterns that specify which URLs will be blacklisted.
A URL pattern has to be formatted according to https://www.chromium.org/administrators/url-blacklist-filter-format.
Exceptions can be defined in the URL whitelist policy. These policies are limited to 1000 entries; subsequent entries will be ignored.
Note that it is not recommended to block internal 'chrome://*' URLs since this may lead to unexpected errors.
If this policy is not set no URL will be blacklisted in the browser.
Android ऐप्लिकेशन स्वैच्छिक रूप से इस सूची का पालन करना चुन सकते हैं. आप उन्हें इसका पालन करने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं.
यूआरएल प्रतिबंध के अपवादों से अलग सूची में मौजूद यूआरएल तक पहुंचने देती है.
इस सूची की प्रविष्टियों के प्रारूप के लिए URL प्रतिबंध नीति का विवरण देखें.
इस नीति का इस्तेमाल पाबंदी लगाने वाली सूची में अपवाद डालने के लिए किया जा सकता है. जैसे, '*' को पाबंदी लगाने वाली सूची में शामिल कर सभी अनुरोधों पर रोक लगाई जा सकती है. इस नीति का इस्तेमाल यूआरएल की एक सीमित सूची देखने की मंज़ूरी देने के लिए भी किया जा सकता है. इसका इस्तेमाल कुछ स्कीम, किसी दूसरी डोमेन के सबडोमेन, पोर्ट या खास पाथ के लिए अपवाद खोलने के लिए भी किया जाता है.
सबसे खास फ़िल्टर से यह पता लगेगा कि किसी यूआरएल को ब्लॉक किया गया है या उसे दिखाने की मंज़ूरी दी गई है. मंज़ूरी पा चुके यूआरएल की सूची को पाबंदी वाले यूआरएल की सूची पर प्राथमिकता दी जाती है.
यह नीति 1000 प्रविष्टियों तक सीमित है; बाद वाली प्रविष्टियों पर ध्यान नहीं दिया जाएगा.
अगर यह नीति सेट नहीं है तो, 'URLBlacklist' नीति से पाबंदी वाली सूची में डालने के लिए कोई अपवाद नहीं होंगे.
Android ऐप्लिकेशन स्वैच्छिक रूप से इस सूची का पालन करना चुन सकते हैं. आप उन्हें इसका पालन करने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं.
अगर नीति 'गलत' पर सेट की जाती है तो, उन उपयोगकर्ताओं को एआरसी का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा जो इससे जुड़े नहीं हैं.
अगर नीति सेट नहीं की जाती है या 'सही' पर सेट की जाती है तो, सभी उपयोगकर्ता एआरसी का इस्तेमाल कर सकते हैं (जब तक कि एआरसी को किसी और तरीके से बंद नहीं कर दिया जाता).
नीति में किए जाने वाले बदलाव तभी लागू किए जाएंगे जब एआरसी न चल रहा हो, उदाहरण के लिए, जब Chrome OS शुरू हो रहा हो.
अगर इस नीति को सही' पर सेट किया गया है तो, 'यूनिफ़ाइड डेस्कटॉप' की अनुमति मिल जाती है और यह सुविधा डिफ़ॉल्ट रूप से चालू रहती है. इससे ऐप्लिकेशन, एक से ज़्यादा स्क्रीन पर दिखाई दे सकता है. उपयोगकर्ता को अगर अकेले ही कुछ देखना है तो वह डिसप्ले सेटिंग में 'यूनिफ़ाइड डेस्कटॉप' के आगे लगा सही का निशान हटाकर उसे बंद कर सकता है.
अगर इस नीति को 'गलत' पर सेट किया गया है या इसे सेट नहीं किया गया है तो, 'यूनिफ़ाइड डेस्कटॉप' की सुविधा बंद हो जाएगी. ऐसा होने पर उपयोगकर्ता इस सुविधा को चालू नहीं कर सकता.
M69 में हटा दी गई है. इसके बजाय OverrideSecurityRestrictionsOnInsecureOrigin का इस्तेमाल करें.
यह नीति मूलों की सूची (यूआरएल) या होस्टनाम पैटर्न (जैसे कि "*.example.com") के बारे में बताती है जिसके बारे में असुरक्षित मूलों पर सुरक्षा पाबंदियां लागू नहीं होंगी.
इसका इंटेंट संगठनों को लीगेसी ऐप्लिकेशन के लिए ऐसे मूलों की अनुमति देने देना है, जो TLS परिनियोजित नहीं कर सकते हैं. साथ ही, इसका इंटेंट आंतरिक वेब डेवलपमेंट के लिए एक स्टेजिंग सर्वर सेट अप करना है ताकि उनके डेवलपर, स्टेजिंग सर्वर पर TLS परिनियोजित किए बिना सुरक्षा प्रसंगों की ज़रूरत वाली सुविधाओं को टेस्ट कर सकें. यह नीति ऑम्निबॉक्स में मूल को "सुरक्षित नहीं" लेबल होने से भी रोकेगी.
इस नीति में यूआरएल की सूची सेट करने का असर वही होता है जैसा समान यूआरएल की कॉमा-सेपरेटेड सूची पर कमांड-लाइन फ़्लैग '--unsafely-treat-insecure-origin-as-secure' को सेट करने का होता है. अगर नीति सेट की जाती है, तो वह कमांड-लाइन फ़्लैग को ओवरराइड कर देगी.
OverrideSecurityRestrictionsOnInsecureOrigin के समर्थन में इस नीति को M69 में हटा लिया गया है. अगर दोनों नीतियां मौजूद हों, तो OverrideSecurityRestrictionsOnInsecureOrigin इस नीति को ओवरराइड कर देगी.
सुरक्षित प्रसंगों पर ज़्यादा जानकारी के लिए, https://www.w3.org/TR/secure-contexts/ देखें
अपने आप होने वाला रीबूट शेड्यूल करके डिवाइस के काम करने की अवधि सीमित करें.
जब यह नीति सेट होती है, तो यह डिवाइस के काम करने की अवधि तय करती है, जिसके बाद अपने आप होने वाला रीबूट शेड्यूल किया जाता है.
जब यह नीति सेट नहीं होती, तो डिवाइस के काम करने की अवधि सीमित नहीं होती.
अगर आप इस नीति को सेट करते, तो उपयोगकर्ता इसे बदल नहीं सकते या ओवरराइड नहीं कर सकते.
अपने आप होने वाला रीबूट चुने गए समय पर शेड्यूल किया जाता है लेकिन अगर उपयोगकर्ता फ़िलहाल डिवाइस का उपयोग कर रहा है तो डिवाइस पर रीबूट में 24 घंटे तक की देरी हो सकती है.
ध्यान दें: फ़िलहाल, अपने आप होने वाले रीबूट सिर्फ़ तब चालू होते हैं जब लॉग इन स्क्रीन दिख रही हो या किओस्क ऐप्लिकेशन के सेशन चल रहा हो. आने वाले दिनों में यह बदल दिया जाएगा और नीति हमेशा लागू होगी, भले ही कोई खास प्रकार का सत्र चल रहा हो या न चल रहा हो.
नीति का मान सेकंड में तय किया जाना चाहिए. मान कम से कम 3600 (एक घंटे) में क्लैंप होने चाहिए.
यह नीति Google Chrome में 'यूआरएल-की' के साथ पहचान ज़ाहिर न करने वाले डेटा संग्रह की सेटिंग चालू करती है और उपयोगकर्ताओं को यह सेटिंग बदलने से रोकती है.
'यूआरएल-की' के साथ पहचान ज़ाहिर न करने वाले डेटा संग्रह की सेटिंग खोजों और ब्राउज़िंग को बेहतर बनाने के लिए Google को उन पेज के यूआरएल भेजती है जिन पर उपयोगकर्ता जाता है.
अगर आप इस नीति को चालू करते हैं, तो 'यूआरएल-की' के साथ पहचान ज़ाहिर न करने वाले डेटा संग्रह की सेटिंग हमेशा काम करती रहती है.
अगर आप इस नीति को बंद करते हैं, तो 'यूआरएल-की' के साथ पहचान ज़ाहिर न करने वाले डेटा संग्रह की सेटिंग कभी काम नहीं करती है.
अगर इस नीति को सेट किए बिना छोड़ दिया जाता है, तो 'यूआरएल-की' के साथ पहचान ज़ाहिर न करने वाले डेटा संग्रह की सेटिंग चालू कर दी जाएगी लेकिन उपयोगकर्ता इसे बदल सकेगा.
आपको क्लाइंट समय या दिन के इस्तेमाल कोटा के आधार पर उपयोगकर्ता का सत्र लॉक करने देती है.
|time_window_limit| ऐसी विंडो रोज़ तय करती है जिसमें उपयोगकर्ता के सत्र को लॉक किया जाना चाहिए. हम हफ़्ते के हर दिन के लिए सिर्फ़ एक नियम की सुविधा देते हैं, इसलिए |entries| सारणी का आकार 0 से सात तक अलग-अलग हो सकता है. |starts_at| और |ends_at| विंडो सीमा की शुरुआत और अंत होते हैं, जब |starts_at| के मुकाबले |ends_at| कम हो, तो इसका मतलब है कि |time_limit_window| अगले दिन खत्म होगी. |last_updated_millis| इस प्रविष्टि को आखिरी बार अपडेट किए जाने का UTC टाइमस्टैम्प है, इसे स्ट्रिंग के तौर पर भेजा जाता है क्योंकि टाइमस्टैम्प किसी पूर्णांक में फ़िट नहीं बैठेगा.
|time_usage_limit| हर रोज़ का स्क्रीन कोटा बताती है, इसलिए जब उपयोगकर्ता उस कोटा तक पहुंचता है, तो उपयोगकर्ता का सत्र लॉक कर दिया जाता है. हफ़्ते के हर दिन के लिए एक प्रॉपर्टी होती है और उसे तभी सेट किया जाना चाहिए जब उस दिन के लिए कोई चालू कोटा मौजूद हो. |usage_quota_mins| समय की वह मात्रा है जितनी देर तक दिन भर में प्रबंधित डिवाइस का इस्तेमाल किया जा सकता है और |reset_at| वह समय है जब इस्तेमाल का कोटा नवीनीकृत किया जाता है. |reset_at| का डिफ़ॉल्ट मान आधी रात ({'hour': 0, 'minute': 0}) होता है. |last_updated_millis| इस प्रविष्टि के आखिरी बार अपडेट किए जाने का UTC टाइमस्टैम्प है, इसे स्ट्रिंग के तौर पर भेजा जाता है क्योंकि टाइमस्टैम्प किसी पूर्णांक में फ़िट नहीं बैठेगा.
|overrides| को पिछले एक या उससे ज़्यादा नियमों को कुछ समय के लिए अमान्य करने के लिए उपलब्ध कराया जाता है. * अगर time_window_limit या time_usage_limit, दोनों ही चालू न हों तो डिवाइस को लॉक करने के लिए चालू |LOCK| का इस्तेमाल किया जा सकता है. * |LOCK| से उपयोगकर्ता सत्र सिर्फ़ उतनी ही देर तक के लिए लॉक हो जाता है जब तक कि अगली time_window_limit या time_usage_limit शुरू नहीं हो जाए. * |UNLOCK| से time_window_limit या time_usage_limit के ज़रिए लॉक किया हुआ उपयोगकर्ता का सत्र अनलॉक हो जाता है. |created_time_millis| ओवरराइड बनाए जाने का UTC टाइमस्टैम्प है, इसे स्ट्रिंग के तौर पर इसलिए भेजा जाता है क्योंकि टाइमस्टैम्प किसी पूर्णांक में फ़िट नहीं बैठेगा. इसका इस्तेमाल यह तय करने के लिए किया जाता है कि इस ओवरराइड को अभी भी लागू किया जाना चाहिए या नहीं. अगर मौजूदा चालू समय सीमा की सुविधा (समय इस्तेमाल की सीमा या समय विंडो की सीमा) ओवरराइड बनाने के बाद शुरू हुई है, तो उसे कार्रवाई नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही अगर ओवरराइड को चालू time_window_limit या time_usage_window के आखिरी बदलाव से पहले बनाया गया था, तो उसे लागू नहीं किया जाना चाहिए.
एक से ज़्यादा ओवरराइड भेजे जा सकते हैं, सबसे नई प्रविष्टि वह है जिसे लागू किया जाने वाला है.
उन यूएसबी डिवाइस की सूची तय करती जिन्हें किसी वेब ऐप्लिकेशन के अंदर chrome.usb API (एपीआई) के ज़रिए उपयोग किए जाने के लिए उनके kernel डिस्क से अलग करने की अनुमति है. किसी खास हार्डवेयर की पहचान करने के लिए एंट्री, यूएसबी विक्रेता पहचानकर्ता और उत्पाद पहचानकर्ता का जोड़ा होती हैं.
अगर यह पॉलिसी कॉन्फ़िगर नहीं की जाती तो, अलग करने लायक यूएसबी डिवाइस की सूची खाली रहती है.
This policy allows you to configure the avatar image representing the user on the login screen. The policy is set by specifying the URL from which Google Chrome OS can download the avatar image and a cryptographic hash used to verify the integrity of the download. The image must be in JPEG format, its size must not exceed 512kB. The URL must be accessible without any authentication.
The avatar image is downloaded and cached. It will be re-downloaded whenever the URL or the hash changes.
The policy should be specified as a string that expresses the URL and hash in JSON format, conforming to the following schema: { "type": "object", "properties": { "url": { "description": "The URL from which the avatar image can be downloaded.", "type": "string" }, "hash": { "description": "The SHA-256 hash of the avatar image.", "type": "string" } } }
If this policy is set, Google Chrome OS will download and use the avatar image.
If you set this policy, users cannot change or override it.
If the policy is left not set, the user can choose the avatar image representing them on the login screen.
यह नीति वह निर्देशिका कॉन्फ़िगर करती है, जिसका उपयोग Google Chrome, उपयोगकर्ता का डेटा जमा करने के लिए करेगा.
अगर आप यह नीति सेट करते हैं, तो Google Chrome, इस निर्देशिका का उपयोग करेगा भले ही उपयोगकर्ता ने '--disk-cache-dir' फ़्लैग तय किया हो या न तय किया हो. डेटा खोने या दूसरी गड़बड़ियों से बचने के लिए इस नीति को किसी वॉल्यूम की मूल निर्देशिका पर या दूसरे कामों के लिए उपयोग की जाने वाली निर्देशिका पर सेट नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि Google Chrome उसकी सामग्री प्रबंधित करता है.
उपयोग किए जा सकने वाले वैरिएबल की सूची देखने के लिए https://www.chromium.org/administrators/policy-list-3/user-data-directory-variables पर जाएं.
अगर यह नीति सेट नहीं की जाती है, तो डिफ़ॉल्ट प्रोफ़ाइल पाथ का उपयोग किया जाएगा और उपयोगकर्ता उसे '--disk-cache-dir' कमांड लाइन फ़्लैग की मदद से रद्द कर सकेगा.
उस खाता नाम को नियंत्रित करती है जिसे Google Chrome OS, मिलते-जुलते डिवाइस-स्थानीय खाते के लिए लॉग इन स्क्रीन पर दिखाता है.
अगर यह नीति सेट की जाती है तो, लॉग इन स्क्रीन मिलते-जुलते डिवाइस-स्थानीय खाते के लिए, तय की गई स्ट्रिंग का इस्तेमाल तस्वीर-आधारित लॉग इन चयनकर्ता में करेगी.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है तो, Google Chrome OS लॉग इन स्क्रीन पर दिखाई देने वाले नाम के रूप में डिवाइस-स्थानीय खाते के ईमेल खाता आईडी का इस्तेमाल करेगा.
यह नीति नियमित उपयोगकर्ता खातों के लिए अनदेखी की जाती है.
If enabled or not configured (default), the user will be prompted for video capture access except for URLs configured in the VideoCaptureAllowedUrls list which will be granted access without prompting.
When this policy is disabled, the user will never be prompted and video capture only be available to URLs configured in VideoCaptureAllowedUrls.
This policy affects all types of video inputs and not only the built-in camera.
Android ऐप्लिकेशन के लिए, यह नीति केवल अंतर्निहित कैमरे को प्रभावित करती है. इस नीति के सही पर सेट होने पर, कैमरेे को बिना किसी अपवाद के, सभी Android ऐप्लिकेशन के लिए अक्षम कर दिया जाता है.
इस सूची के पैटर्न का मिलान अनुरोध करने वाले यूआरएल के सुरक्षा मूल से किया जाता है. अगर मिलान हो जाता है, तो वीडियो कैप्चर डिवाइस के लिए एक्सेस, सूचना दिए बिना ही दे दिए जाएंगे.
नोट: वर्शन 45 तक, यह नीति सिर्फ़ किओस्क मोड में ही काम करती थी.
आपको यह नियंत्रित करने देती है कि Chrome OS पर वर्चुअल मशीनें चलाने की अनुमति देनी है या नहीं.
अगर नीति 'सही' पर सेट होती है, तो डिवाइस को वर्चुअल मशीनें चलाने की अनुमति होती है. अगर नीति 'गलत' पर सेट होती है, तो डिवाइस को वर्चुअल मशीनें चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. तीनों नीतियों, VirtualMachinesAllowed, CrostiniAllowed और DeviceUnaffiliatedCrostiniAllowed का उस समय 'सही' होना ज़रूरी है जब उन्हें Crostini को चलाने देने के लिए लागू किया जाता है. जब यह नीति 'गलत' में बदली जाती है, तो यह नई वर्चुअल मशीनें शुरू करने के लिए लागू की जाती है लेकिन यह उन वर्चुअल मशीनों को बंद नहीं करती है जो पहले से चल रही हैं. जब यह नीति किसी प्रबंधित डिवाइस पर सेट नहीं होती है, तो डिवाइस को वर्चुअल मशीनें चलाने की अनुमति नहीं दी जाती है. अप्रबंधित डिवाइस को वर्चुअल मशीनें चलाने की अनुमति होती है.
उपयोगकर्ता को वीपीएन कनेक्शन प्रबंधित करने की मंज़ूरी दें.
अगर यह नीति गलत पर सेट की जाती है, तो Google Chrome OS के वे सभी उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस जो उपयोगकर्ता को वीपीएन कनेक्शन डिसकनेक्ट करने देंगे या उनमें बदलाव करने देंगे, उन्हें बंद कर दिया जाता है.
अगर यह नीति सेट किए बिना छोड़ दी जाती है या सही पर सेट की जाती है, तो उपयोगकर्ता हमेशा की तरह वीपीएन कनेक्शन डिसकनेक्ट कर सकते हैं या उनमें बदलाव कर सकते हैं.
अगर वीपीएन कनेक्शन किसी वीपीएन ऐप्लिकेशन के ज़रिए बनाया गया है, तो ऐप्लिकेशन के अंदर मौजूद यूआई पर इस नीति का कोई असर नहीं होता. इसलिए, उपयोगकर्ता वीपीएन कनेक्शन में बदलाव करने के लिए ऐप्लिकेशन का अभी भी इस्तेमाल कर सकता है.
इस नीति का इस्तेमाल "हमेशा चालू वीपीएन" सुविधा के साथ मिलकर किया जाना चाहिए, जो एडमिन को बूट पर वीपीएन कनेक्शन बनाने का फ़ैसला करने देती है.
Google Chrome में WPAD (वेब प्रॉक्सी स्वतः खोज) ऑप्टिमाइज़ेशन को बंद करती है.
यदि इस पॉलिसी को असत्य पर सेट किया जाता है, तो WPAD ऑप्टिमाइज़ेशन अक्षम हो जाता है, जिसके कारण Google Chrome को DNS-आधारित WPAD सर्वर के लिए अधिक समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ती है. यदि यह पॉलिसी सेट नहीं है या सक्षम नहीं है, तो WPAD ऑप्टिमाइज़ेशन सक्षम हो जाता है.
भले ही इस पॉलिसी को किसी भी तरह से सेट किया जाए, WPAD ऑप्टिमाइज़ेशन सेटिंग को उपयोगकर्ताओं के द्वारा नहीं बदला जा सकता है.
This policy allows you to configure the wallpaper image that is shown on the desktop and on the login screen background for the user. The policy is set by specifying the URL from which Google Chrome OS can download the wallpaper image and a cryptographic hash used to verify the integrity of the download. The image must be in JPEG format, its file size must not exceed 16MB. The URL must be accessible without any authentication.
The wallpaper image is downloaded and cached. It will be re-downloaded whenever the URL or the hash changes.
The policy should be specified as a string that expresses the URL and hash in JSON format, conforming to the following schema: { "type": "object", "properties": { "url": { "description": "The URL from which the wallpaper image can be downloaded.", "type": "string" }, "hash": { "description": "The SHA-256 hash of the wallpaper image.", "type": "string" } } }
If this policy is set, Google Chrome OS will download and use the wallpaper image.
If you set this policy, users cannot change or override it.
If the policy is left not set, the user can choose an image to be shown on the desktop and on the login screen background.
यह नीति WebDriver सुविधा के उपयोगकर्ताओं को उन नीतियों को बदलने देती है जो इसके काम में बाधा डाल सकती हैं.
फ़िलहाल यह नीति SitePerProcess और IsolateOrigins नीतियों को बंद करती है.
अगर नीति चालू कर दी जाती है, तो WebDriver असंगत नीतियों को बदल पाएगा. अगर नीति बंद कर दी जाती है या कॉन्फ़िगर नहीं की जाती है, तो WebDriver असंगत नीतियों को नहीं बदल पाएगा.
अगर नीति सही पर सेट की गई है, तो Google Chrome को Google सेवाओं (जैसे Google Meet) से WebRTC इवेंट लॉग इकट्ठा करने की अनुमति मिलेगी, और उन लॉग को Google पर अपलोड करें.
अगर नीति गलत पर सेट की गई है, या सेट नहीं है, तो Google Chrome ऐसे लॉग इकट्ठा नहीं कर सकते और न ही अपलोड कर सकते हैं. Chrome में ऑडियो या वीडियो कॉल में आने वाले मुद्दों को डीबग करने में, इन लॉग में मौजूद निदान की जानकारी बहुत मददगार साबित होती है, जैसे आरटीपी पैकेट के भेजे जाने का समय और आकार, नेटवर्क में होने वाली भीड़ का फ़ीडबैक और ऑडियो और वीडियो फ़्रेम की क्वालिटी और समय का मेटाडेटा. इन लॉग में ऑडियो या वीडियो कॉल की सामग्री नहीं होती.
Chrome के ज़रिए डेटा इकट्ठा सिर्फ़ Google की वेब सेवाओं जैसे Google Hangouts या Google Meet से ही ट्रिगर किया जा सकता है.
Google इन लॉग को एक सेशन आईडी की मदद से, Google सेवा के ज़रिए इकट्ठे किए गए दूसरे लॉग के साथ जोड़ सकता है; यह डीबगिंग को आसान बनाने के इरादे से किया जाता है.
अगर यह नीति सेट की हुई है तो, WebRTC जिस यूडीपी पोर्ट श्रेणी का इस्तेमाल करता है उसे किसी खास पोर्ट अंतराल (अंतिम बिंदुओं सहित) तक सीमित कर दिया जाता है.
अगर नीति सेट नहीं की हुई है या, अगर वह खाली स्ट्रिंग पर या किसी अमान्य पोर्ट श्रेणी पर सेट है तो, WebRTC को किसी भी उपलब्ध स्थानीय यूडीपी पोर्ट का उपयोग करने की अनुमति होती है.
If this policy is set to true or not configured, the browser will re-show the welcome page on the first launch following an OS upgrade.
If this policy is set to false, the browser will not re-show the welcome page on the first launch following an OS upgrade.